पीएफआई फुलवारीशरीफ मामला: एनआईए मामले ने शनिवार (4 जनवरी 2025) को पटना के फुलवारी शरीफ पीएफआई में एक मुख्य सरगना मोहम्मद सज्जाद आलम को दिल्ली के इंदिरा गांधी हवाईअड्डे से गिरफ्तार कर लिया। दुबई से भारत लौट आया था।
बिहार के पूर्वी हिमाचल प्रदेश के रिहायशी इलाके वाले मोहम्मद सज्जाद आलम के खिलाफ पटना की एनआईए विशेष अदालत ने आरोपियों की धरपकड़ जारी की थी। साथ ही उनका लुकआउट बनाम सरकरोल भी जारी किया गया था।
‘दुबई से बिहार में अवैध धोखाधड़ी करने वाला था सज्जाद’
एनआईए की जांच के मुताबिक सज्जाद आलम आतंकी संगठन लीडर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) का प्रशिक्षण सदस्य है। वो दुबई से बिहार में पीएफआई के समूह तक अवैध तरीके से फंड निवेश में शामिल था। इस फ़्रांसीसी क्रिमिनल फ़्रांसीसी और केरल में मौजूद एक सिंडिकेट के माध्यम से भेजा गया था और पीएफ़आई की क्रिमिनल क्रीएशंस को बढ़ावा देने के लिए उपयोग किया गया था।
‘आतंक का राक्षसी निर्माण की कहानी’
यह मामला सबसे पहले जुलाई 2022 में फुलवारी शरीफ पुलिस में दर्ज किया गया था। पीआईएफवाई के सदस्यों का आरोप है कि वे देश में आतंक का माहौल बनाकर विभिन्न धर्मों के बीच नफरत फैलाने की साजिश रच रहे थे। उनकी एकता और साम्यवादी एकता और भारत के खिलाफ़ अशांति फैलाने की कोशिशों से जुड़ी थी। एनआईए के मुताबिक पीएफआई अपना “इंडिया 2047 टुवर्ड्स रूल ऑफ इस्लाम इंडिया” दस्तावेज़ के आधार पर भारत में इस्लामिक शासन स्थापित करने का प्रयास कर रही थी।
एनआईए के इस मामले में 18वां अपराधी
एनआईए ने इस मामले की जांच के बाद अपने हाथ में लेकर अब तक 17 आरोपियों को गिरफ्तार कर अनफॉलो अप्लाई कर दिया है. मोहम्मद सज्जाद आलम का मठाधीश यह मामला 18वां है।
क्या था मामला?
एनआईए ने साल 2022 में बिहार के फुलवारी सरफराज में एक बड़ी साजिश का भंडाफोड़ किया था और इस मामले का खुलासा किया था. इसके बाद एनआईए ने प्रतिबंधित संगठन पीआईएफ और उससे जुड़े लोगों के खिलाफ कर्नाटक, बिहार और केरल समेत अन्य जगहों पर सर्च ऑपरेशन किया था.
ये भी पढ़ें: ‘ये वो लड़की नहीं, जिसे हम जानते हैं’, हमास ने जारी किया बंधक गीत अल्बाग का वीडियो तो बोला परिवार