मरीज से डॉक्टर को हो गया कैंसर? इस छोटी सी चूक ने कर डाला सत्यानाश, लोगों को डरा रही खबर
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मरीज से डॉक्टर को हो गया कैंसर? इस छोटी सी चूक ने कर डाला सत्यानाश, लोगों को डरा रही खबर
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मरीज से डॉक्टर को हो गया कैंसर? इस छोटी सी चूक ने कर डाला सत्यानाश, लोगों को डरा रही खबर
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Virat Kohli Champions Trophy Stats: विराट कोहली के लिए साल 2024 बेहद खराब रहा, जो पूरे साल में खेली 32 पारियों में सिर्फ 655 रन बना पाए थे. वहीं बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भी उनका बल्ला खामोश रहा. चूंकि चैंपियंस ट्रॉफी करीब आ रही है, इसलिए विराट पर सबकी नजरें गढ़ी हुई हैं. क्या टेस्ट मैचों की तरह वनडे फॉर्मेट में भी उनका बल्ला खामोश रहेगा? इस विषय पर ऑस्ट्रेलिया के दिग्गज ऑलराउंडर खिलाड़ी शेन वॉटसन ने बहुत बड़ा बयान दिया है.
शेन वॉटसन ने एक मीडिया चैनल से बात करते हुए बताया, “मुझे नहीं लगता कि मौजूदा खराब फॉर्म का वनडे फॉर्मेट में वापसी के बाद रोहित शर्मा और विराट कोहली पर कोई खास असर पड़ेगा. वो दुबई में अपने मैच खेलेंगे, जहां की कंडीशन अलग होंगी. वनडे क्रिकेट में आने के बाद विराट और रोहित खुले मन से शॉट लगाते हैं.”
विराट कोहली के वनडे मैचो में आंकड़े बहुत शानदार हैं. उन्होंने अब तक खेले 295 मैचों में 58.18 के अविश्वसनीय औसत से 13,906 रन बनाए हैं. 50-ओवर फॉर्मेट में उनके नाम 50 शतक और 72 फिफ्टी हैं, जो उनकी वनडे मैचों में निरंतरता का सबसे बड़ा सबूत है. असल में शेन वॉटसन भी इन आंकड़ों के फैन हो गए हैं.
शेन वॉटसन ने कहा, “विराट कोहली एकदिवसीय क्रिकेट के मास्टर हैं. हां वो तीनों फॉर्मेट के मास्टर हैं लेकिन वनडे मैचों में वो अलग रूप में खेलते हैं. उनके आंकड़े लंबे अरसे से स्थिर रहे हैं, करीब 57 का औसत और 93 का स्ट्राइक रेट. इस बारे में सोचना भी मुश्किल है कि वो कैसे अपनी पारी को नियंत्रित तरीके से आगे बढ़ाते हैं.”
चैंपियंस ट्रॉफी इतिहास में विराट कोहली ने अब तक 13 मैच खेले हैं. विश्वास कर पाना बहुत मुश्किल है कि चैंपियंस ट्रॉफी में उनका औसत 88.16 का है और अब तक पांच अर्धशतक समेत 529 रन बना चुके हैं. चैंपियंस ट्रॉफी 50-ओवर फॉर्मेट में खेली जाएगी, इसलिए देखना दिलचस्प होगा कि वो टीम इंडिया को फाइनल तक ले जा पाते हैं या नहीं.
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Women on workplace: महिलाएं योग्यता होने के बावजूद ऐसे पोस्ट के लिए अप्लाई करने से हिचकिचाती हैं, जिनमें सैलरी अधिक हो या जो अधिक एक्सपीरियंस मांग रहा हो, क्योंकि उन्हें ऐसा लगता है वह इसके लिए एलिजिबल नहीं हैं. इसका खुलासा हार्वर्ड बिजनेस स्कूल में एसोसिएट प्रोफेसर कैथरीन कॉफमैन की एक रिसर्च में हुआ.
अपने इस रिसर्च के दौरान कैथरीन ने कनाडा की डोना स्ट्रिकलैंड का इंटरव्यू लिया था, जिन्होंने साल 2018 में फिजिक्स में नोबल पुरस्कार जीता था. उन्होंने डोना से पूछा था, इतना ज्ञान, इतना अनुभव होने के बावजूद भी वह प्रोफेसर क्यों नहीं बनीं ? इसके जवाब में डोना ने कहा था कि उन्होंने कभी अप्लाई ही नहीं किया.
