कुवैत हवाई अड्डे की खाड़ी हवाई उड़ान में तकनीकी खराबी के कारण फंसे भारतीय यात्री

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गल्फ एयर उड़ान तकनीकी गड़बड़ी: बहरीन से मैनचेस्टर जा रही ‘गाल्फ एयर’ की उड़ान को तकनीकी उद्यमों के साथ कुवैत हवाई अड्डे की ओर मोड़ दिया गया। भारतीय यात्रियों सहित कई लोग इस फ्लाइट में कर रहे थे जिनमें 20 घंटे से ज्यादा समय तक कुवैत एयरपोर्ट यात्रा पर रुकना शामिल था। जानकारी के अनुसार उड़ान 1 दिसंबर को रात 2:05 बजे शुरू हुई बहरीन से उड़ान भारी थी, लेकिन कुछ तकनीकी जानकारी के कारण इसे सुबह 4:01 बजे कुवैत में जारी किया गया।

भारतीय दूतावास ने यात्रियों की मदद के लिए तत्परता दिखाई। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर दूतावास ने जानकारी साझा की कि उनकी टीम ने तुरंत ही हवाई अड्डे पर छापे और ‘गल्फ एयर’ के अधिकारियों से समन्वय कर यात्रियों के लिए आवश्यक व्यवस्थाएं कीं। यात्रियों को कुवैत एयरपोर्ट के दो गेस्ट हाउस में ठहराया गया जहां यात्रियों के लिए भोजन और पानी की व्यवस्था की गई।

सुबह 4:34 बजे यात्रा फिर से शुरू हुई

सोमवार यानी आज सुबह 4:34 बजे ‘ग्ल्फ़ एयर’ का विमान मैनचेस्टर के लिए प्रस्थान हुआ। भारतीय दूतावास की टीम इस दौरान पूरी रात यात्रियों की सहायता के लिए वहां मौजूद रही। हालाँकि सोशल मीडिया पर कुछ यात्रियों ने आरोप लगाया कि शुरुआत में उनकी कोई मदद नहीं की गई, जिससे ई-कॉमर्स का सामना करना पड़ा।

यात्रियों की समीक्षाएँ और अनुभव

इसके बाद सोशल मीडिया पर कुछ यात्रियों ने अपनी आपबीती साझा की और आरोप लगाया कि भारतीय यात्रियों को बिना किसी मदद के छोड़ दिया गया। हालाँकि दूतावास ने यह स्पष्ट किया कि उनकी टीम ने स्थिति और यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए हर संभव प्रयास किया। ऐसे में इस इवेंट में फ्लाइट सुरक्षा और यात्रियों की सुविधा को लेकर मार्केट और एयरलाइंस की जिम्मेदारी पर सवाल उठाया गया है।

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हम दिल दे चुके सनम के सेट पर जब संजय भंसाली ने ऐश्वर्या राय को छुआ तो सलमान खान नाराज हो गए

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सलमान खान- ऐश्वर्या राय: कभी बॉलीवुड गलियारों में सलमान खान और ऐश्वर्या राय के इश्क के खूब चर्चे हुए थे। लेकिन ये जोड़ी टूट गयी थी. हालाँकि इनमें से कई किस्से आज भी प्रसिद्ध हैं। ऐसा ही एक किस्सा था कि जब एक डायरेक्टर ने ऐश्वर्या को टच किया था तो सलमान खान से आग बबुला हो गए थे।

जब संजय लीला भंसाली की फिल्म ऐश्वर्या राय को हटा दिया गया तो सलमान खान की मौत हो गई
ये किस्सा हम दिल दे असली सनम की शूटिंग के दौरान का है। इस फिल्म के आशिक और कहानी ही नहीं इसकी स्टोरीलाइन के लिए भी इस फिल्म की जबरदस्त धूम मची थी। वहीं इस फिल्म के सेट पर ही सलमान खान और ऐश्वर्या राय की लव स्टोरी शुरू हुई थी। सलमान खान ने कथित तौर पर ऐश्वर्या राय पर फिदा हो गए थे और उन्हें लेकर काफी पजेसिव भी थे।

फिल्म में ऐश्वर्या राय की ऑन-स्क्रीन मां का किरदार निभाने वाली स्मिता जयकर ने हाल ही में खुलासा किया था कि सलमान खान और ऐश्वर्या राय दोनों के बीच गहरे रिश्ते थे। एक बार ‘आंखों की गुस्ताखियां’ की शूटिंग के दौरान संजय लीला निर्देशित फिल्म अभिनेत्री ऐश्वर्या राय को एक सीन की खूबसूरत बातें समझ आ रही थीं। इस दौरान उन्होंने एक हरकत को लेकर अपने गुटों को छू लिया, हालांकि उनकी यह हरकत सलमान खान से हुई।

