Bilaspur Information: टीचर ने की आत्महत्या, सुसाइड नोट में लिखा-किसी का दोष नहीं

सिविल लाइन क्षेत्र के पत्रकार कालोनी में रहने वाली शालिनी सलूजा (26) टीचर थीं। उनकी पोस्टिंग चांटीडीह आत्मानंद स्कूल में थी। वे अपने सास-ससुर और परिवार के सदस्यों के साथ रहती थीं। उनका पति आयुष मिश्रा मुंबई में जाब करते हैं। बुधवार को शालिनी ड्यूटी पर गईं थीं।

By Yogeshwar Sharma

Publish Date: Fri, 05 Jul 2024 12:38:25 AM (IST)

Up to date Date: Fri, 05 Jul 2024 12:38:25 AM (IST)

Bilaspur News: टीचर ने की आत्महत्या, सुसाइड नोट में लिखा-किसी का दोष नहीं
सिविल लाइन क्षेत्र के पत्रकार कालोनी की घटना, जांच में जुटी पुलिस

नईदुनिया न्यूज, बिलासपुर। सिविल लाइन क्षेत्र के पत्रकार कालोनी में रहने वाली शिक्षिका ने अपने कमरे में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। सुबह स्वजन को इसकी जानकारी हुई। स्वजन की सूचना पर पहुंची पुलिस ने कमरे से एक सुसाइड नोट जब्त किया है। इसमें शिक्षिका ने किसी की गलती नहीं होने की बात लिखी है। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है।

सिविल लाइन क्षेत्र के पत्रकार कालोनी में रहने वाली शालिनी सलूजा (26) टीचर थीं। उनकी पोस्टिंग चांटीडीह आत्मानंद स्कूल में थी। वे अपने सास-ससुर और परिवार के सदस्यों के साथ रहती थीं। उनका पति आयुष मिश्रा मुंबई में जाब करते हैं। बुधवार को शालिनी ड्यूटी पर गईं थीं। वहां से आने के बाद वह घर पर ही थीं। रात नौ बजे वह बिना खाना खाए ही अपने कमरे में चली गईं। सुबह जब वह कमरे से बाहर नहीं निकलीं तो स्वजन ने आवाज लगाया। अंदर से कोई जवाब नहीं मिलने पर ससुराल वालों ने उनके मामा निशांत सलूजा को बुला लिया। उनके आने के बाद दरवाजे को धक्का देकर खोला गया। अंदर शालिनी की लाश फांसी के फंदे पर लटक रही थी। घटना की सूचना पर पहुंची पुलिस ने कमरे से एक सुसाइड नोट जब्त किया है। इसमें टीचर ने थाना प्रभारी को संबोधित करते हुए घटना में किसी की गलती नहीं होने की बात लिखी है। प्राथमिक पूछताछ में पता चला है कि शालिनी और आयुष छठवीं कक्षा से एक साथ पढ़ाई कर रहे थे। वह अपने माता-पिता की एकलौती संतान थी। उसके कहने पर घरवालों ने 2022 में आयुष से विवाह कराया था। फिलहाल घटना का कारण स्पष्ट नहीं है। पूछताछ से घटना के कारणों का पता चल पाएगा।

देर रात घूमकर आए युवक ने फांसी लगाकर दी जान

कोतवाली क्षेत्र के करबला रोड में रहने वाले संजय दीवान आटो चलाते हैं। आर्थिक स्थिति खराब होने के कारण उनका बेटा विवेक दीवान अपने चाचा के साथ रहता था। बुधवार की रात वह रात करीब 12 बजे घूमकर आया। चाची ने खाने के लिए कहा तो उसने इन्कार कर दिया। वह अपने चाचा का मोबाइल को चार्जिंग करने अपने कमरे में ले गया। सुबह जब चाचा मोबाइल लेने के लिए कमरे में गए तो दरवाजा अंदर से बंद था। आवाज देने पर भी दरवाजा नहीं खुलने पर उन्होंने खिड़की से अंदर झांककर देखा। अंदर विवेक की लाश पंखे से लटक रही थी। उन्होंने अपने भाई संजय और आसपास के लोगों को इसकी जानकारी दी। साथ ही घटना की सूचना पुलिस को दी गई। इस पर पुलिस ने शव कब्जे में लेकर पीएम कराया है। फिलहाल घटना का कारण स्पष्ट नहीं है।

वह दुनिया का 8वां अजूबा है… मैं भी साइन करने को तैयार हूं.. विराट कोहली ने किसके लिए कहा ऐसा
हाइलाइट्स

कोहली ने बुमराह की तारीफ में गढ़े कसीदे विराट ने बुमराह को बताया नेशनल धरोहर

नई दिल्ली. विराट कोहली ने टीम इंडिया के साथी गेंदबाज जसप्रीत बुमराह को दुनिया का आठवां अजूबा करार दिया है. टीम इंडिया को टी20 वर्ल्ड कप 2024 ट्रॉफी दिलाने में बुमराह का अहम योगदान रहा. टूर्नामेंट में बुमराह ने अपनी कसी हुई गेंदबाजी से प्रभावित किया. उन्होंने हमेशा टीम की जरूरत के समय विकेट दिलाई. विराट ने वर्ल्ड चैंपियन खिलाड़ियों के सम्मान समारोह में बुमराह की तारीफ में जमकर कसीदे पढ़े. उन्होंने कहा कि ऐसा गेंदबाज सदी में एक बार आता है. साउथ अप्रीका को फाइनल में हराकर दूसरी बार टी20 विश्व कप जीतने वाली टीम इंडिया बेरिल तूफान की वजह से तीन दिनों तक बारबाडोस में फंसी रही.

