भारत में रैंसमवेयर हमले में 55 प्रतिशत की वृद्धि, यह क्षेत्र मुख्य लक्ष्य था

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भारत में रैनसमवेयर हमले: देश में रैंसमवेयर के मामलों में 55 प्रतिशत उछाल देखा गया है और पिछले साल 98 ऐसे मामले सामने आये थे. मई और अक्टूबर में ऐसे सबसे ज्यादा मामले सामने आए। साइबर साईबर के लिए काम करने वाले ऑर्गनाइजेशन पीस की रिपोर्ट में यह खुलासा हुआ है। भारत में रैंसमवेयर ने सबसे बड़े औद्योगिक सेक्टर पर हमला किया है और अकेले इस सेक्टर पर 75 फीसदी हमला किया है। आइये इस बारे में विस्तार से जानते हैं.

रैंसमवेयर हमले क्या होते हैं?

रैंसमवेयर हमले के लिए हैकर्स माइनर के मालिक हैं। इसमें मालवेयर डेटा फ़ाइल के माध्यम से क्रिएटिव का संदेश लॉक किया जाता है। यह चित्र बनाने की विधि स्कैमर्स पैसे की माँग करती है। 2017 में एक ऐसे ही रेनसमवेयर हमले ने दुनिया के 100 से ज्यादा देशों को प्रभावित किया था. उसके बाद से हर साल ऐसे हमले होते रहे हैं।

देश में इन सेक्टरों में हुए सबसे बड़े हमले

औद्योगिक सेक्टर के बाद हैकर्स की निगाहें प्लाजा सेक्टर पर हो रही हैं, जहां 12 प्रतिशत ऐसे हमले हुए हैं। इसके बाद फाइनेंस सेक्टर पर 10 प्रतिशत ऐसे नतीजे देखने को मिले। इसके विपरित पिछले वर्ष सरकारी क्षेत्र में ऐसे 3 प्रतिशत हमले हुए। चतुर्थ का कहना है कि सभी सेक्टरों और विशेष औद्योगिक सेक्टरों में साइबर स्टडीज पर और अधिक ध्यान देने की जरूरत है।

रैंसमवेयर मैथ्यू से कैसे सुरक्षित रहें?

रैंसमवेयर वसा की संख्या के बीच सुरक्षित रहने के लिए अतिरिक्त सावधानी की जरूरत है। कुछ छोटी-छोटी बातों का ध्यान ऐसे बड़े दावे से खुद को बताया जा सकता है।

  • रैंसमवेयर हमले के लिए फिशिंग ईमेल का सहारा लिया जाता है। इसलिए फिशिंग ईमेल से हमेशा सावधान रहें।
  • डेटा का नियमित तौर पर बैकअप ले रहे हैं. अगर आपका पास पासबुक है तो ऐसे में बिना किसी गारंटी के अतिरिक्त नुकसान से बचा जा सकता है।
  • अपने लाइसेंस पर प्रोमोशनल अपडेट को अनइंस्टॉल न करें। कंपनी का लगातार अपडेट जारी रखें.
  • किसी भी व्यक्ति की तरफ से आये मैसेज, लिंक या ईमेल पर क्लिक करें। ये बड़ा नुकसान हो सकता है.

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पार्टनर 2 कर रहे हैं गोविंदा और सलमान खान, इस सवाल पर सुनीता आहूजा ने दिया जवाब, जानें क्या कहा | क्या सलमान खान संग ‘पार्टनर 2’ कर रहे हैं गोविंदा? आखिरी आहूजा बोलें

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गोविंदा-सलमान खान पार्टनर 2 पर सुनीता आहूजा: सलमान खान और गोविंदा अच्छे दोस्त रह रहे हैं। इस जोड़ी ने साल 2007 में एक फिल्म के साथ नागपुर में काम किया था। डेविड डायन के निर्देशन में बनी यह फिल्म सुपर डुपर हिट रही थी। तब से यह एक क्लास लेवल पर पहुंच गया है। वहीं अवेलेबल नागालैंड के सीक्वल का इंतजार कर रहे हैं। सलमान और गोविंदा महादेव 2 में एक साथ फिर से स्क्रीन शेयर क्या दिखाएंगे? इस सवाल का जवाब गोविंदा की पत्नी हिना आहूजा ने दिया है।

