गन और टैक्स धोखाधड़ी मामले में जो बिडेन के बेटे हंटर बिडेन क्षमा ने अमेरिकी न्याय पर गंभीर सवाल उठाए | प्राइमरी के बेटों को मिली गन और टैक्स फ्रॉड मामले में माफ़ी! भारतीय बिजनेसमैन सुहेल सेठ बोले

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हंटर बिडेन का जो बिडेन क्षमा: अमेरिकी राष्ट्रपति जो सुपरमार्केट ने अपने बेटे हंटर सुपरमार्केट को दी है, जिस पर भारतीय सुपरमार्केट सुहेल सेठ ने प्रतिक्रिया दी है। सुहेल सेठ ने इसे अमेरिकी न्याय प्रणाली का मज़ाक करार दिया है। उन्होंने इस राजनीतिकरण के प्रतीक पर अमेरिकी न्याय विभाग पर गंभीर आरोप लगाए हैं।

हंटर मास्टर को बंदूक रखने और टैक्स फ्रॉड के मामले में 16 दिसंबर को दोषी करार दिया गया था। सुहेल सेठ ने कहा, “कल जो सार्जेंट ने अपने बेटे हंटर सार्जेंट को बिना शर्त माफ़ी दी, यह अमेरिकी न्याय प्रणाली का मजाक है। अमेरिका में न्याय विभाग को हथियार बनाया गया है। हमने देखा कि डोनाल्ड साझी के साथ क्या हुआ।” जज जिसने अनैथिक को बनाया था, अब वही मामला वापस ले लिया है। यह एक अनहोली मेस (अनैतिक) है।” उन्होंने इस मुद्दे को भारत से भी जोड़ा और कहा कि यह भारतीय साहस की सफलता से जुड़े मामलों को लेकर अमेरिका के गिरोह को दर्शाता है।

अडानी मामले का ज़िक्र

सुहेल सेठ ने अडानी ग्रुप का उदाहरण देते हुए कहा, ”मैंने अडानी के साथ क्या देखा? पहले उन्होंने प्रेस कंजेशन जारी किया था कि अडानी का नाम लिया गया था. फिर उन्होंने दूसरा कंजेशन जारी किया है कि उनका नाम नहीं है.” भारतीय व्यावसायिक सफलता का राजनीतिकरण है।” सेठ ने अमेरिकी राष्ट्रपति की माफ़ी पर सवाल उठाते हुए कहा, ”अगर अमेरिकी राष्ट्रपति को लगता है कि उनके बेटे के साथ अन्याय हुआ है तो क्या वह किसी भारतीय कंपनी के साथ न्याय कर सकते हैं, क्या वह अडानी हो सकते हैं या कोई और?” “

अमेरिका को ‘बनाना रिपब्लिक’ बताया गया

सुहेल सेठ ने अमेरिकी न्याय प्रणाली पर कटाक्ष करते हुए कहा, “अमेरिकियों को यह विश्वास चाहिए कि वे वास्तव में एक गणतंत्र में रह रहे हैं, जहां उनका साम्राज्य टूट रहा है, खासकर जब वे मानते हैं कि न्याय उनकी एक महत्वपूर्ण उम्मीद का स्तंभ है है।” यह दावा अमेरिकी न्याय व्यवस्था और अंतर्राष्ट्रीय राजनीति के जटिल संबंधों पर नए सवाल उठाता है, जो वैश्विक स्तर पर गंभीर बहस का अंत बन सकता है।

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पाकिस्तान में इंटरनेट हुआ धीमा, नहीं चल रहे सोशल मीडिया ऐप्स, जानें इसके पीछे की वजह

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पाकिस्तान धीमा इंटरनेट: जहां एक तरफ पूरी दुनिया में हाई इंटरनेट स्पीड के चर्चे हो रहे हैं। वहीं दूसरी ओर पाकिस्तान के लोग स्लोगन इंटरनेट से संबंधित हैं। कराची से लाहौर तक, पाकिस्तान में इंटरनेट की गति बेहद धीमी हो गई है, जिसमें चार टुकड़ों का काफी अध्ययन किया जा रहा है। मीडिया एडिटोरियल के अनुसार, व्हाट्सएप, फेसबुक, फेसबुक और टिकटॉक जैसे लोकप्रिय सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म तक लोग एक्टर नहीं कर पा रहे हैं।