सलमान खान ने लगाई दी थी क्लास
रियाल स्मिता जयकर ने मनी कंट्रोलर के करीबी से कहा, ”मेरी आंखों की गुस्ताखियां गाने का एक सीन याद आया, जहां मेरे बगल में खड़ा था तो सलमान को घूमना था। संजय जाते हैं और उन्हें (ऐश को) इस तरह छूते हैं , और वह (सलमान) बाहर निकलते हैं और कहते हैं, ‘संजय सर, आपने उसे क्यों बंद कर दिया, आपको ऐसा नहीं करना चाहिए।’

हालाँकि उसी समय बात हो गई थी। लेकिन ऐश्वर्या राय के लिए सलमान खान का पेज सिवानेस दिखा दिया।

2001 ऐश्वर्या और सलमान खान का रिश्ता टूट गया था
कहा जाता है कि सलमान खान और ऐश्वर्या राय एक दूसरे से प्यार करते थे, लेकिन जल्द ही चीजें खराब हो गईं और 2001 में दोनों अलग हो गए। एक पुराने इंटरव्यू में सलमान खान के साथ अपने स्लोगन के बारे में बात करते हुए ऐश्वर्या राय ने एक बार कहा था कि उन्होंने अलग फैसला लिया है। उनका शराबी व्यवहार के साथ रिश्ता ख़त्म हो गया था। ऐश्वर्या राय ने यह भी कहा था कि उन्हें बाजार, शारीरिक और मनोवैज्ञानिक संतुलन, बेवफाई और मिश्रण में शामिल किया गया है।

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राहु केतु गोचर 2025 तिथि से इन राशि वालों को लाभ मिलेगा और मालामाल हो जायेंगे

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राहु-केतु गोचर 2025: नए साल की शुरुआत में कुछ ही दिन शेष बचे हैं। वर्ष 2025 में कुछ बड़े ग्रह गोचर होने वाले हैं। मायावी ग्रह राहु-केतु भी वर्ष 2025 में अपना राशि परिवर्तन करेंगे। इस समय मीन राशि में नक्षत्र हैं जबकि केतु कन्या राशि में नक्षत्र हैं। राहु और केतु के गोचर से इन 5 राशियों की हो सकती है लॉटरी, जानें कौन हैं वो राशियां जो होंगी भाग्यशाली।

राहु-केतु गोचर 2025 (राहु-केतु गोचर 2025)-

राहु-केतु का गोचर 18 मई 2025, रविवार सायं 4.30 मिनट पर होगा।

राहु और केतु किसी भी राशि में लगभग 18 महीने तक रहते हैं। इसके बाद अपना राशि परिवर्तन करते हैं। वर्ष 2025 में राहु का गोचर कुम्भ राशि में होगा। वहीं केतु का गोचर सिंह राशि में होगा। राहु और केतु मिलकर साल 2025 में इन डेमो का भाग्य चमका सकते हैं। जानिए कौन सी हैं वो राशियां राहु और केतु के परिवर्तन से होगा लाभ।

मिथुन राशि (Gemini)-
मिथुन राशि वालों के लिए साल 2025 शुभ रहने वाला है। राहु और केतु के गोचर से मिथुन राशि वालों को लाभ होगा। सफलता आपके कदम उठाएगी। आपका सूचीबद्ध कार्य इस वर्ष पूरा होगा। नौकरी और व्यवसाय में आपको विकास के अवसर प्राप्त होंगे। इस भी कार्य को अगर आप करेंगे तो पूर्ण श्रद्धा भाव के साथ।

मकर राशि (मकर राशि)-
मकर राशि वालों के लिए साल 2025 जीवन। राहु और केतु के राशि परिवर्तन के बाद आपको मेहनत का फल प्राप्त होगा। रिटर्न से लाभ हो सकता है. काम में बढ़ोतरी होगी. आपकी मेहनत रंग-बिरंगी। परिवार के साथ अनबन समाप्त हो जाएगी। संपत्ति से लाभ होगा.

मीन राशि (मीन)-
मीन राशि वालों के लिए साल 2025 शानदार रहेगा। राहु और केतु के राशि परिवर्तन से मीन राशि वालों को लाभ का अवसर प्राप्त होगा। अगर आप नौकरी करते हैं तो आपकी इन्कम में बढ़ोतरी हो सकती है और आय के अन्य साधन भी मिल सकते हैं। परिवार में सबसे प्यारी बनी रहेगी.

