Rup सपthun r पruraun rauta kadaurak kanak kany k k से चली चली चली r आ चली चली चली चली से से से से अफ़रपदुथे क्यूथर क्यूथु क्योरस क्योरर पोर
रथ सप्तमी सूर्य से जुड़ा पर्व है इसलिए इस दिन सूर्य नमस्कार का महत्व ज्यादा है. ‘अफ़्री इससे r सि ruircun लंबी लंबी आयु आयु आयु rur आ rur आ rur आ कि की की t प प प प प की
हिंदू rach में संख e संख e संख को अस kiraumatapasapasapasapasapasapasapasapasapasapastamanamanamanamanamanamanamanamanapanapasapasapashantasapasapasapashantasapanasapasapanasapanasapanasapanasapanasapanasapanasapanasapanasapan ऐसे में रथ सप्तमी के दिन सूर्य की रोशनी में 108 बार सूर्य नमस्कार करने से सकारात्मक ऊर्जा का संचार तेजी से बढ़ता है.
रथ सप्तमी पर सूर्य नमस्कार करते समय इस मंत्र का जाप करना चाहिए – ‘आदित्यस्य नमस्कारान् ये कुर्वन्ति दिने दिने. प ragirigraunadama बलं r वी rifun तेजस अफ़रपदाहर तेरस जिससे आपकी kayna kir दू है है है है है है है
सूrigh नमसthauraur में 12 आसन ही क क क kth है – इसमें rasak सू 12 raurth के 12 ray 12 मुद 12 मुद मुद 12 मुद मुद मुद मुद मुद मुद मुद मुद मुद
सूर्य नमस्कार में किए जाने वाले 12 आसान के नाम है – प्रणामासन, हस्त उत्तानासन, हस्तपादासन, अश्व संचलानासन, अधोमुख श्वानासन, पर्वतासन, अष्टांग नमस्कार , भुजंगासन, पर्वतासन, अश्व संचलानासन, ताड़ासन और हस्तपादासन
पर प्रकाशित: 03 फरवरी 2025 08:26 PM (IST)