India vs England Test: शुभमन गिल की कप्तानी में टीम इंडिया का एक नया अध्याय शुरू हो रहा है, अधिकतर युवा खिलाड़ियों से सजी भारतीय क्रिकेट टीम इंग्लैंड में जीतकर इतिहास रचना चाहती है. लेकिन ये आसान नहीं होने वाला, क्योंकि इस दौरे पर टीम इंडिया की कुछ कमजोरियां भी हैं.
एमएस धोनी, विराट कोहली की कप्तानी में भारतीय टीम ने इंग्लैंड में कुल 4 बार टेस्ट सीरीज खेली, लेकिन एक में भी जीत नहीं हासिल कर सकी. 3 इंग्लैंड ने जीती और 1 ड्रा रही. अब आप समझ सकते हो कि इंग्लैंड में जीतना कितना मुश्किल है, ऊपर से इस बार टीम में अधिकतर प्लेयर्स यंग हैं. हालांकि उनमें जोश की कमी बिलकुल नहीं है, लेकिन फिर भी 5 ऐसी बड़ी कमजोरियां हैं जो टीम इंडिया का सिरदर्द बनी हुई है.
जसप्रीत बुमराह पर निर्भर
भारतीय टीम के लिए सबसे बड़ी राहत की बात है कि अनुभवी गेंदबाज जसप्रीत बुमराह इस दौरे में हैं, जो किसी भी बल्लेबाजी यूनिट को धराशाई करने का दम रखते हैं. हालांकि उनपर पूरी तरह निर्भर नहीं रहा जा सकता, क्योंकि चीफ सिलेक्टर अजीत अगरकर ने टीम ऐलान के समय ही बता दिया था कि बुमराह शायद सभी मैच न खेलें. खुद बुमराह ने भी पुष्टि कर दी है कि वो 3 ही टेस्ट खेलेंगे, इसलिए उन्होंने कप्तानी संभालने से मना किया. ऐसे में गिल को उम्मीद होगी कि अर्शदीप सिंह, प्रसिद्ध कृष्णा, शार्दुल ठाकुर जैसे खिलाड़ी अच्छा करें. रवींद्र जडेजा और कुलदीप पर भी जिम्मेदारी होगी.
स्विंग के सामने परेशानी
इंग्लैंड में आपको इंतजार करके खेलना होता है लेकिन भारतीय बल्लेबाज इसमें इतने अच्छे नहीं हैं, और जब स्विंग हो रही हो तो ऐसा करना और भी मुश्किल होता है. इंग्लैंड की पिचें तेज गेंदबाजों को मदद करती है, गेंद अधिक स्विंग होती है, असमान उछाल रहता है और भारतीय बल्लेबाज स्विंग के सामने बहुत अच्छे नहीं हैं. यहां तक कि कप्तान शुभमन गिल भी स्विंग को बहुत अच्छे से नहीं खेल पाते. करुण नायर महत्वपूर्ण हो सकते हैं, उन्हें इंग्लैंड में खेलने का अनुभव भी है लेकिन बड़ी बात ये हैं कि अंतर्राष्ट्रीय में वह 7 साल बाद वापसी कर रहे हैं, तो क्या इसका प्रेशर भी उन पर होगा. केएल राहुल से भी बेहतर की उम्मीद है, उन्होंने अभ्यास मैच में भी शानदार बल्लेबाजी की थी और इंग्लैंड लायंस के खिलाफ शतक जड़ा था.
शुभमन गिल का रिकॉर्ड
शुभमन गिल का विदेशी जमीन पर रिकॉर्ड बहुत अच्छा नहीं है, टेस्ट की बात करें तो उंनका औसत 35 का है. स्विंग होती गेंदों पर उन्हें परेशानी होती है और इंग्लैंड में तो ऐसा सभी मैचों में होगा. शुभमन गिल को कुछ ऐसा करना होगा जो विराट कोहली ने 2018 में किया था. कोहली 2014 में इंग्लैंड में 10 पारियों में 134 रन ही बना पाए थे, लेकिन इसके बाद जब वह 2018 में लौटे तो अलग ही रूप में नजर आए. उन्होंने सीरीज में 593 रन बनाए, जो सीरीज में किसी एक बल्लेबाज द्वारा सबसे ज्यादा रन थे. इस दौरान उन्होंने 2 शतक और 3 अर्धशतक जड़े थे.
फील्डिंग को सुधारना होगा
भारतीय प्लेयर्स की फील्डिंग भी हमेशा से एक बड़ी समस्या रही है. विराट के होने से फील्डिंग डिपार्टमेंट में अलग उत्साह होता था, अब वह नहीं होंगे तो ये कैसा होगा? ये देखना दिलचस्प होगा. इंग्लैंड में ड्यूक्स गेंद बहुत स्विंग होती है, यहां अक्सर हवाएं भी तेज चलती हैं तो कैच पकड़ना आसान नहीं होता. ऐसे में स्लिप कैचों और फील्डिंग का अभ्यास महत्वपूर्ण रहेगा.
भारतीय बल्लेबाजों में अनुभव की कमी
इस टीम में विराट कोहली, रोहित शर्मा के जाने से बहुत बड़ा असर पड़ा है, बैटिंग क्रम बदलने पड़ेंगे. कई युवा प्लेयर्स को मौका मिलेगा, लेकिन क्या वो इंग्लैंड में खेलने का दबाव महसूस कर पाएंगे? अच्छे अच्छे बल्लेबाज इंग्लैंड में आसानी से खेल नहीं पाते, उनके लिए भी मुश्किल होती है. भारतीय बैटिंग लाइन अप में अनुभव की कमी नजर आ रही है. इसलिए केएल राहुल, ऋषभ पंत को अच्छा करना होगा.
भारत में कहां देखें लाइव क्रिकेट मैच
इंडिया बनाम इंग्लैंड टेस्ट मैचों का लाइव प्रसारण सोनी स्पोर्ट्स नेटवर्क पर होगा. जियोहॉटस्टार पर लाइव स्ट्रीमिंग होगी. भारतीय समयनुसार मैच दोपहर 3:30 बजे से शुरू होंगे.