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अस्वीकरण: यहां चार्टर्ड सूचना सिर्फ अभ्यर्थियों और विद्वानों पर आधारित है। यहां यह जरूरी है कि ABPLive.com किसी भी तरह के सिद्धांत, जानकारी की पुष्टि नहीं होती है। किसी भी जानकारी या सिद्धांत को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें।

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डब्ल्यूटीसी अंक तालिका परिदृश्य भारत योग्यता संभावनाएं विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप फाइनल दक्षिण अफ्रीका ऑस्ट्रेलिया डब्ल्यूटीसी 2025 फाइनल

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नवीनतम डब्ल्यूटीसी अंक तालिका: भारत-ऑस्ट्रेलिया लेकर न्यूजीलैंड-इंग्लैंड और दक्षिण अफ्रीका-श्रीलंका इन दिनों टेस्ट सीरीज में शामिल हैं। इन टेस्ट श्रृंखलाओं में हो रहे मैचों के नतीजे वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल की रेस पर बहुत गहरा असर डाल रहे हैं। बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी 2024 के पहले मैच में भारत ने जीत हासिल की, वहीं अफ्रीका टीम की श्रीलंका के खिलाफ जीत के बाद फाइनल की रेस में बेहद रोमांचक मोड़ आ गया। पहले दक्षिण अफ्रीका के दूर-दूर तक कुछ भी हासिल करने से पहले खिताबी प्लेंट की रेस में शामिल नहीं था, लेकिन अब वह अगले 3 मैचों में फाइनल में अपनी जगह पक्की कर चुकी है।

भारत अभी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के पॉइंट्स टेबल में टॉप पर है, जिसके पॉइंट्स प्रतिशत 61.11 है। टीम इंडिया अभी भी चार और मैच खेल रही है, परिणाम ही तय है कि वह टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल में पहुंचे या नहीं। दूसरा नंबर दक्षिण अफ्रीका का है, जिसका अंक प्रतिशत 59.26 है। ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड और श्रीलंका क्रमशः तीसरे, चौथे और पांचवें स्थान पर बने हुए हैं।

सभी टीमों के लिए फाइनल का गुणांक

शीर्ष पर मौजूद भारत ने यदि बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी 2024 में ऑस्ट्रेलिया को 4-0 से हराया या बेहतर इंटरेस्ट से हरा दिया तो उसे डायरेक्ट फाइनल में एंट्री मिल जाएगी। अगर ऐसा नहीं हुआ तो टीम इंडिया को फाइनल में जगह बनाने के लिए दूसरी बार फैसले पर प्रतिबंध लगा दिया जाएगा। दक्षिण अफ्रीका अभी भी एक और पाकिस्तान के खिलाफ दो टेस्ट मैचों में आक्रामक है। अफ्रीकी टीम अगर तीसरे मैच में जीतती है तो फाइनल में उसकी लगभग तय हो जाएगी।

ऑस्ट्रेलिया के स्थिर टेस्ट चैंपियनशिप की योजना में 6 मैच बाकी हैं। यदि कंगारू टीम फाइनल में जाती है तो उसे चार या अधिक जीत दर्ज करनी होगी। चौथे नंबर पर न्यूजीलैंड के फाइनल में जाने की राह अब लगभग असंभव हो गई है। वहीं 2024 में अपने प्रदर्शन से तहलका मचाने वाली श्रीलंका को खिताबी भूमिका में प्रवेश पाने के लिए बाकी तीसरे टेस्ट मैच की कड़ी जरूरत है।

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बेटी ने अपने पिता से रचाई शादी, जानिए वायरल वीडियो का सच!

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ट्रेंडिंग वीडियो: एक डेट वाले वायरल वीडियो में एक लड़की अपने पिता को अपना पति बताती है और दावा करती है कि मंदिर में पारंपरिक समारोह में उनकी शादी हुई थी। उपभोक्ताओं को हैरान कर देने वाला यह वीडियो पिता-बेटी और भाई-बहन जैसे पवित्र राष्ट्र को कलंकित करता हुआ दिखाई दे रहा है। वीडियो में 24 साल की महिला बेबाकी कहती है, “ये मेरे पापा हैं और हम शादी करके खुश हैं।” उनके बगल में उनके 50 साल के ‘पिता’ ने अपने साथी की पुष्टि करते हुए कहा है, ”हां, ये मेरी बेटी है. तो इसमें समस्या क्या है?”

बेटी ने पिता से की शादी?

इस वीडियो को हाल ही में समाजवादी पार्टी के जय सिंह यादव ने एक्स पर शेयर किया था, जिसे लाखों बार देखा गया और लोगों का ध्यान इस पर गया। हालाँकि माना जाता है कि यह वीडियो 2020 से पहले का है (यह सबसे पहले टिकटॉक पर पोस्ट किया गया था जो अब भारत में प्रतिबंधित है), लीगल, एक्ट और सोशल नॉर्म्स के बारे में नई बहस जारी की है। कई उपभोक्ताओं ने इस वीडियो को फर्जी करार दिया है, जबकि कुछ लोगों का कहना है कि यह केवल मनोरंजन के उद्देश्य से बनाया गया है। हालाँकि एबीपी न्यूज़ ऐसे किसी भी दावे की पुष्टि नहीं करता है।

व्युत्पत्ति ने फ्रेंचाइजी और फ़र्ज़ी वीडियो के बारे में बताया

इस वीडियो को सोशल मीडिया पर पसंदीदा उम्मीदवार मिले हैं। जहां कुछ दर्शकों ने इसे पब्लि सिटी स्ट्रीट बताया है, वहीं अन्य लोगों ने इसकी तरह-तरह की निंदा की है। एक विपक्षी ने कानून के निहितार्थ के खिलाफ कहा कि हिंदू विवाह संहिता के तहत इस तरह की शादी को सामाजिक आचरण के तहत और अवैध माना जाता है, जिससे भारतीय कानून के तहत विवाह को सामाजिक आचरण के तहत माना जाता है। एक अन्य गीतकार ने लिखा, ”ऐसे लोगों को सभी मंचों से प्रतिबंधित किया जाना चाहिए.”

