UP Information: झूले में फंसी की चोटी, चमड़ी सहित बाल सिर से अलग; किशोरी की हालत गंभीर

कन्नौज में एक किशोरी के साथ झूला झूलते समय हादसा हो गया, जिसमें उसके बाल झूले की पाइप में फंस गए और सिर की जड़ समेत पूरे बाल उखड़ गए। घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। किशोरी को गंभीर हालत में लखनऊ पीजीआई रेफर किया है।

By Anurag Mishra

Publish Date: Mon, 11 Nov 2024 06:25:07 PM (IST)

Up to date Date: Mon, 11 Nov 2024 06:28:40 PM (IST)

UP News: झूले में फंसी की चोटी, चमड़ी सहित बाल सिर से अलग; किशोरी की हालत गंभीर
झूले की पाइप में बाल फंसने से किशोरी के बाल उखड़ गए। (फोटो- जागरण)

HighLights

  1. कन्नौज में किशोरी के साथ दर्दनाक हादसा।
  2. झूले की पाइप में बाल फंसने से उखड़ गए।
  3. किशोरी को लखनऊ पीजीआई रेफर किया गया।

एजेंसी, कन्नौज। कन्नौज में शनिवार को 15 वर्षीय किशोरी के बाल झूला झूलते समय पाइप में फंस गए। इससे चमड़ी सहित बाल सिर से पूरी तरह से अलग हो गए। किशोरी के सिर से खून बहने लगा, जिससे वह बेहोश गई। उसकी हालत गंभीर है।

युवती को निजी चिकित्सक ने तिर्वा के भीमराव रामजी मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया था। उसकी हालत देख परिजन लखनऊ पीजीआई लेकर पहुंचे हैं। घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।

गांव माधौनगर में हर साल की तरह स्वामी नित्यानंद सेवा समिति ने मेला लगाया है। शनिवार की शाम करीब पांच बजे धर्मेंद्र कठेरिया की 15 वर्षीय बेटी अनुराधा दोस्तों के साथ मेले में गई थी। इस दौरान झूला झूलते समय उसके बाल पाइप में फंस गए। दर्द से चिल्ला रही किशोरी की आवाज सुनकर झूला रोका, लेकिन तब तक देर हो चुकी थी। उसकी चोटी जड़ सहित सिर से अलग हो गई थी।

किशोरी के बाल जड़ से उखड़ गए

किशोरी को तुरंत झूले से नीचे उतारा गया। उसके सिर से बहुत तेज खून बह रहा था। उसको बेहोशी की हालत में परिजन गुरसहायगंज में निजी डॉक्टर के पास लेकर पहुंचे। किशोरी की हालत को देख उसने तिर्वा के भीमराव रामजी मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया, लेकिन परिजनों ने उसको लखनऊ पीजीआई में भर्ती कराया है, जहां उसकी हालत गंभीर बनी हुई है।

झूला संचालक के खिलाफ होगी कार्रवाई

थाना प्रभारी शशिकांत कनौजिया ने बताया कि मामले की पूरी जानकारी प्राप्त हुई है। झूला संचालक की लापरवाही के कारण हादसा हुआ है। ऐसे में उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। अभी तक मेला समिति की तरफ से कोई बयान सामने नहीं आया है।

झूला संचालक मौके से फरार

किशोरी की हालत देखकर झूला संचालक मौके से फरार हो गया है। परिजनों ने जानकारी दी कि घटना के बार झूला संचालक से बहस हुई थी। इस दौरान उसका आधार छीन लिया था, जो कि उनके पास है। इससे उसकी आसानी से पहचान हो सकती है। किशोरी के पिता तालग्राम थाना का चौकीदार है।

there was a misunderstanding throughout mirzapur, vikrant had no thought his character can be killed off | मिर्जापुर के समय हुई थी गलतफहमी: विक्रांत को मिला था बड़ा सबक, बोले, पूरी स्क्रिप्ट पढ़े बिना अब कॉन्ट्रैक्ट साइन नहीं करता

1 दिन पहले

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विक्रांत मैसी इन दिनों अपनी अपकमिंग फिल्म ‘द साबरमती रिपोर्ट’ को लेकर सुर्खियों में हैं। इसी बीच उन्होंने एक इंटरव्यू में मिर्जापुर में अपने किरदार बबलू भैया का किस्सा शेयर किया। मिर्जापुर का पहला सीजन 2018 में OTT पर रिलीज हुआ था, इस सीरीज में विक्रांत मैसी ने बबलू भैया का किरदार निभाया था। जिसे दर्शकों ने काफी पसंद किया था।

मिर्जापुर से मिली थी बड़ी सीख फेय डिसूजा से बातचीत के दौरान विक्रांत ने बताया कि उन्हें नहीं पता था कि मिर्जापुर में उनके किरदार को पहले सीजन के अंत में मार दिया जाएगा, नहीं तो वह इसे साइन करने से पहले काफी सोचते। विक्रांत ने बताया कि जब उनको इसका पता चला तो वह काफी परेशान हो गए थे, उन्होंने कहा कि कॉन्ट्रैक्ट पर साइन करने से पहले उन्हें सीजन की पूरी स्क्रिप्ट नहीं दी गई थी और इसी गलतफहमी के कारण, उन्हें बाद में पता चला कि उनका किरदार पहले सीजन के अंत तक ही टिकेगा।

मिर्जापुर में बबलू भैया के किरदार में विक्रांत

मिर्जापुर में बबलू भैया के किरदार में विक्रांत

एक्टर ने कहा कि ये मेरे लिए एक बड़ी सीख थी, क्योंकि उसके बाद से मैं ध्यान से पूरी स्क्रिप्ट को पढ़ता हूं, या जब तक मुझे पता नहीं होता कि मुझे क्या करने के लिए कहा गया है, मैं कॉन्ट्रैक्ट पर साइन नहीं करता।

एक्सेल एंटरटेनमेंट ने किया भरोसा – विक्रांत विक्रांत ने कहा कि ‘मिर्जापुर’ सीरीज के दौरान उन्हें ये गलतफहमी इसीलिए हुई, क्योंकि इस सीरीज का फॉर्मेट लंबा था, फॉर्मेट लंबा होने के कारण लेखन की प्रक्रिया शूटिंग के दौरान जारी रहती है। उन्होंने कहा कि मिर्जापुर के प्रोडक्शन हाउस एक्सेल एंटरटेनमेंट से उनके अच्छे रिलेशन हैं, एक्सेल एंटरटेनमेंट ने मुझे ‘दिल धड़कने दो’ में काम करने का मौका दिया था। विक्रांत ने कहा, जोया अख्तर, फरहान अख्तर और रितेश सिधवानी ने मुझे उस समय काम दिया और साथ दिया जब कोई मेरे साथ नहीं था।