कैथरीन ने अपने इस रिसर्च को इस कोट के साथ शेयर किया कि, पुरुष तब नौकरी के लिए अप्लाई करते हैं जब वे 60 परसेंट तक एलिजिबिलिटी क्राइटेरिया को पूरा करते हैं, जबकि महिलाएं तब अप्लाई करती हैं जब वे 100 परसेंट एलिजिबल होती हैं. इसका जिक्र पहले बड़ी आईटी कंपनी hp की नींव रखने वाले दो दोस्त विलियम रेडिंगटन हैवलेट और डेविड पैकार्ड ने किया था. इस पर अभी भी रिसर्च जारी है.
आमतौर पर महिलाएं अपने वर्कप्लेस में खुद को कॉन्फिडेंट महसूस नहीं कर पाती हैं. रिसर्च में यह भी बात खुलकर सामने आई है कि अगर कोई सेक्टर ऐसा हो जहां पुरुषों का बोलबाला अधिक हो जैसे कि मैनेजमेंट या एनालिटिक्स से जुड़ी कोई फील्ड, तो इसमें महिलाएं सामान्यत: अप्लाई नहीं करती हैं. महिलाएं अप्लाई तभी करती हैं, जब उन्हें उनके जॉब रोल के बारे में अच्छे से पता होता है.
महिलाएं पुरुषों के मुकाबले कम सैलरी वाली नौकरियों के लिए अधिक आवेदन करती हैं, भले ही योग्यता के मामले में दोनों बराबर हो. 2022 में “Words Matter: Gender, Jobs and Applicant Behaviour की टाइटल से एक रिसर्च किया गया, जिसमें नौकरी के लिए दिए गए एक विज्ञापन और उस पर आए एप्लीकेशंस की बारीकी से जांच की गई. इसमें 1,57,888 पोस्ट की गई नौकरियों के लिए आए 6.45 मिलियन एप्लीकेशंस को जांचा गया, तो रिसर्चरों ने पाया कि महिलाएं पुरुषों के मुकाबले 3.7 परसेंट कम सैलरी वाली नौकरियों के लिए अप्लाई करती हैं, जबकि योग्यता जैसे कि उम्र, शिक्षा, शहर या राज्य भले ही दोनों का एक ही क्यों न हो.
कई बार अंतर तब देखा जाता है, जब जॉब के लिए किसी खास चीज की डिमांड होती है. जैसे कि अगर किसी काम में करियर को फिर से शुरू करने या वर्क फ्रॉम होम का जिक्र होता है तो महिलाएं उसके लिए अधिक अप्लाई करती हैं. वहीं अगर आपका जॉब नाइट शिफ्ट या ज्यादा ट्रैवल करना डिमांड करता है, तो इसमें महिलाओं के मुकाबले पुरुष अधिक इंटरेस्ट दिखाते हैं. अधिकतर उन नौकरियों में भी पुरुषों की संख्या अधिक होती हैं, जिनमें फील्ड वर्क करने की जरूरत पड़ती है.
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Azaad Trailer: अजय देवगन, अमन देवगन और राशा थडानी की फिल्म ‘आजाद’ को लेकर फैंस में काफी एक्साइटमेंट नजर आ रही है. फिल्म बहुत जल्द थिएटर्स में रिलीज होगी. इससे पहले ‘आजाद’ का मोस्ट अवेटेड ट्रेलर सामने आ गया है. ट्रेलर में अजय देवगन का काफी हटकर अवतार देखने को मिला है. वहीं राशा थडानी और अमन देवगन डेब्यू फिल्म में धमाल मचाते दिख रहे हैं.
फिल्म के ट्रेलर की शुरुआत अमन के किरदार से होती है जो घोड़े ‘आजाद’ को स्मार्ट बताता है. वो कहते हैं, ‘विक्रम सिंह का घोड़ा है आजाद.’ इसके बाद अजय देवगन विक्रम सिंह के किरदार में नजर आते हैं, जो अंग्रेजों के खिलाफ एक बागी हैं. राशा थडानी एक रॉयल फैमिली से आती हैं जिन्हें आजाद घोड़ा काफी पसंद आ जाता है.
