देश-विदेश में स्थित महाकाल मंदिर में होते हैं चमत्कारी दर्शन। इस दौरान कई बार यात्रियों को अलग-अलग तरह की परेशानियों का भी सामना करना पड़ता है। अब महाकाल प्रबंधन ने वैष्णव की समस्या श्रवण और स्थायी व्यवस्था की है।
द्वारा अरविन्द दुबे
प्रकाशित तिथि: मंगल, 19 नवंबर 2024 07:54:30 पूर्वाह्न (IST)
अद्यतन दिनांक: मंगल, 19 नवंबर 2024 07:54:30 पूर्वाह्न (IST)
पर प्रकाश डाला गया
- अब तक सिर्फ याचिका बॉक्स लगे थे
- हुई शिकायत निवारण कक्ष की शुरुआत
- तत्काल दोपहर तक रीच रही शिकायत
नईदुनिया, उज्जैन (उज्जैन महाकाल मंदिर)। महाकाल मंदिर प्रशासन ने यूनेस्को से आने वाले विश्वासियों की समस्या का समाधान और समाधान करने के लिए योजना तैयार की है। इसके लिए शिकायत निवारण कक्ष की स्थापना की गई है। मंदिर के सरकारी कार्यालय व परिसर में कई स्थानों पर याचिका पेटी रखी जा रही है।
ज्योतिर्लिंग महाकाल मंदिर में प्रतिदिन दर्शन करने वाले हजारों हजारों भगवान महाकाल के दर्शन करने आते हैं। मंदिर प्रशासन ने भक्तों के लिए उदार दर्शन व्यवस्था के दर्शन कर रखे हैं।
दर्शनार्थियों को मंदिर में बेईमानी का लाभ भी मिल रहा है। फिर भी, कहीं भी कोई कमी नहीं है और अधूरा मंदिर कार्यालय में शिकायत दर्ज की जा रही है।
अब समस्या का समाधान हो रहा है
- अब तक दर्शनशास्त्रियों की समस्या सुनने के लिए कोई फ़्लॉपी व्यवस्था नहीं थी। केवल मंदिर कार्यालय के बाहर एक याचिका पेटी लगी हुई थी, इसी में अवशेष अपनी लिखित याचिका थे।
- अब प्रियजन गणेश धाकड़ ने ग्राहकों की समस्याओं के त्वरित समाधान के लिए कार्यालय में एक शिकायत निवारण कक्ष की स्थापना की है। यहां बैठे कर्मचारी दर्शनार्थी की समस्या दर्ज करते हैं, उसे रजिस्टर में दर्ज करते हैं।
- इसके अलावा लिखित शिकायत प्राप्त करने के लिए तत्काल विवेचक के समक्ष प्रस्तुत किया जाना है। मंदिर की वेबसाइट पर प्राप्त महारानी का भी प्रतिदिन एकीकरण किया जाता है। भक्त टोलफ्री नंबर पर भी अपनी शिकायत दर्ज़ निर्माण हैं।
महाकाल मंदिर में ऐसे दर्ज करवाएं याचिका
अविश्वासी महाकालेश्वर मंदिर की आधिकारिक वेबसाइट www.shhrimahakalshree.com पर अपनी याचिका क्लिनिक रजिस्टर्ड करा सकते हैं। इसके अलावा मंदिर के टोल फ्री नंबर 18002331008 पर भी संपर्क कर सकते हैं। मंदिर में लगी याचिका पेटियों में भी लिखित शिकायत की जा सकती है।