ओपनिंग करोगे-हां, छठे नंबर पर जाओगे-हां, कीपिंग करोगे-हां… खिलाड़ी एक और काम अनेक

नई दिल्ली. केएल राहुल को कंपलीट टीम मैन कहना गलत नहीं होगा. टीम इंडिया का इकलौता खिलाड़ी जो ओपनिंग से लेकर छठे नंबर पर बल्लेबाजी करने को तैयार रहता है. साथ ही विकेट के पीछे की जिम्मेदारी भी संभालनी हो तो यह हिचकिचाता नहीं है. कुल मिलाकर टीम हित में जो भी काम करने को इस खिलाड़ी को दिया जाता है उसे हंसकर स्वीकार कर लेता है. अब ऑस्ट्रेलिया दौरे को ही ले लिजिए. कप्तान रोहित शर्मा पहले टेस्ट के लिए ऑस्ट्रेलिया नहीं पहुंचे तो राहुल को टीम मैनेजमेंट ने ओपनिंग के लिए भेज दिया. अधिकतर समय मिडिल ऑर्डर में खेलने वाले इस खिलाड़ी ने बतौर सलामी बल्लेबाज उतरकर शानदार पारी खेलते हुए टीम को मुश्किलों से उबारा.

केएल राहुल (KL Rahul) से जब ओपनिंग के लिए पूछा जाता है तो हां कहते हैं. तीसरे नंबर पर बैटिंग करने के लिए कहा जाता है तो हां में जवाब देते हैं. मिडिल ऑर्डर में भेजा जाता है तो भी हां में ही जवाब देते हैं. बात छठे नंबर पर बल्लेबाजी की आती है तो भी वह वहां उतरकर शानदार पारी खेलते हैं. विकेटकीपिंग की जब बात आती है तो भी वह इस भूमिका को निभाने के लिए तैयार रहते हैं. कुल मिलाकर यह खिलाड़ी ऐसा है जो किसी भी परिस्थिति में किसी भी नंबर पर उतरकर टीम को अपना योगदान देने में सबसे आगे रहता है.

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62 रन पर नाबाद लौटे राहुल
राहुल पर्थ टेस्ट मैच की दूसरी पारी में 62 रन पर नाबाद हैं. उन्होंने यशस्वी जायसवाल के साथ मिलकर पहले विकेट के लिए 172 रन जोड़ लिए हैं. पहली पारी में 26 रन पर विवादास्पद तरीके से आउट होने वाले राहुल ने दूसरी पारी में अपना पूरा अनुभव झोंक दिया. उन्होंने युवा जायसवाल के साथ मिलकर पारी को आगे बढ़ाया. भारतीय टीम दूसरी पारी में 218 रन की लीड ले चुकी है. दूसरा और तीसरा सेशन पूरी तरह राहुल और जायसवाल के नाम रहा. राहुल और यशस्वी ने दूसरे सेशन में 26 ओवर में 84 रन बनाए जबकि 31 ओवर में दोनों ने 88 रन जुटाए.

राहुल ने 124 गेंदों पर जड़ा अर्धशतक
केएल राहुल ने 124 गेंदों पर अर्धशतक जड़ा. राहुल के टेस्ट करियर की यह 18वीं फिफ्टी है. ऐसा चौथी बार हुआ है जब ऑस्ट्रेलिया में भारत के ओपनर्स ने एक साथ दो अर्धशतक जड़े हैं. इससे पहले सुनील गावस्कर और चेतन चौहान की ओपनिंग जोड़ी ने 1981 में मेलबर्न में क्रमश: 70 और 85 रन की पारी खेली थी. गावस्कर और श्रीकांत ने ओपनिंग करते हुए 1985 में एडिलेड में 166 और 51 रन की पारी खेली थी. 1986 में गावस्कर ने 172 और श्रीकांत ने 116 रन सिडनी में ओपनिंग में बनाए थे.

Tags: IND vs AUS, India vs Australia, KL Rahul, Yashasvi Jaiswal

एमपी में युवाओं को विदेशी दौरे पर आमंत्रित करेंगे सीएम मोहन यादव, लंदन और जर्मनी का करेंगे दौरा

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव 24 नवंबर से 30 नवंबर तक छह दिवसीय यात्रा पर जाएंगे। वे लंदन और जर्मनी के म्यूनिख, स्टटगार्ट में संवाद से बातचीत करेंगे और मध्य प्रदेश में निवेश की मजबूती पर चर्चा करेंगे।

द्वारा नीरज पांडे

प्रकाशित तिथि: शनिवार, 23 नवंबर 2024 06:37:20 अपराह्न (IST)

अद्यतन दिनांक: शनिवार, 23 नवंबर 2024 06:37:20 अपराह्न (IST)

एमपी में युवाओं को विदेशी दौरे पर आमंत्रित करेंगे सीएम मोहन यादव, लंदन और जर्मनी का करेंगे दौरा
सीएम के दौरे की शुरुआत लंदन से होगी।

पर प्रकाश डाला गया

  1. मुख्यमंत्री मोहन यादव की छह दिवसीय विदेश यात्रा
  2. सीएम ब्रिटिश संसद और किंग्स क्रूज़ का दौरा करेंगे
  3. विदेशी उद्योग उद्यमियों से सीएम होंगे वन-टू-वन संगम

राज्य ब्यूरो, नईदुनिया: भोपाल : फरवरी-2025 में भोपाल में प्रस्तावित ग्लोबल इन्वेस्टर्स कमेटी में निवेशकों को आमंत्रित करने और निवेश की तलाश करने के लिए मुख्यमंत्री डा. मोहन यादव रविवार 24 नवंबर से 30 नवंबर तक छह दिवसीय यात्रा पर जायेंगे। उनके साथ उद्योग एवं सूचना प्रौद्योगिकी विभाग के अधिकारी भी जुड़ेंगे।

सीएम के दौरे की शुरुआत लंदन से होगी। यहां से 27 नवंबर को जर्मनी स्टार्टअप से चर्चा करेंगे। विदेश यात्रा के दौरान तीन दिवसीय यूनाइटेड किंगडम (यूके) के लंदन, बर्मिंघम और दो दिवसीय जर्मनी के म्यूनिख और स्टटगार्ट शहर का दौरा करेंगे। इन प्लेस पर वह औद्योगिक सहयोग के उद्यमों और उद्योगों से चर्चा करेंगे।