इसके पीछे क्या कारण है

दस्तावेज़ के अनुसार, पाकिस्तान सरकार ने “फ़ायरवॉल” लागू किया है, जो सोशल मीडिया पर देश विरोधी सामग्री की निगरानी के लिए लागू किया गया है। हालाँकि, इस कदम से इंटरनेट की गति पर बुरा प्रभाव पड़ा है। सरकार ने इन आवेदकों को नामांकित से लेने के बजाय इसे “बढ़ा-चाकर को नामांकित किया गया” बताया।

ऑनलाइन कारोबार पर असर

इंटरनेट के कारण ऑनलाइन बिजनेस करने वालों को काफी नुकसान हो रहा है। स्थिर इंटरनेट कनेक्शन न मीटिंग से लाखों लोग प्रभावित हो रहे हैं। डाउनडिटेक्टर ने भी इस बात की पुष्टि की है कि 1 दिसंबर को रात 11 बजे से व्हाट्सएप, जीमेल, ग्रैंड स्लैम और टिकटॉक जैसी सर्विसेज में देखा गया था। एक्सप्रेस ट्रिब्यून की रिपोर्ट के अनुसार, संचार और सोशल मीडिया से जुड़े लोग भी इस समस्या के अनुसार काम कर रहे हैं।

एलन मस्क से थी ट्रेनिंग

इंटरनेट आउटेज पाकिस्तान में एक समस्या आम बन गई है। नवंबर में इंटरनेट और मोबाइल बाज़ार के बीच एक राजनीतिक प्रदर्शन में मस्जिद को डिजिटल रूप से बंद कर दिया गया था। उस समय कई लोगों ने एलन मस्क (एलोन मस्क) से स्टारलिंक (स्टारलिंक) सेवा शुरू करने की अपील की थी, लेकिन वहां यह सेवा उपलब्ध नहीं थी। एक अन्य रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान लीगल अथॉरिटी (पीटीए) ने वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क (वीपीएन) में भर्ती की समय सीमा बढ़ाने की घोषणा की है। हालाँकि, यह स्पष्ट नहीं हुआ कि नई समय सीमा क्या होगी।

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दा विंची डेरिवेटिव्स ने आईआईटी बॉम्बे कैंपस प्लेसमेंट में छात्र को 2.2 करोड़ रुपये की शानदार नौकरी की पेशकश की

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आईआईटी बॉम्बे कैंपस प्लेसमेंट: कोलम्बिया में पेट्रोलियम पदार्थों का दौर शुरू हो गया है। पहले दिन फिनटेक कंपनी दा विंची डेरिवेटिव्स (दा विंची डेरिवेटिव्स) ने छात्रों को 2.2 करोड़ रुपये का जॉब ऑफर दिया है। वहीं, अब तक इस साल डेड-बॉम्बे के स्टूडेंट्स को 258 प्री-प्लेसमेंट ऑफर (पीपीओ) मिल चुके हैं।

पहले दिन वर्ल्डक्वांट और आईएमसी जैसे बिग रिज़ॉर्ट ने हिस्सा लिया

मीडिया वैज्ञानिक के अनुसार, पहले दिन भारतीय शैक्षणिक संस्थान (आईआईटी) बॉम्बे में 40 से अधिक दिनों के लिए कॉलेज ने अपनी पसंदीदा जगह ले ली। जिसमें कई बहुराष्ट्रीय और भारतीय उद्यमी शामिल हैं। इनमें प्रमुख ट्रेडिंग फर्म जैसे वर्ल्डक्वांट और आईएमसी आदि के नाम शामिल हैं। इससे पहले पेट्रो प्लेमेंट करने वाली कई कंपनियों ने कई चरणों में साक्षात्कार आयोजित किए थे। किस आधार पर छात्रों का चयन किया गया।

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ओला और लॉज जैसी कंपनियां भी शामिल हैं