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इससे पहले भी कई वीडियो वायरल हुए हैं

इससे पहले भी इस तरह के कई सारे वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो चुके हैं, जिनमें कोई बेटा अपनी मां से शादी करने का दावा कर रहा है तो कोई लड़की अपनी मां के साथ भागकर शादी करने का दावा कर रही है। कुल मिलाकर इस वीडियो का जो सच है वो पूरी तरह से स्पष्ट नहीं हो पाया है। लेकिन बताया जा रहा है कि यह वीडियो स्क्रिप्टेड है और व्यूज और वायरल होने की अपील की गई है।

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ईपीएफ वेतन सीमा वर्तमान में 15000 रुपये से दोगुनी होकर 30000 रुपये करने की तैयारी, विवरण यहां जानें

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ईपीएफओ वेतन सीमा में बढ़ोतरी: केंद्र सरकार के कर्मचारियों के लिए सोशल सिक्योरिटी स्कीम (सामाजिक सुरक्षा योजना) को और मजबूत करने की तैयारी है, जिससे वे अधिक से अधिक पेंशन हासिल कर सकें। श्रम एवं रोजगार मंत्रालय द्वारा अधिक से अधिक कर्मचारियों को ईपीएफ-ईपीएफ-ईएसआईसी के कर्मचारियों को अनिवार्य बनाने के उद्देश्य से एम्पलॉय प्राविडेंट फंड (ईपीएफ) और एम्पलॉय स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (ईएसआईसी) के अंतर्गत न्यूनतम वेतन सीमा (न्यूनतम वेतन सीमा) को दोगुना किया गया है। यह 15000 रुपये से लेकर 30000 रुपये तक हो सकता है. सरकार के इस फैसले से पता चलता है कि ईपीएफ-ईएसईएससी के सामाजिक कर्मचारियों को करीब 1 करोड़ नए कर्मचारी मिलेंगे।

2014 में वेज लिमिट बढ़ाई गई

कर्मचारियों के कर्मचारियों के वेतन से ईपीएफ- ईएसआईसी एमएडी में कटौती के लिए वेज लिमिट पिछली बार 2014 में स्केल कर दी गई थी। तब न्यूनतम सब्जी सीमा 6500 रुपये से बढ़ाकर 15000 रुपये कर दी गई थी. अब 10 साल बाद फिर से इसे बढ़ाने की तैयारी है। ईपीएफ- ईएसआईसी वेज लिमिट को बढ़ाने से कर्मचारियों के वेतन से प्रोविडेंट फंड के लिए ज्यादा पैसा कटेगा। साथ ही स्टाफ प्रोविडेंट फंड में अपने वेतन से अधिकतम योगदान दे देना।

ईपीएफ खाते में जमा होगा अधिकतम नकद

एम्प्लॉय प्रविडेंट फंड में कर्मचारियों और एम्प्लॉयर दोनों का ही योगदान होता है। ईपीएफ में कर्मचारियों को अपने फ़्रैंचाइज़ी वेतन का 12 प्रतिशत महंगाई भत्ता देना जरूरी है। ई-पीएस (EPS) में कर्मचारियों को अपनी ओर से कोई योगदान नहीं देना होता है. लेकिन ई पी एस यानी कर्मचारी पेंशन योजना में 12 प्रतिशत ई पी एस (कर्मचारी पेंशन योजना) में से 12 प्रतिशत और ई पी एस (कर्मचारी पेंशन योजना) में 3.67 प्रतिशत कर्मचारियों के ई पेंशन में 3.67 प्रतिशत पैसा जमा होना होता है। ईपीएफ के लिए वेजे लिमिट बढ़ने से कर्मचारियों के ईपीएफ खाते में भारी नकदी जमा होगी. उदाहरण के लिए यदि किसी कर्मचारी का स्टाफ़ का स्क्रैप 15000 रुपये है तो ईपीएफ़ स्केट में 1800 रुपये जमा होता है। और अगर वेज़ लिमिट बढ़ गई 30000 रुपये हो गई तो जिन कर्मचारियों की सैलरी 30000 रुपये हो गई उन कर्मचारियों के ई-ऑफ़ में 3600 रुपये जमा हो गए।

अधिकांश कर्मचारी आयेंगे ईएफ़एफ़ के कर्मचारियों में!