क्या ‘राहुल 2’ में फिर नज़र आईं गोविंदा और सलमान खान के साथ?
प्रिय पिंकविला हिंदी रश को नीचे दिए गए एक साक्षात्कार के दौरान गोविंदा की पत्नी सोना आहूजा ने सलमान और गोविंदा की फिल्म “नागरा” के सीक्वल पर बात की। गोविंदा की पत्नी मोनिका आहूजा ने कहा, ‘पार्टनर 2 के बारे में मैंने भी बहुत कुछ सुना था, मुझे भी नहीं पता कि क्या हुआ। करेंगे तो अच्छा ही है, पब्लिक ने पसंद तो किया ही था दोनों को। “

वरुण की गोविंदा से तुलना होने पर क्या बोलीं सोना आहूजा?
इसी इंटरव्यू के दौरान गोविंदा और डेविड के बेटे वरुण के बीच तुलना होने पर भी ओनी आहूजा ने बात की। नोइन ने कहा, “जो आदमी बचपन से देख के… उसके पापा (डेविड डायर) की 17-18 पिक्चर की हैं गोविंदा ने, तो वह भी छोटी सी तो आ जाएगी ना।” बचपन से चुलबुला बच्चा था वो।

हालाँकि, जॉन ने यह भी क्यों कहा, “बोलते हैं, कंपनी बनाते हैं लेकिन मुझे यह समझ में नहीं आता है।” उन्होंने कहा कि इस तरह की तुलना से वरुण अनकन्फर्ट एनाल कर सकते हैं, क्योंकि ये उनके लिए मुश्किल भी हो सकते हैं। खासतौर पर जब उनकी सलमान खान और उनकी पत्नी गोविंदा से तुलना की जाती है।

गोविंदा और सलमान खान वर्कफ्रंट
सलमान खान के वर्कफ्रंट की बात करें तो एक्टर जल्द ही अलेक्जेंडर में नजर आने वाले हैं। उन्होंने वरुण वरुण के बेबी जॉन में भी एक कैमियो किया था। जहां तक ​​गोविंदा की बात है, तो एक्टर काफी समय से स्क्रीन से बात कर रहे हैं।

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वास्तु शास्त्र के अनुसार घर में बालकनी किस दिशा में बनाना शुभ होता है

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वास्तु टिप्स: वास्तु शास्त्र के अनुसार घर में वास्तु की दिशा को लेकर कई तरह के नियम बताए जाते हैं, व्यक्ति के जीवन में वास्तु से कई तरह की कठिनाइयां दूर की जाती हैं। यदि किसी व्यक्ति ने गलत दिशा में चित्र बनाया है तो घर में रहने वाले लोगों को दुख के अलावा कुछ नहीं मिलता। उनके जीवन में विभिन्न प्रकार के संकटों के बादल गहराये हुए हैं। प्रक्षेपण दिशा के खाते से बनी होनी चाहिए क्योंकि इससे सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। सुबह और दोपहर की धूप शरीर के लिए सबसे शानदार होती है। परिवार घर के सबसे महत्वपूर्ण भागों में से एक होता है।

घर में किस दिशा में बनवाना शुभ होता है

वास्तु के अनुसार, घर में मौजूद वास्तुशिल्प की सही दिशा सबसे अधिक खतरनाक होती है क्योंकि इससे घर में मौजूद नाकारात्मक ऊर्जा खत्म हो जाती है और सकारात्मकता का उदय होता है। किसी व्यक्ति को घर में पत्थर उत्तर, पूर्व और उत्तर पूर्व दिशा में बनाना चाहिए। क्योंकि इस दिशा में सूर्य की रोशनी सबसे ज्यादा दिखाई देती है जो अद्भुत बनी हुई है। कभी भी दक्षिण-पश्चिम और दक्षिण दिशा में भी संतुलन की दिशा नहीं होनी चाहिए।

ऐसी कौन सी कलाकृतियां बनी रहती हैं, ऐसी कौन सी सजावट के लिए पूरे घर में सकारात्मकता का वास बना रहता है

