आधुनिक सुविधाओं से लैस मप्र का पहला पुलिस अस्पताल भोपाल में शुरू, सीएम मोहन यादव ने किया उद्घाटन

आधुनिक सुविधाओं से लैस मप्र का पहला पुलिस अस्पताल भोपाल में शुरू, सीएम मोहन यादव ने किया उद्घाटन

भदभदा क्षेत्र में स्थित इस पुलिस अस्पताल का ऑपरेशन 25वीं वाहिनी विशेष सशस्त्र (विसबल) बल द्वारा किया गया। इस अस्पताल में मनोचिकित्सक और हार्मोन रोग विशेषज्ञ भी अनुभवी डॉक्टर के तौर पर सेवा देंगे।

द्वारा रवीन्द्र सोनी

प्रकाशित तिथि: शनिवार, 23 नवंबर 2024 04:43:03 अपराह्न (IST)

अद्यतन दिनांक: शनिवार, 23 नवंबर 2024 04:43:03 अपराह्न (IST)

पुलिस अस्पताल का उद्घाटन सीएम मोहन यादव ने किया।

पर प्रकाश डाला गया

  1. इस अस्पताल में है 50 आज़ की क्षमता।
  2. औषधि एवं उनका स्वजन कराधान उपचार।
  3. चार वैज्ञानिक विशेषज्ञ डॉक्टर भी रिटायर हो गए।

भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने शनिवार को भोपाल में प्रदेश के पहले राजकीय पुलिस अस्पताल का शुभारंभ किया। अलग-अलग कलाकृतियों से लैस 50 की क्षमता के इस पुलिस अस्पताल में प्रदेशभर के जवानों और उनके परिजनों को सर्वसुविधा सहायक चिकित्सा सेवाएं उपलब्ध रहेंगी। यह अस्पताल पुलिस कर्मचारियों के लिए एक अपडेट है।

दोस्ती को ये कारीगरी

  • भदभदा क्षेत्र में बने 50 बेड के इस अस्पताल में 2 मेल (5-5 बेड) और 1 फीमेल वार्ड (5 बेड) है।
  • इसके अलावा बच्चा वार्ड में भी पांच बिस्तर रखे गए हैं। वहीं अन्य बेड महिला वार्ड, ओटी, हाई डिपेंडेंसी यूनिट और क्वार्टर रूम में प्लेसमेंट दिए गए हैं।
  • इसमें एक्सरे, सोनोग्राफ़ी जैसी गुड़िया भी दोस्ती के लिए उपलब्ध हैं।
  • इस अस्पताल में 12 और पैरा मेडिकल कर्मचारियों के 40 पद हैं।
  • इनमें से आठ डॉक्टर और 10 पैरा मेडिकल कर्मचारियों की पेशकश की गई है।
  • शेष की सामान जल्द होगी। चार तीर्थयात्री डॉक्टर भी समुद्र तट पर रहेंगे।
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अस्पताल का ऑपरेशन 25वीं वाहिनी विशेष सशस्त्र बल (विसबल) का दौरा। 25वीं बटालियन के योद्धा राजेश चंदेल ने बताया कि यहां स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ और उत्सव रोग विशेषज्ञ की कंपनी भी बनी है। न्यूरोलॉजिस्ट और हार्मोन रोग विशेषज्ञ भी दंत चिकित्सक के तौर पर उपलब्ध हैं। वह सप्ताह में एक दिन व समय के लिए प्रस्थान करने के लिए निर्धारित हुआ।

अस्पताल का लाभ पेशेवरों के साथ ही उनके स्वजन को भी मिलेगा। बता दें कि भोपाल से बड़ी संख्या में अनुष्ठान कानून-व्यवस्था की ड्यूटी जिलों के बाहर भी होती हैं। ऐसे में उनके स्वजन को इलाज के लिए भटकाना नहीं चाहिए। इस अस्पताल में ऑफ़लाइन शुल्क 10 रुपये रहेगा।