2024 में आया था मिर्जापुर का सीजन 3 बता दें, मिर्जापुर सीजन 3 अगस्त 2024 में रिलीज किया गया था। सीजन 3 की रिलीज के साथ निर्माताओं ने यह भी घोषणा की थी कि सीरीज को एक फिल्म के रूप में तैयार किया जाएगा, जिसे 2026 में रिलीज किया जाएगा। अब बात करें, विक्रांत की अपकमिंग फिल्म ‘द साबरमती रिपोर्ट’ की तो ये फिल्म 15 नवंबर को रिलीज हो रही है।

खबरें और भी हैं…
बड़े रिफंड पर आयकर विभाग की नजर! फर्जी बिल दिखाना पड़ेगा भारी, अटक सकता है आपका रिफंड

आयकर विभाग ने बड़े रिफंड के मामलों में सख्ती बरतने का निर्णय लिया है। अब गलत रिफंड की वसूली पिछले वर्षों से भी की जा सकती है। आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस की मदद से संदिग्ध रिटर्न की जांच हो रही है, जबकि गैर पेशेवरों के माध्यम से रिटर्न दाखिल करने वाले करदाताओं को सावधान रहने की आवश्यकता है।

By Anurag Mishra

Publish Date: Sat, 02 Nov 2024 06:23:43 PM (IST)

Up to date Date: Sat, 02 Nov 2024 06:23:43 PM (IST)

इनकम टैक्स रिफंड।

HighLights

  1. आयकर विभाग ने शुरू की सूक्ष्म जांच और निगरानी।
  2. गलत रिफंड की वसूली पिछले वर्षों से की जा सकती है।
  3. गैर पेशेवरों से रिटर्न भरवाना करदाताओं के लिए जोखिम है।

बिजनेस डेस्क, इंदौर। आयकर विभाग ने बड़े रिफंड के मामलों में सख्त जांच का फैसला किया है। इस वर्ष रिफंड अटकने के आसार हैं, साथ ही बीते वर्षों में गलत तरीके से प्राप्त रिफंड की वसूली भी हो सकती है। केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) ने इस संबंध में नए निर्देश जारी किए हैं।

सूक्ष्म जांच की शुरुआत

आयकर विभाग ने उन करदाताओं की सूक्ष्म जांच शुरू कर दी है जिनके रिटर्न पिछले आठ वर्षों में स्क्रूटनी के दायरे में आए थे। इसमें ऐसे नौकरीपेशा लोग भी शामिल हैं जिन्होंने सामूहिक रूप से रिटर्न दाखिल किया है।

गलत रिफंड की बढ़ती शिकायतें

जम्मू-कश्मीर और आंध्र प्रदेश के सरकारी कर्मचारियों द्वारा फर्जी दान रसीदों और खर्चों के मामलों के सामने आने के बाद, आयकर विभाग ने रिफंड के मामलों में सख्ती बरतने का निर्णय लिया। उज्जैन में भी ऐसे गलत रिफंड के मामलों का पता चला था।

आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस का उपयोग

सीबीडीटी ने निर्देश दिए हैं कि आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस का उपयोग करके संदिग्ध रिटर्न और रिफंड को चिन्हित किया जाएगा। रिटर्न दाखिल करने के बाद कई करदाताओं का रिफंड महीनों से अटका हुआ है, जिसका मुख्य कारण जांच के निर्देश हैं।

रिफंड वसूली की संभावनाएं

सीए स्वप्निल जैन के अनुसार आयकर विभाग के पास अधिकार है कि यदि किसी करदाता द्वारा गलत क्लेम पकड़ा जाता है, तो वह पिछले चार वर्षों के रिफंड की वसूली कर सकता है।

गैर पेशेवरों से सावधानी

अधिकतर करदाता गैर पेशेवरों से रिटर्न दाखिल करवा रहे हैं, जो बिना किसी आधिकारिक योग्यता के काम कर रहे हैं। ये लोग अधिक रिफंड दिलाने का लालच देकर करदाताओं को फंसा रहे हैं। ऐसे मामलों में सावधानी बरतने की आवश्यकता है, क्योंकि इसमें छूटें क्लेम करने की संभावना होती है, जिसके लिए वे पात्र नहीं होते।

Indore Gold Fee: सोने-चांदी की कीमतों एक बार फिर उछाल, 400 रुपये तक बढ़ी गोल्ड की कीमत

विश्व की प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं से मिलेजुले आंकड़ों के कारण कीमती धातुओं का बाजार संशय में है। फेड की ब्याज दरों में कटौती के संकेत कमजोर होने से मंदी आई, जबकि चीन के मिश्रित आंकड़ों ने सोने और चांदी में आंशिक तेजी लाई। इंदौर सराफा बाजार में ग्राहकी की कमी के बावजूद की कीमतों में सुधार देखा गया।

By Anurag Mishra

Publish Date: Fri, 15 Nov 2024 06:20:49 PM (IST)

Up to date Date: Fri, 15 Nov 2024 06:20:49 PM (IST)

इंदोर में सोने की कीमत बढ़कर 76 हजार को पार कर गई है। (फाइल फोटो)

HighLights

  1. फेड की ब्याज दर कटौती की उम्मीदें कमजोर।
  2. चीन में खुदरा बिक्री बढ़ी, रियल एस्टेट में गिरावट।
  3. इंदौर सराफा बाजार में ग्राहकी कम, विदेशों में मजबूती।

नईदुनिया प्रतिनिधि, इंदौर। विश्व की प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं से मिल रहे मिलेजुले आंकड़ों के कारण कीमती धातुओं का बाजार संशय में उलझा नजर आ रहा है। फेड की नीतियों और चीन के आर्थिक संकेतों ने धातु बाजार को प्रभावित किया, जिससे सोने और चांदी की कीमतों में उतार-चढ़ाव देखा गया।

फेड की नीतियों का प्रभाव

गुरुवार देर रात अमेरिकी फेडरल रिजर्व के चेयरमैन जेरोम पावेल ने प्रेस कांफ्रेंस में ब्याज दरों में कटौती को लेकर कोई जल्दबाजी न करने की बात कही। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि फेड का मुख्य उद्देश्य महंगाई दर को नियंत्रित कर दो प्रतिशत तक लाना है। इस बयान ने कीमती धातुओं के बाजार में मंदी का संकेत दिया, क्योंकि ब्याज दरों में कटौती की उम्मीदें कमजोर हो गईं।

