उज्जैन के महाकाल मंदिर में होने वाली भस्म आरती में भ्रष्टाचार रोकने के लिए आरएफआईडी बैंड से प्रवेश की व्यवस्था शुरू कर दी गई है। शनिवार को इस नई व्यवस्था के तहत लोगों को प्रवेश दिया गया।
By Rajesh Verma
Publish Date: Fri, 15 Nov 2024 11:14:38 PM (IST)
Up to date Date: Fri, 15 Nov 2024 11:16:58 PM (IST)
HighLights
- अनाधिकृत व्यक्तियों के प्रवेश पर अब लगेगी रोक।
- मंदिर व्यवस्था में सुधार की प्रक्रिया निरंतर जारी है।
- कलाई पर बांधे जाने वाले ये बैंड कागज से बने हैं।
नईदुनिया प्रतिनिधि, उज्जैन। ज्योतिर्लिंग महाकाल मंदिर में भस्म आरती दर्शन में भ्रष्टाचार रोकने के लिए मंदिर समिति ने रेडियो फ्रिक्वेंसी आईडी (आरएफआईडी) बैंड के माध्यम से प्रवेश की व्यवस्था शुरू कर दी है।
मंदिर प्रशासन के अनुसार शुक्रवार को पहले दिन कुछ लोगों को बैंड बांधे गए, लेकिन एक दो दिन में इसे पूरी तरह लागू कर दिया जाएगा। पहले दिन कलेक्टर नीरज कुमार सिंह व समाजसेवी अभय यादव ने नई व्यवस्था का निरीक्षण किया।
मंदिर प्रशासक गणेश कुमार धाकड़ ने बताया महाकालेश्वर मंदिर की व्यवस्था में सुधार की प्रक्रिया निरंतर जारी है। इसी तारतम्य में तड़के 4 बजे होने वाली भस्म आरती में अनाधिकृत लोगों का प्रवेश रोकने के लिए शुक्रवार से आरएफआइडी बैंड के माध्यम से प्रवेश देने की व्यवस्था लागू की गई है।
इसके तहत अनुमतिधारी दर्शनार्थी को प्रवेश द्वार पर जांच के बाद कलाई में आरएफआईडी बैंड बांधा गया। इसके बाद उन्हें मंदिर में प्रवेश दिया गया। इस व्यवस्था से उन्हीं लोगों को प्रवेश मिला, जिन्होंने एक दिन पहले निर्धारित व्यवस्था अनुसार अनुमति कराई थी।
बता दें बीते प्रशासक धाकड़ ने बीते एक पखवाड़े में मंदिर व्यवस्था से जुड़े कुछ लोगों को अनाधिकृत प्रवेश कराते हुए पकड़ा था। इनमें मंदिर की सुरक्षा एजेंसी के गार्ड तथा एक पुजारी भी शामिल था।
क्यूआर कोड से होगी जांच
दर्शनार्थी की कलाई पर बांधे जाने वाले आरएफआईडी बैंड कागज के हैं। इस पर अंकित क्यूआर कोड के माध्यम से कर्मचारी दर्शनार्थी की मंदिर में कहीं भी मोबाइल स्कैनर से जांच कर सकते हैं। एक बार के बाद इस बैंड का दोबारा उपयोग नहीं किया जा सकेगा।
1700 भक्तों को राेज मिलती है अनुमति
महाकाल मंदिर में प्रतिदिन तड़के 4 बजे भगवान महाकाल की भस्म आरती होती है। मंदिर समिति प्रतिदिन विभिन्न माध्यमों से 1700 भक्तों को दर्शन की अनुमति जारी करती है। भस्म आरती दर्शन के लिए सामान्य दर्शनार्थियों को मानसरोवर फैसिलिटी सेंटर तथा वीआइपी को मंदिर के 1 नवंबर अवंतिका द्वार से प्रवेश दिया जाता है। पुजारी, पुरोहित के यजमान 13 नवंबर गेट से मंदिर में प्रवेश करते हैं। ऐसे में मंदिर प्रशासन तीन द्वारों पर आईडी की चेकिंग व बैंड वितरण की व्यवस्था लागू करेगी।