  • सबसे पहले, उत्तर पूर्व दिशा में छोटे-छोटे हिस्सों में भोजन के लिए रेलवे स्टेशन जाना चाहिए। जैसे- तुलसी, बाला, पुदीना, हल्दी आदि।
  • पक्षियों के लिए एक जल का पात्र टाँगना चाहिए, जिससे घर का हर सदस्य खुश रहता है
  • उत्तर दिशा में नीले रंग के उपचार के फूल लगाए जाने चाहिए, जिससे पूरी तरह से प्राकृतिक रूप से चमक पैदा होती है।
  • मनीप्लांट या इलेक्ट्रॉनिक्स फूलों के उपचार को लागू किया जाना चाहिए, जिससे घर में उपयोग करने पर कभी भी खतरा नहीं होता।

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अस्वीकरण: यहां चार्टर्ड सूचना सिर्फ अभ्यर्थियों और विद्वानों पर आधारित है। यहां यह जरूरी है कि ABPLive.com किसी भी तरह के सिद्धांत, जानकारी की पुष्टि नहीं होती है। किसी भी जानकारी या सिद्धांत को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें।

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ब्लिंकिट 10 मिनट की एम्बुलेंस सेवा त्वरित वाणिज्य पर पीयूष गोयल को कानून का पालन करना चाहिए

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ब्लिंकिट एम्बुलेंस सेवा: क्विक टेलीकॉम सर्विस प्लेटफॉर्म ब्लिंकिट ने 2 जनवरी, गुरुवार को इस सेक्टर में एक कदम और आगे बढ़कर अपनी 10 मिनट की एम्बुलेंस सेवा शुरू की। कंपनी ने अपनी लॉन्चिंग सायबर सिटी गुड़गांव में पांच एम्बुलेंस के साथ लॉन्च की। अब इस पर देश के वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने टिप्पणी की है. उन्होंने शुक्रवार को कहा कि ब्लिंकिट को यह सुनिश्चित करना होगा कि वह देश के कानून का पालन कर रही है।

पीयूष गोयल ने ब्लिंकिट से कही ये बात

उन्होंने कहा कि इस स्कॉच के तहत ब्लिंकिट पर ध्यान देते हुए कंपनी की अन्य सभी कानूनी आवश्यकताओं को ध्यान में रखा जाए। समाचार एजेंसी एएनआई ने पीयूष गोयल के साथ कहा, ”एम्बुलेंस सेवा या मस्जिद की दुकान को लेकर मेरा ब्लिंक से बस यही कहना है कि कंपनी की लॉ की दिशा में ऐसा करें और अन्य सभी कानूनी आवश्यकताएं भी उनकी हैं ”से ध्यान रखा जाए.”

गुरुग्राम में लॉन्च हुई सेवा

ब्लिंकिट के सीईओ अलबिंदर ढींढसा ने 10 मिनट की एम्बुलैंस सर्विस पर अपनी ट्रैवलर एक्स लॉन्च होने की जानकारी दी। उन्होंने अपने पोस्ट के जरिए कहा, ”हम अपने शहरों में क्विक और रेलवे एम्बुलेंस सेवा प्रदान करने की समस्या को हल करने की दिशा में अपना पहला कदम उठा रहे हैं।”

उन्होंने लिखा, ”आज से पांच एम्बुलेंस गुड़गांव की सड़कों पर। जैसे-जैसे हम अपनी सेवा का विस्तार दूसरे एशिया में करते जाएंगे, आपको ऐप परफॉरमेंस लाइफ सपोर्ट (बीएलएस) एम्बुलेंस बुक करने का स्थान उपलब्ध कराया जाएगा।”

ब्लिंकिट की सुविधाएँ

ब्लिंक एम्बुलेंस में ऑक्सीजन लाइब्रेरी, मॉनिटर, डिटेक्टर जैसे आवश्यक मेडिकल उपकरणों के साथ-साथ कई अन्य वस्तुएं भी शामिल होती हैं, जिनका उपयोग स्क्रैप में किया जाता है। ढींढसा ने कहा, ”हमारे एम्बुलेंस में ऑक्सीजन उपकरण, एडीई (ऑटोम आधारित एक्सटर्नल डैशबोर्ड), सिजेरेटर, मॉनिटर, सक्शन मशीन और मेडिसिन और इंजेक्शन के साथ-साथ जरूरी लाइफ सेविंग्स इक्विपमेंट्स हैं। इसके अलावा, हर एम्बुलेंस में एक पैरामेडिक, एक परामर्शदाता और एक ड्राइवर होगा, जो तत्काल सेवा प्रदान करेगा।”

‘कंपनी का मकसद मकसद कमाना नहीं’