25 को वेस्टमिंस्टर में ब्रिटिश संसद का दौरा

मुख्यमंत्री 25 नवंबर को वेस्टमिंस्टर स्थित ब्रिटिश संसद, किंग्स क्रॉज़ और पुनर्विकास स्थानों का दौरा करेंगे। लंदन में फ्रेंड्स ऑफ मध्य प्रदेश (प्रवासी भारतीय) द्वारा आयोजित रात्रि-भोज कार्यक्रम में शामिल होंगे। 26 नवंबर को उद्योगपतियों एवं भारत के उच्च वास्तुकार विक्रम के दोरायस्वामी से संवाद करेंगे। मध्य प्रदेश में निरीक्षण अपारचुनिटीज, इंटरैक्टिव सत्र में लगभग 120 से अधिक उद्यमियों से चर्चा करेंगे।

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मुख्यमंत्री राउंट टेबल प्रयोगशालाओं में इलेक्ट्रिक सामान और एटो, शिक्षा, रिन्यूएबल ऊर्जा और खाद्य उद्योग क्षेत्रों में निवेश पर चर्चा होगी। उद्योगपतियों के साथ वन-टू-वन मिश्रण भी जुड़ेंगे। 27 नवंबर को वारविक यूनिवर्सिटी की यात्रा के बाद वारविक मैन्युफैक्चरिंग ग्रुप के डीन, फैकल्टी सदस्यों और शोधार्थियों से संवाद करेंगे। इसके म्यूनिख अर्थशास्त्री।

दो दिन जर्मनी में तलाशेंगे निवेश की खोज

मुख्यमंत्री 28 और 29 नवंबर को जर्मनी यात्रा पर जाएंगे। म्यूनिख और स्टटगार्ट में कई महत्वपूर्ण कार्यक्रम शामिल होंगे। सबसे पहले सुबह बवेरिया राज्य सरकार के नेताओं और म्यूनिख में काउंसल जनरल ऑफ इंडिया से चर्चा करेंगे। एसएफसी एनर्जी का भ्रमण करेंगे। बेयरलोचर ग्रुप द्वारा आयोजित भोज में शामिल होंगे।

एक सत्र में काउंसिल जनरल ऑफ इंडिया, सीआईआई और वेस्ट इंडिया, इंडो जर्मन चैंबर ऑफ कामर्स के प्रतिनिधि भी मौजूद हैं। फ्रेंड्स एएफ़ एमपी के एसोसिएशन के साथ मीटिंग करेंगे, नाइट भोज काउंसिल जनरल ऑफ इंडिया द्वारा आयोजित नाइट भोज में शामिल होंगे।

29 नवंबर को स्टटगार्ट स्थित लेप ग्रुप की टीम का दौरा करेंगे और अधिकारियों से निवेश संबंधी चर्चा करेंगे। उद्योग संगठन से राउंडट अनौपचारिक बोली होगी, जिसमें लगभग 20 प्रतिनिधि शामिल होंगे। स्टटगार्ट के राज्य सांख्यिकी संग्रहालय का दौरा भी देखें। इसके बाद मुख्यमंत्री फ़्रैंकफ़र्ट के लिए अराख़ेग। फ्रैंकफर्ट से नई दिल्ली के लिए प्रस्थान।

Khushbu Sundar recall an incident of inappropriate behavior towards her emphasizing need for safety in film industry | खुशबू सुंदर से एक्टर ने की थी गलत डिमांड: शूटिंग के दौरान साइकिल पर छेड़छाड़ की कोशिश की, एक्ट्रेस ने दिया था करारा जवाब

10 मिनट पहले

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साउथ इंडस्ट्री की पॉपुलर एक्ट्रेस और पॉलिटिशियन खुशबू सुंदर अक्सर अपने बेबाक अंदाज के लिए जानी जाती हैं। हाल ही में वह एक इवेंट में पहुंची थीं, जहां उन्होंने बताया कि एक फिल्म की शूटिंग के दौरान हीरो ने उनसे छेड़छाड़ की कोशिश की थी। लेकिन उन्होंने समझौता करने के बजाय उस एक्टर को करारा सबक सिखाया।

दरअसल, गोवा में चल रहे भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव के दौरान खुशबू सुंदर ने अपने शुरुआती फिल्मी करियर के दिनों के बारे में बात की। उन्होंने कहा, ‘मैं एक फिल्म की शूटिंग कर रही थी। उस समय हीरो और मैं क्रू से थोड़ी दूर पर एक सीन शूट कर रहे थे। इसी बीच उस एक्टर ने मुझसे कहा था क्या साइकिल पर मेरा कोई चांस है?’

खुशबू सुंदर ने कहा, ‘यह सुनते ही मुझे बहुत तेज गुस्सा आ गया। मैंने उसी वक्त सीधा हीरो को जवाब दिया और कहा कि मेरी चप्पल का साइज 41 है, तो आप इससे यहीं पर मार खाएंगे या पूरी यूनिट के सामने खाना पसंद करेंगे। इसके बाद उसकी कभी हिम्मत नहीं हुई कि वह मुझसे कुछ कह सके।’

खुशबू सुंदर ने महिला सुरक्षा पर खुलकर बात करते हुए कहा, ‘महिलाओं को केवल फिल्म क्षेत्र में ही नहीं, बल्कि हर जगह चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। आप इसे ऑटो, लोकल ट्रेन या यहां तक कि फ्लाइट में भी महसूस कर सकती हैं। लेकिन मैं महिलाओं से यह कहना चाहूंगी कि जब वे कभी भी ऐसा महसूस करें कि कोई उनके साथ गलत तरीके से पेश आ रहा है, तो उन्हें उसी वक्त अपनी आवाज उठानी चाहिए, ताकि उनका आने वाला भविष्य बेहतर हो।’

8 साल की उम्र में पिता ने किया था यौन उत्पीड़न एक इंटरव्यू में खुशबू ने अपने साथ हुए सेक्सुअल असॉल्ट पर खुलकर बात की थी। इस दौरान उन्होंने खुलासा किया था कि उनके पिता ने उनके साथ यौन उत्पीड़न किया था, जब वो 8 साल थी। इतना ही नहीं खुशबू ने बताया था कि पिता उनकी मां को भी मारा-पीटा करते थे।

खुशबू ने 2010 में ज्वाइन की पॉलिटक्स बता दें कि खुशबू ने अपने करियर की शुरुआत बॉलीवुड फिल्म ‘द बर्निंग ट्रेन’ से की, जिसमें वो बतौर चाइल्ड आर्टिस्ट नजर आईं थीं। समय के साथ वो साउथ सिनेमा का जाना-माना चेहरा बन गईं। हालांकि, 2010 में उन्होंने पॉलिटिक्स जॉइन की थी।

