Bilaspur Information: 27 लाख बकाया होने पर काटी बिजली, बिल्डर ने इंजीनियर को धमकाया

सकरी के सब डिवीजन कार्यालय में भूपेश कुमार साहू इंजीनियर हैं। उन्होंने पुलिस को बताया कि आसमा कालोनी के 12 कनेक्शन का 27 लाख रुपये बिजली बिल बकाया है। बिजली विभाग के कर्मचारियों ने बिल की वसूली के लिए प्रयास किया।

By Yogeshwar Sharma

Publish Date: Thu, 04 Jul 2024 12:35:24 AM (IST)

Up to date Date: Thu, 04 Jul 2024 12:35:24 AM (IST)

सकरी क्षेत्र के आसमा कालोनी में बिजली विभाग के कर्मचारियों ने की थी कार्रवाई

नईदुनिया न्यूज, बिलासपुर। सकरी स्थित आसमा कालोनी में 27 लाख का बिजली बिल बकाया होने पर विभाग के कर्मचारियों ने बिजली काट दी। इससे नाराज बिल्डर के कर्मचारी ने विभाग के इंजीनियर के आफिस में घुसकर गाली-गलौज की, साथ ही जान से मारने की धमकी दी। इंजीनियर की शिकायत पर पुलिस ने जुर्म दर्ज कर मामले को जांच में लिया है।

सकरी के सब डिवीजन कार्यालय में भूपेश कुमार साहू इंजीनियर हैं। उन्होंने पुलिस को बताया कि आसमा कालोनी के 12 कनेक्शन का 27 लाख रुपये बिजली बिल बकाया है। बिजली विभाग के कर्मचारियों ने बिल की वसूली के लिए प्रयास किया। इसमें सफल नहीं होने पर विभाग के कर्मचारियों ने मंगलवार की सुबह करीब 10 बजे कनेक्शन काट दिया। इसकी जानकारी होने पर कालोनी के मालिक सलीम जाफरी और उसके कर्मचारी सुमित सिंह ने फोन पर इंजीनियर को धमकियां दी। इसके बाद सुमित सिंह बिजली विभाग के आफिस पहुंच गया। उसने इंजीनियर को बिजली कनेक्शन जोड़ने के लिए कहा। बिजली का बिल जमा करने के लिए कहने पर उसने इंजीनियर से गाली-गलौज की, साथ ही उसने इंजीनियर को जान से मारने की धमकी दी। इंजीनियर ने पूरे मामले की शिकायत सकरी थाने में की है। इस पर पुलिस ने जुर्म दर्ज कर मामले को जांच में लिया है।

Bilaspur Information: नगर निगम की बदइंतजामी बनी वाहन चालकों के लिए परेशानी का सबब

तकरीबन एक महीने पहले श्रीकांत वर्मा मार्ग मोड़ के पास सड़क पर बिछाई गई मुख्य पाइपलाइन क्षतिग्रस्त हो गई थी। जब निगम के कर्मी नई पाइपलाइन बिछाने का काम कर रहे थे।

By Yogeshwar Sharma

Publish Date: Thu, 04 Jul 2024 12:39:51 AM (IST)

Up to date Date: Thu, 04 Jul 2024 12:39:51 AM (IST)

Bilaspur News: नगर निगम की बदइंतजामी बनी वाहन चालकों के लिए परेशानी का सबब
वाहन चालकों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।

नईदुनिया न्यूज, बिलासपुर। नगर निगम की कार्यप्रणाली अक्सर शहरवासियों के सिरदर्द साबित होता है। ऐसा ही कुछ व्यापार विहार स्मार्ट रोड से श्रीकांत वर्मा मार्ग मोड़ पर किया गया है। वहां एक महीने से सड़क पर गड्ढा छोड़ दिया गया। जबकि यह शहर के सबसे व्यस्ततम सड़क में से एक है। ऐसे में इस गड्ढे की वजह से दो व चार पहिया वाहन चालकों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।