ट्रेलर में दिखी अमन-राशा की ट्विस्टेड लव स्टोरी
‘आजाद’ के ट्रेलर में दिखाया गया है कि अंग्रेज भारतीय मजदूरों को साउथ अफ्रीका भेजना चाहते हैं. वहीं गांव के लोग उन पर अत्याचार रोकने की गुहार लगा रहे हैं. फिल्म के ट्रेलर में अमन और राशा की मुलाकात और उनके बीच ट्विस्टेड लव स्टोरी दिखाई गई है.
‘आजाद’ की स्टार कास्ट
अमन देवगन अजय देवगन के भांजे हैं जो रवीना टंडन की बेटी राशा थडानी के साथ बॉलीवुड डेब्यू कर रहे हैं. इसके अलावा डायना पेंटी, मोहित मलिक और पीयूष मिश्रा भी अहम रोल में हैं. ‘आजाद’ को अभिषेक कपूर ने डायरेक्ट किया है और रोनी स्क्रूवाला ने इस प्रोड्यूस किया है.



ऑल ब्लैक लुक में दिखीं ‘आजाद’ टीम
‘आजाद’ के ट्रेलर लॉन्च इवेंट में फिल्म की पूरी स्टार कास्ट ऑल ब्लैक लुक में नजर आईं. राशा थडानी को ब्लैक एंड व्हाइट शॉर्ट्स में दिखीं. वहीं अमन देवगन ब्लैक ब्लेजर पैंट में नजर आए. ब्लैक टीशर्ट-पैंट में अजय देवगन भी काफी डैशिंग दिखे. वहीं ब्लैक साड़ी में डायना पेंटी भी काफी प्यारी लग रही थीं.
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Tarot Rashifal 07 January 2025: टैरो कार्ड से भी दैनिक जीवन में होनी वाली अच्छी बुरी घटनाओं के बारे में पता लगाया जा सकता है.मंगलवार, 07 जनवरी 2025 का दिन बिजनेस, करियर, शिक्षा, लव लाइफ और जॉब आदि को लेकर कैसा रहने वाला है, आइए जानते हैं सभी राशियों का टैरो राशिफल-
मेष टैरो राशिफल (Aries Tarot Horoscope)-
मेष राशि के टैरो कार्ड्स से जानकारी मिल रही है कि सप्ताह के पहले दिन अचानक किसी पुराने मित्र से मुलाकात हो सकती है, साथ मिलकर पुरानी यादों को ताजा करेंगे. कार्यक्षेत्र में विपरीत लिंगी से दूरी बनाकर रखें अन्यथा किसी मुसीबत में पड़ सकते हैं. पारिवारिक जीवन सामान्य गति से चलती रहेगी.
वृषभ टैरो राशिफल (Tauras Tarot Horoscope)-
वृषभ राशि के टैरो कार्ड्स से जानकारी मिल रही है कि आज कार्यस्थल में अपने काम से काम रखें और किसी से ना उलझें, अनावश्यक वार्तालाप इसका कारण बन सकता है. घर पर खुशी का माहौल रहेगा. नए लोगों से मित्रता होगी, जिससे मन प्रसन्न रहेगा. परिवार में धन-संपत्ति को लेकर विवाद हो सकता है.
मिथुन टैरो राशिफल (Gemini Tarot Horoscope)-
मिथुन राशि के टैरो कार्ड्स से जानकारी मिल रही है कि आज कार्यक्षेत्र में सावधानी से कार्य करें और धैर्य बनाए रखें. गुस्सा आपको नुकसान पहुंचा सकता है, प्रति उत्तर देते समय सावधानी बरतें. दादा-दादी या माता-पिता का स्वास्थ्य थोड़ा कमजोर रह सकता है, उनकी सेहत का विशेष ख्याल रखें.
कर्क टैरो राशिफल (Cancer Tarot Horoscope)-
कर्क राशि के टैरो कार्ड्स से जानकारी मिल रही है कि सप्ताह के पहले दिन दिनचर्या काफी व्यस्त रहने वाली है और आर्थिक आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए मित्रों से कर्ज लेना पड़ सकता है. धुम्रपान और अनैतिक कार्यों से बचें. परिवार का आशीर्वाद और सहयोग आपको मिलता रहेगा.
