इंद्राणी मुखर्जी ने चुप्पी तोड़ी:चुनौतियां, डेटिंग और जिंदगी के पछतावे पर कही ये बातें

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इंद्राणी मुखर्जी ने हाल ही में ईएनटी से एक साथ खास बातचीत में अपनी जिंदगी के कुछ अनछुए पलों पर बात की, जिसमें कर्मवीर चक्र प्राप्त करने के लिए की गई अपनी मेहनत को बताया, जहां उन्होंने 52 साल की उम्र में डांस की शिक्षा ली और सशक्त महिलाएं जहां उन्हें बहुत सारे सामानों का सामना करना पड़ा, उन्होंने अपनी कहानी को बहुत साहस के साथ, डांस और डांस शो के लिए अपने प्यार पर बात की, इंद्राणी ने बताया कि कैसे डांस के जरिए वो अपनी राय लोगों के सामने रखती हैं, वे महिलाएं सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के लिए अपने एनजीओ-इंसानियत के प्रयासों को यह भी बताया गया है कि उनका एनजीओ महिलाओं को सेल्फ डेफेंस और सेल्फ रेलायंट होना सिखाता है, उनका एनजीओ महिलाओं को छोटी-छोटी दोस्ती सिखाता है जो महिला पैसे कमाने का काम करता है।

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पश्चिम बंगाल की ममता बनर्जी ने झारखंड को आलू की आपूर्ति रोक दी, एएनएन को रोकने का जारी आदेश जारी किया

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आलू की आपूर्ति: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गुरुवार (28 नवंबर, 2024) को आलू की आपूर्ति पर रोक लगा दी है। जिला मुख्यालय से करीब 48 किमी दूर बंगाल-झारखंड सीमा पर स्थित देबुडीह चेक पोस्ट पर बंगाल पुलिस के अधिकारियों ने आसनसोल से दादा की ओर जाने वाले सभी आलू से लदे ट्रकों को वापस भेज दिया।

थोक बाजार और मंडी में आलू के दाम में हो रहे बेहिसाब इजाफे को देखते हुए पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सख्त कदम उठाए हैं। नोएडा को नियंत्रित करने के लिए ममता बनर्जी के आदेश पर एक बार फिर से राज्य से आलू को बाहर जाने पर रोक लगा दी गई है। गुरुवार देर रात से ही प. बंगाल राज्य के आलू ट्रकों से दूसरे राज्यों में जा रहे ट्रकों को पुलिस प्रशासन ने कुल्टी थाने के डुबूडीह नाका पोस्ट पर और फिर से राज्य के चेक ट्रकों को वापस भेज दिया।

एक क़ीमती ट्रक से अधिकांश ट्रकों को सीमा पार नहीं करने दिया गया

बताया जा रहा है कि मुख्यमंत्री ने सख्त आदेश दिया है कि राज्य से कोई भी आलू का ट्रक बाहर न जाए, जिसके बाद से ही बंगाल-झारखंड सीमा पर पुलिस जांच अभियान में आलू के ट्रकों को वापस भेजा जा रहा है। एक से अधिक ट्रक को वापस भेजा जा चुका है तो कुछ सीमा पर ही बचे हुए हैं।

अधिकारियों ने राज्य सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों के बहिष्कार का हवाला देते हुए कहा कि प्रतिबंध का उद्देश्य पश्चिम बंगाल में आलू की बहुतायत की कीमत को नियंत्रित करना है। पश्चिम बंगाल में आलू 25 रुपये प्रति किलो बिकता है, जबकि आलू की खुले बाजार में कीमत 30 से 35 रुपये प्रति किलो है।

आलू के बागानों की आपूर्ति होती है। इसमें अधिकतर आपूर्ति बंगाल के विभिन्न सजावटी से होती है।

ट्रक चार्ट में बना है ये डॉ

इसके अलावा ट्रकों को रोकने वाले ने बताया कि प्लास्टिसिटी प्रशासन ने ट्रकों को रोककर बताया कि आलू अब बाहर नहीं ले जाया जा सकता है। आप लोग जिस लैपटॉप से ​​​​आलू को लेकर कहीं चले गए हैं। ऐसे में हम लोग कच्चे माल का बुरा हाल कर देते हैं।

(उत्तम वत्स के गैजेट के साथ)

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बांग्लादेश में हंगामा मुहम्मद यूनुस अंतरिम सरकार ने भारत को दोषी ठहराया और मीडिया का कहना है कि भारत में मुसलमानों को निशाना बनाया जाता है