तकरीबन एक महीने पहले श्रीकांत वर्मा मार्ग मोड़ के पास सड़क पर बिछाई गई मुख्य पाइपलाइन क्षतिग्रस्त हो गई थी। जब निगम के कर्मी नई पाइपलाइन बिछाने का काम कर रहे थे। ऐसे में क्षतिग्रस्त पाइपलाइन की मरम्मत के लिए सड़क को तकरीबन 12 फीट गहराई और 10 फीट चौड़ाई तक खोदा गया, लेकिन काम पूरा होने के बाद गड्ढे में मिट्टी डालकर निगमकर्मी चले गए और सड़क एक ही दिन में धंस गई। इसके बाद वाहनों की आवाजाही में परेशानी हो रही है। वाहनों के चलने से गड्ढा बढ़ता जा रहा है। अभी हालत इतनी खराब है कि पुलिस वालों को बेरीकेड लगाना पड़ रहा है। लेकिन हो रही समस्या के बाद भी नगर निगम इस ओर ध्यान नहीं दे रहा है और लोग परेशान हो रहे हैं। वही अब मानसून भी आ चुका है और वर्षा की वजह से गडडा और बढ़ेगा। तब लोगों को और ज्यादा परेशानियों का सामना करना पड़ेगा।

प्रभावित हो रहा सिग्नल सिस्टम

इस चौक पर यातायात संचालन के लिए ट्रैफिक सिग्नल लगाया गया है, लेकिन इस गड्ढे ने पूरे सिस्टम को फेल कर दिया है। महाराणा प्रताप चौक की ओर से आने वाली गाड़ियों के लिए श्रीकांत वर्मा मार्ग मोड़ में लेफ्ट साइड फ्री है, लेकिन ठीक उसी जगह सड़क पर गडडा छोड़ दिया गया है। ऐसे में लेफ्ट साइड जाने वाले वाहनों को जगह नहीं मिलती है। इसी तरह व्यापार विहार की ओर से आकर श्रीकांत वर्मा मार्ग मोड़ में मुड़ने वाली गाडि़यों को भी आगे जाने में इस गड्ढे की वजह से परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।

हम आपके साथ एंज्वॉय करना चाहते हैं… 4 जुलाई को शाम 5 बजे हमारे साथ आइए, रोहित का फैंस को इनविटेशन
हाइलाइट्स

रोहित ने फैंस से सोशल मीडिया पर किया ये आग्रह टीम इंडिया 4 जुलाई को मुंबई में विक्ट्री परेड में लेगी हिस्सा

नई दिल्ली. रोहित एंड कंपनी टी20 विश्व कप जीतने 4 दिन बाद गुरुवार (4 जुलाई) को तड़के दिल्ली पहुंच रही है. टीम इंडिया के स्वदेश पहुंचने के बाद सेलिब्रेशन का दौर शुरू होगा. इसको लेकर खिलाड़ी भी खासे उत्साहित हैं. भारतीय टीम नई दिल्ली पहुंचने के बाद प्रधानमंत्री आवास (PMO) पर नरेंद्र मोदी संग सुबह का ब्रेकफास्ट करेगी. बारबाडोस में बेरिल तूफान में फंसने की वजह से टीम इंडिया की वतन वापसी में चार दिन देरी हुई. बीसीसीआई ने बारबाडोस में चार्टर विमान भेजकर खिलाड़ियों को वहां से निकाला. चार्टर विमान में भारतीय खिलाड़ियों संग उनकी फैमिली और टीम के सपोर्ट स्टाफ सहित बीसीसीआई के अधिकारी और भारतीय मीडियाकर्मी सवार हैं. टीम इंडिया दिल्ली से सीधा मुंबई के लिए रवाना होगी जहां विक्ट्री परेड होगा. इस खास आयोजन के मौके पर रोहित ने अपने फैंस से आग्रह किया है कि ज्यादा से ज्यादा संख्या में पहुंचकर इस खास पल को एंज्वॉय करें.

रोहित शर्मा (Rohit Sharma)  ने एक्स डॉट कॉम पर पोस्ट लिखा, ‘ हम आप सभी के साथ इस खास पल का को एंज्वॉय करना चाहते हैं. तो चलिए 4 जुलाई को शाम 5:00 बजे से मरीन ड्राइव और वानखेड़े में विजय परेड के साथ इस जीत का जश्न मनाते हैं. ट्रॉफी घर आ रही है.’ भारत ने टी20 विश्व कप 2024 फाइनल में साउथ अफ्रीका को 7 रन से हराकर दूसरी बार टी20 में विश्व चैंपियन बनने का रुतबा हासिल किया.

राजीव शुक्ला ने किया कन्फर्म
बीसीसीआई उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला (Rajiv Shukla) ने कहा, ‘प्रधानमंत्री ने सुबह 11 बजे अपने आवास पर टीम के लिए स्वागत समारोह का आयोजन किया है. अमेरिका और कैरेबियाई देशों में छह स्थानों पर खेले गए एक महीने के टी20 विश्व कप से थकी टीम इंडिया प्रधानमंत्री के साथ समय बिताने के बाद मुंबई के लिए रवाना होगी.