बॉम्‍बे के छात्रों की पसंद तो इस साल कई कंपनियों ने पिछले 50 सीजन की तुलना में बेहतर टैग दिए। इस पैट्रोल प्लेज़मेंट में ओला और रेजियाटी कंपनी भी शामिल हुईं। इन होटलों ने छात्रों को दिया बेहतरीन जॉब ऑफर का विवरण. इसके अलावा, यह फ़्लैग सीज़न 15 दिसंबर तक जारी रहेगा।

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इन बड़ी कंपनियों ने पहले दिन पोर्टफोलियो पोर्टफोलियो में हिस्सा लिया

पहले दिन कई बहुराष्ट्रीय और भारतीय उद्योगपति शामिल हुए। इनमें प्रमुख ट्रेडिंग फर्म जैसे वर्ल्डक्वांट और आईएमसी आदि के नाम शामिल हैं। पहले दिन फिनटेक कंपनी दा विंची डेरिवेटिव्स (दा विंची डेरिवेटिव्स) ने छात्रों को 2.2 करोड़ रुपये का जॉब ऑफर दिया था।

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आप एक योद्धा हैं मोहम्मद सिराज, मोर्न मोर्कल और जसप्रित बुमरा की वजह से बदल गई किस्मत, इस तरह जीरो बन गया हीरो

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पर्थ टेस्ट के बाद मोहम्मद सिराज ने अपनी सफलता का खुलासा किया: पिछले कुछ समय से मोहम्मद सिराज विकेट लेने के लिए तरस रहे थे। ऑस्ट्रेलिया दौरे से पहले करीब एक साल टेस्ट में सिराज अपनी लय में नहीं दिख रहे थे। न्यूजीलैंड सीरीज के दौरान उन्हें टीम से बाहर तक कर दिया गया था। हालाँकि, ऑस्ट्रेलिया में सिराज ने पहले किस तरह की चमक-दमक और उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन किया।

ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेले गए पहले टेस्ट में सिराज ने पांच विकेट लिए और एक बार फिर जीरो से हीरो बने। अब उन्होंने अपनी सफलता और शानदार कमबैक का राज खोला है। सिराज ने कहा कि पहले टेस्ट में एक्टिंग कैप्टन और दुनिया के नंबर एक आर्टिस्ट के साथ ऑस्ट्रेलिया के दौरे पर पहली बार बात करने से उन्हें फायदा मिला। साथ ही उन्होंने नए बॉलिंग कोच मोर्ने मोर्कल को भी श्रेय दिया।

सिराज ने प्रधानमंत्री एकादश के खिलाफ प्रैक्टिस मैच में भारत की छह विकेट से जीत के बाद कहा, मैं हमेशा जस्सी भाई (जसप्रीत शास्त्री) से बात करता हूं। यहां तक ​​कि पहले टेस्ट मैच से पहले भी मैंने अपनी पोस्ट लेकर लेकर बात की थी। उन्होंने कहा कि विकेट लेने के लिए आतुर बने रहें और एक भी क्षेत्र में लगातार टिके न रहें। अपने खेल का आनंद लो। अगर तब भी विकेट नहीं मिला तो फिर मेरी बात करना.

सिराज ने बताया कि नए बॉलिंग कोच मोर्ने मोर्कल से उनकी क्या बातचीत हुई थी। उन्होंने कहा, मोर्ने मोर्कल कहते हैं कि तुम एक योद्धा हो। तुम हमें विकेट दिलाओगे, लेकिन तुम बस अपनी पसंद का आनंद लेते रहो। इसलिए मैंने अपनी पोस्ट का पूरा आनंद लिया और विकेट भी हासिल किया।

सिराज ने भारत के पूर्व दिग्गज कोच भरत अरुण के साथ अपनी बात रखी। उन्होंने कहा, मैंने भरत सर से भी अपनी बात लेकर लिखी, क्योंकि वह मुझे काफी समय से जानते हैं। उन्होंने मुझे अपनी बोली का आनंद लेने और विकेट हासिल करने के लिए आतुर न रहने की सलाह भी दी।

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क्या आईएएस और आईपीएस की नौकरी पर एक भी टैक्स नहीं लगता? जानें क्या कहते हैं नियम

