Digital Arrest: सेक्सटॉर्शन के नाम 5 घंटे तक डिजिटल अरेस्ट रहा युवक, डीआईजी ने तत्काल एक्शन लेकर मुक्त कराया, बड़ी ठगी से बचा

Digital Arrest: सेक्सटॉर्शन के नाम 5 घंटे तक डिजिटल अरेस्ट रहा युवक, डीआईजी ने तत्काल एक्शन लेकर मुक्त कराया, बड़ी ठगी से बचा

मध्‍य प्रदेश के जबलपुर में सिविल लाइंस के एक सैलून में काम करने वाले पवन कुमार कापसे के पास शुक्रवार को सुबह अज्ञात नंबर से फोन आया था। बात करने वाले स्वयं को पुलिस अधिकारी बताया। पवन की आइडी से एक आनलाइन साइट पर वीडियो काल किया गया, जिस पर आपत्तिजनक वीडियो बनाए गए हैं।

By Deepankar Roy

Publish Date: Sat, 16 Nov 2024 11:21:04 AM (IST)

Up to date Date: Sat, 16 Nov 2024 11:26:53 AM (IST)

सेस्क्टानर्शन संबंधी आपत्तिजनक वीडियो का मामला बताकर युवक को धमकाया।

HighLights

  1. डीआइजी को पता चला तो दिखाई तत्परता।
  2. बड़ी ठगी का शिकार होने से बच गया है।
  3. ठगी के सात हजार रुपये फ्रीज कराई गई।

नईदुनिया, जबलपुर (Digital Arrest In Jabalpur)। साइबर ठगाें के डिजिटल अरेस्ट करके रुपये ऐंठने के नए पैंतरे में शुक्रवार को नगर एक युवक फंस गया। उसे साइबर ठगों ने लगभग पांच घंटे तक डिजिटल अरेस्ट करके रखा। सेस्क्टानर्शन संबंधी आपत्तिजनक वीडियो का मामला बताकर युवक को धमकाया। उससे आनलाइन 24 हजार रुपये ऐंठ लिए।

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डीआइजी ने तत्परता दिखाकर डिजिटल अरेस्ट से मुक्त कराया

युवक के साथ हो रही घटना की जानकारी उसके परिचित ने डीआइजी तुषारकांत विद्यार्थी को दी। डीआइजी ने तत्परता दिखाई। उसे डिजिटल अरेस्ट से मुक्त कराया। ऐंठ गए रुपये में सात हजार का ट्रांजेक्शन फ्रीज करा दिया। नगर में डिजिटल अरेस्ट कर ठगी का यह पहला मामला है। पुलिस की सक्रियता से युवक बड़ी ठगी का शिकार होने से बच गया है।

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बातचीत की आवाज सुनकर पवन घबरा गया

डीआइजी ने बताया कि इसकी शिकायत आई है, फाइल तैयार हो रही है। उसके विरुद्ध कार्रवाई की जा रही है। इस दौरान साइबर ठग के फोन के बैंक ग्राउंड में पुलिस सायरन और वायरलेस सेट पर बातचीत की आवाज आती रही। यह सुनकर पवन घबरा गया।

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साइबर ठगी से बचें, ऐसी बातों पर भरोसा ना करें…

  • पेंशनधारकों को जीवन प्रमाण पत्र ऑनलाईन अपडेट करने संबंधी धोखाधड़ी से बचें।
  • पेंशन निदेषालय किसी का जीवन प्रमाण पत्र ऑनलाईन अपडेट करने के लिए नहीं कहता।
  • किसी भी तरह का कॉल नहीं करता है और न ही ऑनलाईन जीवन प्रमाण पत्र अपडेट करता है
  • आवेदक से बैंक अधिकारी बनकर केवायसी अपडेट कराने का बोलकर किया जा रहा फ्रॉड।
  • आवेदक का रिष्तेदार बनकर अपने बच्चे को हॉस्पिटल में एडमिट होने की बात कहकर फ्रॉड।
  • आवेदक को लालच, गिफ्ट कार्ड या केष बैंक के नाम पर लिंक के माध्यम से बना रहे हैं मूर्ख।
  • रिमोट एक्सेस एप्लीकेषन डाउनलोड कराकर मोबाईल का सारा एक्सिस लेकर कर रहा फ्रॉड।

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अपराधिक मामले का हवाला देकर 24 हजार रुपये भेजने कहा

आरोपितों ने उसे किसी को भी कुछ बताने मना किया और भय दिखाकर कई भाग में 14 हजार 500 रुपये आनलाइन अपने बताए एकाउंट में जमा करा लिए। उसके बाद एक और अपराधिक मामले का हवाला देकर उससे बचने के लिए 24 हजार रुपये भेजने कहा।

बार-बार आनलाइन पैसे भेजते देख फर्जीवाड़े की आशंका हुई

सैलून के संचालक को पवन की गतिविधि संदिग्ध लगी। बार-बार आनलाइन पैसे भेजते देखकर उसे फर्जीवाड़े की आशंका हुई। संचालक ने तुरंत डीआइजी तुषारकांत विद्यार्थी से संपर्क किया। डीआइजी ने दोनों को अपनेे पास बुलाया। धोखाधड़ी होेने की बात कही। दोबारा फोन आने पर डीआइजी ने ठग से बात की।

डीआइजी की आवाज सुनकर तुरंत कॉल डिस्कनेक्ट कर दिया

डीआइजी ने उससे कहा कि तुम पुलिस अधिकारी से बात कर रहे हो। पुलिस की निशान देही में आ गए हैं। आपके विरुद्ध सख्त वैधानिक कार्रवाई की जाएगी यह सुनते ही फ्रॉड व्यक्ति द्वारा तुरंत कॉल डिस्कनेक्ट कर दिया। डीआइजी ने तुरंत साइबर सेल को सूचित किया। पवन की ओर से भेजे गए 7500 रुपये की राशि होल्ड करवा दी। दूसरी बार मांगे गए 24 हजार रुपये बचा लिए।

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