2 किलोमीटर की विक्ट्री परेड निकाली जाएगी
दिल्ली से लौटने के बाद भारतीय टीम शाम 5 बजे भारतीय समयानुसार नेशनल सेंटर फॉर परफॉर्मिंग आर्ट्स (NPCA) से वानखेड़े स्टेडियम तक 2 किलोमीटर की विक्ट्री लैप शुरू करेगी. 2007 में पहला टी20 विश्व कप जीतने के बाद की तरह, इस जश्न में पूरी टीम एक खुली छत वाली बस में विजय परेड करेगी. स्टेडियम पहुंचने पर, भारतीय टीम के लिए एक छोटा सा समारोह होगा.

भारतीय टीम का टी20 वर्ल्ड कप सेलिब्रेशन शेड्यूल इस प्रकार है:-
टीम इंडिया गुरुवार सुबह 6:00 बजे दिल्ली पहुंचेगी. इसके बाद सुबह 11 बजे पीएम मोदी के साथ ब्रेकफास्ट करेगी. पीएम से मिलने के बाद टीम इंडिया मुंबई के लिए रवाना हो जाएगी जहां 2 किलोमीटर तक विक्ट्री परेड निकाली जाएगी. इसकी शुरुआत शाम 5 बजे से एनपीसीए से वानखेड़े स्टेडियम तक होगी. विक्ट्री परेड के बाद वानखेड़े स्टेडियम में एक छोटा कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा.

Tags: Icc T20 world cup, Rohit sharma

Mirzapur Season 3 Solid Interview; Gurmeet Singh Pankaj Tripathi | Ali Fazal | मिर्जापुर 3 में मुन्ना की एंट्री पर बोले डायरेक्टर: ज्यादा अपडेट नहीं दूंगा, पंकज ने कहा- अंदाजा नहीं था सीरीज ग्लोबल लेवल पर हिट होगी

21 घंटे पहलेलेखक: आशीष तिवारी

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वेब सीरीज मिर्जापुर का तीसरा सीजन 5 जुलाई को अमेजन प्राइम पर स्ट्रीम किया जाएगा। लंबे वक्त से फैंस तीसरे सीजन का इंतजार कर रहे हैं। इस सीरीज का डायरेक्शन गुरमीत सिंह ने किया है।

सीरीज में सब के फेवरेट कालीन भइया का किरदार पंकज त्रिपाठी ने निभाया है। वहीं, गुड्डू के रोल में अली फजल दिखे हैं।

डायरेक्टर गुरमीत, पंकज त्रिपाठी और अली फजल ने सीरीज की रिलीज से पहले दैनिक भास्कर के साथ खास बातचीत की है।

पढ़िए बातचीत के प्रमुख अंश…

सवाल- पंकज जी, फैंस जिस तरह से तीसरे सीजन में आपके किरदार को लेकर एक्साइटेड हैं, उस पर क्या कहेंगे।
जवाब-
जब कहानी और किरदार पॉपुलर हो जाते हैं, तब दर्शकों के बीच एक्साइटमेंट देखने को मिलती है। लोग आगे की कहानी जानने के बारे में उत्सुक हो जाते हैं।

जब 5 जुलाई को मिर्जापुर सीजन 3 रिलीज हो जाएगी, तब दर्शक उसके आगे की कहानी जानने के लिए उत्सुक हो जाएंगे। यही तो वेब शोज की खासियत है कि हर बार लोग आगे का जानना चाहते हैं।

सिर्फ भारत में ही नहीं, बल्कि ग्लोबल लेवल पर इस सीरीज को दर्शकों का प्यार मिला है। विदेशों में इस शो को लोग चांव से देखते हैं। कहानी लोकल पृष्ठभूमि की है, लेकिन मामला अब ग्लोबल का हो गया है।

सवाल- अली फजल जी, यूथ के बीच गुड्डू भइया के किरदार की अलग फैन फॉलोइंग है। इसे आप कैसे देखते हैं?
जवाब-
गुड्डू भइया का किरदार बहुत ही दिलचस्प है। पहले सीजन से लेकर अब तक इस किरदार में बहुत बदलाव आया है। मैं खुद से इस कैरेक्टर में अलग-अलग रंग देने की कोशिश करता हूं। युवाओं में समाज में फैली समस्याओं को लेकर बहुत गुस्सा है, वो गुड्डू के किरदार से रिलेट कर पाते हैं, यही वजह है कि फैंस इसे बहुत पसंद करते हैं।

