परदे में छिपकर क्यों प्रैक्टिस कर रही टीम इंडिया, क्या छिपा रहे हैं खिलाड़ी, क्या पहले भी किया है ऐसा, जानिए सबकुछ

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परदे में छिपकर क्यों प्रैक्टिस कर रही टीम इंडिया, क्या छिपा रहे हैं खिलाड़ी, क्या पहले भी किया है ऐसा, जानिए सबकुछ

नई दिल्ली. भारतीय क्रिकेटरों ने ऑस्ट्रेलिया पहुंचने के बाद प्रैक्टिस शुरू कर दी है. टीम इंडिया की यह प्रैक्टिस तब खबरों में आ गई, जब पता चला कि यह सब परदे के पीछे हो रहा है. आखिर टीम इंडिया परदे में छिपकर नेट प्रैक्टिस क्यों कर रही है. क्या कुछ छिपाने की कोशिश हो रही है. क्या ऐसा पहली बार हो रहा है. अगर भारतीय टीम ने पहले भी परदे में रहकर प्रैक्टिस की है, तो ऐसा कब किया है. पर्थ के स्टेडियम वाका में भारतीय प्रैक्टिस के बाद ऐसे कई सवाल पूछे जा रहे हैं. आइए इनका जवाब ढूंढ़ने की कोशिश करते हैं.

22 नवंबर से पहला टेस्ट
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच 22 नवंबर से बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी के मैच खेले जाएंगे. पांच मैचों की इस सीरीज का पहला टेस्ट पर्थ में खेला जाएगा. यही वजह है कि भारतीय क्रिकेट टीम ने ऑस्ट्रेलिया पहुंचते ही पर्थ में डेरा डाल दिया है. पहला टेस्ट मैच ऑप्टस स्टेडियम में खेला जाएगा, जिसकी पिच वाका जैसी तेज और उछाल वाली रह सकती है. भारतीय क्रिकेटर इस मैच के लिए वाका में नेट प्रैक्टिस कर रहे हैं.

पंत-राहुल ने की खूब प्रैक्टिस
टीम इंडिया का पहला ऑफीशियल प्रैक्टिस डे मंगलवार रहा. इस प्रैक्टिस की दो खूबियां रहीं. पहला विराट कोहली, जसप्रीत बुमराह, रविचंद्रन अश्विन प्रैक्टिस में नहीं आए. दूसरा भारतीय टीम जहां प्रैक्टिस कर रही है, उस पूरी जगह को काले परदे से ढक दिया गया है. पहले प्रैक्टिस डे में ऋषभ पंत, यशस्वी जायसवाल और केएल राहुल ने देर तक बैटिंग का अभ्यास किया है. ऑप्टस स्टेडियम की पिच को ध्यान में रखते हुए लोकल क्लब से तेज गेंदबाजों को बुलाया गया है. ऑस्ट्रेलिया के ही इन तेज गेंदबाजों ने भारतीय बैटर्स को देर तक अभ्यास कराया. बताया गया कि इन बॉलर्स को बाउंसर ना मारने की हिदायत दी गई थी लेकिन ज्यादातर शॉटलेंथ गेंद खेलने की प्रैक्टिस की गई. कोहली ने बुधवार को प्रैक्टिस की.

प्रैक्टिस के वीडियो बनाने से रोका
भारतीय मैनेजमेंट या वाका मैनेजमेंट ने परदे के पीछे प्रैक्टिस की वजह साफ नहीं की है. माना जा रहा है कि दर्शकों से ध्यान ना बंटे, इसलिए यह इंतजाम किया गया है. इन दिनों वाका में कंस्ट्रक्शन का काम भी चल रहा है. क्रिकइंफो के मुताबिक इस काम में जुटे लोगों को नेट प्रैक्टिस के फोटो लेने और वीडियो बनाने से मना किया गया है. यह परदे के पीछे की प्रैक्टिस की दूसरी वजह का संकेत है. शायद भारतीय टीम मैनेजमेंट यह बात बाहर नहीं आने देना चाहता कि किस बैटर को किस तरह की गेंदों की प्रैक्टिस कराई गई. किसने इन्हें अच्छे से खेला और किन्हें परेशानी हुई.

2022 में भी अपनाया था यही तरीका
यह पहला मौका नहीं है जब भारतीय टीम परदे के पीछे तैयारी कर रही है. भारतीय टीम ने 2022 में ऑस्ट्रेलिया में हुए टी20 वर्ल्ड कप में भी ऐसा ही किया था. लेकिन तब भारतीय क्रिकेटरों ने वेस्टर्न ऑस्ट्रेलिया इलेवन के साथ दो मैच भी खेले थे, जिसमें दर्शक थे. इस मैच की एंट्री फीस वेस्टर्न ऑस्ट्रेलिया को डोनेट कर दी गई थी.

Tags: Border Gavaskar Trophy, India vs Australia, Indian Cricket Workforce, Workforce india

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