ईपीएफ-ईपीएस की वैज लिमिट के तहत कर्मचारियों के लिए वो सीमा है ईपीएफ-ईपीएस वैज्ञानिक में अपनी ओर से कानूनी रूप से योगदान देना जरूरी होता है। स्थायी समय में यदि किसी कर्मचारी का वेतन 15000 रुपये से अधिक है तो ईपीएफ से बाहर रहने के विकल्प का चयन किया जा सकता है। लेकिन वेज़ लिमिट को 30000 रुपये कर दिया गया तो ज़्यादातर लोग ई फ़ाफ़ के ग्रुप में आ गए। कुल समय में 7 करोड़ सब्सक्राइबर्स ईपीएफओ (EPFO) के सदस्य हैं.

सीबीटी में बनी सहमति!

शनिवार 30 नवंबर, 2024 को ईपीएफओ के सेंट्रल बोर्ड ऑफ ट्रस्टीज की हुई बैठक में भी इस मुद्दे पर चर्चा हुई है। श्रम मंत्रालय से लेकर सेंट्रल बोर्ड ऑफ ट्रस्टीज (सीबीटी) के सदस्य वेजे लिमिट को बढ़ाने के पक्ष में है। और ये माना जा रहा है कि इस पर अंतिम फैसला नए साल 2025 फरवरी महीने में होने वाली सेंट्रल बोर्ड ऑफ ट्रस्टीज की बैठक में लिया जा सकता है.

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20K से कम कीमत वाले स्मार्टफोन Redmi OnePlus iQOO Realme स्पेसिफिकेशन और अधिक वर्ष 2024

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20 हजार से कम कीमत वाले स्मार्टफोन: भारतीय बाजार में 5G स्मार्टफोन की डिजायन काफी तेजी से बढ़ी है। अब लोग कम कीमत में ज्यादातर फीचर्स वाले इक्विपमेंट्स को खरीदना पसंद करते हैं। वहीं अब साल खत्म होने वाला है, तो आइए जानते हैं कि 20 हजार रुपये की रेंज में आने वाले कौन से सेटेक आपके लिए एक अच्छा विकल्प साबित हो सकते हैं। इस लिस्ट में वनप्लस (OnePlus) से लेकर रेडमी (Redmi) केटेक्निक्स तक शामिल है।

रेडमी नोट 13 प्रो 5जी

इस डिवाइस में 8GB रैम के साथ 128GB की स्टोरेज मिलती है। कंपनी का ये एक बजटीय मित्रतापत्र माना जाता है। इस उपकरण में 200 फोर्ट का प्राइमरी कैमरा भी देखने को मिलता है। फोन में ड्रैगन कैमरा है। पावर के लिए 5100mAh की दमदार बैटरी उपलब्ध कराई गई है। ये बैटरी फास्टैग को भी सपोर्ट करता है.

ये उपकरण असॉल्ट ऑक्टाकोर प्रोडक्ट से लैस है। साथ ही ये फोन 13 ऑपरेटिंग सिस्टम पर काम करता है। इसकी बात करें तो ई-कॉमर्स वेबसाइट फ्लिपकार्ट (फ्लिपकार्ट) पर इसे 18,225 रुपये में खरीदा जा सकता है।

वनप्लस नॉर्ड CE4 लाइट 5G

वनप्लस का ये उपकरण भी एक शानदार उपकरण माना जाता है। इस फोन में कंपनी ने 8GB रैम के साथ 128GB की स्टोरेज उपलब्ध है। वहीं फोन में स्केच कैमरा दिया गया है। लीगल में 50 फ़्रॉमारी का प्राइमरी कैमरा मौजूद है। पावर के लिए 5500mAh की टैग बैटरी उपलब्ध कराई गई है जो फास्ट रिजर्व को भी सपोर्ट करती है।

टेक्नोलॉजी में 6.67 इंच का डिस्प्ले उपलब्ध कराया गया है जो 120 इंच के रिफ्रेश रेट को सपोर्ट करता है। की बात करें तो स्टेटिकॉर्ट पर यह स्टॉक मार्केट 18,190 रुपये में लिस्ट हुआ है। इसे आप सामान पर भी खरीद सकते हैं।

रियलमी नार्ज़ो 70 प्रो

रियलमी का यह फोन स्टाइलिश डिजाइन और दमदार फीचर्स के साथ आता है। इसमें ऑक्टा कोर का सिस्टम दिया गया है। वहीं ये फोन 50MP प्राइमरी कैमरे के साथ आता है। पावर के लिए टेक्नोलॉजी में 5000mAh की बैटरी दी गई है। यह फोन 33W फास्ट रिजर्वेशन को भी सपोर्ट करता है। 17,613 रुपये की कीमत पर इस अपार्टमेंट को सूचीबद्ध किया गया है। यह भी एक बेहतरीन बजटीय मित्रता उपकरण माना जाता है।

iQOO Z9

iQOO Z9 गेमिंग के शौकीनों के लिए एक बेहतरीन विकल्प है। इसमें डाइमेंशन 7200 विक्रय मूल्य उपलब्ध है। फोन के साथ 6.67 इंच का एमोलेड डिस्प्ले ही उपलब्ध है। ये डिप्लॉयमेंट 120Hz के रिफ्रेश रेट को सपोर्ट करता है। वहीं फोन में 50 फ्लोरेंस के प्राइमरी कैमरे के साथ एक 2 फ्लोरेंस का डेप्थ कैमरा दिया गया है. सेल्फी और वीडियो कॉल के लिए फोन में 16 नंबर पर फ्रंट कैमरा मौजूद है।