सवाल- गुरमीत जी, लोकल पृष्ठभूमि की कहानी होने के बाद मिर्जापुर ने OTT को एक नई परिभाषा दी है। क्या शुरुआत में आपको ऐसी सफलता का आभास था?
जवाब-
इसका तो किसी को भी अंदाजा नहीं था कि ये सीरीज इतनी हिट हो जाएगी। पुनीत कृष्णा ने इस सीरीज की कहानी लिखी है। वे उत्तर प्रदेश के रहने वाले हैं। उन्होंने ऐसी जिंदगी कहीं ना कहीं जी है। इसी वजह से सीरीज की कहानी में बहुत रियल टच देखने को मिला है।

शुरुआत में तो नहीं पता था कि भारत के कोने-कोने में रहने वाले लोग इस सीरीज को देख पाएंगे। हमारी किस्मत अच्छी रही कि OTT के माध्यम से इस सीरीज का रीच बढ़ा।

हमें उम्मीद थी कि नॉर्थ की ऑडियंस इसे बहुत पसंद करेगी। लेकिन यह नहीं पता था कि ग्लोबल लेवल पर इसे पसंद किया जाएगा।

लोग मिर्जापुर से इसलिए भी कनेक्ट कर पा रहे हैं क्योंकि इसकी कहानी में वो सारे एलिमेंट्स हैं, जो आमतौर पर एक फैमिली में देखने को मिलता है।

सवाल- पंकज और अली जी, आप दोनों अपने-अपने किरदार में ढलने के लिए क्या खास तैयारियां करते हैं?
जवाब-
पंकज त्रिपाठी कहते हैं- मैंने यूपी-बिहार में कालीन भइया के जैसे कई बाहुबलियों को देखा है। लेकिन मैंने कालीन भइया के किरदार को ज्यादा काल्पनिक बनाया है। मैंने कोशिश की है कि कालीन भइया का किरदार रियल लाइफ गैंगस्टर से बहुत अलग दिखे।

जैसे कि, जो लोग कालीन भइया का बैकग्राउंड नहीं जानते हैं, वो उन्हें बहुत सज्जन आदमी मान लेंगे। वजह ये है कि वो अनजान शख्स से बहुत सलीके से बात करते हैं।

वहीं, अली फजल कहते हैं- मैं बचपन की लड़ाइयों में बहुत पिटा हूं। ये नहीं देखता था कि सामने कितने लोग हैं। बस लड़ने चला जाता था और पिट कर वापस आ जाता था। यहीं से सिर्फ किरदार के लिए प्रेरणा ली थी, वायलेंस के लिए नहीं।

सवाल- गुरमीत जी, क्या तीसरे सीजन में मुन्ना की सरप्राइज एंट्री के लिए फैंस के मैसेज आते हैं?
जवाब-
हां बिल्कुल आते हैं। मुन्ना का किरदार लोगों के बीच बहुत पॉपुलर है। मैं मुन्ना के किरदार पर बहुत ज्यादा अपडेट नहीं दूंगा। लेकिन इतना जरूर कहूंगा कि फैंस का ये प्यार देख कर खुशी है कि दूसरे सीजन में मुन्ना के मरने के बाद भी लोग उस किरदार को तीसरे सीजन में देखना चाहते हैं। एक डायरेक्टर के तौर पर ये मेरी लिए जीत ही है।

सवाल- पंकज जी, कालीन भइया के किरदार को लेकर बहुत मीम्स बने हैं। क्या इन मीम्स को लेकर कभी मजेदार वाक्या हुआ है?
जवाब-
मैं पिछले साल 10-12 दिन गांव में था। बहुत सारे लोग साथ में तस्वीर क्लिक कराने आते थे। एक दिन 2 लोग आए। मैंने सोचा कि इन दोनों ने मेरा कौन सा काम देखा होगा। मैंने उन लोगों से सवाल किया- आप मुझे कैसे जानते हैं, आपने मेरा कौन सा काम देखा है?