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<p fashion="text-align: justify;">भारत में हिंदू, मुस्लिम, सिख और ईसाई के अलावा पांचवें भी हैं और वे हैं सेक्युलर पंथी. यह पंथ खाज यानी विशेष तरह की खुजली के संक्रमण से फैला. इसके बाद कई तथाकथित सेक्युलरिज्म की खाज से ग्रस्त हो गए. कुछ समय पश्चात पीड़ितों को इसमें इतना मजा आया कि इन्होंने इस खाज से राज कायम करने का टारगेट बना लिया, जैसे- भारत विश्वगुरु बनने के मुहाने पर खड़ा है,ठीक वैसे ही सेक्युलर भी लगभग अलग पंथ बन चुका हैं. मगर इस उत्साह पर &nbsp;मौलाना तारिक जमील जैसे तत्व वज्रपात कर सब ध्वस्त करते रहते हैं.&nbsp;</p>
<p fashion="text-align: justify;">दरअसल, एक पाकिस्तानी मौलाना हैं, इनका नाम है मौलाना तारिक जमील. सनातनी,कट्टर हिंदुओं से ज्यादा इनके एक बयान से सेक्युलर पंथी परेशान है. वे उन्हें जमकर कोस रहे हैं, अब किसी की रोजी रोटी पर आप वार करेंगे तो तिलमिलाना लाजिमी है. मौलाना जी की जुबान पर कहर बरसे, वह जहन्नुम में जाएं, मौलाना 72 हूर तो दूर खजूर को भी तरसे. यह हम नहीं, बल्कि सेक्युलर पंथी कह रहे हैं.</p>
<p fashion="text-align: justify;">इन्हें समझ नहीं आ रहा कि मौलाना जी जैसे तत्वों को क्यों दीपावली और क्रिसमस की मिठाई में कड़वाहट नजर आ रही है, जबकि वे बेचारे तो अपने दीन को हीन होने से बचा रहे हैं. मतलब मीठी आंच में तैयार की गई मिठाइयां और इसकी चाशनी से इस्लाम पर कोई आंच ना आए. मौलाना साहब ने तो बस यही कहा कि पक्के मुसलमान को दिवाली और क्रिसमस की मिठाई नहीं खानी चाहिए. यह दीन के खिलाफ है, पैगंबर साहिब ने गैर मुस्लिमों के धार्मिक मामलों में रुचि लेने और शरीक होने और मिठाइयां एवं व्यंजन खाने से मना किया है.&nbsp;</p>
<p fashion="text-align: justify;">भले औसत दर्जे के व्यक्ति का कहना सुनना और मेरे जैसे का लिखना ज्यादा असरदार नहीं होता, मगर दौर सोशल मीडिया का दौर है जनाब है, गधे भी अरबी घोड़े बनकर दौड़ रहे हैं. कच्चा बादाम गीत हो या गाली गलौज&hellip; बुरे से बुरा लहजा खूब छा रहा है. कहा तो यह तक जा रहा है कि आजकल तो सब सोशल मीडिया की &nbsp;ट्रेडिंग से तय होता है. एक मेरे जैसे कस्सी को हत्थी (बिंडे) की ओर से देखने वाले गैर सेक्युलर पंथी ने मुझसे पूछा या इलाही ये माजरा क्या है?</p>
<p fashion="text-align: justify;">काफी खोजबीन से पता चला कि मौलाना तारिक जमील जी ने दीपावली और क्रिसमस की मिठाई को लेकर जो कहा है, उससे इनके तन-बदन पर सांप लिपटे हुए है. अब इन सेक्युलर पंथियों से कोई पूछे कि मौलाना साहिब कोई सेक्युलर की खाज से ग्रस्त थोड़े हैं. वह तो अपने पैगंबर साहिब की बात मानने पर जोर दे रहे हैं. पैगंबर साहिब ने जो कहा है, वह तो करेंगे ही और अपनों से कराएंगे भी. वरना इस्लाम तो खतरे में आ जाएगा, क्योंकि आप तो मदद करोगे नहीं, इस्लाम को बचाने में इनका राज लाने में, इस्लाम की दावत फैलाने में.&nbsp;</p>
<p fashion="text-align: justify;">वे बोले हमने तो गली गांव और बस्तियों में रहने वाले चिंटू, पिंटू, टोनी और राजा के अलावा अपने मित्र जैदी साहब, हुसैन भाई जान, महानगरों में बसे रौहिंग्या भाइयों और बांग्लादेशी जरुरतमंदों को दिवाली की जो मिठाई खिलाई थी, उन्हें तो बहुत अच्छी लगी थी. हम तो अब क्रिसमस की तैयारी में जुटे हैं. हमारे संगठन ने तो क्रिसमस की खुशी का इजहार करने के लिए इनकी पसंद की मिठाई के लिए नत्थू, फत्तू, किशन और बिशनु हलवाई को एडवांस में आर्डर भी दे दिया है. अगर सोशल मीडिया वायरल वाली क्लिप उन्होंने देख ली तो यह मिठाई तो हम गंगा और जमुना में बहानी पड़ेगी, क्योंकि सरस्वती में तो सिर्फ हरियाणा में ही कुछ जगह पानी है.&nbsp;</p>
<p fashion="text-align: justify;">मौलाना की सुनने के बाद कई सज्जन लोग अब सोशल मीडिया पर संदेश भेज रहे हैं कि अगर कोई संगठन दीपावली पर गलती कर चुका हैं तो क्रिसमस पर ना करें, क्योंकि एक माह बाद क्रिसमस है. अगर इससे किसी का मजहब खतरे में आ रहा है तो आप घंटी ना बजाए. अब एक जनाब कह रहे हैं कि पाकिस्तान में बसे मौलाना तारीक जमील ठीक उसी तरह के जानी जान व्यक्ति है, जैसे गली, गांव, डेरों और खेड़ों में झोला छाप डाक्टर चिकित्सा पद्धति के महारथी होते हैं. यानी चल गया तो तीर, वरना तुक्का. अपने पड़ौसी देश वाले मौलाना के तीर बरसो से चल रहे हैं.&nbsp;</p>
<p fashion="text-align: justify;">अब उन्होंने कहा है कि दीपावली की मिठाई खाना इस्लाम में नाजायज है. वैसे इस तरह के मौलानाओं का एक बड़ा जखीरा है, देश-दुनिया में भरा पड़ा है. कहीं से भी बांग लगा देकर इस्लाम ए दावत देने लगते हैं. रामानंद सागर के सीरियल रामायण ने टेलीविजन की दुनिया में इतिहास रचा था. इसमें लंका में बंधक बनाए गए हनुमान जी का एक संवाद है. जब वह महापंडित चार वेदों के ज्ञाता दशानन रावण को कहते हैं कि माता सीता का हरण करके आपने पाप किया है, इस संदर्भ में संवाद के बीच रावण अंहकार में डूब कर कहता है कि हे वानर तूं मुझे ज्ञान दे रहा है. इस पर हनुमान जी कहते हैं मैं तो वानर हूं और सही बात कोई मूर्ख भी कहे तो उसे मान लेना चाहिए.</p>
<p fashion="text-align: justify;">मौलाना मूर्ख हैं&hellip;यह कतई नहीं कह जा रहा है. वह समझदार भी हो सकते हैं. बात तो उस गैर सेक्युलर पंथी की हो रही है, जो मौलाना जी से पूरी तरह इत्तेफाक रखते हैं. उनका कहना है कि देर आयद दुरुस्त आयद&hellip;जल्द से जल्द ईद की सेंवइयां, दिवाली व क्रिसमस की मिठाइयों का आदान प्रदान बंद हो और नेताजी भी इफ्तहार पार्टी से दूर रहे.वरना इससे किसी के धर्म को खतरा हो सकता है. मैंने जब पूछा कि इससे तो सौहार्द प्रभावित होगा,उन्होंने गुस्से में कहा कि किसी का धर्म बच जाए, यह छोटी बात है क्या. &nbsp;&nbsp;</p>
<p fashion="text-align: justify;">क्योंकि भारत में करीब 1300 साल पहले मोहम्मद बिन कासिम के हमले और दावत ए दीन का &nbsp;सिलसिला शुरु था. उस दौर से शुरु हुआ यह सिलसिला फर्जी इतिहास और सोशल मीडिया पर जुबानी जंग पर आकर टिक चुका है. एक ओर वे जो गंगा-जमुनी तहजीब की दुहाई देकर आपसी भाई चारे और सौहार्द की बातें हो रही हैं, दूसरी ओर जिनके पास इतिहास पढ़ने और उससे सीख लेने का समय नहीं है, वे बेचारे जोर लगाकर सिर्फ एक बात ही बोलना सीखे हैं और वह शब्द हैं&hellip;.कुछ नहीं है, सब राजनीति है. अब देखों ना यही मौलाना कहता है कि जब मोहम्मद बिन कासिम जब सिंध में अपने लश्कर के साथ पहुंचा था तो उसमें सिर्फ 12 हजार लोग थे. वैसे प्रचंड मुर्खता की बात भी कहते हैं मौलाना साहिब वे कहते हैं कि उस समय सिंध के राजा दाहिर के डाकुओं ने उनके मोहम्मद बिन कासिम के लश्कर से लूटपाट की थी. अरे मौलाना साहिब जब कोई राजा होता है तो उसके पास सेना भी होती है,डाकू नहीं होते. उस समय डाकू आज के जिहादियों की तरह आउटसार्स नहीं होते थे.</p>
<p fashion="text-align: justify;">आश्चर्य की बात यह यही मौलाना अपने एक वीडियो में बताते हैं कि इस्लाम भारत में कैसे आया&hellip; वह बताते हैं, और साथ में कहते हैं कि सबसे पहले मोहम्मद बिन कासिम ने 92 हिजरी में सिंध पर हमला किया,जब राजा दाहिर के डाकुओं ने मुसलमानों का काफिला लूट लिया. उसके बदले में लशकरकशी हुई और मोहम्मद बिन कासिम मुलतान तक पहुंच गया. पहले उसके पास सिर्फ 12000 का लश्कर था,लेकिन जब मुलतान पहुंचें तो वो लश्कर एक लाख हो चुका था.</p>
<p fashion="text-align: justify;">तारीक जमील कहते हैं कि इस क्षेत्र के लोग मोहम्मद बिन कासिम से इतने प्रभावित होकर मुसलमान होते चले गए.यह पहला मौका था जब हिंदुस्तान के सिंध में इस्लाम की हुकूमत कायम हुई. इसके बाद अल्लाह के नेक बंदे हिंदुस्तान में आते रहे और दावत ए दीन देते रहे. इनकी वजह से यहां इस्लाम को खुशी से कबूल करना शुरु किया. शहाबुद्दीन गोरी ने उत्तर प्रदेश में हुकूमत कायम की और उनसे पहले महमूद गजनवी ने 17 हमले किए,लेकिन हुकूमत कायम नहीं की और फतेह हासिल कर चले जाते थे. &nbsp;इसके बाद कई मुस्लिम शासक रहे, इनमें मुगल भी थे,1857 में मुगल सत्ता भी ब्रिटिश हुकूमत स्थापित होने के बाद खत्म हो गई.&nbsp;</p>
<p fashion="text-align: justify;"><robust>[नोट- उपरोक्त दिए गए विचार लेखक के व्यक्तिगत विचार हैं.यह ज़रूरी नहीं है कि एबीपी न्यूज़ ग्रुप इससे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही ज़िम्मेदार है.</strong></p>

