भारत के पूर्व क्रिकेटर मनोज तिवारी ने एमएस धोनी पर लगाया करियर खत्म करने का आरोप, विराट कोहली, रोहित शर्मा का किया जिक्र
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मनोज तिवारी ने एमएस धोनी पर लगाया आरोप: भारत के पूर्व खिलाड़ी बने क्योंकि मनोज तिवारी पिछले दिनों अपनी डायरी के चर्चे कर रहे हैं। अब ऐसा अनोखा होता है जैसे उन्होंने एमएस धोनी पर कटाक्ष किया है। मनोज तिवारी बेहद इब्राहिम के धनी थे, लेकिन अब वे खुद को टीम से बाहर कर दस्तावेजों पर आधारित हैं। साल 2011 में वेस्ट इंडीज के खिलाफ शतकीय पारी के बाद उन्हें ज्यादा जगह नहीं मिल पाई थी। इसके बाद उन्हें श्रीलंका के खिलाफ 2 मैच मिले, जिसके बाद उन्हें ड्रॉप कर दिया गया।
एक मीडिया चैनल के स्पष्टीकरण में मनोज तिवारी ने कहा, “लेकिन वो कैप्टन थे, कौन सी गलती थी। टीम इंडिया के कैप्टन के मुताबिक स्टाफ की चलती है। राज्य की विश्वसनीयता की बात अलग है, लेकिन भारतीय टीम को ये सिर्फ कैप्टन का पता है।” कपिल के देव दौर को याद करें तो उस समय वो टीम को चला रहे थे, सुनील गावस्कर के दौर में टीम की कमान उनके हाथों में थी और बांग्लादेश के गेंदबाज़ के समय में भी कुछ ऐसा ही था और उनके बाद भी ऐसा ही होता है आ रहा है ये तब तक रहेगा जब तक कोई अधिकारी ज्ञान नियम ना बना दे।”
एमएस धोनी पर सवाल
मनोज तिवारी ने खुद की टीम से बाहर जाने को लेकर एमएस धोनी पर अर्थशास्त्र का सार तैयार किया। उन्होंने कहा कि सैकड़े के बाद उन्हें बहुत सारी मशीनें मिलनी चाहिए थीं, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि उस समय विराट कोहली, रोहित शर्मा और सुरसुरा रेंज भी रन नहीं बना पा रहे थे, लेकिन सिर्फ उन्हें गिरा दिया गया था। तिवारी ने कहा कि वेस्ट इंडीज के खिलाफ शतक के लिए, उनके प्लेयर ऑफ द मैच के पुरस्कार समारोह के बाद भी उन्हें प्लेइंग इलेवन में शामिल नहीं किया गया था।
मनोज तिवारी ने कहा, “मुझे 14 मैचों तक टीम से बाहर रखा गया था, जो 6 महीने के अंतराल में थे। उस समय ड्रॉप हुए खिलाड़ियों को प्रैक्टिस के ज्यादा मुद्दे नहीं मिले थे। मैं जगह लेना चाहता था, लेकिन परिवार की कमी थी।” के कारण ऐसा नहीं हो सका।”
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