जवाब में दोनों ने कहा- हमने बहुत सी वीडियो देखी है, जिसमें आप बीच में ‘शब्बाश बेटा’ बोलते हुए दिखाई देते हैं।

इस दिन के बाद से मीम्स मेकर्स की तरफ मेरी रिस्पेक्ट बहुत बढ़ गई है। सबसे ज्यादा मीम्स बनाने का रॉ मटेरियल मैं ही हूं।

सवाल- अली जी, फैन्स और मीम्स को लेकर आपका अनुभव कैसा रहा है?
जवाब-
गुड्डू भइया मीम्स की दुनिया में काफी पॉपुलर हैं। मैं खुद भी अक्सर कोई ना कोई मीम्स देखता रहता हूं। हाल ही में 3 इडियट्स और मिर्जापुर को जोड़ते हुए बनाया गया एक बहुत ही अनोखा मीम देखा था।

एक किस्सा यह भी है कि एक फैन अक्सर इंस्टाग्राम पर गालियां लिखकर भेजता था। एक दिन मैंने उससे पूछ ही लिया कि भाई क्या समस्या है तो उसने लिखा- बस भइया आपसे रिप्लाई चाहिए था।

सवाल – पंकज और अली, इस सीरीज में काम करने का एक अच्छा और एक बुरा एक्सपीरियंस क्या रहा?
जवाब-
पंकज और अली दोनों कहते हैं- सबसे बेस्ट बात ये है कि सभी को-एक्टर्स बहुत अच्छे हैं। सेट पर हमेशा अच्छा माहौल रहता है। सबके साथ रियल बॉन्डिंग है, इसलिए रोज काम पर जाने का मन करता है। कितनी भी लंबी शूटिंग हो, काम करके मन नहीं भरता है।

वहीं, खराब एक्सपीरियंस ये है कि हर बार गर्मी के महीनों में यूपी जाकर सीरीज की शूटिंग करनी पड़ती है। गर्मी इतनी ज्यादा रहती थी कि पंखा तक असर नहीं करता था।

सवाल- पंकज जी, कालीन भइया और आप में क्या चीज कॉमन है? कालीन भइया का कौन सा नेचर आपको पसंद नहीं आता है।
जवाब-
मैं और कालीन भइया, दोनों मृदुभाषी हैं। वहीं, मुझे अपने किरदार का दोगला व्यवहार पसंद नहीं है।

सवाल- अली जी, गुड्डू और आप में क्या चीज कॉमन है? गुड्डू का कौन सा नेचर आपको पसंद नहीं आता है।
जवाब-
अब तो मुझमें और गुड्डू के किरदार में कुछ कॉमन नहीं है। पहले मैं भी गुड्डू के जैसे बहुत गुस्सा करता था। लेकिन अब नहीं। वहीं, इस किरदार का मुझे इंपल्सिव नेचर पसंद नहीं है।

Bilaspur Information: नईदुनिया न्यूज, बिलासपुर। डायरिया बढ़ने की आशंका, रोजाना मिल रहे मरीज

शहर अंतर्गत छोटे-बड़े 27 स्लम एरिया हैं, जो हर साल बरसात के समय डायरिया के लिए बेहद संवेदनशील रहते हैं। सरकारी अस्पतालों से मिल रही जानकारी के मुताबिक शहर के तालापारा, तारबाहर, अटल आवास, सिरगिट्टी, रेलवे परिक्षेत्र, तिफरा और शहर की सीमा से लगे गांव से उल्टी-दस्त के मामले सामने आ रहे हैं।

By Yogeshwar Sharma

Publish Date: Thu, 04 Jul 2024 12:46:58 AM (IST)

Up to date Date: Thu, 04 Jul 2024 12:46:58 AM (IST)

Bilaspur News: नईदुनिया न्यूज, बिलासपुर। डायरिया बढ़ने की आशंका, रोजाना मिल रहे मरीज
सिम्स व जिला अस्पताल से मिल रहे आकड़े

नईदुनिया न्यूज, बिलासपुर। बरसात के साथ ही संक्रमित बीमारियों की आशंका बढ़ गई है। सबसे बड़ी चिंता डायरिया फैलने की है। वैसे भी अब उल्टी-दस्त से पस्त लोग अस्पताल पहुंचने लगे हैं। सिम्स और जिला अस्पताल में बीते एक सप्ताह के भीतर उल्टी-दस्त के मरीज रोजाना पहुंच रहे हैं। खास बात यह है कि ये सभी मरीज शहर के अलग-अलग स्लम क्षेत्र से आ रहे हैं। साफ है कि यदि इन क्षेत्रों पर ध्यान नहीं दिया गया तो किसी भी क्षेत्र में डायरिया फैल सकता है।