टी20 विश्व कप की विजेता भारतीय टीम के स्वागत के लिए आयोजित विक्ट्री परेड में गुरुवार को मुंबई में जनसैलाब उमड़ पड़ा क्योंकि हजारों क्रिकेट प्रशंसक अपने पसंदीदा सितारों की एक झलक पाने के लिए बेताब थे जिससे दक्षिण मुंबई का यातायात पूरी तरह से ठप्प हो गया. पूर्व निर्धारित कार्यक्रम से अनुसार विजय जुलूस नरीमन प्वाइंट में नेशनल सेंटर फॉर परफॉर्मिंग आर्ट्स (NCPA) से शाम पांच बजे शुरू होकर वानखेड़े स्टेडियम में शाम सात बजे समाप्त होना था लेकिन रोहित शर्मा की अगुवाई वाली टीम नई दिल्ली से देर से यहां पहुंची, जिससे परेड सात बजकर 30 मिनट के बाद ही शुरू हो पाई.

VIDEO: रोहित- विराट का विक्ट्री परेड में दिखा ब्रोमांस, खुली बस में एक साथ लहराई ट्रॉफी, वीडियो वायरल

ये फोटो तो आपने सुबह से कई बार देखी होगी… 99% गारंटी है.. आपने इसमें ये चीज मिस कर दी होगी

विराट कोहली ने वानखेड़े स्टेडियम में आयोजित सम्मान समारोह में कहा कि जसप्रीत बुमराह ने देश को सबसे बड़े तोहफा दिया. उनके जैसा गेंदबाज सदी में एक ही बार आता है. बकौल कोहली, ‘वह (बुमराह) दुनिया के 8वें अजूबे हैं. उन्होंने हर बार हमारी मैच में वापसी कराई. वह एक बेहतरीन गेंदबाज हैं.’ बुमराह डेथ ओवरों के स्पेशलिस्ट बॉलर हैं. उन्होंने अमेरिका और विंडीज में आयोजित विश्व कप में धारदार गेंदबाजी की. रन खर्चने के मामले में वह सबसे कंजूस बॉलर रहे.

वानखेड़े स्टेडियम में जश्न के दौरान गौरव कपूर ने विराट कोहली से सवाल किया कि अगर मैं जसप्रीत बुमराह को राष्ट्रीय धरोहर घोषित करने के लिए एक याचिका पर साइन करने की सोच रहा हूं. क्या आप भी मेरे साथ इसपर साइन करेंगे? इसपर विराट ने बिना किसी हिचकिचाहट के कहा, ‘ मैं अभी इस पर हस्ताक्षर करूंगा.’ बाद में बुमराह ने कहा कि मैं किसी मैच के बाद रोता नहीं हूं, लेकिन फाइनल के बाद मेरी आंखों से भी दो- तीन बार आंसू निकल आए. विराट कोहली अब टी20 इंटरनेशनल क्रिकेट में नजर नहीं आएंगे. उनका यह आखिरी विश्व कप था.

Tags: Jasprit Bumrah, Virat Kohli

Mukesh Khanna received indignant after watching ‘Kalki’ | ‘कल्कि’ देख भड़के मुकेश खन्ना: अमिताभ के किरदार पर उठाए सवाल, कहा- कहानी को तोड़-मरोड़कर दिखाने से हर हिंदू को नाराज होना चाहिए

12 घंटे पहले

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प्रभास, अमिताभ बच्चन और दीपिका पादुकोण स्टारर फिल्म ‘कल्कि 2898 AD’ सिनेमाघरों में रिलीज हो चुकी है। डायरेक्टर नाग अश्विन की ‘कल्कि 2898 एडी’ एक माइथोलॉजिकल और साइंस फिक्शन मूवी है। फिल्म में अमिताभ बच्चन का किरदार लोगों को खूब पसंद आ रहा है। इसी बीच कल्कि की कहानी पर ‘महाभारत’ के भीष्म पितामह यानी कि मुकेश खन्ना ने तंज कसा है। उन्होंने अश्वत्थामा के रोल पर सवाल उठाए हैं।

मुकेश खन्ना ने शेयर किया पोस्ट

मुकेश खन्ना ने हाल ही में अपने इंस्टा पर एक पोस्ट शेयर किया है, जिसमें कल्कि के स्टारकास्ट नजर आ रहे हैं। इस फोटो पर लिखा है- इस फिल्म का नाम कल्कि नहीं बल्कि कल कि होना चाहिए था। पोस्ट के साथ मुकेश ने कैप्शन में लिखा- क्या कल्कि जैसी अच्छी और भव्य तरीके से बनी फिल्म में महाभारत के तथ्यों को अपनी सहूलियत के लिए तोड़-मरोड़कर पेश करना जायज है?

अश्वत्थामा के माथे की मणि अर्जुन और भीम ने निकाल कर द्रौपदी को आकर दी थी। जिसके पांच पुत्रों को अश्वथामा ने रात के अंधेरे में खेमे में घुस कर मार डाला था। तो वो अश्वथामा के पास कैसे आ गई। ऐसे और भी कई गलत तथ्य हैं फिल्म में। ये फिल्म मेकर क्यों ऐसा दुस्साहस करते हैं। कोई उन्हें रोकता क्यों नहीं। क्या इसके लिए सिर्फ हिंदू ग्रंथ बचे हैं उनके पास! अब मुकेश खन्ना का ये पोस्ट इस वक्त सोशल मीडिया पर खूब सुर्खियां बटोर रहा है।