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बांग्लादेश भारत संबंध: बांग्लादेश ने शुक्रवार को दावा किया कि भारत के खिलाफ अल्पसंख्यक समुदाय की सुरक्षा ‘दोहरे जनजातीय’ अपना रही है और पड़ोसी देश (भारत) की मीडिया पर ढाका के ‘दुष्प्रचार अभियान पर बहुत बड़े पैमाने पर हमले’ का आरोप लगाया गया है। बांग्लादेश के अंतरिम सरकार के मामलों के सलाहकार सामिल नजरूल ने फेसबुक पर एक पोस्ट में कहा कि बांग्लादेश को लेकर भारत की गैर वाजिब चिंता जारी है।

नजरनूल ने लिखा, ”भारत में अल्पसंख्यक मुस्लिम समुदाय की प्रतिकृतियां की अनगिनत घटनाएं जारी हैं लेकिन उनमें (उनकी कहानियों पर) कोई पछतावा या शर्मिंदगी नहीं है। भारत का यह डबल डायनासोर निंदनीय और मजबूत है।” ”तुलना में देश के अल्पसंख्यक वर्ग को बेहतर सुरक्षा प्रदान करना संभव है।”

‘भारतीय मीडिया बांग्लादेश के बारे में कर रहा है दुष्प्रचार’

इस बीच, बांग्लादेश में मोहम्मद यूनुस की अंतरिम सरकार ने देश के कब्रिस्तान से भारतीय मीडिया के ‘दुष्प्रचार’ का ‘सच्चाई’ से मुकाबला करने का आग्रह किया। मुख्य यूएन सलाहकार एनयूएस के प्रेस सचिव शफीकुल आलम ने कहा, ”हमें अपनी कहानियां अपने तरीके से बतानी चाहिए, अन्यथा वे (भारतीय मीडिया) हमारा विचार अपनी पसंद के अनुसार सेट कर देंगे।”

पत्रकार पूर्व आलम ने फेसबुक पर पोस्ट में कहा कि कई बांग्लादेशी एक गायक को अब पता चला है कि कुछ भारतीय मीडिया संगठन और उनके सोशल मीडिया मंचों की ओर से ‘बहुत बड़े पैमाने पर दुष्प्रचार अभियान’ का प्रचार किया जा रहा है। .

उन्होंने कहा कि भारतीयों को पता होना चाहिए कि इसकी पूर्वी सीमा पर स्मार्ट लोग भी रहते हैं और कुछ महीने पहले इन लोगों ने मानव इतिहास की ‘सर्वोत्तम क्रांतियों’ में से एक के तहत ‘क्रूर तानाशाही’ को उखाड़ फेंका था। आलम ने कहा कि कुछ लोग सोच सकते हैं कि भारतीयों में अधिक बुद्धि है, लेकिन विश्वास मतिए कि अगर आप सच्चाई से प्रभावित हैं, तो कोई भी दुष्प्रचार अभियान आपको रोक नहीं सकता है।

उनकी टिप्पणी तब आई, जब छात्रों के एक समूह ने बांग्लादेश के आंतरिक मामलों में भारत के कथित हस्तक्षेप का विरोध करने के लिए ढाका विश्वविद्यालय परिसर में प्रदर्शन किया। उन्होंने प्रधानमंत्री शेख हसीना के प्रत्यर्पण की भी मांग की, जो अगस्त में बड़े पैमाने पर छात्रों के नेतृत्व वाले विरोध प्रदर्शन के बीच भारत से भाग गया था। उनकी ओर से बांग्लादेश में ‘इंटर नेशनल सोसाइटी फॉर कृष्णा कॉन्शियसनेस’ (इस्कॉन) पर भी प्रतिबंध लगाने की मांग की गई है।

‘भारत कर रही महारानी पर राजशाही’

छात्र अधिकार परिषद के अध्यक्ष बिन यामीन मुल्ला ने आरोप लगाया, ”भारत हर सप्ताह हमारी सीमा पर लोगों को मार रहा है। अपने ही देश में अल्पसंख्यकों पर दैनिक अत्याचार हो रहा है। हाल ही में एक मस्जिद के आसपास हुई घटना में कई मुस्लिम मारे गए।”

मुल्ला ने कहा कि बांग्लादेश भारत को मित्र राष्ट्र नहीं मान सकता। पिछले 16 वर्षों में भारत के साथ समर्थकों की समीक्षा और नदियों से जल-बंटवारे की भी मांग की गई।