शहर अंतर्गत छोटे-बड़े 27 स्लम एरिया हैं, जो हर साल बरसात के समय डायरिया के लिए बेहद संवेदनशील रहते हैं। सरकारी अस्पतालों से मिल रही जानकारी के मुताबिक शहर के तालापारा, तारबाहर, अटल आवास, सिरगिट्टी, रेलवे परिक्षेत्र, तिफरा और शहर की सीमा से लगे गांव से उल्टी-दस्त के मामले सामने आ रहे हैं। चिकत्सकों के मुताबिक ज्यादातर मामले दूषित पानी पीने और दूषित भोजन करने की वजह से डायरिया से संक्रमित हो रहे हैं। हालांकि अभी भी किसी भी क्षेत्र में स्थिति नहीं बिगड़ी है। ऐसे में इन क्षेत्रों में ध्यान देना जरूरी हो गया है। समय रहते मरीजों की पहचान करने व दूषित पानी के तमाम स्त्रोत को बंद किया जाए तो डायरिया को बढ़ने से रोका जा सकता है।

शरीर में सोडियम-पोटेशियम की कमी

सिम्स के डा. पंकज टेम्भूर्णिकर ने बताया कि अधिक दस्त आने से शरीर में सोडियम और पोटेशियम की कमी हो रही है। इससे शरीर का तापमान बढ़ने के साथ ही शरीर में दर्द, कमजोरी, सांस लेने में दिक्कत और झटके आने लगते हैं। उल्टी-दस्त शुरू होते ही पानी में नींबू, चीनी और एक चुटकी नमक मिला घोल तैयार कर धीरे-धीरे पीते रहें। छांछ और नारियल पानी का सेवन भी कर सकते हैं।

इससे करें परहेज

– खुले में रखे कटे फल न खाएं।

– बासी भोजन के सेवन से बचें।

– खुले में रखा पानी पीने से बचें।

– बच्चों को बोतल में दूध न दें।

ऐसे करें बचाव

– साबुन से अच्छी तरह हाथ धोकर खाएं।

– पानी अच्छी तरह उबालकर ही पीएं।

– बच्चों की दूध की बोतल हर बार उबालें।

– खाली पेट धूप में बाहर न निकलें

Bilaspur Railway Information: रायपुर के श्रद्धालुओं को लेकर छूटी भारत गौरव ट्रेन, 10 को बिलासपुर से होगी रवाना

भारत गौरव ट्रेन आइआरसीटीसी की है। इसका उपयोग राज्य सरकार श्री रामलला दर्शन योजना के तहत किया जा रहा है। सरकार ने राज्य पर्यटन निगम को यह जिम्मेदारी सौंपी है। निगम ने आइआरसीटीसी से सहयोग लेकर परिचालन का निर्णय लिया। यह ट्रेन प्रत्येक बुधवार को छूटती है।

By Yogeshwar Sharma

Publish Date: Thu, 04 Jul 2024 12:42:37 AM (IST)

Up to date Date: Thu, 04 Jul 2024 12:42:37 AM (IST)

रामलला व काशी विश्वनाथ दर्शन के बाद छह को लौटेगी ट्रेन

नईदुनिया न्यूज, बिलासपुर। श्री रामलला दर्शन योजना के तहत भारत गौरव ट्रेन चलाई जा रही है। बुधवार को रायपुर के 850 श्रद्धालुओं को लेकर यह ट्रेन बुधवार को छूटी। इस बीच उसलापुर में कुछ देर स्टापेज दिया गया। यह ठहराव स्टाफ बदलने के लिए दिया गया था। श्रद्धालुओं को यहां चढ़ने की अनुमति नहीं थी। अगले बुधवार यानी 10 जुलाई को यह ट्रेन बिलासपुर से रवाना होगी। यहां के श्रद्धालुओं को भी अयोध्या में श्री रामलला व वाराणसी में काशी विश्वनाथ का दर्शन कराया जाएगा।

भारत गौरव ट्रेन आइआरसीटीसी की है। इसका उपयोग राज्य सरकार श्री रामलला दर्शन योजना के तहत किया जा रहा है। सरकार ने राज्य पर्यटन निगम को यह जिम्मेदारी सौंपी है। निगम ने आइआरसीटीसी से सहयोग लेकर परिचालन का निर्णय लिया। यह ट्रेन प्रत्येक बुधवार को छूटती है। पहले चरण में दुर्ग संभाग के श्रद्धालुओं को इसका लाभ मिला। दूसरे चरण में रायपुर संभाग के श्रद्धालुओं के लिए यह ट्रेन चलाई गई। रायपुर रेलवे स्टेशन से यह ट्रेन दोपहर डेढ़ बजे 850 यात्रियों को लेकर छूटी। इस ट्रेन का, जो रूट तैयार है। उसके तहत उसलापुर में भी इसका स्टापेज था। यह ठहराव केवल चालक व गार्ड की ड्यूटी बदलने की थी। शाम चार बजे के करीब जब यह ट्रेन उसलापुर स्टेशन पहुंची तो यहां आरपीएफ व जीआरपी के अलावा रेलवे अमला तैनात था। यह तैनातगी सुरक्षा के मद्देनजर की गई थी। अमले की मौजूदगी में ट्रेन उसलापुर से अयोध्या के लिए छूटी। आने वाले बुधवार को भारत गौरव ट्रेन बिलासपुर से छूटेगी। यहां से भी 850 श्रद्धालु रहेंगे, जिन्हें रामलला व काशी विश्वनाथ का दर्शन कराया जाएगा।

