संविधान के 75 वर्ष: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने सोमवार (16 दिसंबर) और मंगलवार (17 दिसंबर) को अपने राज्य सचिवालय में रहने का निर्देश दिया है। जानकारियों के अनुसार यह निर्देश भारत के संविधान अंगीकरण की 75वीं वर्षगांठ पर आयोजित विशेष चर्चा का संदर्भ दिया गया है।
भाजपा ने अपने संगठन से आग्रह किया है कि वे दो दिन तक पूरे सदन में मौजूद रहें और सरकार के पक्ष का समर्थन करें। पार्टी का मानना है कि संविधान अंगीकरण की यह ऐतिहासिक विरासत, देश के लोकतांत्रिक ढांचे को मजबूत करने और संविधान की मूल भावना को बनाए रखने का प्रतीक है।
इस विशेष चर्चा का उद्देश्य क्या है?
इस विशेष चर्चा का उद्देश्य संविधान का महत्व, इसके मूल सिद्धांत और 75 वर्षों में इसके योगदान पर चर्चा है। सरकार इस मशीन का उपयोग संविधान के प्रति अपनी निष्ठा और लोकतांत्रिक विचारधारा को मजबूत करने के लिए अपनी सदस्यता को दोगुना करने के लिए कर रही है।
संगीत की उपस्थिति अनिवार्य
भाजपा ने अपने निर्देशों में यह स्पष्ट किया है कि सभी मंदिरों की उपस्थिति सुनिश्चित करने के दौरान इस विशेष चर्चा की जानी चाहिए। साथ ही पार्टी ने इसे एक महत्वपूर्ण अवसर प्रदान करते हुए सभी सदस्यों को इसमें सक्रिय भागीदारी की जिम्मेदारी दी है।
संविधान के कागजात को बनाए रखने का प्रयास
संविधान अंगीकरण की 75वीं वर्षगांठ पर यह चर्चा न केवल भारतीय लोकतंत्र की प्रगति और उपदेश का अनुमोदन का अवसर प्रदान करती है बल्कि यह उन उद्घाटनों और अवसरों पर गंभीर विचार करने का भी समय है जो संविधान के मूल सिद्धांतों और उपदेशों के माध्यम से देश के हैं। सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक विकास में योगदान देते हैं।