China’s action against Corruption: राष्ट्रपति शी जिनपिंग के नेतृत्व वाला देश चीन पिछले काफी समय से अपने रक्षा और सुरक्षा प्रतिष्ठानों में तैनात कई सीनियर अधिकारियों को भ्रष्टाचार के आरोप में बर्खास्त कर चुका है. वहीं, चीन में शुक्रवार (27 जून) को नौसेना प्रमुख और एक शीर्ष परमाणु वैज्ञानिक को नेशनल पीपुल्स कांग्रेस (NPC) से बर्खास्त कर दिया गया.
हांगकांग के अखबार साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट की एक रिपोर्ट के मुताबिक, चीनी नौसेना यानी पीपुल्स लिबरेशन आर्मी नेवी (PLAN) के चीफ ऑफ स्टाफ वाइस एडमिरल ली हानजुन और देश के राष्ट्रीय परमाणु निगम के डिप्टी चीफ इंजीनियर लियू शिपेंग को नेशनल पीपुल्स कांग्रेस (NPC) से निष्कासित कर दिया गया है.
सेना में चल रहे भ्रष्टाचार विरोधी अभियान के तहत अधिकारियों पर हुई कार्रवाई
रिपोर्ट के मुताबिक, चीनी नौसेना प्रमुख ली सेना के उन जनरल और रक्षा उद्योग के कुछ अधिकारियों में शामिल हैं, जिनके खिलाफ हाल ही में सेना में चल रहे भ्रष्टाचार विरोधी कैंपेन के तहत कार्रवाई की गई है. रिपोर्ट में कहा गया है कि ली और लियू की एनपीसी सदस्यता को समाप्त कर दिया गया है.
जनरल मियाओ हुआ को CMC से हटाने के लिए की गई वोटिंग
चीन की सरकारी समाचार एजेंसी शिन्हुआ ने अपनी एक रिपोर्ट में कहा कि नेशनल पीपुल्स कांग्रेस (NPC) की स्थायी समिति ने शुक्रवार (27 जून) को अपने सत्र के समापन के दौरान टॉप जनरल मियाओ हुआ को केंद्रीय सैन्य आयोग (CMC) के सदस्य के पद से हटाने के लिए भी वोटिंग की है. केंद्रीय सैन्य आयोग चीनी सेना का सर्वोच्च कमान है, जिसका नेतृत्व चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग करते हैं.
चीनी सैन्य पदों की हायार्की के मुताबिक, जनरल मियाओ सबसे युवा जनरल हैं. जो पिछले साल 2024 के नवंबर महीने से अनुशासन के गंभीर उल्लंघन के लिए जांच के घेरे में हैं और उन्हें इस साल अप्रैल 2025 में नेशनल पीपुल्स कांग्रेस (NPC) से भी बर्खास्त कर दिया गया था.
(रिपोर्ट पीटीआई के इनपुट के साथ)
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