1400 साल पुराना रहस्य विदेशी अंगूठियाँ : ऑस्ट्रेलिया के मेलबर्न शहर में बने 1400 साल पुराने रहस्यमय एलियन रिंग्स का रहस्य रहस्य सुलझ गया है। इस रहस्य को आदिवासी समुदाय के लोगों से संबंधित बताया गया है। जांच से पता चला है कि ये रिंग्स असल में वुरुंदजेरी वोई-वुरुंग नाम के स्थानीय आदिवासी समुदाय के लोगों के समय में बने प्राचीन स्मारक हैं। इस क्षेत्र के पारंपरिक स्वामी रह रहे हैं।
वर्तमान में स्थानीय लोगों में रहस्यमयी रिंग्स को देखकर हैरानी होती है। वह एलियंस के घर या प्राकृतिक संरचना बनाये हुए थे। ऑस्ट्रेलियन आर्कियोलॉजी में प्रकाशित एक अध्ययन में एलियन रिंग्स के बारे में नई जानकारी दी गई है।
सन की एक रिपोर्ट के मुताबिक, ऑस्ट्रेलिया के पूर्वी हिस्से न्यू साउथ वेल्स और क्वींसलैंड में भी कभी इस तरह की 400 से ज्यादा संरचनाएं मौजूद थीं। लेकिन आज इनमें से केवल 100 के आसपास संरचनाएं ही मौजूद हैं। ऐसा माना जाता है कि जब यूरोपीय लोगों ने इस भूमि पर कब्ज़ा किया तो उन्होंने इसी तरह के अधिकांश छल्ले नष्ट कर दिये थे।
प्राचीन समय में जबड़ेबाज़ थे ऐसी अंगूठियाँ
प्राचीन काल में स्थानीय जनजातीय लोग मिट्टी खोदकर इसी से सैकड़ों मीटर चौड़ाई वृत्त खंड तोड़ते थे। आज भी ये रिंग्स आदिवासी लोगों के लिए ऐतिहासिक और सांस्कृतिक रूप से महत्वपूर्ण हैं। वुरुंदजेरी वोई-वुरुंग संस्कृति के उद्देश्य का कहना है कि इस रींग्स का उपयोग यूरोपीय व्यापार, उपनिवेशवाद और लोगों के उस समय के जीवन के विषयों पर विचार करने के लिए किया जाता है। इन रिंग्स को जनजातीय प्रतिद्वंद्वियों के लिए एक निष्पक्ष बैठक स्थल माना जाता है।
हजारों साल पहले बनी थीं ये अंगूठियां
मोटरसाइकिल की खोज से पता चला है कि ऑस्ट्रेलिया के मेलबर्न के ये रिंग्स 590 और 1400 साल पहले के बीच बनाए गए थे। इन रिंग्स को बनाने के लिए लोगों ने इस इलाके से जमीन और इमारतों की साफ-सफाई की, मिट्टी को खुरेचा और प्लास्टर के टुकड़े दिए। अध्ययन में यह भी पता चला कि उस समय के लोग अंगीठी जलाते थे और पत्थरों के उद्योग टूट जाते थे।