चीन के आंकड़ों से मिश्रित प्रभाव

वहीं, चीन से मिले आंकड़े भी मिश्रित थे। वहां खुदरा बिक्री में वृद्धि देखने को मिली, जबकि रियल एस्टेट क्षेत्र में 10 प्रतिशत की गिरावट आई। इन आंकड़ों ने कीमती धातुओं के बाजार में आंशिक तेजी का कारण बना, जिससे सोना और चांदी में सुधार देखा गया। गुरुवार को कामेक्स पर सोना वायदा 27 डॉलर बढ़कर 2569 डॉलर प्रति औंस तक पहुंचा, वहीं चांदी वायदा 79 सेंट बढ़कर 30.57 डॉलर प्रति औंस पर कारोबार करती देखी गई।

इंदौर सराफा बाजार में ग्राहकी का अभाव

इंदौर सराफा बाजार में गुरु नानक जयंती के अवकाश के कारण ग्राहकी की कमी रही, लेकिन विदेशों में आई मजबूती के कारण सोने और चांदी की कीमतों में सुधार हुआ। सोना केडबरी 400 रुपये बढ़कर 76250 रुपये प्रति दस ग्राम और चांदी चौरसा 1400 रुपये बढ़कर 90300 रुपये प्रति किलो पर पहुंच गई।

इंदौर के बंद भाव

सोना केडबरी रवा नकद: 76250 रुपये प्रति दस ग्राम

चांदी चौरसा नकद: 90300 रुपये प्रति किलो

चांदी सिक्का: 1040 रुपये प्रति नग

गुरुवार को चांदी चौरसा नकद 88900 रुपये पर बंद हुई थी, जबकि सोना 75850 रुपये पर बंद हुआ था।

प्रधानमंत्री आवास योजना 2.0: खुद की जमीन पर घर बनाने पर सरकार देगी ढाई लाख रुपए की सब्सिडी

Pradhan Mantri Awas Yojana 2.0: अपने घर का सपना देखने वालों के लिए अच्‍छी खबर है। अब मध्‍य प्रदेश में प्रधानमंत्री आवास योजना का दूसरा चरण आकार लेने जा रहा है। शहरी विकास एवं योजना में कई सुधार किए जाएंगे। इन्हें अफोर्डेबल हाउसिंग पालिसी के माध्यम से लागू किया जाएगा। इस साल के अंत तक अब प्रदेश सरकार को केंद्र को सहमति देना होगी।

By Navodit Saktawat

Publish Date: Fri, 15 Nov 2024 06:07:04 PM (IST)

Up to date Date: Fri, 15 Nov 2024 06:26:13 PM (IST)

प्रधानमंत्री आवास योजना 2.0: खुद की जमीन पर घर बनाने पर सरकार देगी ढाई लाख रुपए की सब्सिडी
प्रधानमंत्री आवास योजना के दूसरे चरण पर अमल हो चुका है शुरू।

HighLights

  1. शहरों को झुग्गी मुक्त बनाने की दिशा में सरकार ने उठाया कदम
  2. अफोर्डेबल हाउसिंग पालिसी होगी तैयार, सस्ती दर पर मिलेगी जमीन
  3. योजना में पंजीकृत आवासों पर एक प्रतिशत से भी कम स्टांप शुल्क लेंगे।

राज्य ब्यूरो, नईदुनिया, भोपाल। शहरों को झुग्गी मुक्त बनाने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने प्रधानमंत्री आवास योजना 2.0 लागू की है। अन्य योजनाओं को मिलाकर इसमें काम होगा। इसके लिए मध्य प्रदेश सरकार अफोर्डेबल हाउसिंग पालिसी तैयार कर लागू करेगी।

इस नीति के तहत मकान बनाने के लिए सस्ती दर पर भूमि उपलब्ध कराई जाएगी। योजना में पंजीकृत आवासों के लिए एक प्रतिशत से कम स्टांप शुल्क लिया जाएगा।

ट्रांसफरेबल डेवलपमेंट राइट्स (टीडीआर) सुविधा आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग और निम्न आय वर्ग के लिए निर्मित क्षेत्र में परियोजना के समग्र फ्लोर एरिया रेशियो (एफएआर) में शामिल नहीं किया जाएगा।

31 दिसंबर तक का है समय

नगरीय विकास एवं आवास विभाग के अधिकारियों का कहना है कि योजना को लागू करने के लिए 31 दिसंबर, 2024 से पहले प्रदेश को केंद्र सरकार को सहमति प्रेषित करनी होगी। साथ ही अन्य सुधार 30 जून, 2025 तक पूर्ण कर लागू करने होंगे। 12 नवंबर को मुख्यमंत्री मोहन यादव की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट बैठक में बताया गया कि प्रदेश सरकार योजना पर सहमति भेज रही है। लक्ष्य यह रखा गया है कि पांच वर्ष में इस योजना के माध्यम से प्रदेश में दस लाख आवास निर्मित किए जाएं।

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जारी रहेगी ढाई लाख की सब्सिडी

  • स्वयं की भूमि पर आवास निर्माण के लिए ढाई लाख रुपये का जो अनुदान दिया जा रहा है, वह जारी रखा जाएगा।
  • प्रधानमंत्री आवास योजना शहरी के क्रियान्वयन में मध्य प्रदेश वर्ष 2015 से वर्ष 2023 तक पहले या दूसरे स्थान पर रहता आया है। अभी तक इसमें साढ़े नौ लाख हितग्राहियों को लाभ मिल चुका है।
  • अब शहरों को झुग्गी मुक्त करने और आवास की आवश्यकता की पूर्ति के लिए तीन स्तर पर एक साथ काम होगा।
  • इसमें प्रधानमंत्री आवास शहरी के तहत पंजीकृत आवासों (60 वर्गमीटर तक) के लिए एक प्रतिशत या उससे भी कम स्टांप या पंजीकरण शुल्क लिया जाएगा।
  • आवास निर्माण के लिए ऐसे हितग्राही जिनके पास भूमि नहीं है, उन्हें सस्ती दर पर पट्टे दिए जाएंगे।

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इन्हें मिलेगी योजना में प्राथमिकता

