Sach ke Sathi Senior: अहिल्यानगर के लोगों को Digital Security Ideas और Truth Checking की ऑनलाइन ट्रेनिंग दी गई

Sach ke Sathi Senior: अहिल्यानगर के लोगों को Digital Security Ideas और Truth Checking की ऑनलाइन ट्रेनिंग दी गई

‘सच के साथी- सीनियर्स’ अभियान के तहत विश्‍वास न्‍यूज ने सीनियर सिटिजंस को साइबर फ्रॉड और फैक्ट चेकिंग पर ऑनलाइन ट्रेनिंग दी। इस दौरान, डिजिटल फ्रॉड, एआई के नुकसान और धोखाधड़ी से बचने के उपायों पर चर्चा की गई।

By Neeraj Pandey

Publish Date: Sat, 09 Nov 2024 10:16:05 PM (IST)

Up to date Date: Sat, 09 Nov 2024 10:16:05 PM (IST)

फैक्ट चेकिंग और साइबर फ्रॉड, महाराष्ट्र चुनाव को लेकर लोगों को जागरूक किया गया।

HighLights

  1. विश्‍वास न्‍यूज ने सीनियर सिटिजंस को ऑनलाइन ट्रेनिंग दी।
  2. फैक्ट चेकिंग और साइबर फ्रॉड से बचने के उपाय बताए गए।
  3. एआई और डीपफेक वीडियो पर जानकारी साझा की गई।

नई दिल्‍ली। विश्‍वास न्‍यूज के एक्सपर्ट ने 9 नवंबर को ‘सच के साथी- सीनियर्स’ अभियान के तहत महाराष्ट्र के अहिल्यानगर और झारखंड के रांची के लोगों को ऑनलाइन ट्रेनिंग दी। जागरण न्यू मीडिया की फैक्ट चेकिंग विंग ने इस कार्यक्रम का आयोजन मुख्य रूप से सीनियर सिटिजंस के लिए आयोजित किया था। इस दौरान फैक्ट चेकर्स ने वेबिनार में मौजूद लोगों को साइबर फ्रॉड से बचने के तरीकों के साथ ही फैक्ट चेकिंग की बुनियादी ट्रेनिंग भी दी।

अहिल्यानगर के लोगों के लिए ट्रेनिंग

अहिल्यानगर के लोगोंं के लिए आयोजित कार्यक्रम की शुरुआत विश्‍वास न्‍यूज की डिप्टी एडिटर एवं फैक्ट चेकर देविका मेहता ने करते हुए लोगों को मिसइन्फॉर्मेशन, डिसइन्फॉर्मेशन और मैलइन्फॉर्मेशन में अंतर बताया। साथ ही उन्होंने सच, राय और अफवाह में फर्क करना बताया।

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देविका ने कार्यक्रम के दौरान आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस के फायदे और नुकसान पर रोशनी डालते हुए कहा कि एआई टूल्स की मदद से आज के दौर में आसानी से किसी के आवाज की नकल करके डीपफेक वीडियो बनाए जा रहे हैं, जिनका ऐप्स के प्रमोशन में इस्तेमाल हो रहा है। ऐसे वीडियो के लिपसिंक या आंखों की मुद्रा देखकर पता किया जा सकता है।

डिजिटल फ्रॉड से बचें

इस दौरान डिप्टी एडिटर एवं फैक्ट चेकर शरद प्रकाश अस्थाना ने सभी को डिजिटल फ्रॉड के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि डिजिटल अरेस्ट, फिशिंग लिंक्स, बैंकिंग फ्रॉड के जरिए साइबर अपराधी लोगों को अपना निशाना बना रहे हैं। इसके लिए सतर्क रहना काफी जरूरी है।

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डिजिटल अरेस्ट से बचें

कभी भी पुलिस, ईडी या अन्य कोई सरकारी विभाग इस तरह से ऑनलाइन जांच नहीं करता है। अगर इस तरह की कोई भी कॉल या फ्रॉड सामने आए तो फौरन 1930 या साइबर क्राइम डॉट जीओवी डॉट इन पर शिकायत करें। साथ ही उन्होंने फैक्ट चेकिंग टूल्स की जानकारी देते हुए इसकी बुनियादी जानकारी भी दी। महाराष्ट्र में होने वाले चुनाव को देखते हुए कार्यक्रम में जागरूक मतदाता बनने के लिए भी लोगों को प्रेरित किया गया।

सीनियर सिटिजंस के लिए काम करने वाले आधार आपुलकीचा फाउंडेशन के संस्थापक शुभम विष्णु पोपले ने विश्‍वास न्‍यूज के इस कार्यक्रम की सराहना की और कहा कि सीनियर सिटिजंस के लिए ऐसे कार्यक्रमों का आयोजन होते रहना चाहिए।

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