पावर के लिए 5000mAh की बैटरी दी गई है जो 44W के फ्लैश रिजर्व को सपोर्ट करती है। फ्लिपकार्ट पर इसस्टार्ट की कीमत 17,986 रुपये रखी गई है।

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पेपर लीक के कारण बिहार सीएचओ परीक्षा रद्द, नौकरी चाहने वालों के लिए बड़ा झटका

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बिहार सीएचओ परीक्षा: बिहार में एक और परीक्षा पेपर लाइक को रद्द कर दिया गया है। इस बार साइकल हेल्थ वैल्यूएशन (सीएचओ) की परीक्षा रद्द कर दी गई है। इस परीक्षा की तारीख एक और दो दिसंबर थी। बताया जा रहा है कि आने वाले कुछ दिनों में फिर से परीक्षा की नई तारीखें जारी की जाएंगी। इस परीक्षा को लेकर कई तरह की रिसर्च मिल रही थी, जिसके बाद इस परीक्षा को रद्द कर दिया गया है।

इससे पहले रविवार को बिहार राज्य स्वास्थ्य समिति की राष्ट्रीय स्वास्थ्य समिति यानी सीएचओ का आयोजन किया गया था, जिसे धांधली के बाद रद्द कर दिया गया था। वहीं, अब आज वाली परीक्षा को भी रद्द किया जा रहा है. हालाँकि, अब यह परीक्षा आयोजित होगी, इसकी कोई आधिकारिक जानकारी सामने नहीं आई है, लेकिन ऐसा माना जा रहा है कि यह परीक्षा जल्द ही आयोजित की जाएगी।

ऑफ़लाइन सेंट्रो पर गड़बड़ी के मिले प्रतीक थे

शिक्षाविदों की ऑफ़लाइन सेंट्रो पर गड़बड़ी के कई संकेत मिले थे। जिसके बाद 4500 सीएचओ की बहाली के लिए होने वाली परीक्षा को रद्द करने का निर्णय लिया गया।

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मीडिया अर्थशास्त्री के अनुसार, जिन केन्द्रों को पहले से संदिग्ध माना जा रहा था, वहाँ भी परीक्षा केन्द्र बनाये गये थे। रविवार को पटना पुलिस की टीम ने 12 ऑनलाइन फिल्मों पर एक साथ एक निष्कर्ष निकाला। इस वस्तु के बाद 12 से अधिक लोगों को हिरासत में लिया गया। साथ ही दो सेंटरों को सील कर दिया गया।

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ऑडियंस और व्हाट्सएप चैट वायरल हो गई थी

स्कॉलर है कि दो दिन पहले सी.बी.आई. से संबंधित ऑडियो व्हाट्सएप चैट वायरल हुआ था। इसके बाद राज्य स्वास्थ्य समिति ने डॉक्टर को लिखित पत्र जांच का आदेश दिया था। साथ ही पुलिस ने रविवार को परीक्षा होने से पहले ही तलाशी कर दी। स्टॉक पुलिस विभाग में पूछताछ के लिए पूछताछ की जा रही है।

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राय: भारतीय दर्शन और दर्शन से पहले बांग्लादेश में धर्मगुरुओं की गद्दारी, वहां खतरे में हिंदू