मुकेश खन्ना ने लिखा कैप्शन।

मुकेश खन्ना ने लिखा कैप्शन।

उन्होंने अपने यूट्यूब वीडियो में आगे कहा- अर्जुन और अश्वत्थामा के बीच बहुत बड़ा युद्ध हुआ था। वो ‘ब्रह्मास्त्र’ चला रहे थे, लेकिन केवल अर्जुन ही जानते थे कि हमले को कैसे पलटना है। क्योंकि अश्वत्थामा ऐसा नहीं कर सकते थे, इसलिए उन्होंने अभिमन्यु की पत्नी पर ब्रह्मास्त्र चलाने का फैसला किया।

कृष्ण ने नौ महीने तक उनकी रक्षा की क्योंकि वो गर्भवती थीं। मैं इस कहानी को इतने विस्तार से इसलिए बता रहा हूं क्योंकि मुझे समझ नहीं आता कि कृष्ण भविष्य में कल्कि में अश्वत्थामा को उनकी रक्षा करने का आदेश कैसे दे सकते हैं? कृष्ण जैसा शक्तिशाली व्यक्ति अश्वत्थामा जैसे व्यक्ति से खुद की रक्षा करने के लिए कैसे कह सकता है? मुकेश खन्ना ने कहा कि इन बदलावों से हर हिंदू को नाराज होना चाहिए, ठीक वैसे ही जैसे प्रभास की पिछली फिल्म आदिपुरुष को देखने के बाद हुआ था।

इस फिल्म में अमिताभ बच्चन, कमल हासन, प्रभास के साथ-साथ दीपिका पादुकोण और दिशा पाटनी बतौर लीड एक्टर नजर आ रहे हैं। इसमें विजय देवरकोंडा, मृणाल ठाकुर, दुलकर सलमान, फरिया अब्दुल्लाह जैसे एक्टर्स ने फिल्म में कैमियो रोल किया है।

खबरें और भी हैं…
Bilaspur Information: राजस्व शिविरों में मौके पर ही ग्रामीणों की समस्याओं का हो रहा निदान

कोटा एसडीएम युगल किशोर उर्वशा ने बताया कि बेलगहना तहसील अंतर्गत लगाए गए राजस्व शिविरों में एक हजार 47 आवेदन प्राप्त हुए, जिसमें से 970 आवेदनों का निराकरण कर दिया गया।

By Yogeshwar Sharma

Publish Date: Fri, 05 Jul 2024 12:47:51 AM (IST)

Up to date Date: Fri, 05 Jul 2024 12:47:51 AM (IST)

Bilaspur News: राजस्व शिविरों में मौके पर ही ग्रामीणों की समस्याओं का हो रहा निदान
राजस्व शिविर के दौरान ग्रामीणों को राजस्व दस्तावेज सौंपते एसडीएम युगल किशोर उर्वशा

नईदुनिया न्यूज, बिलासपुर। कलेक्टर अवनीश शरण के निर्देश पर कोटा अनुविभाग अंतर्गत कोटा, रतनपुर व बेलगहना तहसील के विभिन्न ग्रामों में राजस्व प्रकरणों का निराकरण करने के लिए राजस्व शिविरों का आयोजन किया गया। इन शिविरों में ग्रामीण, किसानों सहित अन्य लोगों की समस्याओं का यथासंभव मौके पर ही निराकरण किया गया। एक ही जगह पर राजस्व संबंधित मामलों का निराकरण होने से ग्रामीण खुश है।

कोटा एसडीएम युगल किशोर उर्वशा ने बताया कि बेलगहना तहसील अंतर्गत लगाए गए राजस्व शिविरों में एक हजार 47 आवेदन प्राप्त हुए, जिसमें से 970 आवेदनों का निराकरण कर दिया गया। इसी प्रकार कोटा तहसील अंतर्गत प्राप्त 553 आवेदनों में से 422 आवेदनों का निराकरण, रतनपुर तहसील में आयोजित शिविर में प्राप्त 422 आवेदनों में से 330 आवेदनों का निराकरण कर दिया गया है। शेष लंबित आवेदनों को एक सप्ताह के भीतर निराकृत कर दिया जाएगा। राजस्व समाधान शिविर में प्रमुख रूप से बंटवारा, अभिलेख सुधार, आय, जाति, निवास, त्रुटि सुधार, फौती नामांतरण, किसान किताब की प्रति, खसरे का आनलाइन रिकार्ड करना, नक्शा बटांकन, सीमांकन एवं अवैध कब्जा, आपसी जमीन विवाद संबंधी मामले प्राप्त हुए, जिसके जल्द निराकरण होने से ग्रामीणों को काफी राहत मिली।

प्राप्त आवेदनों का एक सप्ताह में करें निराकरण

कोटा अनुविभाग अंतर्गत विभिन्न ग्रामों में शिविर के माध्यम से ग्रामीणों की समस्याओं को सुना तथा राजस्व अमलों को प्राप्त आवेदनों का निराकरण एक सप्ताह के भीतर करने को कहा गया है। शिविर के दौरान एसडीएम सहित अन्य अधिकारी अस्पताल, पेयजल संबंधी व्यवस्था तथा राशन दुकानों का भी निरीक्षण कर रहे हैं। राजस्व शिविर में प्रमुख रूप से एसडीएम, तहसीलदार, नायब तहसीलदार, राजस्व निरीक्षक, हल्का पटवारी, सरपंच, सचिव एवं कोटवार सहित अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित होकर राजस्व संबंधी मामलों का निराकरण कर रहे हैं।

नदारद पटवारी को उपस्थित होने चेतावनी

एसडीएम तखतपुर ने लंबे समय से नदारद पटवारी राजेश सिंह को उपस्थिति के लिए चेतावनी दी है। तहसील तखतपुर में कार्यरत पटवारी राजेश सिंह चार अगस्त 2013 से बिना किसी सूचना के अनुपस्थित है। पटवारी सिंह को तीन दिवस के भीतर एसडीएम कार्यालय में उपस्थित होने कहा गया है। उपस्थित नहीं होने की स्थिति में छत्तीसगढ़ सिविल सेवा आचरण नियम 1965 के नियत 07 के प्रावधानों के तहत कार्रवाई की जाएगी।