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भारत में सरकारी बोर्ड की जब भी बात होगी तो इसमें सबसे ऊपर आईएएस और आईपीएस को पद दिया जाता है। यूनियन पब्लिक सर्विस कमिशन द्वारा आयोजित यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा में टॉप रैंक हासिल करने वाले अभ्यर्थियों को मिलने वाली इन अभ्यर्थियों में मोटी नौकरी के साथ-साथ कई तरह की परेशानियां भी होती हैं। आइए जानते हैं कि किस तरह आईएएस और आईपीएस की नौकरी में टैक्स फ्री होता है या अन्य कर्मचारियों की तरह भी उनकी नौकरी में सरकार को टैक्स देना होता है।

आईएएस और सहयोगियों में भारत सरकार के किसी भी मंत्रालय या विभाग में छोटे से लेकर बड़े पद तक के हर कर्मचारी को, जिसे भी प्लेसमेंट मिलता है, उसका रेजिडेंट पे कमीशन दिया जाता है। आखिरी वक्त की बात करें तो देश में 7वां आयोग वेतन लागू है। इसके तहत एक बेंचमार्क या अक्रिय का प्रारंभिक वेतनमान 56,100 रुपये प्रतिमाह है। इन अधिकारियों में हर महीने टीटी, डीए, डेटाबेस, मोबाइल सहित कई अन्य नमूने भी शामिल हैं। जैसे- इनकी पद संख्या बढ़ती जाती है, वैसे-वैसे विभिन्न वर्गों में भी बढ़त देखने को मिलती है। नौकरी से निकलती है-होते एक डिप्टी अधिकारी की नौकरी 2,25,000 रुपये तक पहुंच सकती है।

इनकी नौकरी पर टैक्स का क्या नियम है

बहुत लोगों का मानना ​​है कि आईएएस और आईपीएस अधिकारियों को नौकरी पर टैक्स नहीं मिलेगा। लेकिन, ये ग़लत है. इन ऑफिसर्स की सैलरी पर भी वैसा ही टैक्स लगता है, जैसे आम कर्मचारियों की सैलरी पर लगता है।

कितना लगेगा टैक्स

न्यू टैक्स रिजीम के अकाउंट से देखें तो अगर किसी व्यक्ति की आय 3 लाख से 7 लाख रुपये तक है तो उसकी आय 5 करोड़ रुपये पर है। इसके अलावा अगर किसी व्यक्ति की आय 7 से 10 लाख रुपये है तो उसकी आय पर 10 प्रतिशत का टैक्स लगेगा। वहीं, अगर किसी कर्मचारी की सैलरी 10 से 12 लाख रुपये है तो उसकी आय पर 15 करोड़ का टैक्स लगेगा। जबकि, 12 से 15 लाख रुपये आय वाले व्यक्ति पर 20 लोन टैक्स जमा होता है। वहीं, वर्ष 30 पर 15 लाख रुपये से अधिक का किराया लगाया गया। यानी अगर किसी आईएएस अधिकारी की प्रारंभिक वेतनमान 56,100 रुपये प्रतिमाह है तो नए टैक्स रिजीम के खाते से उसकी नौकरी पर 5 जनवरी का टैक्स स्थिर रहेगा। वहीं, अगर किसी आईएएस अधिकारी की सैलरी 2,25,000 रुपये है तो उसकी सैलरी 30 करोड़ रुपये है।

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हाल ही में हुआ ‘शाही वैभव’! अनुमानित पर हुई 2.56 करोड़ रुपये की बारिश, वायरल हो रहा वीडियो

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ट्रेंडिंग वीडियो:आम तौर पर शादी ब्याह में तोहफ़े और शराबी डिलीवरी का रिवाज है। साल के इस सीजन में देश में करीब 48 लाख शादियां हुई हैं और अब जापान का रुझान शुरू हो गया है। हाल ही में सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें दावा किया जा रहा है कि यूरोप के एक मॉडल पर 2.5 करोड़ रुपये नकद दिए गए हैं तो वहीं दूसरी तरफ 11 लाख रुपये की वसूली की गई है। इसके अलावा बताया गया कि कई सारे सॉटकेस में कैश कैटलॉग लाए गए थे। हाल ही में यह रॉयल डेविएशन का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।