12 कोच की है ट्रेन

भारत गौरव ट्रेन में 12 कोच की सुविधा है। इनमें 11 स्लीपर और एक एसी- थ्री कोच है। स्लीपर कोच में श्रद्धालुओं के बैठने की व्यवस्था थी। एसी कोच में आइआरसीटीसी के 90 स्टाफ के लिए व्यवस्था की गई है। प्रत्येक कोच में सुरक्षा स्टाफ के अलावा खानपान व आवास सुविधा दी जाएगी।

Champions Trophy: भारत-पाकिस्तान मैच लाहौर में! 1 मार्च को भिड़ सकती हैं रोहित-बाबर की टीमें

नई दिल्ली. भारतीय क्रिकेट टीम टी20 वर्ल्ड कप जीतने के बाद अभी स्वदेश लौटी भी नहीं है कि उसका 2025 का सबसे बड़ा मुकाबला तय हो गया है. अगले साल पाकिस्तान में आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी होनी है. पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) ने चैंपियंस ट्रॉफी का अस्थायी कार्यक्रम जारी कर दिया है. इसमें भारत-पाकिस्तान का मुकाबला एक मार्च को रखा है. हालांकि, बीसीसीआई (भारतीय क्रिकेट बोर्ड) ने अभी तक इस पर सहमति नहीं दी है. टूर्नामेंट अगले साल 19 फरवरी से नौ मार्च तक खेला जाएगा. इसमें 10 मार्च ‘रिजर्व डे’ होगा.

आईसीसी बोर्ड के सीनियर सदस्य ने बुधवार को चैंपियंस ट्रॉफी के अस्थायी शेड्यूल की जानकारी दी. सूत्रों के मुताबिक पीसीबी चेयरमैन मोहसिन नकवी ने 15 मैच का कार्यक्रम सौंप दिया है. इसमें भारत के मैच सुरक्षा और ‘लाजिस्टिकल’ कारणों से लाहौर में ही रखे गए हैं. नकवी को टी20 वर्ल्ड कप फाइनल देखने के लिए बारबाडोस में आमंत्रित किया गया था. चैंपियंस ट्रॉफी 2025 में 8 टीमों के बीच कुल 15 मैच खेले जाएंगे.

आईसीसी बोर्ड के सदस्य ने कहा, ‘पीसीबी ने आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी के 15 मैच के कार्यक्रम का मसौदा सौंप दिया है. इसमें सात मैच लाहौर में, तीन मैच कराची में और पांच मैच रावलपिंडी में रखे गए हैं.’ सूत्र ने कहा, ‘पहला मैच कराची में रखा गया है जबकि दो सेमीफाइनल कराची और रावलपिंडी में जबकि फाइनल लाहौर में कराया जाएगा. भारत के सभी मैच (टीम के क्वालीफाई करने के स्थिति में सेमीफाइनल सहित) लाहौर में रखे गए हैं.’ भारत को ग्रुप ए में पाकिस्तान, बांग्लादेश और न्यूजीलैंड के साथ रखा गया है. ग्रुप बी में ऑस्ट्रेलिया, दक्षिण अफ्रीका, इंग्लैंड और अफगानिस्तान शामिल हैं.

हाल में आईसीसी के टूर्नामेंट प्रमुख क्रिस टेटले ने पीसीबी चेयरमैन नकवी से इस्लामाबाद में मुलाकात की थी. इससे पहले विश्व संस्था की सुरक्षा टीम ने स्थल और अन्य इंतजामों का मुआयना किया था. पिछली बार पाकिस्तान ने 2023 में ‘हाइब्रिड मॉडल’ के हिसाब से एशिया कप की मेजबानी की थी जिसमें भारत ने अपने मैच श्रीलंका में खेले थे. भारत सरकार ने खिलाड़ियों को पाकिस्तान जाने की अनुमति नहीं दी थी.