CG Excessive Court docket Information: पानी निकासी, खतरनाक होर्डिंग्स पर सचिव और आयुक्त ने पेश की रिपोर्ट

बिलासपुर नगर निगम आयुक्त ने बाढ़ नियंत्रण केंद्र बनाने और निरीक्षण के जरिए निकासी की व्यवस्था को दुरुस्त करने की जानकारी दी। आयुक्त ने बताया कि सूचना मिलने के तत्काल बाद रिस्पांस टीम मौके पर पहुंचकर पानी निकासी कर रही है।

By Yogeshwar Sharma

Publish Date: Fri, 05 Jul 2024 12:41:08 AM (IST)

Up to date Date: Fri, 05 Jul 2024 12:41:08 AM (IST)

HighLights

  1. हाईकोर्ट ने कहा- जनहित याचिका की सुनवाई आगे भी रहेगी जारी
  2. काम हो रहा या नहीं इस पर रखेंगे नजर
  3. हाई कोर्ट के समक्ष शपथपत्र के साथ जवाब पेश किया

नईदुनिया न्यूज, बिलासपुर। शहर की बदहाल पानी निकासी और खतरनाक होर्डिंग्स के मामले में नगरीय प्रशासन सचिव और निगम आयुक्त ने हाई कोर्ट के समक्ष शपथपत्र के साथ जवाब पेश किया। नगरीय प्रशासन विभाग के सचिव की ओर से बताया गया कि सभी आयुक्तों और नगरपालिका, नगर पंचायत सीएमओ को निकासी व्यवस्था दुरुस्त करने के निर्देश दिए गए हैं।

बिलासपुर नगर निगम आयुक्त ने बाढ़ नियंत्रण केंद्र बनाने और निरीक्षण के जरिए निकासी की व्यवस्था को दुरुस्त करने की जानकारी दी। आयुक्त ने बताया कि सूचना मिलने के तत्काल बाद रिस्पांस टीम मौके पर पहुंचकर पानी निकासी कर रही है। साथ ही मोहल्लेवासियों को राहत भी पहुंचा रही है। सचिव नगरीय प्रशासन व बिलासपुर नगर निगम आयुक्त के जवाब के बाद कोर्ट ने कहा कि वर्षाऋतु में लोगों को परेशानी ना हो इस बात का ध्यान रखा जाए। डिवीजन बेंच ने कहा कि जनहित याचिका की सुनवाई आगे भी होती रहेगी। इसे अपनी निगरानी में रखेंगे ताकि शहरवासियों को किसी तरह की परेशानी ना हो व वर्षाऋतु में पानी निकासी की व्यवस्था निरंतर होती रहे। हाई कोर्ट ने वर्षाऋतु से पहले ही नालियां जाम होने और सडकें डूबने को स्वतः संज्ञान में लेकर जनहित याचिका के रूप में सुनवाई प्रारंभ की है। चीफ जस्टिस रमेश सिन्हा व जस्टिस सचिन सिंह राजपूत की डिवीजन बेंच ने सचिव, नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग और आयुक्त, नगर निगम, बिलासपुर को नोटिस जारी कर निर्देश दिए थे कि जल निकासी व्यवस्था को दुरुस्त करें व जहां जल जमाव की स्थिति बन रही है उसे ठीक करने कार्ययोजना बनाएं। दोनों अफसरों को शपथ पत्र के साथ जवाब पेश करने का निर्देश डिवीजन बेंच ने दिया था।

प्रारंभिक सुनवाई में यह बात आई थी सामने

जनहित याचिका की प्रारंभिक सुनवाई चीफ जस्टिस रमेश सिन्हा, जस्टिस सचिन सिंह राजपूत की डीबी में हुई थी। सुनवाई के दौरान अतिरिक्त महाधिवक्ता आरएस मरहास, अधिवक्ता अच्युत तिवारी और आशुतोष त्रिवेदी उपस्थित हुए थे। कोर्ट ने कहा है कि थोड़ी सी वर्षा के कारण पुराना बस स्टैंड की सड़क पर घुटनों तक पानी भर जाता है। नाली का पानी सड़क पर आ जाने से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा। अभी मानसून की वर्षा ठीक से प्रारंभ नहीं हुई है और इससे पहले ही लोगों को जल जमाव की समस्या से जूझना पड़ रहा है। इसकी व्यवस्था की जानी चाहिए। शहर के भीतर प्रमुख चौक-चौराहों व मुख्य मार्ग के ऊपर लगे सुरक्षा की दृष्टिकोण से खतरनाक होर्डिंग्स को हटाने कार्रवाई के निर्देश कोर्ट ने दिए थे।

VIDEO: पहले गाल, फिर माथा… चैंपियन बेटे से मिलते ही मां ने जमकर लुटाया प्‍यार, ऐसे हुआ रोहित का स्‍वागत

नई दिल्‍ली. भारतीय टीम के कप्‍तान रोहित शर्मा वानखेड़े में खत्‍म हुई विक्‍ट्री परेड के बाद सीधे अपने माता-पिता के पास पहुंचे. वानखेड़े स्‍टेडियम में हिटमैन के माता-पिता टीम इंडिया के सम्‍मान समारोह का हिस्‍सा थे. समारोह खत्‍म होने के बाद हिटमैन सबसे पहले अपनी मां से मिले और उनके गले लग गए. विश्‍व विजेता बनकर लौटे बेटे पर मां ने भी खूब प्‍यार लुटाया. उन्‍होंने रोहित शर्मा को गले से लगा लिया. मा ने पहले हिटमैन के दोनों गालों पर किस किया फिर उनके माथे को भी चूमकर बेटे को आर्शीवाद दिया.

