भारत गौरव ट्रेन आइआरसीटीसी की है। इसका उपयोग राज्य सरकार श्री रामलला दर्शन योजना के तहत किया जा रहा है। सरकार ने राज्य पर्यटन निगम को यह जिम्मेदारी सौंपी है। निगम ने आइआरसीटीसी से सहयोग लेकर परिचालन का निर्णय लिया। यह ट्रेन प्रत्येक बुधवार को छूटती है।
By Yogeshwar Sharma
Publish Date: Thu, 04 Jul 2024 12:42:37 AM (IST)
Up to date Date: Thu, 04 Jul 2024 12:42:37 AM (IST)
नईदुनिया न्यूज, बिलासपुर। श्री रामलला दर्शन योजना के तहत भारत गौरव ट्रेन चलाई जा रही है। बुधवार को रायपुर के 850 श्रद्धालुओं को लेकर यह ट्रेन बुधवार को छूटी। इस बीच उसलापुर में कुछ देर स्टापेज दिया गया। यह ठहराव स्टाफ बदलने के लिए दिया गया था। श्रद्धालुओं को यहां चढ़ने की अनुमति नहीं थी। अगले बुधवार यानी 10 जुलाई को यह ट्रेन बिलासपुर से रवाना होगी। यहां के श्रद्धालुओं को भी अयोध्या में श्री रामलला व वाराणसी में काशी विश्वनाथ का दर्शन कराया जाएगा।
भारत गौरव ट्रेन आइआरसीटीसी की है। इसका उपयोग राज्य सरकार श्री रामलला दर्शन योजना के तहत किया जा रहा है। सरकार ने राज्य पर्यटन निगम को यह जिम्मेदारी सौंपी है। निगम ने आइआरसीटीसी से सहयोग लेकर परिचालन का निर्णय लिया। यह ट्रेन प्रत्येक बुधवार को छूटती है। पहले चरण में दुर्ग संभाग के श्रद्धालुओं को इसका लाभ मिला। दूसरे चरण में रायपुर संभाग के श्रद्धालुओं के लिए यह ट्रेन चलाई गई। रायपुर रेलवे स्टेशन से यह ट्रेन दोपहर डेढ़ बजे 850 यात्रियों को लेकर छूटी। इस ट्रेन का, जो रूट तैयार है। उसके तहत उसलापुर में भी इसका स्टापेज था। यह ठहराव केवल चालक व गार्ड की ड्यूटी बदलने की थी। शाम चार बजे के करीब जब यह ट्रेन उसलापुर स्टेशन पहुंची तो यहां आरपीएफ व जीआरपी के अलावा रेलवे अमला तैनात था। यह तैनातगी सुरक्षा के मद्देनजर की गई थी। अमले की मौजूदगी में ट्रेन उसलापुर से अयोध्या के लिए छूटी। आने वाले बुधवार को भारत गौरव ट्रेन बिलासपुर से छूटेगी। यहां से भी 850 श्रद्धालु रहेंगे, जिन्हें रामलला व काशी विश्वनाथ का दर्शन कराया जाएगा।
12 कोच की है ट्रेन
भारत गौरव ट्रेन में 12 कोच की सुविधा है। इनमें 11 स्लीपर और एक एसी- थ्री कोच है। स्लीपर कोच में श्रद्धालुओं के बैठने की व्यवस्था थी। एसी कोच में आइआरसीटीसी के 90 स्टाफ के लिए व्यवस्था की गई है। प्रत्येक कोच में सुरक्षा स्टाफ के अलावा खानपान व आवास सुविधा दी जाएगी।