भारत ने भी दिया करारा जवाब

भारत ने शुक्रवार को कहा कि बांग्लादेश में अंतरिम सरकार को सभी अल्पसंख्यकों की सुरक्षा करने की अपनी जिम्मेदारी निभानी चाहिए। भारत ने पड़ोसी देश में चरमपंथी बयानबाजी में नरसंहार और हिंसा की घटनाओं पर गंभीर चिंता व्यक्त की है। विदेश मंत्रालय (एमईए) के प्रवक्ता रनधीर दल ने कहा कि भारत के लिए युवाओं और अन्य अल्पसंख्यकों के नारे और ‘लक्षित हमले’ के मुद्दे पर बांग्लादेश की सरकार की स्थिरता और दृढ़ता के साथ जोर दिया गया है।

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सीडीएससीओ की अक्टूबर माह की रिपोर्ट में 56 दवाएँ अधोमानक और 3 नकली दवाएँ टीम एन द्वारा पकड़ी गईं

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नकली दवाएँ: सेंट्रल ड्रग स्टैंडर्ड कंट्रोल ऑर्गनाइजेशन (सीडीएसआईओ) ने अक्टूबर महीने की नवीनतम रिपोर्ट जारी की है। इसमें ऐसा खुलासा हुआ है, जो आपके डरावने सवाल हैं। असल, बाजार में 56 सबसे खराब की मिली हैं, जिनमें रोजाना इस्तेमाल होने वाली दवाएं भी शामिल हैं। इसके अलावा तीन फॉलोअर्स भी बाजार में धड़ल्ले से बिक रही हैं। आइये आपको इसके बारे में पूरी जानकारी देते हैं।

ये है पूरा मामला
नियमित प्रमाणन पर्यवेक्षण प्रदर्शनी के, गैर-मानककोटि (सूज़क्यू) और नकली दवाओं की सूची सीडी एसोसिएटो पोर्टल पर हर महीने जारी की जाती है। अक्टूबर की रिपोर्ट के हिसाब से सेंट्रल मेडिसिन डॉक्टरों ने जांच में 56 दवाओं के सिक्कों की गुणवत्ता गैर मानक बताई। वहीं, तीन साक्ष्य जांच में नकली पाया गया।

इन औषधियों की गुणवत्ता खराब
एससीओ की तरफ से हर महीने यह जांच की जाती है, जिसमें बाजार में मौजूद एसईसीओ के समुच्चय लिए जाते हैं और उनका परीक्षण किया जाता है। अक्टूबर माह की सूची में 56 रेजिन नॉन स्टैंडर्ड क्वालिटी कीआउटकम, पोटेशियम क्लोराइड 500, विटामिन डी3 250, आईयू टेबल्स टेलीकॉम, सिप्रोफ्लैक्सासिन टैबलेट यूएसपी 500, एसेक्लोफेनाक, पैरासिटामोल टेबलेट्स आदि शामिल हैं। अवलोकन, नकली औषधियों के नाम पता नहीं लगे हैं।

पिछले महीने ये खरीदारी हुई फेल
हर महीने होने वाली इस जांच के बाद कई सी ग्रेड सामने आते हैं, जिसके बाद उन कंपनियों का जवाब भी आता है। जिन औषधियों के नमूने लिए जाते हैं, उनकी बिक्री बाजार में बिक्री के लिए मौजूद होती है। पिछले महीने भी टॉप सेलिंग कफ सिरप, मल्टीविटामिन, एंटी एलर्जी सहित 49 दवाएं सीडीएससीओ की सितंबर माह की रिपोर्ट में अनुपातिक अनुपात में गिरावट हुई थी। डीसीजीआई राजीव सिंह रघुवंशी ने बताया कि अगर कोई भी उपकरण सही नहीं है तो उसे मानक गुणवत्ता नहीं दी जानी चाहिए। इसका मतलब यह है कि जिस कंपनी ने यह दवा बनाई है, उस कंपनी की उस दवा का मानक के मुताबिक नहीं है। ऐसी कंपनियों की विज्ञप्ति जारी की जाती है।

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नीचे स्वास्थ्य उपकरण देखें-
अपने बॉडी मास इंडेक्स (बीएमआई) की गणना करें

आयु कैलकुलेटर के माध्यम से आयु की गणना करें

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टैरो कार्ड रीडिंग ऑनलाइन राशिफल 30 नवंबर 2024 टैरो राशिफल

