एक मामले में उप निरीक्षक आनंद सोनी के नाम पर 4500 रुपये की रिश्वत मांगी गई थी। इस पर लोकायुक्त के डीएसपी राजेश पाठक व उप पुलिस अधीक्षक सुनील तालान ने प्रधान आरक्षक सेंगर को रंगे हाथ पकड़ा।
By Prakash Prajapat
Publish Date: Sat, 16 Nov 2024 07:05:25 PM (IST)
Up to date Date: Sat, 16 Nov 2024 07:07:01 PM (IST)
HighLights
- – लोकायुक्त टीम ने ग्रासिम गेस्ट हाउस में ले जाकर की कार्रवाई
- ग्रासिम उद्योग के गेस्ट हाउस में ले गए, जहां टीम ने कार्रवाई की।
- उसके बाद बिरलाग्राम पुलिस थाने में लोकायुक्त की टीम आई।
नईदुनिया न्यूज, नागदा जंक्शन। बिरलाग्राम पुलिस थाने पर पदस्थ प्रधान आरक्षक योगेंद्रसिंह सेंगर को लोकायुक्त की टीम ने एक व्यक्ति से 4500 रुपये से रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़ा। मौके पर कार्रवाई नहीं करते हुए टीम ने प्रधान आरक्षक को ग्रासिम गेस्ट हाउस में ले जाकर कार्रवाई की।
बिरलाग्राम पुलिस थाने पर पदस्थ योगेंद्रसिंह सेंगर के रिश्वत मांगे जाने की शिकायत ब्रजेश पुत्र तिलकधारी विश्वकर्मा निवासी सी-267 बिरलाग्राम नागदा ने की थी।
पुलिस थाने में कार्रवाई नहीं करते हुए उसे ग्रासिम उद्योग के गेस्ट हाउस में ले गए, जहां टीम ने कार्रवाई की। उसके बाद बिरलाग्राम पुलिस थाने में टीम आई।
ग्रासिम गेस्ट हाउस में कार्रवाई करने के दौरान वहां पत्रकारों को प्रवेश नहीं दिए जाने को लेकर विवाद की स्थिति निर्मित हुई।
उद्योग प्रबंधन का कहना है कि उन्हें जानकारी नहीं है कि लोकायुक्त की टीम किसी को पकड़कर लेकर आई है। टीम ने प्रधान आरक्षक के खिलाफ प्रकरण दर्ज जांच में लिया। टीम में विशाल रेशमिया, इशरात श्याम शर्मा, संदीप कटारे सहित 10 लोग शामिल थे।
प्रधान आरक्षक सेंगर द्वारा एक मामले में 4500 रुपये रिश्वत मांगने की शिकायत पर टीम बिरलाग्राम थाना पहुंची। वहां रंगे हाथ पकड़कर कार्रवाई की गई।
-राजेश पाठक, डीएसपी, लोकायुक्त