अलबिंदर ने यह भी कहा, ”हमारा मकसद बनाना नहीं, बल्कि बेहद महंगे कलाकारों पर कस्टमर्स के लिए यह सेवा उपलब्ध है।” साथ ही इस गंभीर समस्या का समाधान करने के लिए हम निवेश करेंगे।” उन्होंने कहा, ”हम इस सेवा को आगे बढ़ा रहे हैं, क्योंकि यह हमारे लिए महत्वपूर्ण और नई है।” यह भी जानकारी दी गई है कि कंपनी का लक्ष्य अगले दो पूर्वी शहरों में इसका विस्तार करना है। इसी के साथ उन्होंने पब्लिक से एम्बुलेंस को रवाना होने की अपील करते हुए कहा, आप नहीं जानते कि आप कब किसी की जान बचा सकते हैं।

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हरियाणा सीईटी परीक्षा 2025 अधिसूचना जारी, आयु सीमा 42 वर्ष के लिए अवसर

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हरियाणा सरकार ने सीटेट (कॉमन एलिजिबिलिटी टेस्ट) परीक्षा की अधिसूचना जारी की है। अभ्यर्थी अब hssc.gov.in वेबसाइट पर आवेदन कर सकते हैं। इस परीक्षा का स्कोर तीन साल तक रहेगा। अभ्यर्थी इस भर्ती अभियान के लिए यहां दिए गए स्टेप्स के माध्यम से भी आवेदन कर सकते हैं।

हालाँकि, सीटेट के निगमों में कुछ बदलाव किये गये हैं। अब बुज़ुर्ग को सामाजिक और आर्थिक आधार पर मिलने वाले अतिरिक्त पांच अंक नहीं मिलेंगे। इसके अलावा, अब तक 10 गुना ज्यादा मात्रा में फिल्मांकन परीक्षण के लिए शॉर्टलिस्ट किया गया था, जबकि पहले यह संख्या 4 गुना थी। इस परिवर्तन से यह सुनिश्चित हो जाएगा कि अधिक नमूनों को फिल्म परीक्षण का अवसर मिलेगा, जिससे चयन प्रक्रिया में सुधार हुआ कॉम्पिटिशन देखने को मिल सकता है।

शैक्षिक योग्यता सहयोगी

इस भर्ती अभियान के तहत ग्रुप सी पद के लिए आवेदन करने वाले की योग्यता 10वीं पास होनी चाहिए। जबकि ग्रुप डी के लिए योग्यता 12वीं पास है।

आयु सीमा

इस भर्ती के लिए आवेदन करने वाले युवाओं की आयु सीमा 18 वर्ष से लेकर 42 वर्ष मध्य होनी चाहिए।

सिलेक्शन इंजीनियरिंग

भर्ती के लिए आवेदन करने वाले का चयन लिखित परीक्षा के आधार पर किया जाएगा।

इतना देना होगा आवेदन शुल्क

आवेदन करने वाले को शुल्क का भुगतान करना होगा। सामान्य श्रेणी के लिए 1000 रुपये फ़ीसबुक होगी। जबकि मोटे तौर पर वर्ग के लिए यह शुल्क 500 रुपये बताया गया है। वहीं, महिलाओं, पूर्व सैनिकों और अन्य सामानों को 25% फ़ीस में छूट दी गई है, यानी उन्हें कम फ़ीस होगी।

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ऐसे करें आवेदन

  • सबसे पहले अभ्यर्थी एचएसएसएससी की वेबसाइट hssc.gov.in पर।
  • वेबसाइट पर ‘ऑनलाइन रजिस्टर’ लिंक पर क्लिक करें।
  • फिर अपना मोबाइल नंबर और कैपचा कोड दर्ज करके ओटीपी भरें।
  • अब हरियाणा सीटेट 2025 के लिए अधिसूचना जारी करें।
  • दस्तावेज़ अपलोड करना आवश्यक है.
  • शुल्क जमा करें और आवेदन फॉर्म जमा करें।
  • फॉर्म जमा करने के बाद इसका प्रिंट आउट लेकर रख लें।

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सेब को भारी भरकम पैक किया गया, अब चुकाएगी हर्जाना, ग्राहकों को मिलेंगे इतने पैसे

