
साइनस नाक से जुड़ी एक ऐसी समस्या है, जिसमें नाक (नाक) के आसपास के गले में सूजन आ जाती है और सांस लेने में परेशानी होती है। इसके कारण नाक बंद होना, सिर दर्द, बलगम, नाक से लगातार पानी आना, चेहरे और आंखों पर सूजन आना आम समस्या है। विशेष रूप से ठंड के मौसम में एलर्जी, फंगल संक्रमण या कैंसर के कारण साइनस (सर्दियों में साइनस) की समस्या और अधिक बढ़ सकती है।

गर्म पानी की भाप लेने से सांस लेने का रास्ता खुलता है और कंजेक्शन से राहत मिलती है। इस नाक में जमा बलगम सिलिकॉन परत को बाहर निकाला जाता है और सांस लेना आसान हो जाता है। आप दिन में एक से दो बार गर्म पानी की भाप ले सकते हैं, आप पानी में कपूर या पुदीने का तेल मिलाकर इस्तेमाल कर सकते हैं।

अदरक में एंटीऑक्सिडेंट और एंटी इन्फ्लेमेट्री गुण पाए जाते हैं, जो साइनस की सूजन को कम करने में मदद करते हैं। ये बंद नाक, सिर दर्द में भी राहत अलॉट है। आप अदरक के रस को गर्म करके ऐसे ही सेवन कर सकते हैं या दो से तीन बार अदरक के रस का सेवन कर सकते हैं।

हल्दी का दूध साइनस के इलाज के लिए बेहतरीन घरेलू उपाय है। इसमें एंटीऑक्सीडेंट और एंटी इंफ्लेमेट्री गुण पाए जाते हैं, जो सूजन को कम करने में मदद करते हैं और साइनस से राहत दिलाते हैं। आप रात को सोने से पहले एक गिलास गर्म दूध में आधा हल्दी पाउडर का सेवन करें।

लहसुन में एंटी विटामिन और एंटी फंगल गुण पाए जाते हैं, जो साइनस के संक्रमण को कम करने में मदद करते हैं। आप दो से तीन लहसुन की कलियों को छीलकर पीस लें और गर्म पानी में मिलाकर इसका सेवन करें या लहसुन की कलियों को भूनकर खाने से भी साइनस के कारण होने वाली सूजन और दर्द को कम किया जा सकता है।

पीओएन भी साइनस के लिए डेमोक्रेसी मनी बनाता है, इंफ़ेक्शन को इलेक्ट्रॉनिक्स से बचाता है और डेमोक्रेसी को कम करता है। पीओएन का सेवन करने के लिए आप एक पाइथन पाउडर का सेवन पूरे दिन में 1-2 बार करें, इससे साइनस में आराम मिलता है और सूजन भी कम होती है।
प्रकाशित: 07 जनवरी 2025 09:32 पूर्वाह्न (IST)