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<पी शैली="पाठ-संरेखण: औचित्य सिद्ध करें;">सनातन, सभ्यता, संस्कृति और संस्कार ये सिर्फ किसी एक भाषा के चार शब्द नहीं है। अन्तिम युग परिवर्तन होता देखा है. भारत की कलाकृतियाँ, संवरती और रेगिस्तानी जीवविज्ञान के साक्षी हैं। कहीं चर्चा में ये शब्द बोले या सुने जा रहे हैं तो तय है, वहां भारत के संदर्भ में बात हो रही है. अलग-अलग संप्रदाय वाले दुनिया में छोटे बड़े अनेक  देश हैं, मगर अनगिनत भिक्षुओं के साथ सिर पर्वत जो इकलौता देश खड़ा है, वह भारत ही है, जो सनातन, संस्कृति, संस्कृति और संस्कारों के साथ विभिन्नताओं से बना है। भारत के विषय में जहां बार-बार कहा जाता है यूनान मिश्र रोमन से, सब मिट गए से, मगर है अब तक नमो निशां हमारा, कुछ बात है कि हस्ती, मिट्टी नहीं हमारी, चला जा रहा है दुश्मन, दौर ए जहां हमारा… पी> <पी शैली="पाठ-संरेखण: औचित्य सिद्ध करें;">आज सनातन धर्म में गहरी आस्था रखने वाले ना केवल दुनिया के हर कोने में बसे हैं। वहां रहते हुए अपनी संपत्ति और संस्कारों से समाज को नई दिशा दे रहे हैं। आये दिन दुनिया के किसी ना किसी देश से भारतवंशियों की प्रार्थना के साथ उच्च पदाधिकारियों पर आसीन होना और नई अहम् मुलाकात की भरोसेमंद मीडिया की अभिव्यक्ति में होना है। वह भी बिना किसी जातिवाद, क्षेत्रवाद या परमाणु ऊर्जा निगम के कारगुज़ारियों के साथ पैदा हुए। वे संस्कार हैं जो सनातन धर्म के अमर वाक्य हैं जियो और जीव दो में रचे बसे हैं। 

सर्वे भवन्तु सुखिनः सर्वे सन्तु निरामया। 
सर्वे भद्राणि पश्यन्तु मा कश्चित् दुःखभाग भवेत्।

सभी सुखी हों, सभी रोग मुक्त रहें, सभी मंगलमय के साक्षी बनें और दुखों का भागी न बनें। मित्र मंगलकामनों के साथ आपका दिन मंगलमय हो। दुनिया में इस तरह की इच्छा केवल अपनी जाति धर्म के अलावा हर किसी के लिए की जाती है, यह प्रार्थना करने वाला केवल सनातनी ही होगा, दूसरा नहीं। वहीं संपूर्ण विश्व में एक परिवार का सिद्धांत केवल भारतीय दर्शन में ही है, जो महाउपनिषद‌ पहली बार “वसुधैव कुटुम्बकम्” के रूप में बताया गया है।

पिछले दिनों कनाडा में जो हुआ और उसके बाद पड़ोसी बांग्लादेश में जो हो रहा है, उसमें उन्माद, अशांति और मानवीय विद्रोह का कोलाहल स्पष्ट रूप से बताया गया है। दो दिनों से दुनिया के सबसे पुराने नगरों में से एक महादेव की नगरी काशी में एक महासम्मेलन चल रहा है। इस महासम्मेलन में द्वादश ज्योतिर्लिंग और 51 शक्तिपीठों के पीठाधीश्वर शामिल हैं। इस पवित्र आयोजन में भी कनाडा और बांग्लादेश की घटनाओं पर चिंता के साथ बुद्धिहीनों को सद्बुद्धि की कामना की गई, ताकि मानवता के हित का मूल नाश होने से पहले उन्हें अपना सुधार कर सही दिशा दी जा सके।

आश्चर्य ने कहा था कि जो महासम्मेलन काशी विश्वनाथ में 30 नवंबर से शुरू हुआ और एक दिसंबर तक जारी रहेगा, उस पवित्र कार्यक्रम में बांग्लादेश से शामिल हुए शक्तिपीठों के पीठाधीश्वरों को भारत जाने वाले पहले ही गिरफ्तार कर लिया गया था। है. हालाँकि एक याचिका प्रमुख यहाँ पहुँचने में सफल रहे हैं। उनका कहना है कि बांग्लादेश में हालात बद से बदतर हैं। हिंदू समाज संकट की घड़ी से गुजर रहा है। जिस तरह की बीमारी वहां पैदा होती है, उसके लिए भारत सरकार को भी कदम उठाना चाहिए। ताकि हिंदू समाज का अधिकार और सुरक्षा सुनिश्चित हो सके। 

51 शक्तिपीठों में से भद्रकाली शक्तिपीठ के पीठाधीश्वर पंडित सतपाल शर्मा ने बताया कि वाराणसी में यह दूसरा ऐतिहासिक आयोजन हुआ, जिसमें सनातन धर्म की एकता को नई मान्यता दी गई। आयोजन का उद्देश्य सनातन धर्म के विभिन्न तीर्थस्थलों और समुदायों को एक मंच पर शामिल करने का कार्य वाराणसी के रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर में सनातन अनुसंधान और ट्राइडेंट सेवा समिति ट्रस्ट ने आयोजित किया। भारत समेत श्रीलंका, नेपाल, बांग्लादेश और पाकिस्तान जैसे देशों से सनातन धर्म के अनुयायियों ने भाग लिया सनातनियों के साथ यह व्यवहार नहीं हो सकता। इस महासम्मेलन में कनाडा और बांग्लादेश जैसी घटनाओं की निंदा की गई उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम कमिश्नर रीडर्स, राज्य मंत्री डॉ. दयाशंकर मिश्र, संत प्रखर महाराज, कश्मीर पितृ स्वामी अमृतानंद महाराज, विश्व हिंदू परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष आलोक कुमार और मध्य प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री मंत्री डॉ. डॉ. रमन त्रिया सहित देश विदेश से आये सनातनियों ने की। 