सिंह टैरो राशिफल (Leo Tarot Horoscope)-
सिंह राशि के टैरो कार्ड्स से जानकारी मिल रही है कि आज घरेलू माहौल अनुकूल बना रहेगा. जो लोग धन संबंधी या वित्तीय सहायता पाना चाहते हैं, उनके लिए समय बहुत अच्छा रहेगा. भाई-बहनों और मित्रों के साथ आप अच्छा समय व्यतीत कर सकते हैं. तनाव को दूर करने के लिए किसी भी तरह के विवाद से दूर रहें.
कन्या टैरो राशिफल (Virgo Tarot Horoscope)-
कन्या राशि के टैरो कार्ड्स से जानकारी मिल रही है कि अगर आप नई नौकरी खोज रहे रहें तो आज इंटरव्यू में आपको सफलता प्राप्त होगी. अति लोभ और बहार के खाने से बचें. आर्थिक दृष्टि से दिन अच्छा व्यतीत होने वाला है. परिवार की जरूरतों का ध्यान रखेंगे. सरकारी नौकरी करने वाले आज अपने काम पर ध्यान दें.
तुला टैरो राशिफल (Libra Tarot Horoscope)-
तुला राशि के टैरो कार्ड्स से जानकारी मिल रही है कि आज आपका समय परिवार और दोस्तों के साथ एक खुश मिजाज माहौल में व्यतीत होगा, जो आपको नयी उर्जा व स्फूर्ति से भर देगा. सप्ताह के पहले दिन बिजनस या नौकरी में भी धन वृद्धि के संकेत मिल रहे हैं. भाइयों के साथ किसी खास कार्यक्रम की योजना बनाएंगे.
वृश्चिक टैरो राशिफल (Scorpio Tarot Horoscope)-
वृश्चिक राशि के टैरो कार्ड्स से जानकारी मिल रही है कि आज नौकरी पेशा जातकों के पास काम अधिक होगा, सहकर्मियों से ज्यादा बातचीत में ना उलझें. आप इस समय को अपनी बुद्धि के इस्तेमाल अपने पक्ष में कर पाएंगे. जब भी आप धन निवेश की कोई योजना बनाते हैं, तब अपने घरवालों की सलाह अवश्य लें अन्यथा आपके साथ धोखा हो सकता है.
धनु टैरो राशिफल (Sagittarius Tarot Horoscope)-
धनु राशि के टैरो कार्ड्स से जानकारी मिल रही है कि आज अविवाहितों के लिए विवाह के नए अवसर प्राप्त होंगे. विद्यार्थी वर्ग के लिए समय अनुकूल है, वे भी अच्छा प्रदर्शन करेंगे. आपको अपने माता-पिता से कीमती वस्तु या प्रॉपर्टी मिलने वाली है, जिसके कारण आप बहुत ही प्रसन्न दिखाई देंगे.
मकर टैरो राशिफल (Capricorn Tarot Horoscope)-
मकर राशि के टैरो कार्ड्स से जानकारी मिल रही है कि आज वैवाहिक अथवा प्रेम संबंधों के लिए समय मिश्रित है. विद्यार्थी समय का सदुपयोग करने में सक्षम रहेंगे. आप घर, जमीन या कोई नया वाहन खरीद सकते हैं. अगर आप विदेशी व्यवसाय से जुड़े हैं तो आपको लाभ अवश्य होगा.
कुंभ टैरो राशिफल (Aquarius Tarot Horoscope)-
कुंभ राशि के टैरो कार्ड्स से जानकारी मिल रही है कि आज प्रेम संबंधों के प्रति लापरवाही ना बरतें अन्यथा रिश्तों में मनमुटाव हो सकता है. पारिवारिक बिजनस में भविष्य की योजनाएं बहुत सूझबूझ कर बनाएं. आर्थिक स्थिति को और मजबूत करने के लिए आपके द्वारा किए जाने वाले प्रयास रंग लाएंगे.
मीन टैरो राशिफल (Pisces Tarot Horoscope)-
मीन राशि के टैरो कार्ड्स से जानकारी मिल रही है कि सप्ताह के पहले दिन आजीविका क्षेत्र में लाभ के अच्छे अवसर प्राप्त होंगे. मधुरवाणी से संबंधों में प्रगाढ़ता बढ़ाएंगे. आलस्य महत्वपूर्ण क्षेत्रों में अवरोधक हो सकता है. किसी मांगलिक कार्य पर आपका काफी धन खर्च हो सकता है, इसलिए पहले से ही सावधान रहें.
