India-Pakistan: 7 जून 2025 को मंगल का सिंह राशि में प्रवेश होने वाला है, जहां केतु पहले से ही विराजमान है. ऐसे में सिंह राशि में मंगल और केतु की युति बनेगी और यह युति 28 जुलाई 2025 तक बनी रहेगी. मंगल-केतु की इस युति का भारत-पाकिस्तान सिंधु विवाद पर क्या प्रभाव पड़ेगा. भारत और पाकिस्तान में से कौन उखाड़ेगा गड़े मुर्दे, जो बनेंगे युद्धजन्य परिस्थितियों का कारण. क्या फिर से पाकिस्तान मुंह की खाएगा, जानते हैं ज्योतिष के माध्यम से.
क्या फिर से आतंकी गतिविधियो को अंजाम देगा पाकिस्तान
पाकिस्तान की मेष लग्न की कुंडली में पंचम भाव में यह युति बनने वाली है, जिसमें मंगल लग्न और अष्टम भाव का स्वामी है. लग्न अर्थात स्वयं पाकिस्तान और अष्टम भाव अर्थात गहरे जल स्थान का भाव. इन दोनों का स्वामी मंगल अग्नि तत्व की राशि में जाकर केतु से पीड़ित है. यह युति पाकिस्तान के लिए बिल्कुल अच्छी नहीं कही जा सकती है. पंचम भाव में केतु मंगल पाकिस्तान के दिमाग में फिर किसी आतंकी गतिविधियो को अंजाम देने के संकेत दे रहे हैं और यह जल संबंधित विवाद होने की प्रबल संभावना है.
जैसा कि सिंधु नदी को लेकर विवाद लंबे समय से चला आ रहा है और यह विवाद पाकिस्तान के लिए एक कड़ी चुनौती बन गया है जिसे पार कर पाना पाकिस्तान के लिए असंभव सा प्रतीत होता है. इसी को लेकर पाकिस्तान कुछ गड़े मुर्दे उखाड़ने का प्रयास कर सकता है. सिन्धु और POK की शर्त पाकिस्तान के लिए सबसे बड़ी समस्या है जिसे सुलझाने में पाकिस्तान समर्थ ही रहेगा. भारत सरकार के अनुसार POK और सिंधु जल समझौते के अलावा और कोई बात नहीं होगी. पाकिस्तान POK देने के लिए मानेगा नहीं और बिना POK के अभी भारत पाकिस्तान को जल नहीं देगा.
मंगल केतु की युति इस विवाद की चिंगारी को हवा देने वाली है, पाकिस्तान अपनी बेबुनियाद जिद्द पर अड़ा रहेगा और भारत पर पुनः आतंकी हमला करने का प्रयास कर सकता है. इस समय पाकिस्तान भारत पर अचानक हमला कर के भारत की सुरक्षा पर कुछ समय के लिए हावी होता प्रतीत होने लगेगा, लेकिन पाकिस्तान की गर्दन शीघ्र ही भारतीय सेना के हाथ में आ जाएगी. सिन्धु जल विवाद अभी सुलझता नजर नहीं आ रहा है, लेकिन गोचरीय स्थिति पाकिस्तान के लिए अच्छी नहीं हैं.
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