पीएम मोदी का आपातकाल अनुभव: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उन्होंने शुक्रवार (3 जनवरी) को 1975 के दौरान एक कार्यक्रम के खिलाफ का जिक्र करते हुए कहा कि जब इंदिरा गांधी के तानाशाही जीरो के आंदोलन चल रहा था तब वह भी अंडरग्राउंड मूवमेंट का हिस्सा थे। उन्होंने बताया कि उस समय अशोक विहार उनके लिए आश्रय स्थल था, जहाँ उन्हें अपनी क्षति का परिणाम मिलता था। मोदी ने यह भी कहा कि वह इस संघर्ष का हिस्सा बनने पर गर्व महसूस करते हैं और यह अनुभव उनके जीवन का अहम हिस्सा था।
प्रधानमंत्री मोदी ने साल 2025 के लिए भारत के विकास की नई मानक पर भी बात की। उन्होंने कहा, “साल 2025 भारत के विकास के लिए कई नए अवशेष लेकर आएंगे।” उनका मानना है कि भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी आर्थिक शक्ति अपनी यात्रा को और तेजी से आगे बढ़ाएगा। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि भारत अब विश्व में राजनीतिक और आर्थिक स्थिरता का प्रतीक बन गया है। उन्होंने भरोसा जताया कि 2025 में भारत की ये भूमिका और नोटबंदी होगी।
पीएम ने 10 साल में 4 करोड़ से ज्यादा घरों का निर्माण कराया
मोदी ने इस अवसर पर यह भी उल्लेख किया कि उन्होंने कभी अपने लिए एक घर नहीं बनाया, लेकिन समुद्र तट पर चार करोड़ से अधिक गरीबों के लिए घर बनाए गए हैं। मोदी ने कहा, “मैंने भी कोई शीशम महल बनाया था, लेकिन मेरी गरीब बेटियों का सपना पूरा करना जारी है।” उन्होंने ये बयान अपनी सरकार की योजना और गरीबों के लिए गरीबों के लिए आवास की पेशकश का हवाला देते हुए दिया ताकि वे भी अपने घर का सपना पूरा कर सकें।