महाकुंभ 2025 अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद साधुओं के लिए महत्वपूर्ण नियम
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अखिल भारतीय एअर काउंसिल साधु-संतों, संतों और महंतों की सबसे बड़ी संस्था है। इस संगठन के अध्यक्ष सभी 13 अखाड़ों का संचालन करते हैं। अभी अखिल भारतीय एरीना काउंसिल के अध्यक्ष महंत रशियन पुरी हैं।

कुंभ मेला जैसे विशाल धार्मिक आयोजनों के अवसर पर साधु-संतों के मधुर प्रसंगों को रोकने के लिए एरिना काउंसिल की स्थापना हुई।

परंपरा के अनुसार शैव, वैष्णव और नाथ पंथ के संतों के मान्यता प्राप्त कुल 13 बौद्ध हैं। अखाड़ों का अपना एक अलग कानून होता है, जहां अखाड़ों के कानून के तहत गलतियां करने वालों को सजा दी जाती है।

अखाड़ों के कानून की शपथ नागा बनने की प्रक्रिया के दौरान बिगड़ती है। महाकुंभ में आए सभी 13 साथियों को जुर्म करने वाले साधुओं को एरिना काउंसिल सजा देती है।

छोटे फ़ालतू के सिद्ध साधुओं को ढोल के साथ गंगा में पाँच से लेकर 108 तक पहुँचने के लिए भेजा जाता है। पता चलने के बाद उसने भीगे कपड़े में ही देवस्थान पर अपनी सहूलियत के लिए माफी मांगी। फिर पुजारी पूजा स्थल पर रखे गए प्रसाद बेचने वाले उसे दोषमुक्त करते हैं।

विवाह, हत्या या हत्या जैसे मामलों में उसे स्नातक से बाहर कर दिया जाता है। उद्योग से निकलने के बाद ही इनपर भारतीय संविधान में वर्णित कानून लागू होता है।
पर प्रकाशित: 18 जनवरी 2025 10:15 पूर्वाह्न (IST)
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