टीम इंडिया वेस्‍टइंडीज से विश्‍व विजेता बनने के बाद आज सुबह सबसे पहले दिल्‍ली में लैंड हुई. राजधानी में रोहित शर्मा एंड कंपनी की मुलाकात पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से हुई. पीएम ने टीम का जमकर हौसला बढ़ाया. इसके बाद टीम इंडिया सीधे फ्लाइट पकड़कर मुंबई पहुंची. मायानगरी में क्रिकेट फैन्‍स टीम का बेसब्री से इंतजार कर रहे थे. नरिमन प्‍वॉइंट से शुरू हुई विक्‍ट्री परेड मरीन ड्राइव से होते हुए सीधे वानखेड़े स्‍टेडियम पहुंची. भारतीय टीम का जहां भव्‍य स्‍वागत किया गया.

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Mirzapur Season 3 REVIEW; Pankaj Tripathi Ali Fazal | Shweta Tripath | OTT रिव्यू, मिर्जापुर-3: रोचकता बरकरार, लेकिन पहले जैसी प्रभावशाली नहीं; पंकज त्रिपाठी का रोल इस बार कम; गुड्डू पंडित फिर छाए, श्वेता त्रिपाठी भी जमीं

मुंबई2 घंटे पहलेलेखक: आशीष तिवारी

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मिर्जापुर का तीसरा सीजन रिलीज हो चुका है। - Dainik Bhaskar

मिर्जापुर का तीसरा सीजन रिलीज हो चुका है।

मिर्जापुर का तीसरा सीजन ओटीटी प्लेटफॉर्म अमेजन प्राइम पर स्ट्रीम हो चुका है। 9 एपिसोड वाली इस क्राइम थ्रिलर सीरीज को दैनिक भास्कर ने 5 में से 3.5 स्टार रेटिंग दी है।

सीरीज की कहानी क्या है?
कहानी पिछले सीजन के अंत से ही शुरू होती है। मुन्ना त्रिपाठी को मारकर और कालीन भैया को हटाकर गुड्डू पंडित ने खुद को मिर्जापुर का बाहुबली घोषित कर दिया है। अब वो पूर्वांचल की गद्दी पर विराजमान होना चाहता है, लेकिन उसके रास्ते में सबसे बड़ा रोड़ा जौनपुर का शरद शुक्ला और पश्चिम के कुछ बाहुबली हैं। इधर कालीन भैया (पंकज त्रिपाठी) कहां हैं, किसी को कुछ अता-पता नहीं है।

लेडी डॉन गोलू (श्वेता त्रिपाठी) अब पहले से ज्यादा आक्रामक हो गई है। वो गुड्डू पंडित की राइट हैंड बनकर उनका साथ देती है। उधर जौनपुर का बाहुबली शरद शुक्ला (अंजुम शर्मा) गुड्डू को हटाकर मिर्जापुर की भी गद्दी हथियाना चाहता है। इसके लिए वो प्रदेश की मुख्यमंत्री माधुरी यादव (ईशा तलवार) को अपना साझेदार बनाता है।

माधुरी यादव प्रदेश से बाहुबलियों का खात्मा करना चाहती है, इसके लिए वो बाहुबलियों को ही अपना हथियार बनाती है। सीजन के मिड में जेपी यादव की भी एंट्री होती है।

हालांकि इसी बीच अभी भी सबसे बड़ा सवाल यह है कि कालीन भैया कहां हैं। कालीन भैया सीरीज के मिड में मौत के मुंह से बाहर निकलकर सामने आते हैं। उनकी जान बचाने में शरद शुक्ला बड़ी भूमिका निभाते हैं। अब कालीन भैया की कहानी में क्या भूमिका होगी, इसके लिए आपको सीरीज देखनी पड़ेगी।

इसके पहले सीरीज के दो सीजन आ चुके हैं।

इसके पहले सीरीज के दो सीजन आ चुके हैं।

स्टारकास्ट की एक्टिंग कैसी है?
गुड्डू पंडित का रोल इस बार भी काफी प्रभावशाली और मजबूत है। एक अक्खड़ बाहुबली के किरदार में अली फजल एक बार फिर से खूब जंचे हैं। पहले सीजन में भोली-भाली कॉलेज स्टूडेंट गोलू यानी श्वेता त्रिपाठी अब तीसरे सीजन तक आते-आते लेडी डॉन बन चुकी हैं। वो अपने दुश्मनों पर रहम नहीं खातीं।

इस सीजन में शरद शुक्ला (अंजुम शर्मा) का स्क्रीन टाइम ज्यादा है। एक तरह से वो सेकेंड लीड रोल में हैं। उन्होंने काम भी काफी अच्छा किया है। पंकज त्रिपाठी, जो इस सीरीज के जान थे, उनका रोल काफी कम कर दिया है, साथ ही उन्हें काफी कमजोर भी दिखाया गया है। हालांकि उन्हें जितना भी स्पेस मिला है, उन्होंने इसे भुनाने की कोशिश की है। अंत के कुछ एपिसोड्स से साफ है कि आना वाला सीजन कालीन भैया के इर्द-गिर्द ही घूमेगा।

कालीन भैया की पत्नी बीना त्रिपाठी के किरदार में (रसिका दुग्गल) का रोल भी इंपैक्टफुल है। सीएम माधुरी यादव के रोल में ईशा तलवार शांत लेकिन चतुर लगी हैं।

