बुधवार को रातभर हुई रिमझिम वर्षा ने गुरुवार को गर्मी को पूरी तरह से छू-मंतर कर दिया। पूरे दिन आसमान में बादल छाए रहने के कारण सूरज के दर्शन नहीं हुए। हालांकि हल्की उमस का अहसास जरूर हुआ। यही कारण है कि दिन और रात के तापमान में सिर्फ चार डिग्री सेल्सियस का अंतर रहा। गुरुवार की दोपहर से भी रुक-रुककर हल्की वर्षा होती रही।
By Priyank Sharma
Publish Date: Fri, 05 Jul 2024 08:02:08 AM (IST)
Up to date Date: Fri, 05 Jul 2024 08:02:08 AM (IST)
HighLights
- नहीं हुए सूरज के दर्शन, 42 मिमी हुई वर्षा
- मौसम हुआ कूल कूल, उमस में भी कमी
- शुक्रवार को भी मध्य से तेज वर्षा की संभावना बनी हुई है
नईदुनिया प्रतिनिधि, ग्वालियर। बुधवार को रातभर हुई रिमझिम वर्षा ने गुरुवार को गर्मी को पूरी तरह से छू-मंतर कर दिया। पूरे दिन आसमान में बादल छाए रहने के कारण सूरज के दर्शन नहीं हुए। हालांकि हल्की उमस का अहसास जरूर हुआ। यही कारण है कि दिन और रात के तापमान में सिर्फ चार डिग्री सेल्सियस का अंतर रहा। गुरुवार की दोपहर से भी रुक-रुककर हल्की वर्षा होती रही। 24 घंटे के अंदर शहर में 42 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई।
मौसम विभाग के अनुसार विभिन्न मौसम प्रणालियों के सक्रिय होने से हवाओं के साथ पर्याप्त नमी आनी शुरू हो गई है। इसके चलते शुक्रवार को भी मध्य से तेज वर्षा की संभावना बनी हुई है। इससे लोगों को फिलहाल गर्मी से राहत मिलती रहेगी।
ग्वालियर-चंबल संभाग पर इन दिनों इंद्रदेव की मेहरबानी बनी हुई है। शहर में बुधवार की देर रात शुरू हुई रिमझिम वर्षा ने तापमान को उठने का मौका नहीं दिया। सुबह साढ़े आठ बजे तक 32.7 मिमी वर्षा दर्ज की गई। इसके बाद सुबह 11 बजे तक रुक-रुककर बारिश होती रही। वर्षा थमने के बाद भी दिनभर आसमान में घने-काले बादल छाए रहे और धूप नहीं निकली। इसके चलते तापमान भी सिर नहीं उठा पाया।
स्थानीय मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार बुधवार दिन की तुलना में गुरुवार को अधिकतम तापमान 5.0 डिग्री सेल्सियस की गिरावट के साथ 29.5 डिग्री सेल्सियस पर ही ठहर गया। यह औसत से 8.1 डिग्री सेल्सियस कम है, जबकि न्यूनतम तापमान 2.5 डिग्री सेल्सियस गिरावट के साथ 25.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। यह औसत से 2.1 डिग्री सेल्सियस कम है। सुबह के समय हवा में नमी 97 प्रतिशत दर्ज की गई, जो औसत से 31 प्रतिशत अधिक है।
शाम के समय भी हवा में नमी बरकरार रहते हुए 92 प्रतिशत दर्ज की गई। यह भी औसत से 39 प्रतिशत अधिक है। शाम साढ़े पांच बजे तक 9.3 मिमी वर्षा के साथ कुल वर्षा 42 मिमी दर्ज की गई। वहीं एक जून से अब तक कुल 193.2 मिलीमीटर बारिश हो चुकी है। मौसम विभाग के अनुसार इस समय दक्षिण-पूर्वी पाकिस्तान, पूर्वोत्तर राजस्थान और दक्षिण गुजरात में मजबूत मौसम प्रणालियां सक्रिय हैं।
पूर्वोत्तर राजस्थान में बने चक्रवातीय घेरे के साथ ही उत्तर प्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल होते हुए बांग्लादेश में सक्रिय चक्रवातीय घेरे तक ट्रफ लाइन बनी हुई है। इन मौसम प्रणालियों के प्रभाव से हवाओं के साथ आ रही नमी की वजह से शुक्रवार को भी मध्यम से तेज वर्षा की संभावना है।