<p style="text-align: justify;"><strong>Tomahawk Missile:</strong> हाल ही में अमेरिका ने ईरान की परमाणु साइट्स पर एक बड़ा हमला किया, जिसमें उसका प्रमुख हथियार बना टॉमहॉक मिसाइल. अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने Fox News को दिए इंटरव्यू में बताया कि ईरान की फ़ोर्दो न्यूक्लियर साइट को 30,000 पाउंड के 6 ‘बंकर बस्टर’ बमों से पूरी तरह तबाह कर दिया गया. इसके साथ ही अमेरिका ने करीब 30 टॉमहॉक मिसाइलें भी दागीं जो लगभग 400 मील दूर स्थित अमेरिकी पनडुब्बियों से लॉन्च की गई थीं. ये मिसाइलें दो अन्य संवेदनशील ठिकानों पर गिराईं गईं.</p>
<h2 style="text-align: justify;"><strong>टॉमहॉक मिसाइल क्या है?</strong></h2>
<p style="text-align: justify;">Tomahawk Land Attack Missile (TLAM) अमेरिका की नौसेना द्वारा विकसित की गई एक लंबी दूरी तक मार करने वाली क्रूज़ मिसाइल है. इसका इस्तेमाल जमीन और समुद्र के लक्ष्यों पर सटीक हमलों के लिए किया जाता है. इसकी पहली बार युद्ध में तैनाती 1991 की खाड़ी युद्ध के दौरान हुई थी.</p>
<p style="text-align: justify;">टॉमहॉक मिसाइल को सतह से चाहे वह युद्धपोत हो या पनडुब्बी Mk 41 वर्टिकल लॉन्च सिस्टम के ज़रिए लॉन्च किया जाता है. इसकी कीमत करीब 2 मिलियन डॉलर (लगभग 16-17 करोड़ रुपये) बताई जाती है.</p>
<h3 style="text-align: justify;"><strong>तकनीकी खूबियां:</strong></h3>
<ul style="text-align: justify;">
<li>लंबाई: 18.3 फीट</li>
<li>वजन: 3,200 पाउंड (बूस्टर के साथ 4,400 पाउंड)</li>
<li>वारहेड: 1,000 पाउंड का पारंपरिक विस्फोटक या क्लस्टर बम</li>
<li>रफ्तार: लगभग 550 मील/घंटा (Mach 0.74)</li>
<li>रेंज: 1,550 से 2,500 किलोमीटर (1,000–1,500 मील)</li>
<li>सटीकता: GPS, इनर्शियल नेविगेशन और टेरेन-मैचिंग तकनीक से 10 मीटर के भीतर टारगेट पर वार करती है</li>
</ul>
<h2 style="text-align: justify;"><strong>ट्रंप और नेतन्याहू की ‘टीम वर्क'</strong></h2>
<p style="text-align: justify;">ट्रंप ने ईरान पर हमलों की घोषणा Truth Social पर करते हुए कहा कि यह एक संयुक्त सैन्य अभियान था, जिसमें अमेरिका और इजरायल ने साथ मिलकर काम किया. उन्होंने इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू का धन्यवाद करते हुए कहा, "हमने एक टीम की तरह काम किया, जैसी दुनिया ने पहले शायद ही कभी देखी हो.</p>
<p style="text-align: justify;">हमने एक बड़ा खतरा खत्म करने की दिशा में लंबी छलांग लगाई है." ट्रंप ने कहा, "ईरान पिछले 40 सालों से अमेरिका और इजरायल के खिलाफ ‘मौत’ के नारे लगाता रहा है. हमारे सैनिकों को घायल करता रहा है. अब समय है कि ये सब खत्म हो. अगर ईरान बाज नहीं आया, तो अगली बार हम और भी बड़ा हमला करेंगे और आसानी से करेंगे."</p>
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