
आपका दिल कितना जवान है, इसे पता (हृदय गति) से पता चल सकता है। आमतौर पर हमारा हार्ट पंप एक मिनट में 72 बार पंप करता है। अगर अचानक से यह हार्ट पंप लगाना बंद कर दे तो कुछ ही सेकंड में हम सहमत हो जाएंगे।

अगर फिर से यह पंप शुरू न हो तो तीन-चार मिनट में जान भी जा सकती है। यही कारण है कि हृदय गति का जीवित रहना जीवन के लिए अत्यंत आवश्यक है। क्योंकि येशी का कहना है कि दिल का ब्लड सही तरह से पंप हो रहा है या नहीं। ऐसे में आइए जानते हैं हार्ट रेट क्या होता है, किस तरह होता है और नॉर्म-डेंजर हार्ट रेट में क्या अंतर होता है…

हार्ट रेट कई प्रभावों से प्रभावित हो सकता है। इसमें हल्दी से जुड़ी आयु, स्वास्थ्य से जुड़े आहार, आहार और स्ट्रेस जैसे घटक शामिल हैं। दिल (हृदय) की सेहत अच्छी बनी रहे, इसके लिए सामान्य हृदय गति रेंज (सामान्य हृदय गति) का होना जरूरी है। जबकि डेंजर हार्ट रेट (खतरे की हृदय गति) स्ट्रोक या हार्ट अटैक का खतरा बढ़ सकता है। इसलिए हार्ट रेट की जांच करने के लिए समय-समय पर कॉर्डियोलॉजिस्ट को दिखाना चाहिए।

बेंचमार्क हार्ट रेट को ही या रिस्टोरिंग हार्ट रेट भी कहा जाता है। एक स्वस्थ्य इंसान के लिए आराम की अवधि के दौरान हृदय गति 60-100 बीट्स प्रति मिनट होनी चाहिए। बच्चों में ये 70-120 बीट प्रति मिनट हो सकती है। वहीं, एथलीट्स का हार्ट रेट रेट 40-60 बीट्स प्रति मिनट तक हो सकता है।

सक्रिय हृदय गति में 20 वर्ष तक की आयु में 100-170 बीट प्रति मिनट और 40 वर्ष की आयु में 90-153 बीट प्रति मिनट हो सकती है।

सामान्य हार्ट रेट ही डेंजर हार्ट रेट पर आधारित है। जैसे- दिल का रुक-रुक कर देखना, सीने में दर्द होना और ऐंठन महसूस होना। इस कंडीशन में दिल की बीमारी का खतरा बढ़ जाता है। हार्ट अटैक का खतरा भी काफी ज्यादा हो सकता है.

आराम के दौरान हृदय गति 60 बीट प्रति मिनट से कम हो। इसके कारण थकान, चक्कर आना और सांस लेने में परेशानी हो सकती है। हार्ट रेट 100 बीट प्रति मिनट से भी ज्यादा होना डेंजर हार्ट रेट की रेटिंग में आता है। इसमें हमले की आशंका सबसे ज्यादा होती है. ऐसे में तुरंत डॉक्टर के पास जाना चाहिए।
प्रकाशित: 16 जनवरी 2025 07:50 अपराह्न (IST)