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देश में हर एक वर्ग का व्यक्ति संसद भवन तक जाने की इच्छा रखता है. खास कर ऐसे लोगों के लिए ये एक सपने की तरह है जो अनुसूचित जनजातियों से आते हैं. इसी के तहत ‘पंचायत से संसद 2.0’ कार्यक्रम का आयोजन सोमवार को संसद भवन में किया गया.
राष्ट्रीय महिला आयोग (NCW), लोकसभा सचिवालय और आदिवासी मामलों के मंत्रालय ने संविधान सदन के केंद्रीय हॉल में ‘पंचायत से संसद 2.0’ कार्यक्रम का आयोजन किया. यह पहल भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती के अवसर पर आयोजित की गई, जो एक सम्मानित आदिवासी नेता और स्वतंत्रता सेनानी थे.
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जानिए क्या है इस कोर्स में
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला सोमवार को पंचायत से पार्लियामेंट कार्यक्रम के दूसरे संस्करण का उद्घाटन किया, जिसका उद्देश्य देश भर की पंचायती राज संस्थाओं की 500 से अधिक महिला प्रतिनिधियों को संविधान और संसदीय प्रक्रियाओं की जानकारी देना है. भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती के उपलक्ष्य में आयोजित इस कार्यक्रम में कार्यशाला और सत्र आयोजित किए गए, प्रतिभागियों को नए संसद भवन, संविधान सदन, प्रधानमंत्री संग्रहालय और राष्ट्रपति भवन का दौरा कराया गया, जिससे उन्हें भारत की विधायी प्रक्रिया और लोकतांत्रिक संस्थाओं की कार्यप्रणाली की गहन जानकारी दी गई.
22 राज्यों की इन महिलाओं को मिला मौका
इस कार्यक्रम में 22 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की अनुसूचित जनजातियों (एसटी) की 502 निर्वाचित महिला प्रतिनिधी शामिल रहीं, जिससे एक विविध और समावेशी समूह सुनिश्चित होगा. इसका उद्देश्य पंचायती राज संस्थाओं से अनुसूचित जनजातियों की निर्वाचित महिला प्रतिनिधियों को सशक्त बनाना व प्रभावी नेतृत्व को बढ़ावा देने के लिए संवैधानिक प्रावधानों, संसदीय प्रक्रियाओं और शासन के बारे में उन्हें जानकारी देना है. महिला एवं बाल विकास मंत्री अन्नपूर्णा देवी, राष्ट्रीय महिला आयोग की प्रमुख विजया रहाटकर इस कार्यक्रम में शामिल रहीं. जनजातीय कार्य मंत्री जुएल ओराम ने एक सत्र को संबोधित किया.
यह था कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य
इस कार्यक्रम में महिलाओं से संबंधित संवैधानिक प्रावधान, जिसमें 73वें संशोधन – पंचायत उपबंध (अनुसूचित क्षेत्रों पर विस्तार) अधिनियम (पेसा अधिनियम) पर विशेष रूप से बल दिया गया. पंचायत से संसद 2024 के क्रम में यह दूसरा कार्यक्रम पंचायत से पार्लियामेंट 2.0 है. इसका उद्देश्य प्रगति को आगे बढ़ाना व विशेष रूप से ग्रामीण और जनजातीय समुदायों की महिलाओं की नेतृत्व क्षमता को और सशक्त करना था.
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Geyser Tips: सर्दियों के मौसम में पानी गर्म करने के लिए गीजर एक आवश्यक उपकरण है. हालांकि, अगर इसका सही तरीके से इस्तेमाल न किया जाए तो यह खतरनाक साबित हो सकता है. गीजर के फटने जैसी घटनाएं कई बार सुर्खियों में आती हैं, जिनके पीछे कुछ सामान्य लेकिन गंभीर गलतियां होती हैं. आइए जानते हैं उन गलतियों के बारे में, जिन्हें सुधारकर आप इस हादसे से बच सकते हैं.
गीजर को जरूरत से ज्यादा देर तक चालू रखना सबसे बड़ी गलती है. इससे पानी का अत्यधिक तापमान बढ़ जाता है और प्रेशर बेल्ट में दबाव बन सकता है. यह स्थिति गीजर फटने का कारण बन सकती है. इसलिए, गीजर का इस्तेमाल समय पर बंद करना सुनिश्चित करें.
