China Richest Man: चीन की सबसे बड़ी बोतलबंद पानी कंपनी नोंगफू स्प्रिंग के फाउंडर झोंग शान्शान चीन के सबसे अमीर शख्स हैं. उनके पास इतनी दौलत है कि वह कभी बिजनेस टायकून मुकेश अंबानी से भी अमीर आदमी थे. शान्शान वैक्सीन और हेपेटाइटिस टेस्ट किट बनाने वाली फार्मा कंपनी वानताई बायोलॉजिकल फ़ार्मेसी एंटरप्राइज में भी हिस्सेदारी है. साल 2021 में वह पहली बार तब सुर्खियों में आए, जब वह मुकेश अंबानी को पछाड़ते हुए एशिया के सबसे अमीर आदमी बन गए.
कौन हैं झोंग शान्शान?
1954 में चीन के पूर्वी भाग में बसे शहर हांग्जो में पैदा हुए झोंग शान्शान ने चीन के सांस्कृतिक क्रांति के दौरान स्कूल छोड़ दिया और कंस्ट्रक्शन से जुड़े कामों में लग गए. 1970 के दशक में शान्शान ने एक कॉलेज में दाखिला लेने की कोशिश की थी, लेकिन दो-दो बार वह एंट्रेंस टेस्ट पास नहीं हो पाए. इसके बाद उन्हें एक ओपन यूनिवर्सिटी से अपनी पढ़ाई पूरी करनी पड़ी.
बाद में उन्होंने एक जर्नलिस्ट के तौर पर भी काम किया. 1988 में नौकरी छोड़ने से पहले पांच साल तक झेजियांग डेली में एक रिपोर्टर के तौर पर भी काम किया. इसके बाद चीनी द्वीप हैनान में उन्होंने मशरूम की खेती में अपना हाथ आजमाया और बाद में झींगा और कछुए भी बेचे. इन कामों में उन्हें सफलता नहीं मिली, तो उन्होंने वहाहा बेवरेजेस कंपनी में सेल्स एजेंट के तौर पर काम किया. फिर हेल्थकेयर सप्लीमेंट्स बेचना शुरू किया.
1993 में पलटी किस्मत
उन्हें बड़ा ब्रेक 1993 में मिला, जब उन्होंने हेल्थकेयर ब्रांड यांगशेंगटैंग की स्थापना की और सितंबर 1996 में पेय कंपनी नोंगफू स्प्रिंग की नींव रखी. सितंबर 2020 में, नोंगफू स्प्रिंग एक सार्वजनिक रूप से कारोबार करने वाली कंपनी बन गई और हांगकांग स्टॉक एक्सचेंज में कारोबार करना शुरू कर दिया, जिसके चलते शान्शान की संपत्ति में गजब का उछाल देखने को मिला. फोर्ब्स रियल टाइम बिलियनेयर्स लिस्ट के अनुसार, 16 मार्च, 2025 तक झोंग शान्शान की कुल संपत्ति 58.8 बिलियन डॉलर है. इसी के साथ वह चीन के पहले और दुनिया के 26वें सबसे अमीर आदमी हैं.
ये भी पढ़ें:
अब राशन की दुकानों में मिलेंगे बढ़िया क्वॉलिटी के चावल, टूटे हुए दाने कम करने के लिए सरकार ने उठाया बड़ा कदम