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टैरो राशिफल 30 नवंबर 2024: टैरो कार्ड से भी दैनिक जीवन में खोई हुई अच्छी बुरी घटनाओं के बारे में पता लगाया जा सकता है। शनिवार, 30 नवंबर 2024 का दिन बिजनेस, बिजनेस, शिक्षा, लव लाइफ और जॉब आदि को लेकर कैसा रहने वाला है, आइए जानते हैं सभी बिजनेस टैरो राशिफल-

मेष टैरो राशिफल (मेष टैरो राशिफल)-

टैरो कार्ड की गणना बता रही है कि मेष राशि के लोगों के लिए आज का दिन काफी अच्छा रहने वाला है। आज आपका इरादा बहुत स्पष्ट है, जिसकी वजह से आप घर पर सभी काम सही तरीके से कर पाएंगे।

वृषभ टैरो राशिफल (वृषभ टैरो राशिफल)-

टैरो कार्ड की गणना बता रही है कि वृषभ राशि के जातकों की मुलाकात आज किसी ऐसे व्यक्ति से होगी जो अपने भविष्य के लिए काफी काम आने वाला है। आज आपके अंदर एक अलग ही देखने को मिलेगा। रुका धन मिलेगा. समाज में सम्मान मिलेगा. व्यापार में नए सिरे से घोषणा की संभावना है।

मिथुन टैरो राशिफल (मिथुन टैरो राशिफल)-

टैरो कार्ड की गणना बता रही है कि मिथुन राशि के लोगों के लिए आज का दिन नौकरीपेशा जातकों के लिए दिन भर अधिक रहेगा। हालाँकि, आपके सामान के आज आपके कई काम पूरे हो जायेंगे। परिवार में किसी बात को लेकर वैभव उभरेगा।

कर्क टैरो राशिफल (कर्क टैरो राशिफल)-

टैरो कार्ड की गणना बता रही है कि कर्क राशि के लोगों के लिए आज का दिन घर परिवार के मामले में काफी अच्छा लग रहा है। आज परिवार में हर्षोलास का माहौल रहेगा। अपनी दोस्ती की जिंदगी के बारे में और अधिक रोचक बातें। समाज में मान-सम्मान की हिस्सेदारी। नौकरी में मनोवांछित सफलता मिलने से अच्छे धन लाभ की प्राप्ति हो सकती है।

सिंह टैरो राशिफल (लियो टैरो राशिफल)-

टैरो कार्ड की गणना में बताया गया है कि सिंह राशि के जातकों को चिन्हित करना, उनके क्रोध और जलन को भौतिक विज्ञान में रखना आवश्यक है। ऑफिस से काम करने से नुकसान की आशंका है। यह समय संत के लिए भी हितकारी नहीं है।

कन्या टैरो राशिफल (कन्या टैरो राशिफल)-

टैरो कार्ड बताते हैं कि कन्या राशि के लोगों को सलाह दी जाती है कि कोई भी ऐसा काम न करें जो आपको भारी पड़ जाए, असाध्य विवाद हो सकता है। आप अपने किसी भी सहयोगी के कारण परेशानी में पड़ सकते हैं, ध्यान दें।

तुला टैरो राशिफल (तुला टैरो राशिफल)-

टैरो कार्ड बताते हैं कि तुला राशि के लोग आज यात्रा पर जा सकते हैं। इसके कारण आपके स्वास्थ्य में गिरावट आ सकती है। कुछ लोग धार्मिक चर्चा में अपना समय आखिरी करेंगे।

वृश्चिक टैरो राशिफल (वृश्चिक टैरो राशिफल)-

टैरो कार्ड की गणना के अनुसार, वृश्चिक राशि के लोगों को अपने मित्रों के साथ लेन-देन में सावधानी बरतनी होती है। अन्यथा, बाद में शामिल में गिरावट आ सकती है, मकान वाहन पर खर्च के योग बन रहे हैं।

धनु टैरो राशिफल (धनु टैरो राशिफल)-

टैरो कार्ड की गणना बता रही है कि धनु राशि के लोगों को नौकरी, व्यवसाय में अतिरिक्त छात्र-छात्राओं की आवश्यकता होगी। संस्था में साथियों के सहयोग से काम बाकी. यथार्थ को धैर्यवान और अपने व्यवहार में सुधार करके हल किया जा सकता है।

मकर टैरो राशिफल (मकर टैरो राशिफल)-

टैरो कार्ड्स की गणना बता रही है कि मकर राशि के लोगों को शिक्षा प्रतियोगिता और संत की ओर से संप्रदाय के नतीजे प्राप्त हो सकते हैं। हालाँकि, आज आपको परिवार में किसी के प्रति क्रोध आ सकता है।

