जाॅइंट में पेन, यानी शरीर में यूरिक एसिड की मात्रा बढ़ने का लक्षण. आखिर यूरिक एसिड की मात्रा बढ़ती क्यों है? इसको लेकर लोगों के मन में एक आम धारणा बन गई है कि प्रोटीन रिच फूड के सेवन से ऐसा होता है. लेकिन क्या ये वाकई सच है? अब आपके मन ये सवाल कभी नहीं उठेगा, आइए जानते हैं…
क्या प्रोटीन से बढ़ता है यूरिक एसिड?
इसका सीधा एक शब्द में जवाब है नहीं. हेल्थ एक्सपर्ट्स के अनुसार बाॅडी में यूरिक एसिड का लेवल बढ़ने के पीछे कारण प्रोटीन नहीं, बल्कि प्यूरीन होता है. सुनने में दोनों एक जैसे लगते हों, लेकिन ये दोनों एक-दूसरे से बिल्कुल अलग होते हैं.
कहां पाया जाता है प्यूरीन?
प्यूरीन सभी जीवित चीजों की कोशिकाओं में पाए जाते हैं, जिनमें मनुष्य, जानवर और पौधे शामिल हैं. इसलिए उन्हें आहार से पूरी तरह खत्म करने का कोई तरीका नहीं है. हेल्थ एक्सपर्ट्स के अनुसार कुछ फूड प्रोडक्ट में प्यूरीन की मात्रा अन्य की तुलना में अधिक होती है, जैसे कि ऑर्गन मीट, सीफूड आदि. हालांकि सभी प्रोटीन समस्या की वजह नहीं बनते हैं.
क्या होती है समस्या?
हेल्थ एक्सपर्ट्स के अनुसार प्राॅब्लम तब शुरू होती है जब ये बाॅडी में टूटकर यूरिक एसिड में बदल जाता है. जो बाॅडी में गाउट, किडनी स्टोन, आर्थराइटिस की वजह बन सकता है, जिससे जाॅइंट्स में पेन और सूजन आदि भी समस्या हो सकती है.
तो क्या प्रोटीन रिच डाइट से कर लें ताैबा?
यदि बाॅडी में यूरिक एसिड की मात्रा अधिक बढ़ी हुई है तो भी प्रोटीन फूड छोड़ने की जरूरत नहीं है. हेल्थ एक्सपर्ट्स के अनुसार पूरी तरह से प्रोटीन फूड को अवाॅइड करने की बजाय हमें इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि जो फूड हम खा रहे हैं उससे बाॅडी को कितना प्रोटीन या प्यूरीन मिल रहा है. एनिमल प्रोडक्ट जैसे रेड मीट, ऑर्गन मीट, कुछ सीफूड्स में बड़ी मात्रा में प्यूरीन पाया जाता है, जिससे शरीर में यूरिक एसिड बढ़ता है. प्लांट बेस्ड प्रोटीन के सोर्स जैसे बीन्स, दाल और डेयरी प्रोडक्ट आदि में कम मात्रा में प्यूरीन पाया जाता है, जो शरीर में कम मात्रा में यूरिक एसिड बनाते हैं. ऐसे में लो प्यूरीन-प्रोटीन बेस्ड बैलेंस्ट डाइट को फाॅलो करना बाॅडी के लिए उचित माना जाता है.
इनमें अधिक मात्रा में होता है प्यूरीन
- प्रोसेस्ड फूड
- अल्कोहल
- रेड मीट जैसे बीफ, लैंब, पोर्क
- ऑर्गन मीट जैसे लिवर, किडनी अन्य ऑर्गन मीट
- सीफूड्स जैसे एन्कोवीज, सार्डिन, मसल्स, स्कैल्पस
- शुगर ड्रिंक्स जैसे सोडा और मीठे ड्रिंक, जिनमें फ्रक्टोज की मात्रा अधिक होती है. ये यूरिक एसिड बढ़ने के खतरे को बढ़ा सकते हैं.
यूरिक एसिड से प्राॅब्लम
- जोड़ों में दर्द और सूजन
- जोड़ों में अकड़न
- अधिक प्यास लगना
- अत्यधिक थकान फील होना
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Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.
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