छोटे त्यागी के रोल में विजय वर्मा का रोल भी ठीक-ठाक है, लेकिन दूसरे सीजन जितना मजेदार नहीं है। हालांकि इस बार विजय का किरदार अपने साथ एक रहस्य लेकर चलता है।

डायरेक्शन कैसा है?
गुरमीत सिंह ने सीरीज का डायरेक्शन किया है। उन्होंने कहानी को एंगेजिंग बनाने की कोशिश की है, लेकिन वो प्रभाव नहीं छोड़ पाए जो इसके पिछले दो सीजन में देखने को मिला था। लीड किरदार कालीन भैया का रोल ही काफी ज्यादा कम कर दिया गया है, जो कि दर्शकों को शायद रास न आए।

दर्शकों को एक मजबूत और निर्भीक कालीन भैया को देखने की आदत है, ऐसे में उन्हें लाचार और बेबस देखकर शायद दर्शक नाखुश हो जाएं। इस सीजन में मुन्ना यानी दिव्येंदु शर्मा की कमी साफ झलकी है। जेल के कुछ सीन्स बेवजह दिखाए गए हैं। सीरीज को थोड़ा ट्रिम किया जा सकता था। हालांकि क्लाइमैक्स जरूर बेहतर है, अंत का सीक्वेंस आपको थोड़ा चौंका सकता है।

फाइनल वर्डिक्ट, देखें या नहीं?
अगर आपने मिर्जापुर के पिछले दोनों सीजन को एन्जॉय किया है, तो इसे भी आप जरूर पसंद कर सकते हैं। हालांकि ज्यादा उम्मीद लगाएंगे तो निराशा हाथ लगेगी। इस बार खून खराबे का एक अलग लेवल देखने को मिला है, इसलिए कुछ सीन्स विचलित भी कर सकते हैं। सीरीज में राजनीति, धोखा, विद्वेष, वासना और ह्यूमर सब कुछ देखने को मिलेगा। इसके अलावा सारे किरदारों में एक अक्खड़पन है, जो पूर्वी उत्तर प्रदेश की शैली को बखूबी दर्शाता है।

Bilaspur Information: कोनी में 200 करोड़ की लागत से बनेगा एमएसएमई टेक्नोलाजी सेंटर

उद्योगों को लगने वाले डाई व मशीन कलपुर्जों का निर्माण होगा। यह सेंटर उद्योगपतियों के संपर्क में रहेगा और उनकी मदद के लिए आवश्यक कदम उठाएंगे। 200 करोड रुपये की लागत से एमएसएमई टेक्नोलाजी सेंटर की स्थापना का मार्ग प्रशस्त हो गया है।

By Yogeshwar Sharma

Publish Date: Fri, 05 Jul 2024 12:52:19 AM (IST)

Up to date Date: Fri, 05 Jul 2024 12:52:19 AM (IST)

इरकान के तकनीकी विशेषज्ञ से चर्चा करते लघु एवं सहायक उद्योग संघ के पदाधिकारी

नईदुनिया न्यूज, बिलासपुर। युवा उद्यमियों के लिए अच्छी खबर है कि आने वाले दिनों में अपने सपने और करियर को ऊंची उड़ान दे सकेंगे। ऐसा इसलिए कि सुक्ष्म लघु व मध्यम मंत्रालय ने एमएसएमई टेक्नोलाजी सेंटर स्थापना की अनुमति दे दी है। इस टेक्नोलाजी सेंटर से लघु व मध्यम उद्योग को बढ़ावा मिलेगा। जरूरत के मुताबिक श्रमिकों को प्रशिक्षित कर कुशल बनाया जाएगा। इससे कुशल कारीगर तैयार होंगे। उद्योगों को द्वारा निर्मित वस्तुओं की जांच होगी।

उद्योगों को लगने वाले डाई व मशीन कलपुर्जों का निर्माण होगा। यह सेंटर उद्योगपतियों के संपर्क में रहेगा और उनकी मदद के लिए आवश्यक कदम उठाएंगे। 200 करोड रुपये की लागत से एमएसएमई टेक्नोलाजी सेंटर की स्थापना का मार्ग प्रशस्त हो गया है। इसके निर्माण के लिए नोडल एजेंसीज भारत सरकार के संस्थान इरकान को बनाया गया है। छत्तीसगढ़ लघु एवं सहायक उद्योग संघ प्रदेशाध्यक्ष हरीश केडिया की मांग पर भारत सरकार एमएसएमई मंत्रालय के संयुक्त सचिव एके सिंह की अध्यक्षता में बीते दिनों राज्य सरकार के सीएसआइडीसी उद्योग संचानालय रायपुर में हुई थी। हरीश केडिया ने कहा कि नए उद्योग स्थापना के लिए जमीन की अत्यंत कमी है, जिसके कारण नए उद्यमी नहीं आ पा रहे हैं। निजी क्षेत्र में औद्योगिक प्रक्षेत्र की स्थापना को प्रोत्साहन दिए जाने और उसके लिए राष्ट्रीय नीति बनाए जाने की जरूरत है। केंद्र सरकार एमएसएमई मंत्रालय के अधिकारी देशभर में एमएसएमई स्थापना में हो रही रुकावट की जानकारी लेने आए थे। एमएसएमई क्षेत्र की उत्पादन क्षमता को बढाने एवं तकनीकी, वित्तीय जरूरतों को पूरा करने के लिए उद्योग संघ प्रतिनिधि एवं उद्योग अधिकारियों से वे चर्चा कर रहे थे। संयुक्त सचिव भारत सरकार एके सिंह ने बताया कि लघु उद्योग क्षेत्र की जरूरतों का अध्ययन करने के लिए राष्ट्रीय स्तर की विशेषज्ञ संस्था ई एंड वाई को इस कार्य के लिए अनुबंधित किया गया है।