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IPL 2025 Public sale: 577 खिलाड़ी… 641.5 करोड़ का पर्स, ऋषभ पंत पर लग सकती है सबसे बड़ी बोली, टूट सकते हैं सभी रिकॉर्ड

नई दिल्ली. आईपीएल मेगा ऑक्शन का आयोजन रविवार से शुरू हो रहा है. सउदी अरब के जेद्दा शहर में होने वाले दो दिवसीय ऑक्शन में 577 खिलाड़ी शामिल हैं. इस मेगा ऑक्शन में विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत सबसे महंगे खिलाड़ी बन सकते हैं. सभी 10 टीमों के पर्स में कुल 641. 5 करोड़ हैं. फ्रेंचाइजी टीमों के पास कुल 204 स्लॉट खाली हैं. सभी की नजरें पंत पर होगी जिन्हें दिल्ली कैपिटल्स ने ऑक्शन के लिए रिलीज कर दिया है. पंजाब किंग्स के पास सर्वाधिक 110 . 50 करोड़ का पर्स है जबकि रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरू के पास 83 करोड़ है. दिल्ली कैपिटल्स के पास 73 करोड़ और राइट टू मैच (आरटीएम) कार्ड है. जिससे वे अपने पूर्व कप्तान को खरीद सकते हैं. वैसे समझा जाता है कि पंत नहीं चाहते कि दिल्ली आरटीएम कार्ड का प्रयोग करे क्योंकि अलग होते समय संबंधों में दरार आ गई थी और पंत खुद को अब टीम का हिस्सा नहीं मानते.

सबसे बड़ा सवाल यह है कि क्या ऋषभ पंत (Rishabh Pant) 25 करोड़ पार करने वाले पहले भारतीय खिलाड़ी बन सकते हैं. चेन्नई सुपर किंग्स या मुंबई इंडियंस के पास सिर्फ 45 करोड़ है और वे उन्हें इस कीमत पर खरीदने की स्थिति में नहीं होंगे. हर दो साल में टीम बदलने के लिए मशहूर पंजाब किंग्स के पास काफी बड़ा पर्स है और मुख्य कोच रिकी पोंटिंग अपने पसंदीदा खिलाड़ी के साथ फिर एकजुट होना चाहेंगे. नीलामी के लिए 81 खिलाड़ियों का बेसप्राइज दो करोड़ है. मौजूदा भारतीय क्रिकेटर एक मिलियन डॉलर ( 8.5 करोड़) का आंकड़ा पार कर सकते हैं.