मेरठ में हुआ राजशाही

उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों में हाल ही में एक शानदार भव्य समारोहों की धूम मची हुई है, जहां 2.5 करोड़ रुपये के नोट की खबरें सामने आ रही हैं। यह राजसी उपदेश न केवल अपनी भव्यता बल्कि भारी-भरकम फिल्म को लेकर भी लोगों के बीच चर्चा का विषय बना हुआ है। इस मामले में लोगों के बीच कानूनी प्रभाव और असहमति का मामला सामने आया है। सिद्धांत के अनुसार, टोकरी में नकदी के साथ-साथ कीमती सामान, और कई सारी वस्तुएं दी गई हैं।

 
 
 

 
 
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2.5 करोड़ की बारिश, 11 लाख का नेग

दरअसल, वायरल हो रहे वीडियो में देखा गया कि यूरोप में थोक सिक्कों की कीमत में गिरावट आई। हाल ही में हुए ‘शाही वैभव’ में क़ीमती सिक्कों की बारिश में  2.56 करोड़ रुपये दिये गये. इस दावे में 2.5 करोड़ से ज्यादा कीमती को, 11 लाख की जूतियां चुराईं, कई सूटकेसन में कैश कैश लाया गया। यह घटना ऐसे समय में सामने आई है जब सख्त किले और जागरूकता अभियानों के खिलाफ अलगाववादियों ने इस कुप्रथा पर पूरी तरह से लगाम नहीं लगाई है। सामाजिक कार्यकर्ता इस कानून का उल्लंघन कर रहे हैं और महिला अधिकारों के खिलाफ अपनी कड़ी निंदा कर रहे हैं। कमेंट बॉक्स में उपभोक्ता भी इसे गलत करार दे रहे हैं।

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आपस में बँटे हुए उपभोक्ता

वीडियो को शेयर किए जाने के बाद अब तक 4 लाख 60 हजार से ज्यादा बार देखा जा चुका है तो वहीं 15 हजार से ज्यादा बार वीडियो को लाइक किया जा चुका है। ऐसे में सोशल मीडिया उपभोक्ता वीडियो को लेकर तरह-तरह के रिएक्शन दे रहे हैं। एक यात्री ने लिखा…इसने तो अंबानी को भी पीछे छोड़ दिया। एक और गीतकार ने लिखा….दहेज पुराना है, इसे ख़त्म करो। तो वहीं एक और फोटोग्राफर ने लिखा…सरकारी नौकरी और जमीन देखने वाली लड़कियों को भी रोको।

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दिसंबर 2024 में आने वाले स्मार्टफोन वीवो वनप्लस iQOO टेक्नो फैंटम टेक न्यूज हिंदी

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दिसंबर 2024 में आने वाले स्मार्टफोन: भारतीय बाजार में इस महीने यानी दिसंबर 2024 में कई टेक्नोलॉजी की एंट्री होने वाली है। ऐसे में जो लोग अपने लिए नए ऑटोमोबाइल खरीदना चाहते हैं उनके लिए यह एक पिज्जा रिवोल्यूशन हो सकता है। दरअसल, इस लिस्ट में वीवो (Vivo) से लेकर आईकू (iQOO) तक के उपकरण शामिल हैं जो दिसंबर में लॉन्च होने वाले हैं। इनटेक्र्ट्स में आपको प्रीमियम लुक के साथ ही शानदार फीचर भी देखने को मिलेंगे।

आईक्यूओओ 13

आरंभ तिथि: 3 दिसंबर 2024

-कीमत: 55,000 रुपये

iQOO 13 में स्नैपड्रैगन 8 एलीट सिस्टम होगा और इसका AnTuTu स्कोर 3 मिलियन तक होगा। 6.82 इंच की 2K+ 144Hz BOE Q10 LTPO AMOLED डिस्प्ले, ब्राइटनेस 4500 निट्स होगी। फोन में 6000mAh बैटरी और 120W फास्ट फास्टैग का सपोर्ट मिलेगा। कैमरे में 50MP प्राथमिक, 50MP अल्ट्रा-वाइड और 50MP टेलीफोटो स्थिर शामिल होंगे। फ्रंट में 32MP कैमरा दिया जाएगा।