गीजर में थर्मोस्टेट तापमान को नियंत्रित करता है. अगर यह खराब हो जाए, तो पानी जरूरत से ज्यादा गर्म हो सकता है, जिससे दबाव बढ़ जाता है. समय-समय पर थर्मोस्टेट की जांच कराना और खराब होने पर उसे बदलवाना आवश्यक है.
प्रेशर वॉल्व गीजर का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, जो दबाव को नियंत्रित करता है. अगर यह खराब हो जाए, तो दबाव का सही तरीके से निकलना बंद हो सकता है. इससे गीजर फटने की संभावना बढ़ जाती है. नियमित रूप से प्रेशर वॉल्व की स्थिति जांचें और खराब होने पर तुरंत बदलें.
गीजर में कठोर पानी (Hard Water) का उपयोग लंबे समय तक करने से उसके अंदर स्केलिंग होने लगती है. यह हीटिंग कॉइल पर असर डालता है और दबाव बढ़ाने का कारण बन सकता है. गीजर में पानी का सही फिल्टर लगवाना एक बेहतर उपाय है.
गीजर की समय-समय पर सर्विस कराना आवश्यक है. अगर इसकी सफाई और मरम्मत पर ध्यान न दिया जाए, तो यह जल्दी खराब हो सकता है और हादसे का कारण बन सकता है.
इन सामान्य सावधानियों को अपनाकर आप अपने गीजर को सुरक्षित और लंबे समय तक चलने वाला बना सकते हैं.
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जब बेरहमी और अत्याचार की बात आती है तो जो भी शख्स यह सब कर रहा होता है उसकी तुलना जंगली जानवर से होती है, लेकिन यह लकब जालिमों और बेरहमों को यूं ही नहीं मिला है, दरअसल, जंगली जानवर होते ही इतने खूंखार हैं कि उन्हें बेरहम पुकारा जाता है. ऐसे में जरा सोचिए कि कोई निहत्था शख्स इन जानवरों के चंगुल में फंस जाए तो क्या हो?
एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जो दावे से काजीरंगा नेशनल पार्क का बताया जा रहा है, जिसमें जंगल सफारी के दौरान एक मां और बेटी जिप्सी से नीचे गिर जाते हैं, और वहां दो मोटे मोटे और खतरनाक गैंडों की मौजूदगी होती है, जिसके बाद वहां पर चीख पुकार मच जाती है. जिसने भी वीडियो को देखा, उसको होश उड़ गए.
दरअसल, सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में एक खतरनाक और अजीब घटना घटी, जिसने सभी को रोंगटे खड़े कर दिए. असम के काजीरंगा नेशनल पार्क में सोमवार को एक बड़ा हादसा होते होते रह गया. इस हादसे ने लोगों का ध्यान अपनी और इसलिए खींचा क्योंकि यहां जंगल सफारी करने आई मां बेटी खतरनाक गैंडे के सामने गिर पड़ी और उसके हाथों मरते मरते बची. मंजर बड़ा ही खौफनाक और कलेजा चीर देने वाला था. इस घटना को वहां दूसरे वाहनों पर मौजूद पर्यटकों ने रिकॉर्ड कर लिया. यह घटना बागोरी वन एरिया की है जो पर्यटकों को काफी ज्यादा भाता है.
काजीरंगा नेशनल पार्क में मां बेटी, जीप ड्राइवर की लापरवाही से गेंडों के आगे गिर गई. हालांकि वक्त रहते होशियारी दिखा कर वो तुरंत गाड़ी में सवार भी हो गईं, जिससे बड़ा हादसा टल गया. pic.twitter.com/zt1SJWAXai
— Sheikh inzemam (@sheikh_inzemam) January 6, 2025
यह घटना पार्क के डोंगा, राउमारी और भोलुकाजन इलाकों के पास हुई, जब बेटी अचानक तेज रफ्तार जीप से गिर गई. घबराई हुई मां ने अपनी बच्ची को बचाने के लिए गाड़ी से छलांग लगा दी. भयावहता को और बढ़ाते हुए, दो गैंडे, जो अपने खतरनाक रवैये के लिए और व्यवहार के लिए जाने जाते हैं वो गुस्से में उनकी ओर बढ़ रहे थे. देखने वालो ने इस सीन को भयानक बताया. हालांकि, मां और बेटी ने आक्रमणकारी गैंडों को चकमा दिया और सुरक्षित वापस जीप में सवार हो गईं. वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है, जिस पर यूजर्स अपनी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं.