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<पी शैली="पाठ-संरेखण: औचित्य सिद्ध करें;">टेक कंपनी ऐपल ने अपने खिलाफ चल रही एक ऑटोमोबाइल को सैटेलाइट करने की तैयारी कर ली है। इसके लिए कंपनी को 95 मिलियन अमेरिकी डॉलर (करीब 815 करोड़ रुपये) चुकाने की तैयारी है। इसकी कीमत हजारों में 1,700-1,700 रुपये हो सकती है. ऐपल पर आरोप लगाया गया था कि उसके वाइस मेमोरियल सिरी ने गैरकानूनी तरीके से कस्टमर्स से बातचीत की थी और फिर उसने रिचर्ड-पार्टीज को विज्ञापन दिया था। हालाँकि, ऐपल ने इन सामानों का खंडन किया था।

2021 में हुआ था ऐपल के ख़िलाफ़ मुक़दमा

सीतांबर, 2021 में ऐपल के खिलाफ यह मुकदमा दायर किया गया था। हालाँकि, इसकी शुरुआत फरवरी, 2021 में हुई थी, लेकिन वैज्ञानिक प्रमाणन न होने के कारण उस पैमाने को रद्द कर दिया गया था। इसके बाद नया मुकदमा सामने आया। इसमें कई लोगों ने याचिका दायर की थी कि ऐपल ने अपनी बातचीत रिकॉर्ड कर रखी है, भले ही उन्होंने सांप्रदायिकता से सीरीयल को सक्रिय किया हो। एक इंजीनियर ने आरोप लगाया कि वह सर्जरी के बारे में डॉक्टर से बात कर रही थी और उसी विषय से संबंधित कई विज्ञापन जारी किए गए थे।

आरोपों का खंडन करता है ऐपल

2021 में मुकदा मर्चेंट होने के बाद से ही ऐपल कॉन्स्टेंट अपने ऊपर लगाए गए आरोप का खंडन करता है, लेकिन उसने खुद को बेकार साबित करने के लिए कोई डेटा या जानकारी नहीं दी है।

815 करोड़ रुपये का ट्रायल सैटेलाइट ऐपल

3 साल से ज्यादा समय के बाद अब ऐपल स्टूडियो को सैटेलाइट करने की तैयारी हो गई है। कंपनी अब प्रभावित उपभोक्ता को 815 करोड़ रुपये चुकाएगी। इससे हर प्रभावित सम्राट (जिसकी बातचीत को ऐपल ने 17 सितंबर, 2014 से लेकर 31 दिसंबर, 2024 तक रिकॉर्ड किया है) को 1,700 रुपये मिलेंगे। ऐपल अब भी इन आबंटन से इनकार कर रही है और वह सिर्फ इस चैप्टर को खत्म करने के लिए सैटलमेंट के लिए तैयार हो गई है।

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सिडनी IND बनाम AUS 5वें टेस्ट में विराट कोहली, केएल राहुल फिर क्यों विफल रहे, यहां जानें नवीनतम खेल समाचार

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बीजीटी 2024-25 में विराट कोहली और केएल राहुल: ऑस्ट्रेलिया के बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में भारतीय बैंक का फ्लॉप शो जारी है। सिडनी टेस्ट की पहली टीम दिन इंडिया मज़हब 185 पर आधारित थी। विराट कोहली और केएल राहुल फिर हुए निराश. भारत के लिए ऋषभ पंत ने सबसे ज्यादा 40 रन बनाए। जबकि अंत में रवीन्द्र जीडीपी ने 26 रन जोड़े। भारतीय कलाकार अनुष्का शर्मा ने 22 खिलाड़ियों का अहम योगदान दिया। केएल राहुल 14 ऑटोमोबाइल पर 4 रन बांके पॅलियन रेवेन्यू। वहीं, विराट कोहली ने 69 स्ट्राइकर पर 17 रन बनाए। इस तरह दोनों बल्लेबाज एक बार फिर आलोचक के प्रतिद्वंद्वी पर हैं।

अब सवाल है कि केएल राहुल और विराट कोहली कहां खो रहे हैं? दोनों दिग्गज बल्लेबाज़ क्यों ऑस्ट्रेलियाई अंकित मूल्य के सामने सिक्के टेक रहे हैं? असल में हम उन 3 पॉइंट्स पर नजर डालेंगे, जहां शायद केएल राहुल और विराट कोहली बेहतर कर सकते थे।

बाहर की गेंदों ने विराट कोहली का बेड़ा गर्क?