वनप्लस 13

प्रारंभ तिथि: दिसंबर 2024 के अंत में

-कीमत: 50,000 रुपये

वनप्लस 13 में 6.82 इंच की 2K+ AMOLED डिस्प्ले और 4500 निट्स ब्राइटनेस दी जाएगी। फोन स्नैपड्रैगन 8 एलीट प्रोटोटाइप, 6000mAh बैटरी और 100W फास्ट फास्टैग सपोर्ट के साथ आता है। इसमें क्लिप क्लिप कैमरा (सोनी LYT 808, 50MP टेलीफोटो, और 50MP अल्ट्रा-वीडियो) और 32MP फ्रंट कैमरा शामिल है।

विवो X200 श्रृंखला

प्रारंभ तिथि: मध्य दिसंबर 2024

-कीमत: 90,000 रुपये

Vivo X200 में मीडियाटेक 9400 स्टोरेज, 16GB LPDDR5X रैम और 512GB UFS 4.0 स्टोरेज शामिल है। कैमरे में 200MP सैमसंग HP9 टेलीमैक्रो सेंसर, 50MP अल्ट्रा-वाइड और 32MP फ्रंट कैमरा होगा। यह सीरीज प्रीमियम कैमरा क्वालिटी और हाई टेक्नॉलजी के लिए जेनेगी।

टेक्नो फैंटम वी फोल्ड 2 और टेक्नो फैंटम वी फ्लिप 2

प्रारंभ तिथि: मध्य दिसंबर 2024

-कीमत: 55,000 रुपये

फैंटम वी फ्लिप 2:

6.9 इंच की FHD+ LTPO AMOLED डिस्प्ले और 3.64 इंच की विशाल रेंज। इसमें MediaTek डाइमेंशन 8020 ‍मेगापिक्सेल बैटरी, 4720mAh बैटरी, 70W फ़ास्ट बैटरी और 50MP+50MP ‍‍‍‍‍‍‍‍डिस्चार्ज कैमरा मिलेगा।

फैंटम वी फोल्ड 2:

यह फोन 7.85 इंच का इनर और 6.42 इंच का आउटर LTPO AMOLED डिस्प्ले के साथ आता है। मीडियाटेक डाइमेंसिटी 9000+, 50MP ट्रिपल अपर्चर कैमरा और 32MP फ्रंट कैमरा मिलेगा।

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महाराष्ट्र सीएम न्यूज़ | बीजेपी वाले शिंदे और बीजेपी वाले शिंदे, महायुति के पास सीएम पद के लिए दो ही स्थिर विकल नामांकन

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मैं समंदर हूं लौटकर आ गई….महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2024 का जब रिजल्‍ट आया तो बीजेपी नेता सामूहिक ने कुछ इस तरह के इरादे बताए। बीजेपी+एनसीपी (अजीत समर्थक)+प्रतिद्वंद्वी (एकनाथ शिंदे)= महायुति ने लगभग 100 करोड़ रुपये का कारोबार किया। ऐसा लगा मानो समंदर वापस आ गया और शूटिंग को बहा ले गया।

महायुति को प्रचंड बहुमत मिला। तीन प्रमुख लॉजिस्टिक में बीजेपी की सबसे बड़ी 132 पोस्ट पर जीत हुई। एकनाथ शिंदे की उम्मीदवारी दूसरे नंबर पर रही, जिसमें 57 वोट मिले, जबकि अजित के दोस्त ने 41 पर जीत दर्ज की। जीत के बाद तीन ही आश्रमों के नेताओं ने जॉय स्टेज तैयार किया, लेकिन शानदार सीएम एकनाथ शिंदे और पूर्व सीएम कलाकारों के बीच कौन-कौन से लोग प्रतिभागियों की रेस चल रहे हैं। मामला बेहद गंभीर है, महासमुंद की राय में सीएम पद के लिए पहले भी भूचाल आ चुका है, जब आयुष ठाकुर ने 50-50 फॉर्मूले के तहत बीजेपी से सीएम पद मांगा और हिंदू विचारधारा के नाम पर जीतने वाले दो दल अलग हो गए. इसके बाद युथ टेक सीएम बने और दो दल बने, दोनों दल भाजपा के साथ गए, लड़कियां और नेता बने।