  • प्रधानमंत्री आवास योजना में उन व्यक्तियों को प्राथमिकता दी जाएगी, जिनके पास कहीं भी पक्का आवास नहीं है।
  • नौ लाख रुपये तक की वार्षिक आय और राज्य व केंद्र सरकार की किसी भी आवास योजना में लाभ ले चुके व्यक्ति योजना के लिए अपात्र होंगे।
  • कल्याणी (विधवा), दिव्यांग, वरिष्ठ नागरिक, ट्रांसजेंडर, अनुसूचित जाति-जनजाति एवं अल्पसंख्यक वर्ग, सफाई कर्मी, पथ विक्रेता, पीएम विश्वकर्मा योजना के कारीगर, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, निर्माण श्रमिक, मलिन बस्तियों में रहने वाले परिवारों को प्राथमिकता मिलेगी।
  • ऐसे व्यक्ति, जिनकी वार्षिक आय तीन लाख रुपये तक हो और उनके पास स्वयं का भूखंड हो उन्हें मकान बनाने के लिए केंद्र और राज्य सरकार के माध्यम से ढाई लाख रुपये की मदद की जाएगी।
  • यह राशि तीन किस्तों में देय होगी। इसी तरह सरकारी या निजी एजेंसी की परियोजना में आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग को 30 से 45 वर्ग मीटर का फ्लैट दिलाया जाएगा।
  • इसके लिए भी ढाई लाख रुपये तक की सहायता केंद्र और राज्य सरकार मिलकर देगी।
IND vs NZ: मुंबई टेस्ट जीतकर टीम इंडिया को बचाना होगी लाज, वरना… 92 साल का शर्मनाक रिकॉर्ड टूट जाएगा

टीम इंडिया को न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में 2-0 से पिछड़ने का सामना करना पड़ा है। मुंबई में होने वाले अंतिम टेस्ट में क्लीन स्वीप का खतरा मंडरा रहा है, जो 92 साल के इतिहास में पहली बार होगा। कप्तान रोहित शर्मा को टीम में नया उत्साह भरने की आवश्यकता है।

By Anurag Mishra

Publish Date: Mon, 28 Oct 2024 02:57:19 PM (IST)

Up to date Date: Mon, 28 Oct 2024 02:57:19 PM (IST)

IND vs NZ: मुंबई टेस्ट जीतकर टीम इंडिया को बचाना होगी लाज, वरना… 92 साल का शर्मनाक रिकॉर्ड टूट जाएगा
भारतीय टीम के सामने बड़ी चुनौती।

HighLights

  1. बेंगलुरु में 46 रन पर आउट हुआ था भारत।
  2. पुणे में मैच न्यूजीलैंड ने 113 रन से जीता था।
  3. 1 नवंबर को वानखेडे में भारत के लिए जीत जरूरी ।

डिजिटल डेस्क, इंदौर। टीम इंडिया हाल के टेस्ट क्रिकेट में एक चौंकाने वाली स्थिति का सामना कर रही है। न्यूजीलैंड ने भारत में उनकी मेजबानी में सीरीज में एक बड़ा उलटफेर करते हुए 2-0 से बढ़त बना ली है।

भारत में 60-70 साल में केवल दो टेस्ट जीतने वाली न्यूजीलैंड ने बेंगलुरु में पहले मैच में भारत को 8 विकेट से हराया, जिसमें भारतीय टीम सिर्फ 46 रन पर आउट हो गई थी। यह उनके घरेलू धरती पर सबसे छोटा स्कोर है। पुणे में खेले गए दूसरे टेस्ट में भी न्यूजीलैंड ने 113 रन से जीत हासिल कर ली, जिससे भारत ने 2012 के बाद पहली बार घरेलू सीरीज गंवाई।

92 साल के इतिहास में भारतीय टीम के साथ ये नहीं हुआ

अब भारतीय टीम पर एक बड़ा संकट मंडरा रहा है। उनके सामने मुंबई में होने वाले अंतिम टेस्ट मैच में क्लीन स्वीप का खतरा है। भारतीय क्रिकेट के 92 साल के इतिहास में ऐसा कभी नहीं हुआ कि उन्होंने तीन या उससे अधिक टेस्ट मैच की घरेलू श्रृंखला में क्लीन स्वीप का सामना करना पड़ा हो। अब तक चाहे कितनी भी सीरीज भारत ने खेली हों, उसमें ड्रॉ खेला है या फिर एक-दो मैच जीत लिए हैं।

हालांकि, 2000 में साउथ अफ्रीका के खिलाफ 2 मैचों की सीरीज में उन्हें क्लीन स्वीप का सामना करना पड़ा था। भारतीय टीम मुंबई में न्यूजीलैंड से हार जाती हैं, तो बहुत शर्मिंदगी झेलनी पड़ेगी।

टीम को नए उत्साह के साथ मैदान पर उतरने की जरूरत

1 नवंबर से वानखेडे स्टेडियम में शुरू होने वाले अंतिम टेस्ट में भारत को अपनी प्रतिष्ठा और वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल की उम्मीदों को बनाए रखने के लिए जीत हासिल करनी होगी। कप्तान रोहित शर्मा और कोच गौतम गंभीर को अब टीम में नए उत्साह भरकर मैदान पर उतरने की जरूरत है, ताकि वे इस संकट से उबर सकें।

कौन है वो युवा तिहरा शतकधारी बैटर… जिससे कोहली की RCB ने मुंह फेरा, IPL नीलामी से पहले बैट से दिया करारा जवाब

नई दिल्ली. रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर ने जिस युवा बल्लेबाज से मुंह फेर लिया है उसने, तिहरा शतक जोड़कर फ्रेंचाइजी को करारा जवाब दिया है. राजस्थान की ओर से घरेलू क्रिकेट खेलने वाले महिपाल लोमरोर ने रणजी ट्रॉफी मुकाबले में उत्तराखंड के खिलाफ नाबाद 300 रन बनाए. उन्होंने अपनी इस पारी में 25 चौके और 13 छक्के जड़े. आईपीएल में आरसीबी और राजस्थान रॉयल्स का प्रतिनिधित्व कर चुके 24 साल के ऑलराउंडर लोमरोर ने 357 गेंद में तिहरा शतक पूरा किया. उन्होंने अपनी पारी के दौरान 83.33 के स्ट्राइक रेट से रन बनाए.और जेद्दा में 24 और 25 नवंबर को होने वाली आईपीएल नीलामी से पहले विभिन्न फ्रेंचाइजी का ध्यान खींचा.

