मामला छत्तीसगढ़ बिलासपुर का है। शुक्रवार 15 नवंबर को भी अनिमेश ने सुमित को धमकी दी। पीड़ित ने सिविल लाइन थाने पहुंचकर घटना की शिकायत की है। इस पर पुलिस ने अवैध वसूली और धमकी देने की धाराओं में जुर्म दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है।
By Mohammad Safraj Memon
Edited By: Manoj Kumar Tiwari
Publish Date: Sat, 16 Nov 2024 10:24:49 AM (IST)
Up to date Date: Sat, 16 Nov 2024 10:35:01 AM (IST)
HighLights
- रायपुर के सुमित ने लिए थे कपिल से ब्याज में पैसे।
- मकान बेच कर्ज चुकाया और मुंहमांगाा ब्याज दे दिया।
- परेशान हो सुमित घर वालों सहित शहर छोड़ दिया था।
नईदुनिया प्रतिनिधि, बिलासपुर। अपने ही भाई की हत्या के मामले में जेल में बंद कपिल त्रिपाठी के गुर्गों ने एक युवक को धमकी देकर छह लाख रुपये की मांग की है। पीड़ित ने बताया कि कपिल की प्रताड़ना से तंग आकर उन्होंने तीन साल पहले ही मकान बेचकर 26 लाख रुपये दिए। इसके बाद शहर छोड़ दिया। इसके तीन साल बाद अब एक बार और फोन कर छह लाख रुपये की मांग की जा रही है।
पीड़ित की शिकायत पर पुलिस ने जुर्म दर्ज कर मामले को जांच में लिया है।रायपुर के कंचना में रहने वाले सुमित सिन्हा ने बताया कि बहुत समय पहले उसने कपिल त्रिपाठी से ब्याज पर रुपये लिए थे। रुपये लेने के बाद उसने मुंहमांगा ब्याज दिया। इसके बाद भी कपिल ने ईमानदारी से हिसाब नहीं किया और रुपयों के लिए परेशान करना शुरू कर दिया।
उसकी प्रताड़ना से तंग आकर सुमित और उसके परिवार वालों ने 2021 में नेहरू नगर स्थित मकान को बेचकर चार किश्त में 26 लाख रुपये कपिल को दिए। रुपये देने के बाद सुमित और उसके घर वालों ने शहर छोड़ दिया। अब तीन साल बाद जब कपिल जेल में है उसका साथी अनिमेश शुक्ला फोन पर धमकी देकर छह लाख रुपये की मांग कर रहा है।
इसके लिए उसने सुमित के रिश्तेदारों को काल किया। सुमित ने अपने मोबाइल से काल कर अनिमेश को अपनी स्थिति बताकर कपिल की देनदारी से इन्कार किया। इस पर अनिमेश ने चार लाख रुपये का बकाया होना बताया। साथ ही ज्यादा समय होने के कारण दो लाख रुपये और मांगे।
दूसरे की जमीन को फर्जी दस्तावेज के सहारे बेचने का प्रयास, एक गिरफ्तार
दूसरे की जमीन को फर्जी दस्तावेज के सहारे बेचने के मामले में पुलिस ने एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। आरोपित के कब्जे से फर्जी दस्तावेज जब्त किया गया है। सकरी तहसीलदार अश्वनी कुमार कंवर के न्यायालय में भूमि नामांतरण के रजिस्ट्री पेपर के साथ आवेदन किया गया। इसकी जानकारी होने पर जमीन मालिक आशा सिंह ने तहसीलदार के पास आवेदन देकर बताया कि उन्होंने जमीन की बिक्री नहीं की है।
तहसीलदार ने रजिस्ट्री कार्यालय से जानकारी मंगाई तो पता चला कि रजिस्ट्री पेपर ही फर्जी है। इसके बाद उन्होंने अलग-अलग पांच जमीन की जांच की। सभी में क्रेता रामसाय रामजाति लोहार निवासी नूतन कालोनी मरवाही रोड पेंड्रा था। पांच रजिस्ट्री के दस्तावेज फर्जी पाए गए। तहसीलदार ने मामले की शिकायत सकरी थाने में की।
तहसीलदार की शिकायत पर पुलिस ने मामले की जांच की तो पता चला कि मारवाड़ी लाइन खपरगंज में रहने वाला कपित स्टील का संचालक रितेश जाजोदिया जमीन की बिक्री कर रहा है। HBREपुलिस की टीम ने उसे हिरासत में लेकर पूछताछ की। उसके कब्जे से फर्जी ऋण पुस्तिका, सीमांकन रिपोर्ट समेत अन्य दस्तावेज मिले। पुलिस ने इसे जब्त कर आरोपित रितेश को गिरफ्तार कर लिया है। मामले में उसके सहयोगियों की तलाश की जा रही है।