एक तरफ से समर्थित अजित अख्तर ने चाचा शरद पवार को रिहा कर दिया है तो वहीं दूसरी ओर एकनाथ शिंदे ने बाला साहेब ठाकरे के पुत्र उषा ठाकुर से अलग राह पकड़ ली है। बीजेपी ने बड़े दल के होते हुए भी सीएम पद का बलिदान दिया और एकनाथ शिंदे को महा पद पर आसीन किया गया। 2024 विधान सभा चुनाव में प्रचंड जीत के बाद विधायक दल को सीएम बनाने की बात ही शिंदे और उनके समर्थकों में मोही छा गई है। लंबी लड़ाई चल रही है, शिंदे खुद को राष्ट्रमंडल के बारे में बता रहे हैं और इसी छवि को महायुति की प्रचंड जीत का श्रेय भी दे रहे हैं। शिंदे जब से युवराज ठाकुर से अलग हुए तब से पीड़ित कार्ड के नाम से अपनी राजनीतिक जमीन को आगे बढ़ा रहे हैं। यूक्रेनी तानाशाह के खिलाफ इसी तरह को हथियार बनाया और सफल भी रहे। सीएम पद को लेकर शिंदे के युवा बेहद तल्ख हैं, हालांकि वह बोल रहे हैं कि जैसे हैं नरेंद्र मोदी और अमित शाह बोलेंगे वह होंगे, लेकिन इरादे बिल्कुल साफ हैं, सीएम पद से कम कुछ विचार नहीं। मुख्य कार्यकारी अधिकारी सीएम बन गए, लेकिन प्रचारक हैं कि शिंदे बगावत नहीं होंगे? अब बीजेपी के लिए राह इतना आसान नहीं है.

अब बीजेपी और शिंदे के पास हैं विकल नामांकन और मजबूरी?

  1. बीजेपी ने गठजोड़ के बाद शिंदे को महा एस्पॉलीटी सीएम बनाया और दिग्गज कलाकारों को डिप प्लास्टिक सीएम बनाया, इस एकाकी से डॉक्टर ने कहा कि बीजेपी ने शिंदे की हर शर्त को माना और एक बार जब शिंदे की शर्त तो अब आपके गठबंधन की आगे भी गठबंधन में उनकी शर्त मनेगी.
  2. बीजेपी के युवा नेता के विकल नारे के मुताबिक एकनाथ शिंदे को झूठ बोला गया था, ऐसे में उन्हें डर है कि शिंदे ने बगावत की तो उस पर दबाव डाला है।
  3. बीजेपी को झटका लगा है कि वह अकेले दम पर बहुमत में नहीं आ सकती है, ऐसे में उसे सहयोगी बनना चाहिए, इसलिए शिंदे को नाराज करना ठीक नहीं होगा। शिंदे की सूची भविष्य में कभी भी महायुति सरकार के लिए मुसीबत खड़ी कर सकती है। हालाँकि बहुत से लोग कह रहे हैं कि अजीत समर्थक के समर्थन से भाजपा सरकार ने वापसी की है, लेकिन जब शिंदे बागी हो सकते हैं तो अजीत समर्थक हड़ताली नहीं हैं? वैसे भी अजित के बड़े मालिक हैं, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी की पार्टियां पहले भी चकमा दे चुकी हैं।
  4. ऐसे में बीजेपी के पास अब एकदम सॉलिड विकल नोट दो ही हैं.

पहला विकल्प: पुरातत्व केंद्र में पुरातत्वविद् शिंदे को सीएम पद से हटा दिया जाएगा। सहयोगियों को स्थिर सरकार देने के लिए यही करना होगा।

दूसरा विकल लेबल: शिंदे को ही सीएम बनाओ और बीजेपी की बीजेपी में संपूर्ण विलय करवा ही दो.

