Jaffar Express Train Hijacking Video: बलूचिस्तान में दो महीने पहले 450 यात्रियों से भरी जाफर एक्सप्रेस ट्रेन को हाईजैक कर लिया गया था. इस काम को बलूच लिबरेशन आर्मी (बीएलए) किया था. अब उसकी मीडिया ब्रांच हक्कल ने अपने ऑपरेशन पूरी जानकारी दी है और इससे जुड़ा लगभग आधे घंटे का एक वीडियो भी जारी किया.
पाकिस्तान से बलूचिस्तान को अलग करने की मांग करने वाले अलगाववादी ग्रुप बलूच लिबरेशन आर्मी ने 11 मार्च को रेलवे पटरियों को उड़ा देने के बाद पेशावर जाने वाली जाफर एक्सप्रेस को हाईजैक कर लिया था. दर्रा-ए-बोलन 2.0 नाम से चला यह अभियान दो दिनों तक चला, जब बीएलए के लड़ाकों ने ट्रेन को हाईजैक कर लिया और यात्रियों को बंधक बना लिया. इसके बाद पूरे पाकिस्तान में दहशत फैल गई.
बीएलए ने किया असीम की फौज को बेनकाब
मामले पर पाकिस्तान ने दावा किया था कि बलूच विद्रोहियों को भारी नुकसान उठाना पड़ा. असीम मुनी की फौज के इस दावे की कलई वीडियो जारी करके खोल दी. वीडियो में ऑपरेशन का विवरण दिया गया है और इसमें बताया गया कि कैसे इसे हाईजैक करने की योजना बनाई गई और कैसे इस ऑपरेशन को अंजाम दिया. वीडियो में बलूच विद्रोहियों को ऑपरेशन की योजना बनाते हुए, ट्रेन पर हमला करने से पहले युद्ध संबंधी जानकारी और ट्रेनिंग लेते हुए दिखाया गया है.
2 दिनों तक बंधक बने रहे पाकिस्तानी अधिकारी
वीडियो में यह भी दिखाया गया है कि कैसे बलूच विद्रोहियों ने ट्रैक पर बम विस्फोट किया और ट्रेन को हाईजैक कर लिया. साथ ही 200 से अधिक पाकिस्तानी अधिकारियों को दो दिनों तक बंधक बनाये रखा. इसमें महिलाओं, बच्चों और बुजुर्गों को ट्रेन से सुरक्षित बाहर ले जाने के दृश्य भी शामिल हैं, जो पाकिस्तानी सेना के उस बयान को झूठा साबित करता है जिसमें उसने इस घटना को क्रूर बताया था.
Monitoring:
Baloch Liberation Army media #Hakkal published video of the #JaffarExpress Hijack (Operation Darra-E-Bolan 2.0)#Balochistan pic.twitter.com/ClxM6VIOsy
— Bahot | باہوٹ (@bahot_baluch) May 18, 2025
‘इसके अलावा कोई ऑप्शन नहीं बचा’
वीडियो की शुरुआत एक बयान से होती है, जिसमें बीएलए का लड़ाका कहता है, “हमारा संघर्ष और युद्ध ऐसे मोड़ पर आ गया है जहां हमें ऐसे महत्वपूर्ण निर्णय लेने हैं. हमारे युवा ऐसे कदम उठाने के लिए तैयार हैं, क्योंकि वे जानते हैं कि ऐसे निर्णयों के अलावा कोई अन्य विकल्प नहीं बचा है. बंदूक को रोकने के लिए बंदूक की जरूरत होती है. गोली से निकलने वाली आवाज एक प्लाइंट तक पहुंच सकती है.”
ये लड़ाका आगे कहता है, “बलूच युवाओं ने आज बिना किसी हिचकिचाहट के दुश्मन पर हमला करने और अपनी जान की परवाह किए बिना हमला करने का फैसला किया है. आज अगर एक बेटा अपने पिता को छोड़कर अपनी जान कुर्बान कर रहा है, तो एक पिता भी अपने बेटे को छोड़कर अपनी जान कुर्बान कर रहा है.” इसके बाद वीडियो में बीएलए के लड़ाकों की ट्रेनिंग के दृश्य दिखाए गए हैं, जिसमें एक शख्स हर एक विद्रोही की स्थिति के बारे में बताता है.
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