महिपाल लोमरोर (Mahipal Lomror) की ट्रिपल सेंचुरी के दम पर राजस्थान ने पहली पारी सात विकेट पर 660 रन बनाकर घोषित की. इसके जवाब में उत्तराखंड ने दिन का खेल खत्म होने तक दो विकेट पर 109 रन बना लिए हैं. दिन का खेल खत्म होने पर उत्तराखंड के कप्तान रविकुमार समर्थ और स्वप्निल सिंह क्रमश: 50 और 17 रन बनाकर खेल रहे थे. मेजबान टीम अब भी राजस्थान से 551 रन से पीछे है. बाएं हाथ की स्पिन गेंदबाजी भी करने वाले लोमरोर ने दिन की शुरुआत 141 रन से करने के बाद 253 गेंद में दोहरा शतक पूरा किया.

IND vs SA T20: 6 गेंद पर चाहिए थे 25 रन…गेंदबाज ने अकेले पलट दी बाजी, विपक्षी टीम के जबड़े से छीन ली जीत

IND vs AUS: देख लो कमिंस… शमी ऑस्ट्रेलिया के लिए जल्द भर सकते हैं उड़ान, वापसी मैच में काटा गदर

महिपाल लोमरोर ने तीन शतकीय साझेदारी की
मेहमान टीम ने लोमरोर के दोहरा शतक पूरा करने के तुरंत बाद पारी घोषित कर दी. लोमरोर ने इस दौरान कार्तिक शर्मा (113) के साथ पांचवें विकेट के लिए 177 रन जोड़े. कार्तिक अपने कल के स्कोर मे बिना कोई रन जोड़े दिन के पहले ओवर में आउट हो गए. लोमरोर ने इसके बाद विकेटकीपर भरत शर्मा (54) के साथ छठे विकेट के लिए 116 रन जोड़े. दीपक चाहर ने भी 38 गेंद में 35 रन की पारी खेली. लोमरोर ने कुकना अजय सिंह (40) के साथ भी आठवें विकेट के लिए 118 रन की अटूट साझेदारी की.

लोमरोर ने आईपीएल में 527 रन बनाए हैं
महिपाल लोमरोर ने अब तक 40 आईपीएल मुकाबलों में 527 रन बनाए है. वह पिछले सत्र में आरसीबी को हिस्सा थे जिसने उन्हें रिलीज कर दिया. इससे मैच से पहले लोमरोर ने प्रथम श्रेणी क्रिकेट में सात शतक और 16 अर्धशतक जड़े.

Tags: IPL, Ranji Trophy, Royal Challengers Bangalore

ईरान के सर्वोच्च नेता का हिब्रू एक्स अकाउंट सस्पेंड, आखिरी पोस्ट में दी थी इजरायल को यह धमकी

इजरायल ने शनिवार को ईरान पर हवाई हमला करते हुए एक सितंबर के मिसाइल अटैक का बदला ले लिया है। इस हमले के बाद ईरान ने स्वीकार किया था कि इससे उसे सीमित क्षति हुई है। हालांकि, इसके बाद ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर ईरान को धमकी देते हुए एक पोस्ट लिखी थी।

By Shashank Shekhar Bajpai

Publish Date: Mon, 28 Oct 2024 02:28:08 PM (IST)

Up to date Date: Mon, 28 Oct 2024 02:28:08 PM (IST)

ईरान के सर्वोच्च नेता का हिब्रू एक्स अकाउंट सस्पेंड, आखिरी पोस्ट में दी थी इजरायल को यह धमकी
ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्ला अली खामेनेई की फाइल फोटो।

HighLights

  1. एक्स ने सस्पेंड किया ईरान के नेता खामेनेई का हिब्रू भाषा में बना अकाउंट।
  2. पोस्ट में लिखा था- इजरायल ने ईरान के बारे में गणना करने में की है गलती।
  3. हम इजरायल को समझाएंगे कि ईरान के पास कितनी क्षमता और इच्छा है।

डिजिटल डेस्क, इंदौर। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर ईरान के नेता अयातुल्ला अली खामेनेई का हिब्रू भाषा के अकाउंट सस्पेंड कर दिया गया है। जेरूसलम पोस्ट के अनुसार, खामेनेई की दो पोस्ट के बाद यह कार्रवाई की गई।

रविवार की अपनी लेटेस्ट पोस्ट में उन्होंने लिखा था, “यहूदी शासन ने गलती की है और ईरान के बारे में अपनी गणना में गलती की है। हम उसे समझाएंगे कि ईरानी राष्ट्र के पास कितनी शक्ति, क्षमता और इच्छा है।”

इससे एक दिन पहले शनिवार को खामेनेई ने हिब्रू भाषा में पहली पोस्ट की थी। उसमें उन्होंने लिखा था, “दयालु अल्लाह के नाम पर” दोनों पोस्ट पिछले हफ्ते ईरान के सैन्य ठिकानों पर इजरायल के हमलों के किए गए थे।

कठोर भाषा का इस्तेमाल करते हैं खामेनेई

बताते चलें कि अपने मुख्य एक्स अकाउंट पर खामेनेई अक्सर हिब्रू भाषा में पोस्ट करते हैं, जिसमें वह अक्सर इजरायल के खिलाफ कठोर भाषा का इस्तेमाल करते हैं। खामेनेई ने कहा था कि ईरान पर इजरायल के हवाई हमलों को न तो बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया जाना चाहिए और न ही कम करके आंका जाना चाहिए।

सीएनएन की रिपोर्ट के अनुसार, खामेनेई ने रविवार को कहा कि ईरान के खिलाफ इजरायल अपने कार्यों के प्रभावों को बढ़ाना चाहेगा। उन्होंने यह भी कहा कि ईरान के लिए हमलों को महत्वहीन मानकर खारिज करना भी सही नहीं होगा।

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… वो ईरान के बारे में लगा रहे हैं गलत अनुमान

उन्होंने अपनी उन्होंने टिप्पणी की, “वे ईरान के बारे में गलत अनुमान लगा रहे हैं। वे अभी भी ईरानी लोगों की शक्ति, क्षमता, सरलता और दृढ़ संकल्प को सही ढंग से नहीं समझ पाए हैं। हमें उन्हें ये बातें समझानी होंगी।”

ईरान ने कहा कि शनिवार को उसके सैन्य ठिकानों को निशाना बनाकर इजरायल ने हवाई हमले किए थे। इसमें दो सैनिक मारे गए थे। इजरायल ने मिसाइल बनाने वाली फैसेलिटीज, सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइलों और अन्य “हवाई क्षमताओं” पर एक साथ हमला किया था।

इजरायल ने कहा था- मिशन हो गया है पूरा

बताते चलें कि ईरान की वायु सेना ने तेहरान, खुजेस्तान और इलम प्रांतों में सैन्य ठिकानों पर हमलों की पुष्टि की थी। इसके साथ ही यह भी स्वीकार किया था कि इजरायल के हवाई हमले में उसे “सीमित क्षति” हुई थी।