शासन से मांगी गई थी 20 एकड़ जमीन

बिलासपुर में 200 करोड़ की लागत से केंद्र सरकार द्वारा एमएसएमई (लघु एवं मध्यम उद्योग) टेक्नोलाजी सेंटर बनाया जाएगा। इसके लिए राज्य सरकार से 20 एकड़ जमीन मांगी गई थी। सरकार की ओर से प्रस्तावित तीन जगहों का निरीक्षण कर चयन करने के लिए केंद्र ने पांच सदस्यीय टीम का गठन किया था। इनमें संयुक्त निदेशक एमएसएमई डीआइ रायपुर, मुख्य महाप्रबंधक जिला व्यापार एवं उद्योग केंद्र बिलासपुर, प्रभारी सीएसआइडीसी, उप महाप्रबंधक एमएसएमआइ, टेक्नोलाजी सेंटर दुर्ग व छत्तीसगढ़ लघु एवं सहायक उद्योग संघ को शामिल किया गया था।

इन्हें मिलेगा लाभ

श्रमिकों के लिए रोजगार का द्वार भी खुलेगा। इसकी मांग छत्तीसगढ़ लघु एवं सहायक संघ ने की थी। इस पर केंद्र सरकार के सूक्ष्म लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्रालय ने टेक्नोलाजी सेंटर की स्थापना करने की स्वीकृति दी। इसके अलावा बिल्डिंग, प्लांट व मशीनरी चलाने के लिए 200 करोड़ रुपये स्वीकृत किए गए। इस पर राज्य सरकार ने सीपत के पास सेलर में जमीन भी दी, लेकिन वह पसंद नहीं आई। बिलासपुर में स्थापित होने के बाद प्रदेश का यह दूसरा सेंटर होगा। इससे संभाग के लिए उद्योगों के विकास में मददगार साबित होगा। इस सिलसिले में बीते दिनों उद्योग संघ ने इरकान के द्वारा बनाई जा रही डीपीआर के लिए तकनीकी अफसरों के साथ बैठक की।

विश्वसनीय टेस्टिंग लैब की हो स्थापना

हरीश केडिया ने कहा की एमएसएमई टेक्नोलाजी सेंटर की स्थापना तक इस तरह की परिचर्चा होती रहे। टेक्नोलाजी सेंटर में ट्रेनिंग प्रोग्राम और मशीन की स्थापना इस प्रकार हो कि स्थानीय और आसपास के उद्योगों को उसका फायदा पहुंचे। साथ ही सेंटर में बड़े विश्वसनीय टेस्टिंग लैब की स्थापना हो। परिचर्चा का आयोजन जय दुर्गा एग्रो इंडस्ट्रीज, सेक्टर बी, सिरगिट्टी में किया गया।

इनकी रही उपस्थिति

उद्योगपति अरुण अग्रवाल एके प्रोडक्ट, हरीश केडिया बिलासपुर प्लास्टिक, राहुल छुगानी, राम सुखीजा, सतीश कुमार शाह, अंकुर अग्रवाल, नवनीत अग्रवाल, शिव कुमार अग्रवाल, प्रकाश त्रिवेदी, चंद्रशेखर नायक, हनुमान अग्रवाल, शरद सक्सेना, अनिल सलूजा।

Bilaspur Information: साइबर सुरक्षा का नया दौर, युवा बनेंगे अब डिजिटल योद्धा

साइबर ठग पूरी तैयारी के साथ घटना को अंजाम देते है। इसके लिए वे हैकिंग के जरिए व्यक्तिगत जानकारी चुराकर उसका दुरुपयोग करते है। जैसे कि बैंक अकाउंट से पैसे निकालना या अन्य वित्तीय धोखाधड़ी की घटना को अंजाम देना शामिल है।

By Yogeshwar Sharma

Publish Date: Fri, 05 Jul 2024 12:59:11 AM (IST)

Up to date Date: Fri, 05 Jul 2024 12:59:11 AM (IST)

Bilaspur News: साइबर सुरक्षा का नया दौर, युवा बनेंगे अब डिजिटल योद्धा
डिजिटल योद्धा बनकर नागरिकों की सुरक्षा करने में सक्षम होंगे।

नईदुनिया न्यूज, बिलासपुर। डिजिटल युग में साइबर क्राइम का खतरा तेजी से बढ़ गया है। मिनटों की गलती से आमजन अपनी जीवनभर की कमाई साइबर ठग के झांसे में आकर खो दे रहे हैं। बड़े नगरों से लेकर गांवों तक आनलाइन क्राइम ने सभी की चिंता बढ़ा दी है। ऐसे में अब साइबर सिक्योरिटी व साइबर ला के फील्ड में करियर बनाने वाले युवाओं की मांग बढ़ती जा रही है। वे डिजिटल योद्धा बनकर नागरिकों की सुरक्षा करने में सक्षम होंगे।

