चीन बांग्लादेश संबंध: भारत से विवाद के बीच चीन और बांग्लादेश के बीच करीबियां तेज़ नज़र आ रही हैं। बांग्लादेश के विदेश मंत्री तौहीद हुसैन सोमवार (20 जनवरी, 2025) को चीन के दौरे पर हैं। तौहीद हुसैन ने चीन की क्रांति में विदेश मंत्री वांग यी से भी मुलाकात की। मुलाकात में चीन की शी जिनपिंग सरकार ने बांग्लादेश की यूनुस सरकार को बड़ी राहत देने का फैसला किया है।
चीन सरकार के निर्णय के अनुसार, बांग्लादेश को जो कर्ज़ दिया गया था, उसे अवधी को 20 की जगह 30 साल कर दिया गया है। ना केवल कर्ज चुकाने की अवधि है बल्कि ब्याज ब्याज कम करने की भी बात कही है। इसी तरह के साथ चाइना की बेल्ट एंड रोड रोड (बीआरआई) योजना के लिए भी कमेंट इनिशिएटिव है।
बांग्लादेश ने चीन से की थी अपील
विदेश मंत्री से मुलाकात के बाद बांग्लादेश के विदेश मंत्री तौहीद चीन हुसैन की ओर से आधिकारिक बयान भी जारी किया गया, जिसमें कहा गया है, “विदेश मंत्री तौहीद हुसैन ने चीन से कर्ज की ब्याज दर 2-3 करने की अपील की है।” प्रतिशत से कम कर के 1 प्रतिशत कम हो जाए। इसी के साथ कर्ज को चुकाने की अवधि 20 साल की जगह 30 साल कर दी जाए. क्योंकि बांग्लादेश के पिछड़े रिकॉर्ड को लेकर चीन ने कर्ज़ चुकाया है और इसकी अच्छी अवधि को बढ़ाने की अपील स्वीकार कर ली है और रुचि की पेशकश को कम करने की कोशिश करने की भी सलाह दी है।
चीन सरकार बांग्लादेश के साथ मिलकर काम करना चाहती है
वहीं चीनी विदेश मंत्री वांग यी ने ताहिद हुसैन से मुलाकात के बाद कहा कि चीन बांग्लादेश के आर्थिक और सामाजिक विद्वानों के लिए रिहायशी इलाकों का समर्थन करता है। वहीं बांग्लादेश के अब के हालातों को देखते हुए विकास के लिए ऐसा निकाला अपनाएगा जो उनके हिट में रहे। वांग यी ने कहा कि चीन सरकार, बांग्लादेश के साथ दोस्ती गढ़ना, कम्यूनिटी संवाद और बेल्ट एंड रोड इनीशिएटिवा सहित कई सहयोगियों पर साथ काम करना चाहती है।
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