Hathras Stampede Incident Replace: हाथरस हादसे में पुलिस ने आयोजन समिति से जुड़े छह लोगों को गुरुवार को गिरफ्तार कर लिया है। आईजी शलभ माथुर ने कहा कि मुख्य आरोपी प्रकाश मधुकर पर एक लाख का इनाम रखा गया है। पुलिस जल्द ही उसके खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी करवाएगी।
By Kushagra Valuskar
Publish Date: Thu, 04 Jul 2024 04:01:55 PM (IST)
Up to date Date: Thu, 04 Jul 2024 04:34:55 PM (IST)
HighLights
- हाथरस में हुई भगदड़ पर आईजी शलभ माथुर की प्रेस कॉन्फ्रेंस।
- पुलिस को नारायण साकार हरि उर्फ भोले बाबा की तलाश।
- सरकार ने हादसे की जांच के लिए न्यायिक आयोग बनाया है।
एएनआई, नई दिल्ली। Hathras Stampede Incident Replace: उत्तर प्रदेश के हाथरस में हुई भगदड़ के तीसरे दिन आज (गुरुवार) छह लोगों को अरेस्ट किया गया। आईजी रेंज अलीगढ़ शलभ माथुर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की इसकी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि गिरफ्तार छह आरोपी आयोजन समिति के सदस्य हैं। इनमें दो महिलाएं शामिल हैं।
मुख्य आयोजक मधुकर की तलाश
पुलिस ने मुख्य आयोजक प्रकाश मधुकर पर एक लाख का इनाम घोषित किया है। वह पुलिस की पकड़ से अभी दूर है। आईजी शलभ माथुर ने कहा, ‘पुलिस जल्द ही मधुकर के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी करवाएगी। अगर जरूरत पड़ी तो बाबा से भी पूछताछ की जाएगी।’
उन्होंने कहा कि जिन आरोपियों को पूछताछ के बाद गिरफ्तार किया गया है। वह आयोजन समिति के सदस्य हैं। घटना के बाद आरोपी मौके से फरार हो गए थे। आरोपी क्राउड मैनेजमेंट का काम करते हैं।
30 से ज्यादा लोगों को हिरासत में लिया
पुलिस ने एटा, हाथरस और मैनपुरी से 30 से ज्यादा लोगों को हिरासत में लिया। यह सभी नारायण साकार हरि से जुड़े हैं। उनसे पूछताछ की जा रही है। हादसे के बाद पुलिस भोले बाबा तक पहुंच नहीं पाई है। पुलिस ने आठ ठिकानों पर छापा मारा है।
28 साल पहले छेड़खानी के आरोप में निलंबित
- उत्तर प्रदेश में कांस्टेबल रहा सूरजपाल जाटव 18 साल की नौकरी के बाद वीआरएस लेकर बाबा नारायण साकार हरि बन गया।
- वह कासगंज जिले के पटियाली तहसील के बहादुरपुर गांव का रहने वाला है। 28 साल पहले छेड़खानी के आरोप में निलंबित और फिर बर्खास्त हुआ।
- छेड़खानी के मामले में सूरजपाल एटा जेल में बंद रहा और रिहाई के बाद बाबा बनकर लोगों के सामने आया।
- बर्खास्त होने के बाद सूरज को अदालत के आदेश पर बहाल किया गया, लेकिन 2002 में वीआरएस ले लिया। बाबा के खिलाफ छह आपराधिक मुकदमे हुए थे।