साइबर ठग पूरी तैयारी के साथ घटना को अंजाम देते है। इसके लिए वे हैकिंग के जरिए व्यक्तिगत जानकारी चुराकर उसका दुरुपयोग करते है। जैसे कि बैंक अकाउंट से पैसे निकालना या अन्य वित्तीय धोखाधड़ी की घटना को अंजाम देना शामिल है। इसके साथ ही लोग रैनसमवेयर का भी शिकार होते है, यानी इसमें अपराधी उपयोगकर्ता के डेटा को एन्क्रिप्ट कर देते हैं और फिर उसे डिक्रिप्ट करने के लिए फिरौती की मांग करते हैं। साइबर सिक्योरिटी व साइबर ला के छात्रों का कहना है कि इन घटनाओं से बचने के लिए अवांछित ईमेल, संदेश या काल जो विज्ञापन, धोखाधड़ी या हानिकारक लिंक को बिना जांच किए उस पर क्लिक न करें। आनलाइन लेन-देन के माध्यम से लोगों को धोखा दिया जाता है। जैसे कि फर्जी वेबसाइट्स पर खरीदारी करवाना या नकली विज्ञापन दिखाकर पैसे ऐंठने का खतरा काफी बढ़ गया है। इससे बचने के लिए साइबर एक्सपर्ट का कहना है कि अपने सभी आनलाइन खातों के लिए मजबूत और अद्वितीय पासवर्ड बनाएं। इसमें पासवर्ड में अक्षर, संख्याएं और विशेष चिन्हों का मिश्रण होना चाहिए। वहीं कंप्यूटर, स्मार्टफोन और अन्य डिवाइस के साफ्टवेयर को नियमित रूप से अपडेट करें। सुरक्षा पैच और अपडेट आपके डिवाइस को सुरक्षित रखने में मदद करते हैं।

ऐसे ले सकते है एडमिशन

साइबर सिक्योरिटी के फील्ड में अगर करियर बनाने चाहते है तो अटल बिहारी वाजपेयी विश्वविद्यालय बिलासपुर द्वारा आवेदन आठ जुलाई तक आमंत्रित किए गए है। विश्वविद्यालय विद्यापरिषद की 19 जून 2019 में हुए बैठक में ड्यूअल डिग्री प्रोग्राम के अंतर्गत फैसला लिया गया है कि कंप्यूटर साइंस एंड एप्लीकेशन विभाग द्वारा छह माह की अवधी में सर्टिफिकेट परीक्षा लिया जाएगा। इसके लिए फील्ड में रुचि रखने वाले छात्र आवेदन करना शुरू कर चुके हैं।

पुलिस भी दिखा रही पाठ्यक्रम में रुचि

साइबर सिक्यूरिटी व साइबर ला में कालेज के छात्र ही नहीं बल्कि पाठ्यक्रम में पुलिस विभाग के कई कर्मचारियों ने प्रवेश लिया है। इसके साथ ही यहां से शिक्षा प्राप्त कर प्रदेश के विभिन्न जिलों में साइबर सेल में पदस्थ होते होकर अपनी सेवाएं दे रहे है। पाठ्यक्रम की पढ़ाई कर रहे पुलिस जवानों का कहना है कि साइबर ठग से बचने के लिए सबसे पहले अपने महत्वपूर्ण डाटा का नियमित रूप से बैकअप बनाएं। इससे डेटा चोरी या नुकसान की स्थिति में आपके पास उसकी प्रतिलिपि होगी। इसके साथ ही केवल सुरक्षित और विश्वसनीय वेबसाइटों पर ब्राउज का उपयोग करना चाहिएं।

निजी जानकारी साझा करने से बचें

इंटरनेट मीडिया की बढ़ती लोकप्रियता के बीच लोग अपना निजी जानकारी भी इसमें शेयर करने लगे है। जबकि ऐसा करना खतरनाक साबित हो सकता है। ऐसे में इंटरनेट मीडिया प्लेटफार्म पर अपनी व्यक्तिगत जानकारी जैसे कि पता, फोन नंबर या जन्मदिन, साझा न करें। यह जानकारी अपराधियों द्वारा दुरुपयोग की जा सकती है। इसके साथ ही अज्ञात स्रोतों से आए ईमेल, लिंक या अटैचमेंट पर क्लिक न करें। फिशिंग हमलों से बचने के लिए हमेशा ईमेल भेजने वाले की पहचान की पुष्टि करें।

वर्जन

साइबर अपराधी नवीन तकनीक जैसे आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस का उपयोग भी साइबर अपराध के लिए कर रहे है। जिससे हमें सावधान रहने की जरूरत है। युवाओं के भविष्य निर्माण को ध्यान में रखते हुए विभाग द्वारा साइबर सिक्यूरिटी व साइबर ला विषय पर स्नातकोत्तर प्रमाण पत्र पाठ्यक्रम आरंभ किया गया है।

डा.एचएस होता

विभागाध्यक्ष,कंप्यूटर साइंस एवं एप्लीकेशन विभाग

अटल बिहारी वाजपेयी विश्वविद्यालय

टीम इंडिया की विजय परेड देख भावुक हुए शाहरुख खान, बोले- ‘बॉयज! ​​मेरा दिल गर्व से भर गया’

नई दिल्ली. बॉलीवुड सुपरस्टार शाहरुख खान ने टी20 विश्वकप 2024 की ऐतिहासिक जीत के बाद टीम इंडिया को बधाई दी. उन्होंने अपने आधिकारिक एक्स अकाउंट पर टीम इंडिया की विजय परेड का एक वीडियो रीपोस्ट किया. इसके साथ ही उन्होंन दिल छू लेने वाला कैप्शन भी लिखा है. शाहरुख खान का पोस्ट और टीम इंडिया की विजय परेड सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. एसआरके के फैंस और क्रिकेट प्रेमी उनके पोस्ट को लाइक करते हुए कमेंट कर रहे हैं.

टीम इंडिया की विजय परेड की क्लिप को शेयर करते हुए शाहरुख ने लिखा, ‘लड़कों को इतना खुश और भावुक देखकर मेरा दिल गर्व से भर जाता है. हमारे खिलाड़ियों ने हमें किन ऊंचाइयों पर हमें पहुंचा दिया है यह देखना हर भारतीयों के लिए बेहद बेहतरीन पल रहा है. लव यू मेरी टीम इंडिया पूरी रात जश्न मनाओ और डांस करो. हमारे बॉयज आगे बढ़ पाएं इसके लिए काम करने वाली टीम को बहुत बहुत बधाइयां.’