उधर, इजरायल ने कहा था कि इस हवाई हमले ने ईरान के 1 अक्टूबर के मिसाइल हमले के जवाब में “समाप्त” कर दिया है। उसने कहा कि उसके युद्धक विमान सुरक्षित वापस लौट आए हैं और मिशन पूरा हो गया है।

खालिस्तानी आतंकी पन्नू ने दी Ram Mandir उड़ाने की धमकी, Alert पर सुरक्षा एजेंसियां

खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू ने अयोध्या के राम मंदिर को उड़ाने की धमकी दी है। उसने 16-17 नवंबर को मंदिर में हिंसा करने की योजना बनाई और पीएम मोदी के खिलाफ भी आपत्तिजनक टिप्पणी की। पन्नू कनाडा में बैठकर भारत के खिलाफ नफरत फैलाने की कोशिश कर रहा है।

By Neeraj Pandey

Publish Date: Mon, 11 Nov 2024 08:19:43 PM (IST)

Up to date Date: Mon, 11 Nov 2024 08:19:43 PM (IST)

खालिस्तानी आतंकी पन्नू ने दी Ram Mandir उड़ाने की धमकी, Alert पर सुरक्षा एजेंसियां
पन्नू लगातार भारत में अशांति फैलाने की कोशिश कर रहा है।

HighLights

  1. पन्नू ने अयोध्या राम मंदिर को उड़ाने की धमकी दी
  2. पन्नू ने पीएम मोदी की प्रार्थना करते तस्वीरें दिखाई
  3. भारत और कनाडा के रिश्तों में और बढ़ रहा तनाव

एजेंसी, नई दिल्ली। कनाडा में मौजूद खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू ने एक नया वीडियो जारी कर अयोध्या के राम मंदिर को उड़ाने की धमकी दी है। वीडियो में पन्नू ने 16 और 17 नवंबर को अयोध्या के राम मंदिर में हिंसा की योजना बनाई है और इस दौरान पीएम मोदी की प्रार्थना करते हुए तस्वीरें भी दिखाई है। पन्नू ने यह धमकी कनाडा के ब्रैम्पटन से रिकॉर्ड की थी।

भारत और कनाडा के रिश्तों में तनाव

पन्नू की धमकी भारत के सबसे पवित्र धार्मिक स्थलों में से एक राम मंदिर के खिलाफ एक बड़ा खतरा मानी जा रही है। इसके साथ ही पन्नू ने कनाडा में रहने वाले भारतीयों को हिंदू मंदिरों पर हो रहे खालिस्तानी हमलों से दूर रहने की भी चेतावनी दी है। खालिस्तानी आतंकियों के खिलाफ कनाडा की नीतियां भारत के लिए हमेशा चिंता का कारण रही हैं, इससे दोनों देशों के रिश्तों में लगातार तनाव बढ़ रहा है।

कौन है खालिस्तानी आतंकवादी पन्नू

गुरपतवंत सिंह पन्नू ‘सिख फॉर जस्टिस’ संगठन का प्रमुख है, पहले भी भारत के खिलाफ धमकियां दे चुका है। उसने सिख दंगों के 40 साल पूरे होने पर एअर इंडिया की फ्लाइट्स को निशाना बनाने की धमकी दी थी। पन्नू का परिवार पाकिस्तान से आकर पंजाब में बस गया था, और खुद वह कनाडा और अमेरिका में रहता है। भारत सरकार ने 2020 में उसे आतंकी घोषित किया था।

भारत के लिए एक गंभीर चुनौती

पन्नू और उसके संगठन ने अपनी गतिविधियों से भारत में अशांति फैलाने की कोशिश की है। हालांकि, भारत के सुरक्षा बल और विदेश मंत्रालय इस धमकी को गंभीरता से ले रहे हैं और सुरक्षा एजेंसियां सतर्क हैं। पन्नू कनाडा में खुलेआम भारत के खिलाफ प्रचार कर रहा है और खालिस्तान की मांग को उकसाने की कोशिश कर रहा है।

Vikrant Massey Interview; The Sabarmati Report | Demise Threats | एक्टर विक्रांत मैसी बोले- मुझे धमकियां मिल रहीं: फिल्म ‘द साबरमती रिपोर्ट’ करने पर पत्नी ने कहा था तुम पागल हो, परिवार-दोस्त बोले गालियां पड़ेंगी – Jaipur Information

एक्टर विक्रांत मैसी अपनी फिल्म ‘द साबरमती रिपोर्ट’ के प्रमोशन के लिए जयपुर आए। इस दौरान उन्होंने फिल्म से जुड़े अनुभवों से लेकर अपने फिल्मी करियर पर बात की। उन्होंने कहा- जब यह फिल्म उन्हें ऑफर हुई थी, घरवालों और दोस्तों ने इसे करने से मना कर दिया था।

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जब रिसर्च किया तो लगा कि करना चाहिए। फिल्म बनकर तैयार हो गई। अब खूब धमकियां मिल रही हैं। इसको लेकर मैंने पुलिस में रिपोर्ट भी करवाई है। साबरमती अग्निकांड को लेकर जो थ्योरी उस समय फैलाई गई। वह आज भी जिंदा है। उन थ्योरी को लोगों से दूर करने के लिए हम फिल्म बना रहे हैं। अपनी आइडियोलॉजी के बदलाव पर उन्होंने कहा- समय के साथ चीजें बदलती रहती हैं। मैं भी इवॉल्व हुआ हूं। इस फिल्म की वजह से मेरी आइडियोलॉजी में बदलाव नहीं आया है। आगे पढ़िए पूरा इंटरव्यू…

विक्रांत मैसी ने जयपुर में दाल-बाटी का स्वाद लिया।

विक्रांत मैसी ने जयपुर में दाल-बाटी का स्वाद लिया।

भास्कर: ट्रेलर में एक डायलॉग है कि केंद्र की ट्रेन यूपी की जगह गुजरात होते हुए जानी चाहिए। इसमें साफ तौर पर पॉलिटिकल सिनेरियो को समझाया गया है, इस पर आपका क्या कहना है?

