भारतीय अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स ने 2025 में अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर 16 सूर्योदय और सूर्यास्त का अनुभव किया
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आईएसएस की कक्षा पृथ्वी के चारों ओर घूमती रहती है, जिससे वहां के चालक दल को हर 90 मिनट में सूरज उगते और अस्त होते दिखाई देते हैं। इससे सुनीता और उनके साथियों को एक दिन में 16 बार सूर्योदय और सूर्य दर्शन का दुर्लभ अवसर मिला।

आईएसएस के आधिकारिक सोशल मीडिया हैंडल पर एक पोस्ट में इस अवसर को सेलिब्रेट किया गया। पोस्ट में लिखा था, “जैसे ही 2024 समाप्त हो रहा है एक्सप 72 के चालक दल को नए साल के दौरान 16 सूर्योदय और सूर्य का अनुभव होगा। यहां कई प्राचीन अंतरिक्ष स्टेशन से ली गई सूर्य की तस्वीरें दी गई हैं।”

सुनीता विलियम्स ने अपने और चालक दल के साथ पृथ्वी की प्रशंसा करते हुए नए साल के मौके पर 16 सूर्योदय और सूरज को देखा जो अंतरिक्ष में रहने का एक अद्भुत अनुभव था। यह दर्शन निश्चित रूप से एक अविस्मरणीय पल होगा।

सुनीता विलियम्स आईएसएस पर जून 2024 से रेस्तरां हैं। शुरुआत में उनका मिशन 8 दिनों का था, लेकिन तकनीकी सिद्धांतों का विस्तार किया गया और अब यह मिशन मार्च 2025 तक जारी रहेगा।

सुनीता ने कहा कि उन्हें क्रिसमस का त्योहार बेहद पसंद है और इसकी तैयारी और सामूहिक आनंद का अनुभव बहुत खास है। उन्होंने बताया कि इस समय का सबसे अच्छा हिस्सा यह है कि जब सभी एक साथ मिलकर तैयारियाँ करें।

सुनीता और उनके चालक दल ने अंतरिक्ष में काम करने वाली जमीन पर टीम का कार्यभार संभाला। सुनीता ने कहा कि ये टीम ग्लोबल मिशन कंट्रोल्स में काम कर रही है और उनके एपिसोड में ही मेहनत और बलिदान की वजह से उनका मिशन पॉसिबल हो रहा है।

सुनीता और उनके चालक दल ने इस मिशन के दौरान अंतरिक्ष में क्रिसमस भी मनाया। नासा की ओर से शेयर किए गए वीडियो में देखा गया कि अंतरिक्ष स्टेशन पर उत्सव की पोशाक में एक क्रिसमस ट्री और सजावट की तैयारी कर रहा था।
प्रकाशित: 01 जनवरी 2025 03:09 अपराह्न (IST)
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