कुंभ टैरो राशिफल (कुंभ टैरो राशिफल)-

टैरो कार्ड की गणना बता रही है कि कुंभ राशि के जातकों को दैनिक मामलों में बहस की चुनौती सहयोगियों के साथ मिलकर और खतरे को जन्म दे सकती है। आपको सलाह है कि किसी से भी अधिक बहस न करें, अपने काम पर पूरा फोकस रखें।

मीन टैरो राशिफल (मीन टैरो राशिफल)-

टैरो कार्ड की गणना के अनुसार, मीन राशि के लोगों के लिए दिन की स्थिति या काम पर दिशा की कमी महसूस की जा सकती है। आपको ध्यान केन्द्रित करना आवश्यक है। अपना बुरा नियंत्रण पर नियंत्रण रखना होगा.

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सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी 2024 बंगाल बनाम मध्य प्रदेश मैच खेलते समय मोहम्मद शमी को पीठ में हल्का झटका महसूस हुआ

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मोहम्मद शमी चोट SAMT 2024: मोहम्मद शमी इन दिनों बंगाल के लिए शाहिद मुश्ताक अली ट्रॉफी खेल रहे हैं। टूर्नामेंट के होने के बीच शमी के विश्वास की खबर सामने आई. कुछ दिन पहले ही शमी ने इंजरी से वापसी की थी। ऐसे में शमी का बैक टू बैक सपि हो जाना टीम इंडिया के लिए चिंता की बात है। इस बार शमी के बैक में दिक्कत आई है।

शुक्रवार को निरंजन शाह स्टेडियम में मध्य प्रदेश के खिलाफ खेले गए बंगाल के तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी को बैक में परेशानी हुई। पारी के आखिरी ओवर क्रिएल के दौरान शमी ने बॉल रॉक की कोशिश की और वह गिर गए। डेल के बाद शमी की झलक दिखाई दी और उन्होंने अपनी बैक पकड़ ली। इसके बाद मैदान पर शमी की जांच की गई। हालाँकि शमी ने अपना ओवर पूरा किया।

स्पोर्टस्टार की रिपोर्ट के मुताबिक, शमी को सिर्फ शॉक शॉक लगा, जिसमें किसी भी तरह का कोई गंभीर मसला नहीं है। उम्मीद की जा रही है कि वह रविवार को मेघालय के ग्रुप के खिलाफ नजर आएंगी।

टेकने की इंजरी से करीब एक साल तक रहा परेशान

शमी ने टीम इंडिया के लिए आखिरी मुकाबला 2023 वैलार्ड वर्ल्ड कप फाइनल में खेला था। इसके बाद वह करीब एक साल तक प्रोफेशनल क्रिकेट से दूर रहने की इंजरी के बारे में बात कर रहे थे। 2024 में रणजी ट्रॉफी के जरिए शमी ने वापसी की और कई दिनों तक वह शाहिद मुश्ताक अली ट्रॉफी में खेल रहे हैं।

शमी का अंतर्राष्ट्रीय अंतर्राष्ट्रीय

बता दें कि शमी अब तक अपने इंटरनेशनल बल्लेबाजों में 64 टेस्ट, 101 फॉरवर्ड और 23 टी20 इंटरनेशनल टेलीकॉम खेल चुके हैं। टेस्ट में 122 पारियों में उन्होंने 229 विकेट चटकाए हैं. इसके अलावा उन्होंने 100 पारियों में 195 और टी20 इंटरनेशनल में 23 पारियों में 24 विकेट अपने नाम किये हैं.

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कथित रिश्वत मामले में अडानी समूह के अधिकारियों को समन की रिपोर्ट पर विदेश मंत्रालय का जवाब | अडानी ग्रुप को समान करने के लिए अमेरिका से कोई दरख्वास्त नहीं

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अदानी मामला: भारत के विदेश मंत्रालय ने आज अदानी समूह को अमेरिकी न्याय विभाग के आवंटन के बारे में जानकारी दी। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर मार्शल ने बताया कि रिश्वतखोरी मामले में अडानी ग्रुप को समन करने के लिए अमेरिका से कोई दरख्वास्त नहीं मिली है। उन्होंने यह भी कहा कि अडानी समूह के शीर्ष एक्जीक्यूटिव्स के खिलाफ लगाए गए आरोपों में निजी फर्म और लोगों के साथ अमेरिकी न्याय विभाग के बीच मामला है।

साप्ताहकी प्रेस ब्रीफिंग में रणधीर टीम ने बताया कि इस मामले पर क्या कार्रवाई होनी चाहिए, इसके लिए प्रक्रिया और कानूनी जगह स्थापित की जानी चाहिए, यह सिफारिश की जाती है और भारत भी इस मामले के आगे के रास्ते की उम्मीद करता है। साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि भारत सरकार को इस मामले में आगे बढ़ने के लिए कोई जानकारी नहीं दी गई थी.

