ऑस्ट्रेलिया में खुलेआम चीटिंग! खिलाड़ी ही नहीं, अंपायर भी धोखा.. 4 मिनट के VIDEO में देखें ‘बेईमानी’ के 5 सबूत

ऑस्ट्रेलिया में खुलेआम चीटिंग! खिलाड़ी ही नहीं, अंपायर भी धोखा.. 4 मिनट के VIDEO में देखें ‘बेईमानी’ के 5 सबूत

नई दिल्ली. क्या सैकड़ों कैमरों के बीच भी किसी टीम के साथ बेईमानी हो सकती है. अगर आपके मन में भी ऐसा कोई सवाल है तो आपको भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया सिडनी टेस्ट 2028 के रीप्ले देखना चाहिए. इस एक मैच में जैसे भारत को हराने के लिए ऑस्ट्रेलिया के सारे खिलाड़ी बेईमानी पर उतर आए थे. सिर्फ खिलाड़ी ही क्यों, अंपायर और थर्ड अंपायर ने भी मैच में ऐसे ‘कारनामे’ किए थे, जो खेलभावना को शर्मसार कर रहे थे. इस मैच में एक-दो नहीं पूरे 5 डिसीजन भारत के खिलाफ दिए गए थे. नतीजा जिस मैच को भारत आसानी से जीत सकता था, उसमें उसे हार का सामना करना पड़ा था.

भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच 2008 में खेले गए सिडनी टेस्ट को हमेशा विवादों के लिए याद रखा जाएगा. भारत ने इस मैच में एक समय ऑस्ट्रेलिया के 134 रन पर छह विकेट झटक लिए थे. मेजबान टीम पर सस्ते में सिमटने का खतरा था, लेकिन तभी अंपायरों ने ऑस्ट्रेलिया की मदद की. मैदानी अंपायर स्टीव बकनर और थर्ड अंपायर ब्रूक्स ऑक्सनफोर्ड ने एंड्रयू सायमंड्स को तीन बार आउट होने पर भी नाबाद करार दिया. नतीजा जिन सायमंड्स को 30 रन बनाकर पैवेलियन लौटना चाहिए था, उन्होंने 162 रन की नाबाद पारी खेली और ऑस्ट्रेलिया को 463 रन तक पहुंचा दिया. इतना ही नहीं, इसी मैच में राहुल द्रविड़ और सौरव गांगुली को गलत आउट दिया गया.

1. धोनी ने पकड़ा सायमंड्स का कैच, पर बकनर देखते रहे
इशांत शर्मा की शॉर्टपिच गेंद एंड्रयू सायमंड्स के बल्ले का बाहरी किनारा लेती है. एमएस धोनी इसे आसान कैच पकड़ते हैं. लेकिन अंपायर स्टीव बकनर अपील ठुकरा देते हैं. गेंद और बैट के टकराने की आवाज टीवी के दर्शक भी सुनते हैं और कॉमेंटेटर भी. कॉमेंटेटर हैरान रह जाते हैं. खेल भावना की दुहाई देने वाले सायमंड्स चुपचाप खड़े रहते हैं. बाद में एंड्रयू सायमंड्स शतक लगाते हैं. मैच के बाद सायमंड्स ने माना कि वे 30 के स्कोर पर आउट थे.

2. इस बार तो तीसरे अंपायर ने ही कर दी ‘बेईमानी’
इसी वीडियो में देखा जा सकता है कि एमएस धोनी ने बड़ी चपलता से सायमंड्स को स्टंप कर दिया. एक बार फिर स्टीव बकनर इसे आउट नहीं देते हैं. लेकिन इस बार वे इसे तीसरे अंपायर के लिए रेफर करते हैं. ऑस्ट्रेलिया के तीसरे अंपायर ब्रूक्स ऑक्सनफोर्ड भारत की अपील ठुकरा देते हैं. जबकि टीवी रीप्ले देखकर पता चलता है कि सायमंड्स आउट थे.

3. ‘भोले’ बकनर ने तीसरे अंपायर की मदद तक नहीं ली
एमएस धोनी की चपलता एक बार फिर भारत को कामयाबी के करीब पहुंचाती है. धोनी ऑफ स्पिनर हरभजन सिंह की बाहर निकलती गेंद पर सायमंड्स को स्टंप करते हैं. इस बार भी अंपायर स्टीव बकनर होते हैं. बकनर इस बार तीसरे अंपायर तक की मदद नहीं लेते, जबकि टीवी रीप्ले देखकर पता चलता है कि सायमंड्स आउट थे.

4. राहुल द्रविड़ को दिया गया गलत आउट
एक बार फिर ऑस्ट्रेलिया को सायमंड्स और बकनर की जुगलबंदी का फायदा मिलता है. इस बार सायमंड्स की भूमिका बदली हुई है. सायमंड्स की ऑफ स्पिन गेंद को राहुल द्रविड़ अपना विकेट कवर कर छोड़ देते हैं. इस दौरान गेंद उनके पैड से टकराती है. बैट गेंद से दूर ही रहता है. इसके बावजूद बकनर भारतीय दीवार को कैच आउट करार देते हैं.

5. अंपायर ने ‘पंटर’ पोंटिंग की बात मानी तो भड़के गावस्कर
ब्रेट ली की गेंद को सौरव गांगुली गली एरिया में स्टियर करते हैं. वहां खड़े माइकल क्लार्क गेंद को पकड़ते हैं. इस बार इंग्लैंड के अंपायर मार्क बेंसन ऑस्ट्रेलिया के प्रति अपना प्रेम दिखाते हैं. बेंसन इस बात को लेकर आश्वस्त नहीं थे कि कैच ठीक से पकड़ा गया है या नहीं. लेकिन अपना संदेह दूर करने के लिए वे साथी अंपायर से नहीं पूछते, बल्कि ऑस्ट्रेलियाई कप्तान रिकी पोंटिंग से ही पूछते हैं कि क्या कैच सफाई से लिया गया है. ‘पंटर’ पोंटिंग भला क्यों सच बताते. उन्होंने कहा कि माइकल क्लार्क ने कैच सफाई से लिया है और इस आधार पर बेंसन ने गांगुली को आउट दे दिया. हालांकि, टीवी रीप्ले में ऐसा बिलकुल नहीं लगा कि कैच सफाई से लिया गया था.