देशभर में कई राज्यों में हुई जारी भारी बारिश के बावजूद जून में सामान्य बारिश का कोटा पूरा नहीं हो पाया था। मौसम विभाग की मानें तो अगले तीन महीनों तक देशभर में अच्छी बारिश देखने को मिलेगी। मौसम विभाग की मानें तो कुछ राज्यों में भारी तो, कुछ में अत्यंत भारी बारिश का दौर जारी रहेगा।
By Bharat Mandhanya
Publish Date: Wed, 03 Jul 2024 07:55:38 AM (IST)
Up to date Date: Wed, 03 Jul 2024 08:52:24 AM (IST)
HighLights
- जून में 5.7 इंच बारिश दर्ज, सामान्य से 11% कम
- मानसून ने अब देश के सभी हिस्सों को किया कवर
- देश के लगभग सभी हिस्सों में अच्छी बारिश होगी दर्ज
Monsoon Replace एजेंसी, नई दिल्ली। जून में इस बार सामान्य से कम बारिश देखने कािे मिली है। वहीं, बारिश को लेकर मौसम विभाग ने राहत भरी भविष्यवाणी की है, जिसमें अगले तीन माह तक अच्छी बारिश का अनुमान जताया गया है। मौसम विभाग के अनुसार मानसून ‘सामान्य से अधिक’ रह सकता है। गौरतलब है कि जून में सामान्य से 11 प्रतिशत कम बारिश हुई थी। इसके साथ ही मौसम विभाग ने बाढ़ और बादल फटने जैसी स्थिति बनने का अलर्ट भी जारी किया है।
देशभर में एक्टिव हुआ मानसून
बता दें कि मानसून ने अब पूरे भारत को कवर कर लिया है। मौसम विभाग ने अपने ताजा अनुमान में बताया कि दक्षिण-पश्चिम मानसून ने राजस्थान, हरियाणा और पंजाब के शेष हिस्सों को भी कवर कर लिया है। इस प्रकार, इसने समय से 6 दिन पूर्व ही 2 जुलाई को पूरे देश को कवर कर लिया है।
बारिश को लेकर अनुमान
मौसम विभाग के अनुसार, अगले पांच दिनों तक कुछ राज्यों में भारी बारिश होगी। छह जुलाई तक बिहार, असम, सिक्किम सहित अरुणाचल प्रदेश में भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना है। इस दौरान गुजरात, मध्य महाराष्ट्र और गोवा के कुछ क्षेत्रों में भारी बारिश हो सकती है।
समय से पहले मानसून सक्रिय
दक्षिण पश्चिम मानसून इस वर्ष सामान्य से छह दिन पहले ही देशभर में सक्रिय हो गया है। ऐसे में जुलाई माह में अच्छी बारिश के आसार है। गौरतलब है कि इस बार मानसून से समय से पूर्व भारत में दस्तक दी थी। मानसून केरल और पूर्वोत्तर क्षेत्र में सामान्य से दो और छह दिन पहले 30 मई को पहुंचा था।
जून रहा सबसे गर्म
गौरतलब है कि पांच साल में यह पहली बार है, जब जून में सामान्य से कम बारिश दर्ज की गई। जून में सामान्य तौर पर 6 इंच बारिश होती है, लेकिन इस बार 5.7 इंच ही बारिश दर्ज हुई है। न सिर्फ बारिश, बल्कि तापमान के मामले में भी जून ने रिकॉर्ड तोड़ा। 1901 के बाद पहली बार उत्तर पश्चिम भारत जून माह में सबसे गर्म रहा।
मप्र में भारी बारिश की संभावना नहीं
मौसम विभाग के अनुसार फिलहाल किसी प्रभावी मौसम प्रणाली के सक्रिय नहीं रहने से प्रदेश में भारी वर्षा होने की संभावना नहीं है। हालांकि अब मानसून द्रोणिका बन गई है, जो वर्तमान में उत्तर प्रदेश से होकर गुजर रही है। इस वजह से बुधवार को ग्वालियर, चंबल एवं सागर संभाग के जिलों में झमाझम बारिश होने की संभावना है।
छत्तीसगढ़ में ऐसा रहेगा मौसम
मौसम विभाग के अनुसार, आने वाले दो दिनों में सरगुजा व बिलासपुर संभाग से लगे हुए जिलों में भारी बारिश के आसार है। इसके साथ ही मध्य व दक्षिण छत्तीसगढ़ में आने वाले तीन दिनों में बारिश की गतिविधि कम होगी। मंगलवार सुबह से ही रायपुर सहित प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में बादल छाए रहने के साथ ही हल्की बारिश भी हुई। इसके चलते अधिकतम तापमान में छह डिग्री सेल्सियस तक की गिरावट आ गई है।