क्या है पूरी प्रक्रिया

अगर विदेश की कोई सरकार भारत के नागरिकों के लिए समन या अपराधी वॉरेंट जारी करती है तो उसे देखने के लिए एक पूरी तरह से कानूनी प्रक्रिया है जो दोनों देशों के बीच स्नातक अंडरस्टैंडिंग और लीगल असिस्टेंस के तहत जारी है। ऐसी अर्ज़ियों/सिफ़ारिशों को योग्यता के आधार पर सर्व किया जाता है और हमें अमेरिका की ओर से ऐसी कोई भी दरख्वास्त नहीं मिली है।

रणधीर और खिलाड़ी ने बताया कि यह मामला प्राइवेट इंडिविज़ुअल प्राइवेट एंटिटी के बीच है और केंद्र सरकार/भारत सरकार इस समय किसी भी तरह से इसकी जांच प्रक्रिया या कार्रवाई में किसी को भी शामिल नहीं करती है। वहीं अपने ताजा जवाब में अडानी ग्रुप ने अमेरिका के टोयोटाज एंड रिजेक्शन कमीशन की ओर से रिश्वतखोरी के अलाउंस को फिर से गलत बताया है।

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हर महीने छह लाख की कमाई और जीरो टैक्स वाले इस डोसा बेचने वाले की कमाई देखकर हर कोई हैरान है

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डोसा विक्रेता की आय भारत: सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म एक्स (पहला रेडियो) पर न्यू कोप्परम नाम के सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म एक्स पर इस स्पीकर का पोस्ट है। उन्होंने लिखा कि उनके घर के पास मौजूद एक डोसा वेंडर की कीमत करीब 20 हजार रुपये है। इस खाते से उनकी आय छह लाख रुपये महीना है. यदि सभी खर्च आदि हटा दिए जाएं तो वह हर महीने तीन से साढ़े तीन लाख रुपये लेता है। न्यू के इस पोस्ट के बाद सोशल मीडिया पर हलचल मची हुई है। साथ ही, कमाई में छूट और टैक्स ऑब्लिगेशन को लेकर परेशानी पैदा हो गई है। इसके अलावा नौकरी और बिजनेस करने के फायदे-नुक्सान पर भी चर्चा हो रही है।

पोस्ट में लिखी थी ये बात

कोप्परम ने अपने पोस्ट में लिखा, ‘मेरे घर के पास एक स्ट्रीट फूड डोसा विक्रेता है, जो रोजाना करीब 20 हजार रुपये का डोसा बेचता है। इस खाते से देखा जाए तो वह महीने में करीब छह लाख रुपये का कारोबार करता है। अगर वह अपना सारा खर्च निकाल दे तो भी हर महीने साढ़े तीन लाख रुपये बच जाता है और उसे एक रुपया भी टैक्स नहीं मिलता।’ असल में, नवीन की जिस बात ने लोगों का ध्यान खींचा, उसने 60 हजार रुपये महीने की नौकरी करने वाले स्टाफ से खुराक वाले की तुलना की। असल में, हर महीने 60 हजार रुपये वाले पर 10 करोड़ का टैक्स लगता है, जबकि सड़क पर दुकान पर लाखों रुपये वाले पर भी टैक्स नहीं लगता है।

सोशल मीडिया उपभोक्ता ने किया ऐसा रिएक्ट

नवीन की इस पोस्ट से सोशल मीडिया पर तूफान मच गया है। उन्होंने लिखा, ‘इस पर गौर करने से पहले वकीलों, वकीलों, चाय बेचने वालों, गैरेज बेचने वालों और शहर के आशियाने में दुकान चलाने वालों पर भी ध्यान देने की जरूरत है। इनमें से अधिकांश एनोटेशन में सॉसेज एजेंसी मिलती हैं। अपना घर रेनोवेट संरचनाएं या नए घर दिशानिर्देश हैं। इसके अलावा हर साल नई गाड़ी भी खरीदी जाती है, लेकिन एक रुपया भी टैक्स नहीं दिया जाता। कैसे और क्यों?’