इस सीरीज में लगातार देखा जा रहा है कि विराट कोहली बाहरी कलाकारों से कलाकारी करने की कोशिश में उद्घाटन या नमूने में कैच थमा दे रहे हैं। विशेष रूप से, ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाजों ने विराट कोहली के खिलाफ पांचवी, छठी डोमिनियन की गेंद की रणनीति बनाई, जो काफी सफल रही। वहीं, केएल राहुल शुरुआती पारियों को छोड़ दिया जाए तो लगातार संघर्ष कर रहे हैं। विशेष तौर पर, केएल राहुल तेज गेंदबाज के खिलाफ लाचार नजर आ रहे हैं।

दोनों खिलाड़ियों के सामान में कमी!

केल राहुल और विराट कोहली जब भी क्रीज पर होते हैं तो उनकी कमी साफ नजर आती है। असली दोनों खिलाड़ी खराब फॉर्म से गुजर रहे हैं, उनका शानदार फिल्म देखने के दौरान मिल रहा है। इस सीरीज में देखा जा रहा है कि दोनों खिलाड़ी अपनी लय हासिल करने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। हालांकि, राहुल को कुछ पारियों में अच्छी शुरुआत जरूर मिली, लेकिन बाकी सभी में नाकाम रहे।

कंगारू नक्षत्र को अपने ऊपर हावी होने का दे रहा मौका!

केएल राहुल और विराट कोहली के खिलाफ़ के खिलाफ़ की स्ट्रेटेजी नज़र आती है, लेकिन दोनों भारतीय बल्लेबाज संशय की स्थिति में उलझे हुए हैं। इस दौरान देखा गया कि दोनों बल्लेबाज बहुत डिफेंसिव बैटिंग कर रहे हैं। जिसमें कंगारू राष्ट्रमण्डल का दबदबा होने के साथ-साथ कांस्टेंट सहयोगी भी बने हुए हैं। अगर दोनों बल्लेबाज आक्रामकता दिखाते हैं तो निश्चित रूप से जाति को अपनी लाइन और लंबाई में बदलाव के लिए मजबूर होना पड़ता है।

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पीएम मोदी प्रवासी भारतीय दिवस 2025 का उद्घाटन करेंगे, राष्ट्रपति मुर्मू समापन करेंगे

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प्रवासी भारतीय दिवस 2025: वर्ष 2025 में प्रवासी भारतीय दिवस का आयोजन ओडिशा की राजधानी बिहार में आयोजित किया जा रहा है। बिहार में 8-10 जनवरी तक प्रवासी भारतीय दिवस मनाया जाएगा।

9 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का उद्घाटन और 10 जनवरी को राष्ट्रपति का उद्घाटन द्रौपदी मुर्मू के ओर से इसका समापन हो गया. हालाँकि प्रवासी भारतीय दिवस की शुरुआत 8 जनवरी को युवा महोत्सव के साथ होगी।

त्रिनिदाद और टोबैगो के राष्ट्रपति हो सकते हैं मुख्य अतिथि

अधिकारियों के अनुसार इस बार त्रिनिदाद और टोबैगो के राष्ट्रपति प्रवासी भारतीय दिवस के मुख्य अतिथि होंगे। हालाँकि अभी तक इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। इसके अलावा लगभग 50 से अधिक देशों के प्रवासी इस कार्यक्रम में हिस्सा लेते हैं।

प्रवासी भारतीय दिवस की इंटरलोकेशन में ओडिशा सरकार और भारत का विदेश मंत्रालय शामिल है। भारतीय प्रवासी दिवस को लेकर विदेश मंत्रालय की एक मीडिया पुस्तिका के अनुसार 18वें पीबीडी की थीम ‘विकसित भारत के संकल्प में प्रवासी भारतीयों का योगदान’ होगा। प्रवासी भारतीय दिवस में कुछ बड़े विषयों पर चर्चा होगी।

1. वैश्विक विश्व में प्रवासी युवा नेतृत्व
2. प्रवासी कौशल की कहानियाँ
3. हरित क्षेत्र- सतत विकास में प्रवासी भारतीयों का योगदान
4. नारी शक्ति- महिला नेतृत्व व प्रभाव का जश्न
5. विदेशी संवाद- संस्कृति, इंटरमीडिएट और अपनेपन की कहानियाँ