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बीसीसीआई को क्यों बदलनी पड़ी आईपीएल ऑक्शन की टाइम? अब कितने बजे खिलाड़ियों पर लगेगी बोली

अर्शदीप सिंह पर भी बड़ी बोली लगने की उम्मीद
पिछले तीन सत्र में 96 टी20 अंतरराष्ट्रीय विकेट ले चुके अर्शदीप सिंह पर भी बड़ी बोली लग सकती है. पंजाब के पास आरटीएम कार्ड है लेकिन पता नहीं कि बोली कहां तक जाती है. तेज गेंदबाजों की भी काफी मांग होंगी जबकि श्रेयस अय्यर और केएल राहुल को छोड़कर भारत के लगभग सभी स्टार क्रिकेटर लिए जा चुके हैं. अय्यर कप्तानी के लिए दिल्ली की पसंद हो सकते हैं. आरसीबी , कोलकाता नाइट राइडर्स और लखनऊ सुपर जाइंटस, दिल्ली कैपिटल्स और पंजाब किंग्स के लिये तीन संभावित कप्तान पंत, राहुल या अय्यर हो सकते हैं.

ईशान किशन भी होंगे रडार में
भारतीय खिलाड़ियों में ईशान किशन भी प्रमुख होंगे. लेकिन इस बार मुंबई इंडियंस उन्हें पिछली बार की तरह 15 करोड़ में खरीदने की स्थिति में नहीं है. मोहम्मद शमी पर भी नजरें रहेंगी जो सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में खेल रहे हैं. इनके अलावा जिन नामों पर चर्चा होगी, उनमें खलील अहमद हैं जो अर्शदीप सिंह को नहीं खरीद पाएंगे, उनकी निगाहें खलील पर होंगी. यश दयाल को आरसीबी ने बरकरार रखा है लिहाजा खलील को अच्छे दाम मिल सकते हैं. मांग-आपूर्ति समीकरण के तहत उन पर अच्छी बोली लग सकती है.

दीपक चाहर के लिए दम लगा सकती हैं फ्रेंचाइजी
दीपक चाहर पिछले कुछ साल में चोटों से परेशान रहे चाहर पावरप्ले में अच्छे स्विंग गेंदबाज साबित होते हैं. उनके लिये कई टीमें दम लगा सकती है. उन्होंने रणजी ट्रॉफी में अच्छा प्रदर्शन भी किया है. आवेश खान पिछले सत्र में राजस्थान रॉयल्स के लिए 19 विकेट लेने वाले आवेश खान दस करोड़ में खरीदे गए थे. उन्हें एक बार फिर अच्छा दाम मिल सकता है. हर्षल पटेल हमेशा आईपीएल में हर्षल पटेल को मोटा करार मिलता है. राष्ट्रीय टीम के लिये चयन में भले ही उनके नाम पर विचार नहीं होता है लेकिन पिछले सत्र में 24 विकेट लेने वाले इस गेंदबाज को आईपीएल में अनदेखा नहीं किया जा सकता.

जोस बटलर हो सकते हैं सबसे महंगे विदेशी खिलाड़ी
भुवनेश्वर कुमार पावरप्ले में अच्छा प्रदर्शन करने वाले भारत के सीम और स्विंग गेंदबाज कम ही हैं और भुवनेश्वर के पक्ष में उनका अनुभव भी है. उन्हें दस करोड़ से कम में खरीदा जा सकता है और दुनिया जानती है कि सीएसके के असल कप्तान एम एस धोनी को अनुभवी खिलाड़ी कितने पसंद हैं. इसकी संभावना कम है कि यशस्वी जायसवाल को अपने पसंदीदा जोस भाई के साथ खेलने का मौका मिले लेकिन बेन स्टोक्स की गैर मौजूदगी में वह सबसे महंगे विदेशी खिलाड़ी हो सकते हैं. चिन्नास्वामी स्टेडियम की बल्लेबाजों की मददगार पिच को देखते हुए आरसीबी उन पर दांव लगा सकता है.

आईपीएल में कैगिसो रबाडा की मांग हमेशा रहेगी
लियाम लिविंगस्टोन यह ऐसा खिलाड़ी है जिस पर पंजाब आरटीएम कार्ड प्रयोग कर सकता है. दूसरी टीमों पर भी उनकी नजरें होंगी. आईपीएल में कैगिसो रबाडा की मांग हमेशा रहेगी. दिल्ली कैपिटल्स उन्हें फिर खरीद सकती है और पंजाब के पास आरटीएम का विकल्प है. मुंबई इंडियंस भी जसप्रीत बुमराह के साथी तेज गेंदबाज के रूप में उन्हें लेने पर विचार कर सकती है. आईपीएल का 18वां सीजन 14 मार्च से शुरू होगा.

Tags: Arshdeep Singh, IPL Public sale, Rishabh Pant

IPL Public sale 2025 Day 2 Time Gamers Checklist Crew Squad Purse Remaining

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IPL Public sale 2025 Day 2 Time And Dwell Streaming: आईपीएल 2025 का मेगा ऑक्शन सऊदी अरब के जेद्दा शहर में चल रहा है. खिलाड़ियों की नीलामी 24 और 25 नवंबर दो दिन तक होनी है. ऑक्शन का पहला दिन पूरा हो चुका है, जिसमें कुल 72 खिलाड़ियों पर बोली लगी, जिसमें 467.95 खर्च हुए. अब दूसरे दिन कुल 493 खिलाड़ियों पर बोली लगनी है. अब फैंस के मन में सवाल उठ रहा है कि दूसरे दिन का ऑक्शन कब और कहां देख पाएंगे. 

कितने बजे शुरू होगा दूसरे दिन का ऑक्शन

मेगा ऑक्शन के दूसरे दिन की शुरुआत भारतीय समय के अनुसार दोपहर में साढ़े तीन बजे से होगी. ऑक्शन के पहले दिन की शुरुआत भी इसी वक्त हुई थी. 

कहां देखें लाइव?

ऑक्शन के दूसरे दिन को भारत में स्टार स्पोर्ट्स नेटवर्क के जरिए टीवी पर लाइव प्रसारित किया जाएगा. वहीं ऑक्शन के दूसरे दिन की लाइव स्ट्रीमिंग जियोसिनेमा पर होगी. 

कुल 132 स्लॉट्स बाकी 

दूसरे दिन 493 खिलाड़ियों की बोली लगेगी, जिसमें ज्यादा से ज्यादा 132 खिलाड़ी ही बिक सकेंगे. क्योंकि सभी टीमों के पास मिलाकर कुल 132 स्लॉट्स ही खाली हैं. 