विक्रांत मैसी: इसमें हमने ऐसी कोई चीज नहीं कही है, जो आपको पता नहीं है। हम 2002 की घटना का जिक्र कर रहे हैं। हमारी फिल्म 2002 से 2010 तक की जर्नी को बयां करती है। हमारा मानना है कि उन करीब 10 साल में बहुत सारे मेजर चेंज आए। पॉलिटिक्स के नजरिए से, पब्लिक परसेप्शन के नजरिए से, खास तौर पर साबरमती अग्निकांड के मामले पर। फिल्म का डायलॉग कहीं न कहीं सच्चाई है। आप भी शायद मानते होंगे। अब दिक्कत यह है कि बिना कहे वह नाम भी आपके सामने आ गए।

आजकल फिल्म इंडस्ट्री में लेखक से ज्यादा वकील घूमते हैं। हम पर हर दूसरे दिन नोटिस आता है। अभी मैंने एक फिल्म सेक्टर 36 की है, जो थोड़े दिन पहले ही आई है। इसको लेकर 50 केस हम पर आ चुके हैं। मुझ पर ही नहीं, पूरी टीम पर अलग-अलग केस आए हैं। दिल्ली या नोएडा के जो सेक्टर 36 हैं। उन्होंने हम पर केस ठोक दिया है कि आप हमारे सेक्टर का नाम खराब कर रहे हैं। ऐसी चीजों से हमें भी जूझना पड़ता है। नाम बदलने पड़ते हैं। बहुत सारी ऐसी चीज करनी पड़ती है, जो नहीं करनी होती है। इसलिए हम प्रयास कर रहे हैं कि एक महत्वपूर्ण कहानी आप तक लेकर आएं।

भास्कर: इस कहानी को सामने लाने में 22 साल कैसे लग गए?

विक्रांत मैसी: यह एक ऐसी घटना थी, जिससे हमारा सोशल पॉलिटिकल फैब्रिक, कल्चरल फैब्रिक रातों-रात बादल गया। यह हमारा 9/11 वाली घटना के बराबर है। मेरे दोस्त जो इस समय मीडिया में हैं, उनका भी यही मानना है। इस घटना को 22 साल हो गए हैं। आज भी उन 59 लोगों को एक आंकड़े के तौर पर देखा जाता है। आधे लोग तो उस पर बात भी नहीं करते। मैं आश्वासन के साथ यह कह सकता हूं कि यह फिल्म देखेंगे तो आपको एक अलग नजरिया मिलेगा।

फिल्म प्रमोशन के तहत विक्रांत मैसी शहर के एक मॉल में मीडया से रूबरू हुए।

फिल्म प्रमोशन के तहत विक्रांत मैसी शहर के एक मॉल में मीडया से रूबरू हुए।

मैं एक अलग चीज आपको बताना चाहता हूं कि दूसरे विश्व युद्ध में क्या हुआ। जर्मनी, रूस, अमेरिका में क्या हुआ। उसके आंकड़े हमारे पास मौजूद हैं। कौन सी तारीख को क्या हुआ। वह सब हमें हमारी किताबों में पढ़ाया गया। उस पर फिल्में भी बनी है। बहुत फिल्में बनी हैं, जिन्हें ऑस्कर भी मिला है। हमारे देश में इतनी बड़ी दुर्घटना घटी। उसके बारे में हमें पता नहीं चला। दुख की बात यह है कि आज भी उस समय की थ्योरी जिंदा है, जो उस समय ग्राउंड पर बनाई गई थी। इसका अफसोस होता है। अब इस कहानी को सामने लाने में 22 साल क्यों लगे, इसका तो मैं कुछ कह नहीं सकता। मेरा उद्देश्य इस कहानी को सामने लाना था।

भास्कर: फिल्म की कहानी आने से पहले आपको इस घटना की कितनी जानकारी थी। इस फिल्म को करने के बाद खुद की आइडियोलॉजी में किसी प्रकार का बदलाव आया?

विक्रांत मैसी: जब यह घटना घटी, तब मैं 15-16 साल का था। आप लोग सभी समझ सकते हैं। बचपन में आपके मां-बाप आपको प्रोटेक्ट करना चाहते हैं। जब उस घटना की न्यूज हमारे घर पर चलती थी। चैनल बदल दिया जाता था। उस समय न्यूज में दंगों की बात होती थी। हिंसा की बात होती थी। साबरमती अग्निकांड के बारे में बहुत सालों तक आपको न्यूज में सही तरीके से जानकारी तक नहीं दी गई थी। न्यूज में सिर्फ दंगों के बारे में था। अंतरराष्ट्रीय प्रेस ने भी यही छापा। दूर-दूर से लोग आए। बताया दंगे हुए हैं।

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मैं यहां पर डिस्क्लेमर दे रहा हूं कि कई बार कई बातों का गलत मतलब निकाला जाता है। उस दूसरे पहलू पर इतनी बातें हुईं कि पहले पहलू को हम भूल गए। मुझे भी जो जानकारी बाहर थी, यानी आग लगा दी गई या खाना बना रहे थे, कोई सिगरेट पी रहा था या कोई शॉर्ट सर्किट हुआ, इस तरह की थ्योरी हम तक पहुंची। जब यह कहानी मेरे पास आई, उस वक्त हमें बहुत सारा रिसर्च मटेरियल भी प्रोवाइड कराया गया।

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सुप्रीम कोर्ट का जो फैसला है हमने उसी के आधार पर कहानी तैयार की। सुप्रीम कोर्ट ने जो कहा है वही हमने कहानी के रूप में दिखाया है। कोर्ट का फैसला आने के बाद भी आज भी पुरानी थ्योरी बनी हुई है। हम कहते हैं लोकतंत्र में विश्वास करते हैं, लेकिन हम भी कहीं न कहीं कलेक्टिविज्म का शिकार हैं। जो हम विश्वास करना चाहते हैं, हम उसी का विश्वास करते हैं। चाहे कितने भी तथ्य या सत्य हमारे सामने ला दिए जाएं।

विक्रांत की फिल्म द साबरमती रिपोर्ट को जयपुर के धीरज सरना ने डायरेक्ट किया है।

विक्रांत की फिल्म द साबरमती रिपोर्ट को जयपुर के धीरज सरना ने डायरेक्ट किया है।

इस फिल्म की वजह से मेरी आइडियोलॉजी नहीं बदली है। इंसान समय के साथ बदलता है। आप भी 10 साल पहले जो होंगे, वह आज नहीं होंगे। बदलाव आया होगा। एक इंग्लिश की कहावत है कि द चेंज इस द ओनली काॅन्स्टेंट। मैं देश-दुनिया घूमता हूं। चीजें अपनी आंखों से देखी है। अच्छी या गलत और मुझे पता है।

इस सवाल का बैकग्राउंड क्या है, मैं जानता हूं। मैं अपना जवाब दे चुका हूं। मैं नहीं चाहता कि इस फिल्म के साथ भी ऐसा हो कि हमारी बातचीत कहीं पॉलिटिकल विषय में न घुस जाए। इतना जरूर कहूंगा कि मैं भी इवॉल्व हुआ हूं। वहीं स्थिर पानी की तरह मैं रहता तो पता नहीं क्या होता। मुझ पर कीड़े-मकोड़े जम जाते। मैं बहता हुआ पानी हूं। बदलाव आता रहना चाहिए। मुझे विश्वास है कि आज मैं जो हूं, 10 साल बाद नहीं रहूंगा। बदलते रहना चाहिए।

भास्कर: आप सच्चाई से जुड़ी कहानियों पर ज्यादा काम करते हैं, इसका क्या कारण है?