भारत, पाकिस्तान, श्रीलंका, बांग्लादेश और नेपाल में सुशोभित दिव्य 51 शक्तिपीठों में स्थापित मिट्टी से बनी शिव-सती की मूर्ति इस आयोजन का विशेष आकर्षण रही। इस मूर्ति को अगले 1 वर्ष में देश के विभिन्न प्रसिद्ध चित्रों में ले जाया जाएगा। यहां के संगीतकार और नमूने यह कहते हैं कि जैसे बांग्लादेश में बांग्लादेश बने हुए हैं, क्या दिव्य स्मारकों को गरिमापूर्ण वातावरण में ले जाने का कभी अवसर मिलेगा या नहीं? यह भविष्य में बांग्लादेश के हालातों पर प्रतिबंध लगाएगा। इस प्रकार का आयोजन धार्मिक और सांस्कृतिक विचारधारा को मजबूत बनाता है। संयुक्त अरब अमीरात में अमीरात शक्ति पीठों के बीच एकता, सहयोग, और समन्वय को। मगर इसके विपरीत चिंता और विचार-विमर्श मुख्य रूप से हिंदू मूर्तियों पर प्रतिबंध और धार्मिक स्वतंत्रता की सुरक्षा पर हुआ। यहां अन्य विषयों के साथ कनाडा और बांग्लादेश में हिंदू चित्रों पर हो रहे अत्याचारियों की निंदा कर संप्रदाय से प्रस्ताव रखा गया।

(नोट- ऊपर दिए गए विचार लेखक के व्यक्तिगत विचार हैं। पता नहीं है कि एबीपी न्यूज ग्रुप इस पर सहमत नहीं है। यह लेख केवल लेखक के लिए सभी दावे या मान्यताओं से जुड़ा है।)

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विश्व के सबसे क्रोधी देशों की सूची में लेबनान शीर्ष पर है, टर्की दूसरे स्थान पर है, जानें भारत का स्थान कहां है

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विश्व का सबसे क्रोधी देश: दुनिया में अलग-अलग देशों में रह रहे नागरिक कई तरह की लिस्ट लेकर सामने आते हैं, जैसे हैप्पीनेस लीडर्स लिस्ट, अमीर देशों की लिस्ट, गरीब देशों की लिस्ट आदि। ऐसी ही एक और सूची सामने आई है, जो कि अम्रोट पर आधारित है। इस सूची को गैलप ने तैयार किया है। 2024 ग्लोबल इमोशन्स रिपोर्ट के अनुसार, लेबनान दुनिया के सबसे बड़े देशों की सूची में पहले नंबर पर मौजूद है। इसकी करीब 49% आबादी को गुस्सा आने की बात कही है. यह पात्र देश में चल रहे राजनीतिक, आर्थिक और सामाजिक संकटों की सूची में शामिल हैं।

इस वक्त लेबनान-इजरायल के जारी लेख जंग में चर्चा हुई है, जिसके कारण वहां की जनता काफी निराश है। इस दौरान इजराइली दावे में अब तक करीब 3000 लोगों की मौत हो गई है, जिसके कारण देश में विनाशकारी आर्थिक स्थिति पैदा हो गई है, जनता में व्यापक असंतोष पैदा हो गया है। सांप्रदायिक विभाजन और संघर्ष ने समाज को और अधिक अस्थिर बना दिया है।

भारत की स्थिति में गुसल देश की सूची
दूसरे नंबर पर 48 प्रतिशत के साथ लेबनान है। जो साल की शुरुआत में भूकंप से हुई तबाही और आर्थिक संकट की वजह से अब तक रिकवरी नहीं मिली है। तीसरे नंबर पर आर्मेनिया है. जो हाल के समय में नागोर्नो-काराबाख संघर्ष और क्षेत्रीय बैठक से संबंधित है। इसके अलावा सूची में इराक, अफगानिस्तान, जॉर्डन, माली और सिएरा लियोन भी शामिल हैं। हालाँकि, इस सूची में भारत का कौन सा नंबर है, इसकी जानकारी उपलब्ध नहीं है।

लेबनान में उग्र वृद्धि की वजह
लेबनान में गुस्सा बढ़ने की सबसे बड़ी वजह है हिज्बो का प्रभाव। इसकी सैन्य और राजनीतिक ताकतों ने शासन व्यवस्था को ध्वस्त कर दिया। इजराइल के साथ बढ़ते तनाव ने लेबनानी लोगों के बीच सुरक्षा को और गहरा कर दिया है। इस वजह से देश में 2024 में 6.6% आर्थिक गिरावट का सामना करना पड़ा। कभी मध्य पूर्व का गठबंधन कहा जाने वाला लेबनान अब राजनीतिक और आर्थिक विचारधारा का प्रतीक बन गया है।

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