दूसरे दिन के लिए सभी टीमों के पास बाकी पर्स वैल्यू

रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु- 30.65 करोड़ रुपये
मुंबई इंडियंस- 26.10 करोड़ रुपये
पंजाब किंग्स- 22.50 करोड़ रुपये
गुजरात टाइटन्स- 17.50 करोड़ रुपये
राजस्थान रॉयल्स- 17.35 करोड़ रुपये
चेन्नई सुपर किंग्स- 15.60 करोड़ रुपये
लखनऊ सुपर जायंट्स- 14.85 करोड़ रुपये
दिल्ली कैपिटल्स- 13.80 करोड़ रुपये
कोलकाता नाइट राइडर्स- 10.05 करोड़ रुपये
सनराइजर्स हैदराबाद- 5.15 करोड़ रुपये.

किस टीम के पास कितने स्लॉट बाकी 

चेन्नई सुपर किंग्स- 12 स्लॉट 
दिल्ली कैपिटल्स- 12 स्लॉट
गुजरात टाइटंस- 14 स्लॉट
कोलकाता नाइट राइडर्स- 12 स्लॉट
लखनऊ सुपर जायंट्स- 12 स्लॉट
मुंबई इंडियंस- 09 स्लॉट
पंजाब किंग्स- 12 स्लॉट
राजस्थान रॉयल्स- 11 स्लॉट
रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु- 09 स्लॉट
सनराइजर्स हैदराबाद 13 स्लॉट. 

ऑक्शन में पहले दिन के बाद सभी टीमों के स्क्वॉड

चेन्नई सुपर किंग्स (CSK)

खरीदे – डेवोन कॉनवे, राहुल त्रिपाठी, रचिन रवींद्र, खलील अहमद, नूर अहमद, रविचंद्रन अश्विन, विजय शंकर.

रिटेन – एमएस धोनी, ऋतुराज गायकवाड़, मथीशा पाथिराना, रवींद्र जडेजा, शिवम दुबे.

रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB)

खरीदे – लियाम लिविंगस्टोन, फिल साल्ट, जीतेश शर्मा, जोश हेजलवुड, सुयश शर्मा, रसिख डार सलाम.

रिटेन – विराट कोहली, यश दयाल, रजत पाटीदार.

मुंबई इंडियंस (MI)

खरीदे – ट्रेंट बोल्ट, नमन धीर, रॉबिन मिंज, कर्ण शर्मा.

रिटेन – जसप्रीत बुमराह, सूर्यकुमार यादव, रोहित शर्मा, हार्दिक पांड्या, तिलक वर्मा.

कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR)

खरीदे – वेंकटेश अय्यर, क्विंटन डी कॉक, रहमनुल्लाह गुरबाज, एनरिक नॉर्खिया, अंगकृष रघुवंशी, वैभव अरोड़ा, मयंक मारकंडे.

रिटेन – रिंकू सिंह, वरुण चक्रवर्ती, सुनील नरेन, आंद्रे रसेल, हर्षित राणा, रमनदीप सिंह.

दिल्ली कैपिटल्स

खरीदे – मिचेल स्टार्क, केएल राहुल, हैरी ब्रूक, जेक फ्रेजर मैकगर्क, टी नटराजन, करुण नायर, समीर रिजवी, आशुतोष शर्मा, मोहित शर्मा.

रिटेन – अक्षर पटेल, ट्रिस्टन स्टब्स, कुलदीप यादव, अभिषेक पोरेल.

लखनऊ सुपर जायंट्स

खरीदे – ऋषभ पंत, डेविड मिलर, एडन मार्करम, मिचेल मार्श, आवेश खान, अब्दुल समद, आर्यन जुयाल.

रिटेन – निकोलस पूरन, रवि बिश्नोई, मयंक यादव, मोहसिन खान, आयुष बदोनी.

गुजरात जायंट्स

खरीदे – जोस बटलर, कैगिसो रबाडा, मोहम्मद सिराज, प्रसिद्ध कृष्णा, निशांत सिंधु, महिपाल लोमरोर, कुमार कुशाग्र, अनुज रावत, मानव सुथर.

रिटेन – राशिद खान, शुभमन गिल, साई सुदर्शन, राहुल तेवतिया, शाहरुख खान.

राजस्थान रॉयल्स

खरीदे – जोफ्रा आर्चर, महीश तीक्षणा, वानिंदु हसरंगा, आकाश मढवाल, कुमार कार्तिकेय.

रिटेन – संजू सैमसन, यशस्वी जायसवाल, रियान पराग, ध्रुव जुरेल, शिमरोन हेटमायर, संदीप शर्मा.

सनराइजर्स हैदराबाद

खरीदे – हर्षल पटेल, मोहम्मद शमी, ईशान किशन, राहुल चाहर, एडम जैम्पा, अथर्व तावडे, अभिनव मनोहर, सिमरजीत सिंह.

रिटेन – पैट कमिंस, ट्रेविस हेड, हेनरिक क्लासेन, अभिषेक शर्मा, नितीश रेड्डी.

पंजाब किंग्स

खरीदे – अर्शदीप सिंह, श्रेयस अय्यर, युजवेंद्र चहल, मार्कस स्टोइनिस, ग्लेन मैक्सवेल, नेहाल वाढ़ेरा, हरप्रीत ब्रार, विष्णु विनोद, विजयकुमार वैशाक, यश ठाकुर.

रिटेन – शशांक सिंह, प्रभसिमरन सिंह.

 

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Jamiat Ulema E Hind chief Arshad Madani will get offended on PM Modi assertion No place for waqf Regulation in structure

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जमीयत-उलेमा-ए-हिंद (एएम) के अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उस बयान पर भड़क गए, जिसमें पीएम मोदी ने कहा कि वक्फ कानून का संविधान में कोई स्थान नहीं है. रविवार (24 नवंबर, 2024) को उन्होंने पटना में आयोजित ‘संविधान बचाओ एवं राष्ट्रीय एकता’ सम्मेलन में कहा कि कल को तो पीएम मोदी रोजा, नमाज, जकात और हज पर भी प्रतिबंध लगा देंगे.

अरशद मदनी ने प्रधानमंत्री मोदी के बयान पर हैरानी जताते हुए कहा कि कल वह यह भी कह सकते हैं कि नमाज, रोजा, हज और जकात का उल्लेख संविधान में कहीं नहीं है, इसलिए इन पर प्रतिबंध लगाया जाना चाहिए. उन्होंने कहा, ‘हमें प्रधानमंत्री से इतने कमजोर बयान की उम्मीद नहीं थी, अगर उन्हें इसके बारे में कुछ नहीं पता है तो वह संविधान के जानकार लोगों से इस बारे में जानकारी ले सकते थे.’