दूसरे सैनिक ने पलटवार किया

दूसरे यात्री ने इस पर पलटवार भी किया। उन्होंने लिखा, ‘ऐसे लोगों को पोर्ट्रेट नहीं देखा गया। उन्हें कार, घर और बाइक से लोन लेना मुश्किल होता है। इसके अलावा न उनका ही दोस्त है और न ही एश्योर्ड की कमाई। इसके अलावा वे हर साल इतनी बड़ी मात्रा में टमाटर जमा करते हैं, 60 हजार रुपये का टेक-ऑफ टैक्स वाला सॉफ्टवेयर इंजीनियर भी नहीं देता है। अंग्रेजी बोलने वाले ट्विटर उपभोक्ता को इस मुगालते में नहीं रहना चाहिए कि उनके आईटीआर दावे की वजह से ही देश चल रहा है।’

एक अन्य गीतकार ने लिखी यह बात

एक अन्य संगीतकार ने लिखा, ‘यही समस्या है. नोटबंदी के बाद जब यूपीआई शुरू हुई तो यह काफी आम हो गया। मुझे लगता है कि अब सरकार के पास हर किसी का डायरेक्ट डेटा होता है, जबकि पहले कैश पेमेंट की वजह से ऐसा नहीं होता था। ऐसे में स्ट्रीट वेंडर्स को भी ब्रांड के सामान में लाना आसान हो गया है। हालांकि, सरकार ने कभी इस पर अमल नहीं किया और वह सिर्फ जीरो आय वाले आईटीआर में इजाफे से खुश हैं।’

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गृह मंत्री अमित शाह ने ओडिशा में डीजीपी आईजीपी सम्मेलन का उद्घाटन किया, एनएसए अजीत डोभाल के साथ राष्ट्रीय सुरक्षा के बारे में बताया

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डीजीपी सम्मेलन ओडिशा: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार (29 नवंबर) को ओडिशा के बस्तर में 59वें डीजेपी/आईजीएसपी सम्मेलन का उद्घाटन किया। इस तीन दिव्य सम्मेलन में देश की स्थिरता और उभरती सुरक्षा उद्घाटन पर चर्चा की जा रही है। सम्मेलन में पुलिस नेतृत्व, केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) और केंद्रीय पुलिस बल (सीपीओ) के अधिकारी शामिल हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सम्मेलन के दूसरे और तीसरे दिन इसका उद्घाटन होगा।

गृह मंत्री अमित शाह ने अपने दावे में पूर्वी सीमा पर उभरती सुरक्षा समीक्षा, शहरी पुलिसिंग और आप्रवासन के रुझानों पर ध्यान केंद्रित करने की आवश्यकता पर जोर दिया। वहीं, जीरो टॉलरेंस नीति के तहत क्लासिकल एक्शन की दिशा में पहली बार काम किया गया। उन्होंने जम्मू-कश्मीर, उत्तर-पूर्व, और उग्रवाद से प्रभावित क्षेत्रों में सुरक्षा स्थिति में सुधार के लिए संतोष से बातचीत की।

राष्ट्रीय विकास में सुरक्षा की भूमिका

गृह मंत्री ने भारत की न्याय प्रणाली को दंड-लेखक से न्याय-लेख बनाने वाला बताया। उन्होंने 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाया और 2027 तक तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने के लक्ष्य में सुरक्षा वर्ष में छात्र की भूमिका पर ज़ोर दिया।

सूचना ब्यूरो के अधिकारियों को मिला पुरस्कार

गृह मंत्री अमित शाह उन्होंने जांच अधिकारियों को उत्कृष्ट सेवा के लिए पुलिस पदक प्रदान करने की जानकारी दी। सम्मेलन के दौरान उन्होंने ‘रैंकिंग ऑफ पुलिस स्टेशन्स 2024’ पुस्तक का विमोचन किया और देश के तीन सर्वश्रेष्ठ पुलिस स्टेशनों की ट्रॉफी प्रदान की। बताएं कि अगले दो दिवसीय सम्मेलन में प्रधानमंत्री क्या करेंगे नरेंद्र मोदी राष्ट्रीय सुरक्षा पर चर्चा का नेतृत्व करेंगे.

