महादेव रेड्डी अन्ना-15 पैनल के माध्यम से क्रिकेट सट्टा संचालित करने के आरोप में पांच लोगों को पुणे महाराष्ट्र से गिरफ्तार किया गया है। इन पर नए कानून के तहत धोखाधड़ी और जुआ एक्ट के तहत कार्रवाई की गई। प्रकरण के अन्य आरोपित फरार हैं, जिनकी पतासाजी कर गिरफ्तार करने के हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं।
By Deepak Shukla
Publish Date: Fri, 05 Jul 2024 10:51:47 AM (IST)
Up to date Date: Fri, 05 Jul 2024 10:52:39 AM (IST)
HighLights
- पुणे में किराए से फ्लैट लेकर पैनल का कर रहे थे संचालन
- गिरफ्तार सटोरियों में चार दुर्ग भिलाई और एक नागपुर का
- नइ सटोरियों पर धोखाधड़ी और जुआ एक्ट के तहत कार्रवाई
नईदुनिया प्रतिनिधि, रायपुर। महादेव रेड्डी अन्ना-15 पैनल के माध्यम से क्रिकेट सट्टा संचालित करने के आरोप में पांच लोगों को पुणे महाराष्ट्र से गिरफ्तार किया गया है। वे पुणे महाराष्ट्र में किराए से फ्लैट लेकर पैनल का संचालन कर रहे थे। इनके पास से लाखों रुपये का लेन-देन मिला है। वहीं 50 बैंक खातों की जानकारी प्राप्त हुई है। इसके लिए खाते को फ्रीज किया जा रहा है। पकड़े गए आरोपित आपरेटर हैं। पैलन का मुख्य संचालक फरार है, जिसकी पतासाजी में टीम लगी हुई है।
पुलिस ने अतुल भगवान पराते निवासी ईतवारी रेलवे स्टेशन के पास झाड़े चौक थाना लालगंज जिला नागपुर (महाराष्ट्र), विक्रांत रंगारे निवासी भिलाई जिला दुर्ग, अंशुल रेड्डी निवासी सेक्टर-10 भिलाई जिला दुर्ग, देवेंद्र कुमार विशाल उर्फ टिंकू निवासी सेक्टर -4 भिलाई जिला दुर्ग और कुशल ठाकुर निवासी सेक्टर -5 भिलाई जिला दुर्ग को गिरफ्तार किया गया। इन पर नए कानून के तहत धोखाधड़ी और जुआ एक्ट के तहत कार्रवाई की गई। प्रकरण के अन्य आरोपित फरार हैं, जिनकी पतासाजी कर गिरफ्तार करने के हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं।
गुरुवार को एएसपी क्राइम संदीप मित्तल ने मामले का राजफाश करते हुए बताया कि प्रार्थी दशरथ निषाद ने थाना मौदहापारा में रिपोर्ट दर्ज कराई कि वे फूल चौक, मौदहापारा रायपुर में रहते हैं। गैलेक्सी इंटरनेशनल इंटरप्राइजेज प्रालि में कार्य करते हैं। उनके साथी बढ़ईपारा निवासी मोहित विश्वकर्मा ने कहा कि उसे एक बैंक खाते की आवश्यकता है। इस पर दशरथ ने बैंक आफ महाराष्ट्र में अपना खाता खुलवा दिया।
मोहित विश्वकर्मा ने उक्त बैंक खाते में दशरथ के आधार कार्ड से एयरटेल की सिम खरीद कर रजिस्टर्ड करा दी और खाते की पासबुक, चेकबुक के साथ एटीएम कार्ड अपने पास रख लिया। 30 अप्रैल को मोहित विश्वकर्मा ने दशरथ को फोन करके कहा कि उक्त बैंक खाता फंस गया है, उसे बंद कराना है। इस पर दशरथ को शंका हुई। बाद में उन्हें पता चला कि मोहित विश्वकर्मा ने अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर उसे झांसा दिया है।
धोखाधड़ी कर उसके बैंक खाता और मोबाइल नंबर का प्रयोग महादेव सट्टा संचालन में लेन-देन के लिए किया जा रहा था। रिपोर्ट पर पुलिस ने जांच शुरू की। जिस पर आर्गनाइजेशनल इनपुट से प्राप्त जानकारी अनुसार वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशन में पूर्व से महाराष्ट्र में उपस्थित एंटी क्राइम एंड साइबर यूनिट की टीम को पुणे महाराष्ट्र में उपस्थित सटोरियों पर आवश्यक कार्रवाई करने निर्देशित किया गया।
टीम के सदस्यों द्वारा सटोरियों की पतासाजी करते हुए पुणे महाराष्ट्र स्थित सांगरिया फेस-3 मेगा पोलिस हिंजेवाडी के एक फ्लैट में लोकेट किया गया। टीम के सदस्यों ने उक्त फ्लैट में रेड कार्रवाई की। इस दौरान फ्लैट में पांच व्यक्ति उपस्थित थे, जो लैपटाप और मोबाइल फोन के माध्यम से सेटअप तैयार कर आनलाइन सट्टा संचालित कर रहे थे।
यह सामान जब्त किया गया
गिरफ्तार आरोपितों की कब्जे से 47 नग मोबाइल फोन, 06 नग लैपटाप, 01 नग टैबलेट, 02 राउटर, 02 नग लैपटाप चार्जर, 03 नग रजिस्टर, 20 नग पासबुक, 35 नग चेकबुक, 07 नग आनलाइन बैंकिंग किट और 56 नग एटीएम जब्त किया गया।