विक्रांत मैसी: आज भी मुझे विश्वास है कि कहानियों और फिल्मों में पूरा पोटेंशियल है। यह चीज लोगों को इंस्पायर करती है। एंटरटेनमेंट तो करती ही है। क्योंकि परिवार से लोग सिनेमाघर में हंस-खेल कर जाना चाहते हैं। हम भी चाहते हैं। कई बार क्या होता है कि वह कहानी को कहना बहुत जरूरी हो जाता है। इसे लोगों तक पहुंचना जरूरी होता है। आज मेरा यह प्रिविलेज है, मैं आज यहां पर सिनेमा हॉल में खड़ा हूं। यह मेरा सपना हुआ करता था। यह मेरी हकीकत है। मेरा यह जरूरी कदम है कि मैं अपने समाज, आप सभी लोगों को कुछ दूं, क्योंकि मैं आप लोगों की वजह से ही हूं। इसलिए मैं ऐसी कहानी लाता हूं, जो आपकी कहानी है।​

भास्कर: ​​​​​​क्या इस फिल्म के बाद आपके परिवार को धमकियां मिल रही हैं? इस फिल्म को करने से पहले आपने उनसे राय ली थी?

विक्रांत मैसी: परिवार वालों को धमकी मिलने को लेकर मिस कम्युनिकेशन हुआ है। मुंबई की प्रेस कॉन्फ्रेंस में मुझे सवाल पूछा गया था, जिसका जवाब मैंने दिया था। जो सोशल मीडिया पर गलत तरीके से पेश किया गया। मेरे घरवालों को धमकियां नहीं मिल रही हैं। मुझे धमकियां मिल रही हैं। यह एक तरीके से चाइनीज गेम की तरह है। मुझे टारगेट किया जा रहा है। मुझे बहुत कुछ कहा जा रहा है, लेकिन मैंने कुछ फैसले लिए हैं। अब डर नहीं लग रहा है। कहीं न कहीं एक हल्कापन लग रहा है। डर पहले था, जब कहानी कर रहे थे। जब 27 फरवरी को रीक्रिएट किया गया। शूटिंग करने में भी काफी दिक्कतें आईं। हम बहुत आसानी से पढ़ लेते हैं, लेकिन जब उसे करने जाते हैं। बड़ी समस्या सामने आती है। मेरी सुरक्षा करने के लिए जो जरूरी कदम हैं, परिवार की सुरक्षा करने के लिए जो कदम उठा रहे हैं, वह उठा रहा हूं। हम सब यह मिलकर कर रहे हैं।

प्रोड्यूसर एकता कपूर के साथ मेरा गहरा रिश्ता है। वह एक निर्माता नहीं हैं। मेरी मेंटर भी हैं। साइबर पुलिस में हमने कंप्लेंट भी की है। सच कहूं तो अब डर कम होता जा रहा है। बहुत हिम्मत लगी थी, जब यह कहानी बोलने की कोशिश की थी। अब जब यह फाइनल कहानी आ रही है। अब तो बन गई है। सब कुछ हो गया है। अब कोई दिक्कत नहीं है। हमारी पहले दिन से ही यह सोच थी कि उन 59 लोगों को याद किया जाए, उनको सच्ची श्रद्धांजलि दी जाए। मीडिया का जो रोल था, वह लोगों के सामने लाया जाए।

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मैं हर चीज अपने परिवार से पूछता हूं। हालांकि डिसीजन मेरा ही होता है। मेरे माता-पिता बिल्कुल साधारण से लोग हैं। उनको इस तरह की कोई जानकारी नहीं होती है। उनका ऐसे सब्जेक्ट पर लेना-देना तो बहुत दूर की बात है। उनको यह भी जानकारी नहीं है फिल्म क्या होती है। स्क्रिप्ट क्या होती है। इसकी मेकिंग कैसे होती है। मार्केटिंग क्या होती है। उनको कुछ नहीं पता, हर मां-बाप की तरह उनको सिर्फ अपने बेटे पर गर्व है।

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मेरी पत्नी शीतल से बात करता हूं। जब घर पर चर्चा हुई थी तो आमतौर पर मैं ब्रीफ में बात करता हूं। जब उनको बताया कि इस सब्जेक्ट पर फिल्म बना रहे हैं। मैं सच कहूं पत्नी ने कहा था कि तुम पागल हो। तुम ऐसा क्यों कर रहे हो। मेरे कुछ दोस्त हैं, जो इसी इंडस्ट्री से हैं। उनसे पूछा तो वह कहते थे कि भाई क्यों पंगे ले रहा है। जब बाद में मुझे रिसर्च मटेरियल मिला। कहानी सुनी तो लगा कि यह कहानी कहनी चाहिए। जो एकता कपूर कहना चाहती है, उसे कहना चाहिए।

जब इस फिल्म की स्क्रिप्ट मेरे पास आई थी, उस समय मैंने फिल्म के लिए मना नहीं किया था, लेकिन परिवार से और दोस्तों से इस बारे में डिस्कस किया। उन्होंने कहा- आप पहले ही सोशल मीडिया पर इतनी गालियां खाते हो। इसके करने के बाद गालियां और बढ़ जाएंगी। मिस अंडरस्टैंड करेंगे। क्योंकि इस सब्जेक्ट को बहुत ज्यादा मिस अंडरस्टैंड किया गया है। लोग कहेंगे कि यह किसी एक का पक्ष ले रहा है। फिर यह एक कम्युनिटी के विरुद्ध बोल रहा है। जैसे मैंने पहले कहा कि मेरा विश्वास आज भी यह है कि इतनी भी बुरी दुनिया नहीं है। आज भी कहीं न कहीं इंसानियत हमारे भीतर है। आखिर में यही कहूंगा कि उस ढाई साल के बच्चे को किसी पॉलिटिकल या रिलीजियस आंखों से नहीं देख सकता, जिसे जिंदा जला दिया गया था।