रहे याद स्थिर विकल संकेत दो ही हैं और दोनों विकल संकेत यही कहते हैं कि समझदार एकनाथ शिंदे को ही सीएम बनाना है। भले ही गणमानव ने समंदर हूं लौटकर वाली लाइन बोलकर धमाका दिखाई है, लेकिन जिस दिन गणतत्व सीएम बने, एकनाथ शिंदे की आंखों में आंसू का सैलाब आया, ये सलाम मातोश्री में पहले आ चुका है, जब यूवी के एकनाथ शिंदे विक कार्डिम ने खेला और बीजेपी के साथ महाबली की जनता ने भी माना कि शिंदे के साथ गलत हुआ, लेकिन अब अगर शिंदे सीएम पद पर नहीं आए और वह जनता के बीच गए तो फिर से विक्टिम कार्ड चलाएंगे और इस बार कोई ताकत नहीं बल्कि पढ़ाई होगी.

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हर दूसरा व्यक्ति विटामिन डी की कमी से पीड़ित है, पूरा लेख हिंदी में पढ़ें

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शरीर में सबसे आम विटामिन डी की है। अवलोकन हर दूसरा व्यक्ति विटामिन डी की कमी से सीख रहा है। विशेष रूप से विटामिन डी की कमी से शरीर में दर्द बढ़ जाता है। इसलिए विटामिन डी से भरपूर इन खाद्य पदार्थों का सेवन जरूर करें। शरीर के लिए विटामिन, पोषक तत्व और अन्य पोषक तत्व आवश्यक होते हैं। लेकिन कुछ विटामिन ऐसे भी होते हैं जिनकी कमी से शरीर में अन्य विटामिन भी कम हो जाते हैं।

ऐसा ही एक आवश्यक पोषक तत्त्व है विटामिन डी. विटामिन डी की कमी से शरीर में कैल्शियम और आयरन की भी कमी होने लगती है। जिसका शरीर पर बुरा असर पड़ता है। विटामिन डी कम होने पर इम्युनिटी काफी ख़राब हो जाती है। समुद्र में जब शरीर में विटामिन डी कम होता है तो चुनौती से लड़ने की क्षमता भी कम हो जाती है। इसलिए अगर आप पूरी तरह से सोडियम क्लोराइड से दूर रहना चाहते हैं तो अपने अंतर्ग्रहण में विटामिन डी से भरपूर मात्रा को जरूर शामिल करें।

विटामिन डी से भव्य अनाज का सामान

संतरा – कुछ लोग समुद्र में सेंट्रा खाने से बचते हैं लेकिन सेंट्रे में विटामिन डी, विटामिन सी और पोटेशियम पोटेशियम की मात्रा होती है। आप सैंट्रा खा सकते हैं या सैंट्रे का जूस पी सकते हैं। इससे शरीर में विटामिन डी और कैल्शियम दोनों की कमी पूरी होगी। प्रतिरक्षा भी मजबूत होगी.

सी खाना – विटामिन डी की कमी को दूर करने के लिए अपनी खुराक में सीफूड को शामिल करें। समुद्री मछली में आप सैल्मन, टूना और मैकेरल मछली खा सकते हैं। विटामिन डी और पैकेट का अच्छा स्रोत माना जाता है।

दूध – दूध और ब्रांड उत्पाद भी विटामिन डी का अच्छा स्रोत हैं। खासतौर पर गाय का दूध पीने से शरीर को विटामिन डी मिलता है। दूध में विटामिन डी के अलावा कैल्शियम और अन्य पोषक तत्व भी पाए जाते हैं। इसलिए दिन में 1-2 गिलास दूध जरूर पिएं.

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मं -विटामिन डी की कमी को दूर करने के लिए अपनी खुराक में शामिल करें। मशरूम को विटामिन डी का सबसे अच्छा स्रोत माना जाता है। जब सूरज की रोशनी के संपर्क में आते हैं तो उनमें विटामिन डी बनता है। मशरूम को अपने का हिस्सा जरूर बताएं।

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देही – शाकाहारियों को अपने भोजन में दही अवश्य शामिल करना चाहिए। ओरिजिनल घर पर बनाये ताज़ा दहीयॉ। इससे शरीर को विटामिन डी और कैल्शियम दोनों मिलते हैं। प्रतिदिन दही खाने से हड्डियां मजबूत होती हैं और पाचन भी कायम रहता है।

अस्वीकरण: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया पर आधारित है। आप भी अमल में आने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें।

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