मध्य प्रदेश के युवाओं के लिए सरकारी नौकरा का मौका है। मध्य प्रदेश की मोहन यादव सरकार ने सहायक वर्ग 3 भर्ती के लिए अधिसूचना जारी की है। आवेदन की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। यहां पढ़िए आवेदन की प्रक्रिया, पात्रता और आखिरी तारीख समेत पूरी जानकारी।
By Arvind Dubey
Publish Date: Fri, 15 Nov 2024 10:58:04 AM (IST)
Up to date Date: Fri, 15 Nov 2024 10:58:04 AM (IST)
HighLights
- कार्यालय कलेक्टर जिला बुरहानपुर ने निकाली भर्ती
- भर्ती विशेष रूप दिव्यांगजनों के लिए निकाली गई है
- उम्मीदवार के पास कंप्यूटर में डिप्लोमा भी अनिवार्य
करियर डेस्क, इंदौर (Authorities job in Madhya Pradesh)। भारत में हर युवा सरकारी नौकरी के सपने देखता है। इसके लिए वह दिन-रात मेहनत भी करता है। इस समय सरकार ने कई सरकारी नौकरियां निकाली हैं। इनमें दिव्यांगजनों पर भी सरकार फोकस कर रही है।
हाल ही में मध्यप्रदेश सरकार ने सहायक वर्ग 3 के लिए एक अधिसूचना जारी की है, जिसके लिए आवेदन प्रक्रिया भी शुरू हो चुकी है। कार्यालय कलेक्टर जिला बुरहानपुर ने सहायक वर्ग 3 के पदों पर भर्ती निकाली है। ये भर्ती विशेष रूप दिव्यांगजनों के लिए निकाली गई है।
12वीं पास क्वालिफिकेशन जरूरी
- इस भर्ती के लिए आवेदन 29 अक्टूबर 2024 से शुरू हो गए थे। वहीं इसमें अप्लाई करने की आखिरी तारीख 25 नवंबर 2024 रखी गई है। इस भर्ती के लिए इंटरव्यू 11 दिसंबर 2024 को होगा।
- सहायक वर्ग 3 के लिए एजुकेशन क्वालिफिकेशन 12वीं पास होना चाहिए। इसके अलावा उम्मीदवार के पास कंप्यूटर में डिप्लोमा और न्यूनतम 50 प्रतिशत अंकों के साथ सर्टिफिकेट होना चाहिए।
- इस भर्ती में राज्य की महिला और पुरुष दोनों उम्मीदवार आवेदन कर सकते हैं। इस भर्ती के लिए न्यूनतम उम्र 21 साल और अधिकतम उम्र 40 साल रखी गई है।
- सहायक वर्ग 3 के पदों पर सिलेक्शन इंटरव्यू, डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन, मेडिकल परीक्षण के आधार पर किया जाएगा। सहायक वर्ग 3 के लिए वेतनमान स्तर 4 के आधार पर दिया जाएगा, जिसमें 19,000 से लेकर 62,000 रुपये प्रति माह वेतन दिया जाएगा।
सरकारी शिक्षक की नौकरी लगवाने पांच लाख रुपये ठगे, एफआइआर
इस बीच, मध्य प्रदेश के भिंड से खबर है कि सिटी कोतवाली पुलिस ने एक युवक की शिकायत पर धोखाधड़ी सहित अन्य धाराओं में मामला दर्ज किया है। आरोपित ने पीड़ित को शिक्षा विभाग में सरकारी नौकरी का झांसा देकर उससे व उसके रिश्तेदारों से साढ़े पांच लाख रुपये ठगे थे।
नौकरी नहीं मिलने पर रुपये की मांग करने पर आरोपित ने मात्र 2.20 लाख रुपये लौटाए। जब पीड़ित ने 3.30 लाख रुपये अभी तक नहीं लौटाए। तो मना कर दिया।
पुलिस के मुताबिक 41 वर्षीय कप्तान सिंह पुत्र तिलकसिंह कुशवाह निवासी भूरे का पुरा बिल्हौरा ने बताया कि अरुण वर्मा निवासी चतुर्वेदी नगर ने शिक्षा विभाग सरकारी नौकरी दिलाने के बहाने धोखाधड़ी की है।
कप्तान सिंह के अनुसार, अरुण वर्मा ने 20 अप्रैल 2020 को अपने निवास स्थान चतुर्वेदी नगर में उनसे और उनके रिश्तेदारों से नौकरी दिलवाने के नाम पर साढ़े पांच लाख रुपये लिए थे।
फरियादी के साथ उनके मामा के बेटे गजेन्द्र कुशवाहा, भांजे मनीष कुशवाहा, जिलेदार कुशवाहा, चचेरा भाई सौरभ कुशवाहा और रिश्ते में चाचा गुरदीप कुशवाहा भी थे, जिन्होंने अरुण वर्मा के झांसे में आकर यह रुपये दिए थे। फरियादी का आरोप है कि नौकरी नहीं लगते पर उन्होंने अरुण से राशि लौटाने की मांग की।
अरुण ने पहले तो 2.20 लाख रुपये लौटा दिए, लेकिन बाकी 3.30 लाख रुपये देने से इनकार कर दिया। कई बार मांग करने पर भी अरुण ने आज-कल का बहाना बनाकर बाकी राशि लौटाने से मना कर दिया और यहां तक कह दिया कि उसके पास और कोई रकम नहीं है।