अरशद मदनी ने दावा किया कि वक्फ संपत्तियों को नष्ट करने और जब्त करने का रास्ता साफ करने वाला यह विधेयक अगर संसद में पेश किया गया तो जमीयत हिंदू, अन्य अल्पसंख्यकों और सभी धर्मनिरपेक्ष विचारधारा वाले लोगों के साथ मिलकर देश भर में इसका विरोध करेगी. उन्होंने कहा कि मुसलमान कोई भी नुकसान बर्दाश्त कर सकता है लेकिन शरीयत में कोई दखलंदाजी बर्दाश्त नहीं कर सकता.

उन्होंने कहा, ‘प्रधानमंत्री को पता होना चाहिए कि वक्फ इस्लाम का अभिन्न अंग है और इसका उल्लेख हदीस में मिलता है, जो हमारे पैगंबर द्वारा कहे गए शब्द हैं.’ अरशद मदनी ने कहा कि संविधान में देश के सभी अल्पसंख्यकों को धार्मिक स्वतंत्रता दी गई है और यह (वक्फ) इस धार्मिक स्वतंत्रता का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है. जमीयत प्रमुख ने कहा, ‘यह हमारा धार्मिक मामला है इसलिए इसकी रक्षा करना और इसे जीवित रखना हमारा धार्मिक कर्तव्य है.’

अरशद मदनी ने भारतीय जनता पार्टी (BJP) के सहयोगी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और आंध्र प्रदेश के सीएम चंद्रबाबू नायडू  से वक्फ संशोधन विधेयक को पारित होने से रोकने का आग्रह किया. उन्होंने कहा कि अगर ऐसा किया तो यह मुसलमानों की पीठ में छुरा घोंपने के समान होगा. यह दोहरी राजनीति अब नहीं चल सकती कि आपको हमारा वोट मिले और सत्ता में आकर इस वोट का इस्तेमाल आप हमारे ही खिलाफ करें. 

लोकसभा में बीजेपी के पास पूर्ण बहुमत नहीं है और इसे सत्ता में रहने के लिए नीतीश की जनता दल (यू) और नायडू की तेलुगु देशम पार्टी (TDP) समेत अन्य दलों के समर्थन की जरूरत है. अरशद मदनी ने असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा के बयानों की भी निंदा की. हिमंत बिस्व सरमा झारखंड विधानसभा चुनाव के लिए बीजेपी के प्रभारी थे. उन्होंने कहा, ‘असम के मुख्यमंत्री ने झारखंड में मुसलमानों को घुसपैठिया करार दिया. उन्हें याद रखना चाहिए कि ज्यादातर मुसलमान भारतीय मूल के हैं. आप मुसलमानों में ब्राह्मण, त्यागी और राजपूत पा सकते हैं.’

अरशद मदनी ने झारखंड में बीजेपी की हार का जिक्र करते हुए कहा कि जो लोग नफरत फैलाने की कोशिश कर रहे थे, उन्हें हार का सामना करना पड़ा औऱ यह ऊपर वाले की कृपा है, इसमें कोई संदेह नहीं है लेकिन हमें यह स्वीकार करना होगा कि हिंदू भी हमारे साथ खड़े दिखे.

परोक्ष रूप से जद (यू) प्रमुख नीतीश कुमार का जिक्र करते हुए अरशद मदनी ने कहा, ‘राज्य की सत्तारूढ़ व्यवस्था वह बैसाखी है जिस पर केंद्र खड़ा है. राज्य में मौजूद शक्तियां दावा करती हैं कि वे मुसलमानों को प्रताड़ित नहीं होने देंगी. अगर वे खुद को धर्मनिरपेक्ष कहते हैं तो उन्हें इसपर अपनी स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए.यदि वे विचलित होते हैं, तो मुस्लिम समुदाय को यह निर्णय लेना होगा कि उन पर और भरोसा किया जाए या नहीं.’

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India Canada Row canada invokes direct indictment trial towards 4 indians in hardeep singh nijjar homicide case

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India-Canada Row: कनाडा में खालिस्तान समर्थकों के प्रति झुकाव खत्म होने का नाम नहीं ले रहा. भारत-कनाडा के रिश्ते पहले ही तनावपूर्ण हैं, लेकिन प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो अपनी राजनीति को खालिस्तानी वोट बैंक से जोड़कर देख रहे हैं. हरदीप सिंह निज्जर हत्याकांड में कोई ठोस सबूत न होने के बावजूद कनाडा सरकार ने मामले में एक नया कदम उठाया है. अब चार भारतीय नागरिकों के खिलाफ बिना प्रारंभिक सुनवाई के सीधे ट्रायल शुरू करने का ऐलान किया गया है.

कनाडा के बीसी प्रॉसिक्यूशन सर्विस के मुताबिक इस फैसले का मतलब है कि केस सीधे सुप्रीम कोर्ट में जाएगा और प्रारंभिक सुनवाई का चरण छोड़ दिया जाएगा. ये प्रक्रिया आमतौर पर आरोपी को अभियोजन पक्ष के गवाहों से जिरह करने और मामले की पड़ताल का मौका देती है, लेकिन इस फैसले से बचाव पक्ष को ये मौका नहीं मिलेगा, जो ट्रायल प्रक्रिया को और मुश्किल बना सकता है.

बहुत कम मामलों में लिया जाता है ऐसा फैसला 
कनाडा के क्रिमिनल कोड के तहत डायरेक्ट इंडिक्टमेंट यानी सीधे अभियोग का इस्तेमाल बेहद कम मामलों में किया जाता है. जानकारी के अनुसार इसका फैसला अटॉर्नी जनरल की जिम्मेदारी होती है और यह जनहित के विशेष मामलों में ही लिया जाता है. ऐसे मामलों में गवाहों और उनके परिवारों की सुरक्षा या अन्य संवेदनशील मुद्दे शामिल हो सकते हैं.

कौन हैं ये चार भारतीय आरोपी?
आरोपियों में करण बरार, अमनदीप सिंह, कमलप्रीत सिंह और करणप्रीत सिंह शामिल हैं. इन पर 18 जून 2023 को ब्रिटिश कोलंबिया के सरे स्थित गुरुद्वारे में हरदीप सिंह निज्जर की हत्या और हत्या की साजिश रचने का आरोप है. बता दें कि चारों को इस साल मई में गिरफ्तार किया गया था. हालांकि न्यायिक कार्यवाही में कोई खास प्रगति नहीं हुई है और अब तक मामले की सुनवाई पांच बार टल चुकी है. अब मामला 11 फरवरी 2025 को पेशी के लिए निर्धारित किया गया है.

