श्याम बेनेगल शिक्षा: काफी समय से बीमार चल रहे मशहूर फिल्म निर्देशक श्याम बेनेगल का आज निधन हो गया। श्याम बेनेगल की उम्र 90 साल थी. उनकी गिनती बॉलीवुड के टॉप फिल्म निर्देशकों में थी। लेकिन आपको क्या पता है कि वे कहां से पढ़ाई-लिखाई की थी। आइये जानते हैं…
श्याम बेनेगल ने सिकंदराबाद में उस्मानिया विश्वविद्यालय के निज़ाम कॉलेज से पढ़ाई की थी। इस कॉलेज से उन्होंने अर्थशास्त्र पोस्ट ग्रेजुएशन की पढ़ाई पूरी की थी। तुलना से उन्होंने एक फिल्म सोसायटी की शुरुआत की थी। श्याम बेनेगल किडनी की गंभीर बीमारी से पीड़ित थे।
1959 में उन्होंने मुंबई स्थित विज्ञापन एजेंसी, लिंटास एडवर्टाइजिंग में कॉपी-राइटर के रूप में काम करना शुरू किया। यहां उन्होंने धीरे-धीरे पोर्टेबल हेड्स के पैड से लेकर अपनी रिलीज राकेट तक का सफर तय किया। वर्ष 1962 में अपनी पहली डॉक्यूमेंट्री फिल्म “घेरे अरेस्ट गंगा” (गंगा द्वार पर) गुजराती में बनी। उनकी पहली खास फिल्म का निर्माण का सवाल अगले दशक तक अधूरा रहा, क्योंकि इसकी स्क्रिप्ट पर काम कर रहे थे।
यह भी पढ़ें:
उत्तर प्रदेश सरकार का बड़ा कदम, यूपी में निजी विश्वविद्यालय और विदेशी संस्थान स्थापित किये जायेंगे
एफटीआईआई से गहरा नाता
वर्ष 1966 और 1973 के मध्य बेनेगल ने पुणे में वर्तमान फिल्म और टेलीविजन इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (FTII) में अध्यापन किया और वर्ष 1980-83 और 1989-92 के समय में दो बार संस्थान के अध्यक्ष के रूप में भी दस्तावेज़ ग्रहण किया। इस वक्त तक उन्होंने डॉक्यूमेंट्री फिल्में बनाना शुरू कर दी थीं।
यह भी पढ़ें:
पिछले दस साल में क्लासिकल शिक्षा के क्षेत्र में ये बड़ा काम हुआ था, सरकार ने पूरे आंकड़े जारी कर दिए
पद्मश्री और पद्मभूषण से नवाजा गया
फिल्म निर्देशक श्याम बेनेगल साल 1976 में पद्मश्री और 1991 में पद्म से भूषण नवाजा गए थे। 8 अगस्त 2007 को उन्हें भारतीय सिनेमा का सर्वोच्च सम्मान, दादा साहेब फाल्के पुरस्कार (वर्ष 2005) दिया गया। इसके अलावा वे हिंदी सिनेमा में सर्वश्रेष्ठ फीचर फिल्म के लिए सात बार राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार विजेता रहे हैं।
यह भी पढ़ें:
यूजीसी नेट परीक्षा दिसंबर 2024 की योजना जारी, 3 जनवरी से शुरू होगी
शिक्षा ऋण की जानकारी:
शिक्षा ऋण ईएमआई की गणना करें