उत्तर प्रदेश विधानसभा ने उच्च शिक्षा क्षेत्र में सुधार की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। रविवार को राज्य विधानसभा ने अपने शीतकालीन सत्र के दौरान चार प्रमुख बाज़ार छोड़े। इन साज़िशों के अंतर्गत राज्य में तीन नये निजी विश्वविद्यालय और विदेशी प्रतिष्ठान स्थापित किये जायेंगे। राज्य को देश में एक प्रमुख शिक्षा केंद्र में नियुक्ति के लिए यह निर्णय लिया गया है।
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आधिकारिक दस्तावेज़ के अनुसार, नई फर्मों में विद्या विश्वविद्यालय, लिथुआनिया, रिपब्लिक यूनिवर्सिटी, रेजिनगर और चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी, उन्नाव शामिल हैं, जिस राज्य में स्थापित होने वाले नए विश्वविद्यालय हैं।
छात्रों को मॉडल विश्व वैज्ञानिक शिक्षा
इसके प्रभाव पर प्रकाश डालते हुए कहा गया कि उच्च शिक्षा मंत्री रिचर्ड नायडू ने कहा कि उच्च शिक्षा सुधारों से राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय दोनों ही मंचों पर उत्तर प्रदेश की छवि सबसे अच्छी होगी।
मूर्तिपूजक उपाध्याय ने कहा कि नए उद्योगों और विदेशी परिसरों की स्थापना से छात्रों को अपने घर में ही विश्व वैज्ञानिक शिक्षा प्राप्त करने का अवसर प्राप्त होगा। उन्हें अब बाहर जाने की ज़रूरत नहीं होगी, क्योंकि उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा अब सस्ती और आसानी से उपलब्ध होगी। उन्होंने कहा कि अब तक केवल उत्तर प्रदेश में पंजीकृत संस्थान ही राज्य में विश्वविद्यालय स्थापित कर सकते हैं। हालाँकि, न्यू प्रशांत महासागर में अन्य राज्यों में पंजीकृत पर्यटकों, निवेशकों और ट्रस्टों के लिए उत्तर प्रदेश में निजी विश्वविद्यालयों के प्रवेशद्वार खोल दिए गए। उन्होंने कहा कि प्रमाणित विदेशी प्राप्त विश्वविद्यालय द्वारा भी राज्य में परिसर स्थापित करने के लिए पात्र होंगे।
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