इस दौरान देश के शीर्ष पुलिस नेतृत्व विभिन्न स्मारकों पर खाका तैयार करना चाहते हैं। यह सम्मेलन हाइब्रिड मॉड में आयोजित किया जा रहा है। राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के पुलिस प्रमुख, सीएपीएफ और सीपीओ के प्रमुख शामिल हुए। पुलिस अधिकारी भी वर्चुअल मोड में भाग ले रहे हैं।

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अमेरिकी विश्वविद्यालयों ने छात्रों को नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के शपथ समारोह से पहले लौटने की चेतावनी दी है

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अमेरिकी विश्वविद्यालय ने छात्रों को दी चेतावनी: अमेरिका के कई व्यापारियों ने विदेशी छात्रों (खासतौर पर भारतीय) को सलाह दी है कि वे अपने शीतकालीन अवकाश से राष्ट्रपति डोनाल्ड अछूत के 20 जनवरी के शपथ ग्रहण समारोह से पहले लौटें। स्टूडेंट्स को जारी की गई सलाह में कहा गया है कि इस यात्रा कार्यक्रम और प्रवेश द्वार पर कड़ी जांच से बचा जा सकता है।

फर्म की चिंताओं के चुनावी प्रचार के दौरान दिए गए बयान संलग्न हैं, जिसमें उन्होंने अवैध रूप से अमेरिका से निकासी को खतरनाक बताया था। हालाँकि, भारतीय छात्रों के लिए यह ख़तरा कम है क्योंकि उनके पास वैध वीज़ा है, फिर भी मेडिसिन ने इसे जोखिम उठाने की सलाह नहीं दी है।

धार्मिक कैलेंडर में बदलाव

यह चिंता ऐसे समय में है जब भारत ने अमेरिका में छात्र नामांकन के मामले में चीन को पीछे छोड़ दिया है। 2023 और 2024 के बीच 3.3 लाख भारतीय छात्र अमेरिकी पर्यटक अमेरिका से आए, जबकि चीन से केवल 2.7 लाख छात्र आए।

कुछ अंशों ने अपने शिष्यों के कैलेंडर को भी बदल दिया है ताकि छात्र समय से अंतिम संस्कार कर सकें। ओरेगॉन के विलेमेट विश्वविद्यालय में डेटा साइंस के एक छात्र ने कहा कि उनकी यात्रा आमतौर पर नए साल के बाद शुरू होती थी, लेकिन इस बार 2 जनवरी से ही शुरू हो रही हैं।

हवाई जहाज़ के ढांचे पर कड़ी जांच की आपदा

येल यूनिवर्सिटी ने छात्रों की आस्थाओं को दूर करने के लिए एक अलग सत्र का आयोजन किया। एक छात्र ने कहा कि यह सिर्फ हवाई जहाज़ के जहाज़ों पर काम करने या उड़ान की सीमा में कठिनाई से बचने के लिए था।

यूनिवर्सिटी ऑफ मैसाचुसेट्स के एक छात्र ने बताया कि उन्हें अपनी वापसी की तारीख आगे बढ़ानी पड़ी, जिससे उन्हें लगभग हजारों रुपये अतिरिक्त खर्च करने पड़े। विश्वविद्यालय के प्रोफेसरों ने उन्हें चेतावनी दी कि सुरक्षा जांच की गहन जांच हो सकती है और परीक्षाओं की गहन जांच हो सकती है। यूनिवर्सिटी ऑफ मैसाचुसेट्स के ग्लोबल अफेयर्स ऑफिस ने अपनी वेबसाइट पर बताया कि यह सलाह सावधानी बरतने के लिए दी गई है, क्योंकि 2016 में साइंटिस्ट एडमिनिस्ट्रेशन के दौरान यात्रा का अनुभव भुगतना पड़ा है।

अन्य विश्वविद्यालयों जैसे मेम्फिस विश्वविद्यालय और वेसलियन विश्वविद्यालय के छात्रों को भी इसी प्रकार की सलाह दी गई है। एक प्रोफेसर ने कहा कि यह छात्रों या यूनिवर्सिटी के लिए किसी भी परेशानी से बचने का एक तरीका है।

छात्रों में अनिश्चितता की स्थिति

यूनिवर्सिटी ऑफ मेम्फिस के प्रोवोस्ट बालाजी के ने छात्रों के हितों पर कहा कि ये अवकाश समुदाय में बदलाव को लेकर छात्र चिंताएं हैं। उन्होंने कहा कि “हम छात्रों का मूल्यांकन कर रहे हैं कि उनके पास वैध अध्ययन हैं और यदि कोई समस्या है तो विश्वविद्यालय उनका समर्थन करेगा।”

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