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वीडियो को सोशल मीडिया के अलग अलग प्लेटफॉर्म्स से शेयर किया गया है, जिसे अब तक लाखों लोगों ने देखा है तो वहीं कई लोगों ने वीडियो को लाइक भी किया है. ऐसे में इंटरनेट यूजर्स वीडियो को लेकर तरह तरह के रिएक्शन दे रहे हैं. एक यूजर ने लिखा…..पूरी पूरी गलती जीप ड्राइवर की है. एक और यूजर ने लिखा….घूमने के चक्कर में किसी दिन जान से चले जाते हैं ऐसे लोग. तो वहीं एक और यूजर ने लिखा…..मां बेटी के साथ क्या हुआ? क्या किसी को चोंट पहुंची?
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Atul Subhash Case: अतुल सुभाष की आत्महत्या मामले में जेल में बंद पत्नी निकिता सिंघानिया को मां और भाई समेत बेंगलुरु की कोर्ट ने जमानत दे दी है. इस मामले पर अब अतुल सुभाष के पिता पवन कुमार मोदी का बयान सामने आया है. अतुल के पिता पवन मोदी ने निकिता को अदालत से जमानत मिलने पर कहा, ”बेल मिलना तो कानूनी प्रक्रिया के अंतर्गत है, लेकिन उनको बेल नहीं मिलनी चाहिए थी. मुझे मेरे पोते की चिंता हो रही है कहां है कहां नहीं. हालांकि बेंगलुरू पुलिस से जानकारी मिली है कि वह फरीदाबाद के एक बोर्डिंग स्कूल में हैं.”
‘मां को बच्चे से प्रेम नहीं, पैसा लेने का जरिया’
पवन कुमार मोदी ने कहा कि यह भी जानकारी मिली है कि उसका एडिमशन तीन साल में ही हुआ है, जो गैर कानूनी है. एडमिशन में पिता का नाम भी नहीं दिया गया है. पिता के फोटो की जगह की माता की फोटो लगाई गई है. पवन मोदी ने आगे कहा, बच्चे से उसकी मां को कोई प्रेम नहीं है. उसकी मां ने उस बच्चे को पैसा लेने का एक जरिया बनाया हुआ था.
राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री से किया आग्रह
पवन मोदी ने आगे कहा, “निकिता हमेशा बच्चे को हथियार बना कर पैसों की उगाही करती थी. अभी भी जो उसको बेल मिली है इसी बच्चे के आधार पर मिली है. सुप्रीम कोर्ट का आदेश है कि बच्चे को हाजिर करना है. मेरी राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री जी से यह मांग है कि हमारा पोता हमको मिलना चाहिए. उसके (अतुल की पत्नी) पास रहेगा तो अपराधी का बेटा कहलाएगा, जबकि हमारे पास रहेगा तो शहीद का बेटा कहलाएगा. वहां उसके पास रहेगा तो वह हथियार के तरह उसका यूज करेगी.”
क्या है अतुल सुभाष का केस?
अतुल सुभाष पेशे से एक AI इंजीनियर थे. साल 2019 में उनकी शादी निकिता सिंघानियां से हुई थी. अतुल ने अपनी पत्नी पर आरोप लगाया था कि उनकी पत्नी उनपर कई केस कर चुकी थी. इन सबके बाद अतुल सुभाष ने 24 पन्ने का सुसाइड नोट लिखा था और एक घंटे 21 मिनट का वीडियो भी बनाया था. इसमें उन्होंने पत्नी से कथित प्रताड़ना की बात बताई थी.
उन्होंने वीडियो में अपनी पत्नी और उसके परिवार के सदस्यों पर प्रताड़ना का आरोप लगाया था. उन्होंने आरोप लगाया कि उनकी पत्नी और उनके परिवार उनसे उनके बच्चे को मिलने देने के लिए 30 लाख रुपयों की मांग की है. इसके बाद अतुल सुभाष के आत्महत्या की खबरें आई और इस मुद्दे से देशभर में चर्चाएं होने लगी.
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