Bilaspur Information: टीचर ने की आत्महत्या, सुसाइड नोट में लिखा-किसी का दोष नहीं

Bilaspur Information: टीचर ने की आत्महत्या, सुसाइड नोट में लिखा-किसी का दोष नहीं

सिविल लाइन क्षेत्र के पत्रकार कालोनी में रहने वाली शालिनी सलूजा (26) टीचर थीं। उनकी पोस्टिंग चांटीडीह आत्मानंद स्कूल में थी। वे अपने सास-ससुर और परिवार के सदस्यों के साथ रहती थीं। उनका पति आयुष मिश्रा मुंबई में जाब करते हैं। बुधवार को शालिनी ड्यूटी पर गईं थीं।

By Yogeshwar Sharma

Publish Date: Fri, 05 Jul 2024 12:38:25 AM (IST)

Up to date Date: Fri, 05 Jul 2024 12:38:25 AM (IST)

सिविल लाइन क्षेत्र के पत्रकार कालोनी की घटना, जांच में जुटी पुलिस

नईदुनिया न्यूज, बिलासपुर। सिविल लाइन क्षेत्र के पत्रकार कालोनी में रहने वाली शिक्षिका ने अपने कमरे में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। सुबह स्वजन को इसकी जानकारी हुई। स्वजन की सूचना पर पहुंची पुलिस ने कमरे से एक सुसाइड नोट जब्त किया है। इसमें शिक्षिका ने किसी की गलती नहीं होने की बात लिखी है। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है।

सिविल लाइन क्षेत्र के पत्रकार कालोनी में रहने वाली शालिनी सलूजा (26) टीचर थीं। उनकी पोस्टिंग चांटीडीह आत्मानंद स्कूल में थी। वे अपने सास-ससुर और परिवार के सदस्यों के साथ रहती थीं। उनका पति आयुष मिश्रा मुंबई में जाब करते हैं। बुधवार को शालिनी ड्यूटी पर गईं थीं। वहां से आने के बाद वह घर पर ही थीं। रात नौ बजे वह बिना खाना खाए ही अपने कमरे में चली गईं। सुबह जब वह कमरे से बाहर नहीं निकलीं तो स्वजन ने आवाज लगाया। अंदर से कोई जवाब नहीं मिलने पर ससुराल वालों ने उनके मामा निशांत सलूजा को बुला लिया। उनके आने के बाद दरवाजे को धक्का देकर खोला गया। अंदर शालिनी की लाश फांसी के फंदे पर लटक रही थी। घटना की सूचना पर पहुंची पुलिस ने कमरे से एक सुसाइड नोट जब्त किया है। इसमें टीचर ने थाना प्रभारी को संबोधित करते हुए घटना में किसी की गलती नहीं होने की बात लिखी है। प्राथमिक पूछताछ में पता चला है कि शालिनी और आयुष छठवीं कक्षा से एक साथ पढ़ाई कर रहे थे। वह अपने माता-पिता की एकलौती संतान थी। उसके कहने पर घरवालों ने 2022 में आयुष से विवाह कराया था। फिलहाल घटना का कारण स्पष्ट नहीं है। पूछताछ से घटना के कारणों का पता चल पाएगा।

देर रात घूमकर आए युवक ने फांसी लगाकर दी जान

कोतवाली क्षेत्र के करबला रोड में रहने वाले संजय दीवान आटो चलाते हैं। आर्थिक स्थिति खराब होने के कारण उनका बेटा विवेक दीवान अपने चाचा के साथ रहता था। बुधवार की रात वह रात करीब 12 बजे घूमकर आया। चाची ने खाने के लिए कहा तो उसने इन्कार कर दिया। वह अपने चाचा का मोबाइल को चार्जिंग करने अपने कमरे में ले गया। सुबह जब चाचा मोबाइल लेने के लिए कमरे में गए तो दरवाजा अंदर से बंद था। आवाज देने पर भी दरवाजा नहीं खुलने पर उन्होंने खिड़की से अंदर झांककर देखा। अंदर विवेक की लाश पंखे से लटक रही थी। उन्होंने अपने भाई संजय और आसपास के लोगों को इसकी जानकारी दी। साथ ही घटना की सूचना पुलिस को दी गई। इस पर पुलिस ने शव कब्जे में लेकर पीएम कराया है। फिलहाल घटना का कारण स्पष्ट नहीं है।

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