India relaunches visa services for Afghanistan: पड़ोसी देश पाकिस्तान के साथ संबंधों में तनाव के बीच भारत और अफगानिस्तान के संबंधों में नजदीकी बढ़ रही है. तालिबान के साथ संबंधों में गर्मजोशी बढ़ाने के बीच भारत ने अफगान नागरिकों के लिए वीजा सेवाओं को फिर से शुरू कर दिया है. हालांकि, शुरुआती तौर पर भारत अफगानिस्तान के बीमार लोगों को मामलों के आधार पर वीजा जारी करेगा.
केंद्र सरकार ने आधिकारिक वीजा पोर्टल indianvisaonline.gov.in पर एक नोटिफिकेशन जारी कर दिया है. इसके माध्यम से केंद्र सरकार ने ‘न्यू अफगान वीजा’ मॉड्यूल लॉन्च कर दिया है. इसमें छह कैटेगरी के वीजा को शामिल किया गया है. हालांकि, उच्चस्तरीय सूत्रों के हवाले से ईटी ने कहा, भारत सरकार अफगानिस्तान के नागरिकों के लिए स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं की गंभीरता के आधार पर वीजा को प्राथमिकता देगी.
भारत सरकार ने वीजा पोर्टल को किया अपडेट
भारत सरकार ने अपने आधिकारिक वीजा पोर्टल को अपडेट कर दिया है. इस नए अपडेट किए गए पोर्टल पर वीजा की कैटेगरी में स्टूडेंट, बिजनेस, मेडिकल, मेडिकल अटेंडेंट, एंट्री और यूनाइटेड नेशन डिप्लोमेट (UN Diplomat) वीजा को शामिल किया है. वीजा जारी कराने के लिए आवेदकों को एक हाल की खींची गई फ्रंट-फेसिंग फोटो के साथ अपने पासपोर्ट और राष्ट्रीय पहचान पत्र को अपलोड करना आवश्यक है. इस कागजातों में आवेदक के नाम, जन्मतिथि, राष्ट्रीयता और एक्सपायरी डेट समेत निजी जानकारी शामिल होनी चाहिए.
भारत और तालिबानी शासन के बीच बढ़ रहे कूटनीतिक संपर्क
भारत की ओर से अफगान नागरिकों के लिए फिर से वीजा सेवाओं की शुरुआत भारत और तालिबानी शासन के बीच बढ़ते कूटनीतिक संपर्क के माध्यम से उठाया गया है. पिछले महीने भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने तालिबान के विदेश मंत्री आमिर खान मुत्ताकी से फोन पर बातचीत की थी. इस दौरान मुत्ताकी ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले की निंदा की, जिसके लिए एस. जयशंकर ने उनका धन्यवाद किया था.
अफगानिस्तान की तालिबानी सरकार अंतरराष्ट्रीय व्यापार करने के लिए इंटरनेशन नॉर्थ-साउथ ट्रांसपोर्ट कॉरिडोर (INSTC) और चाबहार पोर्ट, दोनों का इस्तेमाल करना चाहता है, जिससे तालिबान पाकिस्तानी बंदरगाहों पर अपनी निर्भरता को कम कर सके. हालांकि, भारत-अफगानिस्तान-ईरान पहले ही चाबहार पोर्ट को लेकर एक त्रिपक्षीय समझौते पर सहमति जता चुके हैं.