भारत-कनाडा रिश्तों पर असर
कनाडा का ये फैसला भारत के साथ उसके रिश्तों को और खराब कर सकता है. ट्रूडो सरकार का खालिस्तान के प्रति झुकाव और सबूतों की कमी के बावजूद मामले को राजनीतिक रंग देना द्विपक्षीय संबंधों में कड़वाहट बढ़ा रहा है. भारत ने इस मुद्दे पर पहले भी सख्त प्रतिक्रिया दी है और माना जा रहा है कि अब कनाडा सरकार का ये कदम विवाद को और बढ़ा सकता है.

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IPL 2025 Mega Public sale Day 2 Rishabh Pant document can break of being most costly participant

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IPL Participant Public sale 2025 Day 2: आईपीएल 2025 के लिए मेगा ऑक्शन सऊद अरब के जेद्दा शहर में हो रहा है. ऑक्शन दो दिन (24 और 25 नवंबर) तक होना है. पहला दिन समाप्त हो चुका है, जिसमें ऋषभ पंत की सबसे बड़ी बोली लगी. पंत को लखनऊ सुपर जायंट्स ने 27 करोड़ रुपये की कीमत में खरीदा. अब आज यानी दूसरे दिन (25 नवंबर) भी कई सुपरस्टार खिलाड़ियों को बोली लगेगी, जिससे ऋषभ पंत का भी रिकॉर्ड टूट सकता है. 

मेगा ऑक्शन की शुरुआत भारतीय बल्लेबाज श्रेयस अय्यर के साथ हुई थी. अय्यर को पंजाब किंग्स ने अपनी टीम में शामिल किया. इसके अलावा भी कई खिलाड़ियों पर बड़ी बोली लगी. बता दें कि मेगा ऑक्शन के लिए कुल 577 खिलाड़ियों को शॉर्टलिस्ट किया गया था, जिसमें पहले दिन 72 खिलाड़ियों की बोली लगी. 72 में 24 विदेशी खिलाड़ी शामिल रहे. पहले दिन सभी टीमों ने मिलकर 467.95 रुपये खर्च किए.

इन खिलाड़ियों में पंत सबसे महंगे तो इंग्लैंड के विकेटकीपर बल्लेबाज जोस बटलर सबसे महंगे बिकने वाले विदेशी खिलाड़ी बने. बटलर को गुजरात टाइटंस ने 15.75 रुपये में खरीदा. भारतीय समय के अनुसार ऑक्शन की शुरुआत दोपहर 3:30 बजे से हुई थी और आज यानी दूसरे दिन भी इसी टाइम से ऑक्शन की शुरुआत होगी. आज देखना दिलचस्प होगा कि किस खिलाड़ी पर सबसे बड़ी बोली लगती है. 

दूसरे दिन लग सकती है पंत से भी महंगी बोली

ऑक्शन का पहला दिन पूरा होने के बाद अभी दूसरे दिन के लिए कुल 132 स्लॉट्स बाकी हैं. इन स्लॉट्स को भरने के लिए सभी टीमों के पास 173.55 करोड़ रुपये की रकम बाकी है, जिससे पंत का रिकॉर्ड भी टूट सकता है. दूसरे दिन आरसीबी सबसे ज्यादा 30.65 की पर्स वैल्यू के साथ मैदान में उतरेगी. वहीं सबसे कम पर्स वैल्यू (5.15 करोड़) सनराइजर्स हैदराबाद के पास बची है. ऐसे में आरसीबी से ही उम्मीद की जा सकती है पंत का रिकॉर्ड तोड़ते हुए सबसे महंगा खिलाड़ी खरीदने की. 

 

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Parliament Winter Session Dwell: संसद का शीतकालीन सत्र आज से होगा शुरू, वक्फ बिल समेत इन 16 विधेयकों पर होगी चर्चा

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<p fashion="text-align: justify;"><robust>Parliament Winter Session Dwell Updates: </robust>संसद का शीतकालीन सत्र आज (25 नवंबर 2024) से शुरू हो रहा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सेशन के पहले दिन संसद भवन परिसर में हंस द्वार के पास महत्वपूर्ण विषयों पर जानकारी देंगे. यह सत्र 20 दिसंबर तक चलेगा और इसमें कुल 19 बैठकें होंगी.</p>
<p fashion="text-align: justify;">विपक्ष ने केंद्र से अडानी समूह के खिलाफ अमेरिकी अभियोजकों के रिश्वतखोरी के आरोपों पर संसद में चर्चा की अनुमति देने की मांग की है. इस सत्र में मणिपुर में हिंसा का मुद्दा भी उठने की उम्मीद है. विपक्ष इन दोनों मुद्दों पर ही सरकार को घेर सकती है. ऐसे में यह सेशन हंगामेदार रह सकता है. केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि दोनों सदनों में उठाए जाने वाले मामलों पर संबंधित अध्यक्ष की सहमति से उनकी अधिकृत समितियां निर्णय लेंगी.</p>
<p fashion="text-align: justify;"><robust>26 नवंबर को विशेष कार्यक्रम</robust></p>
<p fashion="text-align: justify;">इस सत्र की खास बात ये है कि संविधान दिवस की 75वीं वर्षगांठ पर 26 नवंबर को एक विशेष कार्यक्रम का भी आयोजन किया जाएगा. यह कार्यक्रम संविधान सदन में होगा. गौरतलब है कि संसद के पुराने भवन को अब संविधान सदन का नाम दिया गया है, वहां सेंट्रल हॉल में संविधान दिवस का प्रोग्राम होगा.</p>
<p fashion="text-align: justify;"><robust>इन विधेयकों पर हो सकती है चर्चा</robust></p>
<p fashion="text-align: justify;">सरकार ने आज से शुरू हो रहे संसद के शीतकालीन सत्र में पेश किए जाने वाले पांच नए विधेयकों को सूचीबद्ध किया है. सत्र के दौरान संयुक्त समिति की ओर से अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत किए जाने के बाद दोनों सदनों में विचार और पारित किए जाने के लिए सरकार ने वक्फ संशोधन विधेयक को भी सूचीबद्ध किया है. माना जा रहा है कि वक्फ संशोधन विधेयक पर सबसे ज्यादा हंगामा हो सकता है. कुल मिलाकर केंद्र सरकार ने वक्फ अधिनियम संशोधन विधेयक सहित 16 विधेयकों को 20 दिसंबर तक चलने वाले सत्र के लिए सूचीबद्ध किया है. लोकसभा के बुलेटिन के अनुसार, पांच विधेयकों को पेश करने के लिए सूचीबद्ध किया गया है, जबकि 10 विधेयक विचार करने और पारित करने के लिए हैं.</p>

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