शेयर बाजार पर नहीं हुआ ईरान-इजरायल जंग का असर, सेंसेक्स में दिखी 677 अंकों की तेजी

शेयर बाजार पर नहीं हुआ ईरान-इजरायल जंग का असर, सेंसेक्स में दिखी 677 अंकों की तेजी


भारतीय शेयर बाजार ने सोमवार के दिन धीमी शुरुआत की थी, लेकिन दिन चढ़ते-चढ़ते निवेशकों का भरोसा लौटा और बाजार ने जबरदस्त रिकवरी की. Sensex में 677 अंकों (0.84 फीसदी) की तेजी आई और यह 81,796 पर बंद हुआ. वहीं Nifty 50 ने 227.90 अंकों (0.90 फीसदी) की छलांग लगाकर 24,946.50 का स्तर छू लिया. मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में भी 1 फीसदी की तेजी देखने को मिली.

ईरान-इजरायल तनाव के बावजूद क्यों चढ़ा बाजार?

जहां एक ओर पश्चिम एशिया में तनाव बना हुआ है, वहीं भारतीय बाजार ने उस डर को दरकिनार करते हुए सकारात्मक मूड दिखाया. एक्सपर्ट्स के मुताबिक, इस तेजी के पीछे कई अहम वजहें रही हैं, जिनमें राजनीतिक संकेतों से लेकर तकनीकी समर्थन तक शामिल हैं.

ट्रंप की पहल से सुलह की उम्मीदें

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म Truth Social पर यह कहा कि ईरान और इजरायल को बातचीत से रास्ता निकालना चाहिए. उन्होंने यह भी दावा किया कि जैसे उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच वार्ता का माहौल बनाया था, वैसे ही यहां भी संभव है. इस संकेत ने वैश्विक निवेशकों को आश्वस्त किया कि शायद संघर्ष को बातचीत से रोका जा सकता है, जिससे बाजार की धारणा मजबूत हुई.

हालिया गिरावट के बाद शॉर्ट कवरिंग का असर

पिछले कुछ कारोबारी सत्रों में हुई गिरावट के चलते बाजार ओवरसोल्ड स्थिति में पहुंच गया था. ऐसे में कई निवेशकों ने शॉर्ट कवरिंग की, यानी गिरावट पर लिए गए दांव को वापस लेकर खरीदारी की. इससे मांग में अचानक उछाल आया और प्रमुख इंडेक्स ऊपर चढ़े. जानकारों का मानना है कि ऐसे अनिश्चित समय में लॉन्ग टर्म निवेशक बेहतर वैल्यू पर स्टॉक्स खरीदते हैं, जो बाजार को सहारा देता है.

कच्चे तेल की कीमतों में स्थिरता

हालांकि शुक्रवार को ब्रेंट क्रूड में तेज उछाल देखा गया था, लेकिन सोमवार को कीमतें 80 डॉलर प्रति बैरल के नीचे बनी रहीं. इससे निवेशकों को भरोसा मिला कि भारत जैसी आयात-निर्भर अर्थव्यवस्था पर लागत का बड़ा दबाव नहीं पड़ेगा. तेल कीमतें स्थिर रहने से कॉर्पोरेट प्रॉफिट मार्जिन पर भी नकारात्मक असर की आशंका कम हो जाती है.

भारत की मजबूत आर्थिक तस्वीर बनी सहारा

देश में महंगाई में कमी और सामान्य से बेहतर मानसून की उम्मीदें भारतीय अर्थव्यवस्था को मजबूती देती दिख रही हैं. विश्व बैंक ने भारत की जीडीपी ग्रोथ को FY26 में 6.3 फीसदी, FY27 में 6.5 फीसदी और FY28 में 6.7 फीसदी रहने का अनुमान दिया है. इन आंकड़ों ने बाजार में मीडियम और लॉन्ग टर्म की दृष्टि से निवेशकों का भरोसा मजबूत किया है.

तकनीकी संकेत भी रहे सकारात्मक

सोमवार को Nifty 50 ने 24,950 का स्तर फिर से छू लिया, जो कि एक अहम तकनीकी स्तर माना जा रहा था. विश्लेषकों के मुताबिक, अगर निफ्टी 24,750 से ऊपर बना रहता है, तो बाजार में तेजी का सिलसिला 25,000 से ऊपर भी जा सकता है. Axis Securities ने अपने विश्लेषण में बताया कि यदि निफ्टी 24,649 के ऊपर ट्रेड करता है, तो यह 25,106 तक भी जा सकता है.

खतरा अभी टला नहीं

हालांकि बाजार ने आज दमदार प्रदर्शन किया है, लेकिन भू-राजनीतिक हालात अब भी संवेदनशील बने हुए हैं. निवेशकों को सतर्कता बनाए रखनी होगी, क्योंकि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर किसी भी अप्रत्याशित घटना का असर बाजार पर तेज़ी से पड़ सकता है. फिलहाल बाजार में भरोसा दिख रहा है, लेकिन सावधानी से उठाया गया हर कदम ही निवेशकों को स्थायित्व दिला सकता है.

डिस्क्लेमर: (यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना हेतु दी जा रही है. यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है. निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें. ABPLive.com की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है.)

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