भारतीय प्रवासी दिवस की शुरुआत पहली बार साल 2003 में अटल बिहारी भाई की सरकार में हुई थी। 2015 से हर वर्ष प्रवासी भारतीय दिवस मनाया जाता है लेकिन वर्ष 2015 से हर 2 वर्ष में एक बार प्रवासी भारतीय दिवस मनाया जाता है। पिछली बार वर्ष 2023 में प्रवासी भारतीय दिवस का आयोजन मध्य प्रदेश के इंदौर शहर में हुआ था।

साल 1915 में महात्मा गांधी जब दक्षिण अफ्रीका से भारत से अलग हो गए थे और उनके बाद भारत की आजादी के आंदोलन में शामिल हो गए थे। उसी की याद में 9 जनवरी को प्रवासी भारतीय दिवस मनाया जाने लगा। भारत के विकास में प्रवासी भारतीयों के योगदान को बढ़ावा देने और उन्हें एक बड़ा मंच प्रदान करने के लिए मनाया जाता है। प्रवासी भारतीय अपने तीर्थ की मिट्टी से हमेशा जुड़े रहते हैं, उस दिशा में भी यह एक बड़ा मंच साबित होता है।

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ब्रिटेन में पाकिस्तानी ग्रूमिंग गैंग में एलन मस्क ने अपनी भूमिका के लिए पीएम कीर स्टारर के खिलाफ मोर्चा खोला

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ब्रिटेन में पाकिस्तानी ग्रूमिंग गैंग का मुद्दा: ब्रिटेन में बनी ‘ग्रूमिंग गैंग’ की एक बार फिर से खोज हुई है। यूथ और सोशल मीडिया और प्लेटफॉर्म एक्स के मालिक एलन मस्क, हैरी पॉटर की लेखिका जेके राउलिंग, ब्रिटेन के पूर्व प्रधानमंत्री लिज ट्रज समेत कई देशों ने ब्रिटेन में बाल यौन शोषण के मामले को उजागर करने के लिए ब्रिटिश सरकार से पार्ट की मांग की है। इस केस में खास तौर पर 1997 से 2013 के बीच रॉडरहैम स्कैंडल का जिक्र किया गया था, जिसे ग्रूमिंग गैंग स्कैंडल भी कहा जाता है।

1400 नाबालिग बच्चियां स्कैंडल का बनीं दीवार शिकार

यॉर्कशायर के रॉडरहैम सिटी में साल 1997 से 2013 के बीच ब्रिटेन में सबसे गंभीर बाल यौन शोषण का मामला सामने आया था। एक स्वतंत्र जांच में पाया गया कि रॉडरहैम में 1997 से 2013 के बीच कम से कम 1400 नाबालिग बच्चों का यौन शोषण का शिकार बनाया गया था। ज्यादातर लड़कियों को एक संयुक्त गिरोह के जरिए बहला-फुसलाकर शिकार बनाया गया और उनकी बातें बताई गईं।

एलन मस्क ने कीर स्टारर की आलोचना की

सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स के मालिक एलन मस्क ने फ्री ग्रूमिंग गैंग स्कैंडल के दौरान कीर स्टारमर की भूमिका की आलोचना की है। एलन मस्क ने साल 2008 से 2013 के दौरान क्राउन प्रोसीक्यूशन सर्विस (सीपीएस) के प्रमुख के रूप में स्टारमर के खिताब को भी रेसिस्टेंस पर लिया है। मस्क ने आरोप लगाया कि बार-बार कानून लागू करने वाली संस्था और समाज सेवा करने वाले इस मामले में सही कार्रवाई और बच्चों की सुरक्षा करने में विफल रही हैं। रिआयत पर दार्शनिक करने के लिए गिरोह ने खतरनाक और शारीरिक बीमारियों का भी इस्तेमाल किया था।

ग्रूमिंग गैंग की झलक पर एलबम

एलन मस्क ने अपने पोस्ट में ग्रूमिंग गैंग का खुलासा किया। उन्होंने कहा, ‘यूके में यौन शोषण जैसे गंभीर अपराध के लिए पुलिस पर आरोप लगाने के लिए क्राउन प्रॉसिक्यूशन सर्विस की आवश्यकता है और यह मामला सामने आया तो उस वक्त सीपीएस के प्रमुख कौन थे?’ वहीं, लेखिका जेके राउलिंग ने इस मामले में एडवेंचर को ग्रूमिंग गैंस कहे पर रियल एस्टेट की पेशकश की।

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