सूत्र ने कहा, ‘आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी के प्रतिभागी देशों के (बीसीसीआई के इतर) सभी बोर्ड प्रमुखों ने पूरा समर्थन दिया है लेकिन बीसीसीआई सरकार से सलाह मश्विरा करके आईसीसी को अपडेट करेगा.’ वहीं, आईसीसी किसी भी बोर्ड को अपनी सरकार की नीति के खिलाफ जाने के लिए बाध्य नहीं कर सकता. इससे यह देखना दिलचस्प होगा कि इस मामले में बीसीसीआई क्या फैसला करता है. (इनपुट भाषा)

Tags: Champions Trophy, India Vs Pakistan

Will a biopic be made on Ekta Kapoor? | एकता कपूर पर बनेगी बायोपिक: दोस्त निवेदिता बासु बोलीं- ‘कई लोग तैयार बैठे हैं लेकिन इसके राइट्स एकता ने होल्ड कर रखे हैं’

14 घंटे पहलेलेखक: किरण जैन

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एकता कपूर आज इंडस्ट्री की कामयाब फीमेल प्रोड्यूसर्स में से एक हैं। एक समय था जब उन्हें ‘टीवी क्वीन’ का दर्जा भी दिया गया था। हालांकि, इस सफलता के लिए उन्होंने कई संघर्षों का सामना भी किया हैं। एकता की खास दोस्त और प्रोड्यूसर निवेदिता बासु की मानें तो एकता की जीवन पर फिल्म जरूर बनेंगी। हालांकि, इसका अधिकार उन्होंने सिर्फ अपने तक ही सीमित रखा है।

हाल ही में दैनिक भास्कर को दिए इंटरव्यू में, निवेदिता बासु कहती हैं, ‘ये तय है कि एकता कपूर पर बायोग्राफी कभी-न-कभी जरूर बनेगी। हालांकि, इसके राइट्स को फिलहाल उन्होंने खुद ही होल्ड किया हुआ है। एकता अपने आप में एक ब्रांड है। उनकी कहानी पर फिल्म बनाने के लिए कई लोग तैयार बैठे हैं। अब वह यह राइट्स किसे देंगी, यह बहुत बड़ा सवाल है। अगर कभी मुझे मौका मिला तो मैं उनकी बायोपिक बनाना चाहूंगी।’

बता दें, निवेदिता बासु ने बतौर क्रिएटिव डायरेक्टर 15 सालों तक बालाजी टेलीफिल्म्स में काम किया था। माना जा रहा था कि एकता के साथ मनमुटाव होने के बाद, दोनों के रास्ते अलग हो गए थे। हालांकि, निवेदिता ने इस बात को खारिज कर दिया। निवेदिता बोलीं, ‘एकता को मैं अपना गुरु मानती हूं। मैंने उनके साथ 15 साल तक काम किया और इस दौरान, मैंने उनसे बहुत कुछ सीखा है। लोगों ने कहा कि हम-दोनों के बीच झगड़ा हुआ है। इसमें कोई सच्चाई नहीं है।

उस वक्त एकता का सास-बहू कंटेंट पर ज्यादा फोकस था। मैंने उन्हें आश्वासन दिया कि मैं वह कंटेंट नहीं बनाऊंगी जो वो बना रही हैं। मैं कुछ अलग बना रही थी। सास-बहू से बिल्कुल अपोजिट। एक तरफ एकता के शो 8-10 साल चलते थे, वही मैंने फाइनिट सीरीज पर काम करना शुरू किया। हम दोनों के बीच गुरु-शिष्य का रिश्ता है। आज भी उन्होंने मेरे लिए अपने दरवाजे खुले रखे हैं।’

एक समय था जब एकता कपूर का गुस्सा हमेशा उनकी नाक पर रहता था। सेट पर कलाकारों को डांटना, फटकारना एकता के लिए आम बात होती थी। उन दिनों को याद करते हुए, निवेदिता ने आगे कहा, ‘देखिए, वह सिर्फ अपने काम को लेकर अग्रेसिव थीं। पर्सनल लाइफ में ऐसी बिल्कुल नहीं थीं। एकता कभी भी रिलैक्स नहीं बैठती थीं। उन्हें गुस्सा आता था पर वह सिर्फ उनके काम तक ही सीमित होता था।

काम को लेकर वह बहुत उतावली रहती थीं। हर हफ्ते जब गुरुवार को टीआरपी रेटिंग आती तब पूरी दुनिया हिल जाती थी। यदि रेटिंग गिरी तो हम तुरंत स्क्रिप्ट बदल देते थे। देर रात नई स्क्रिप्ट के साथ शूट करते और दूसरे दिन वह एपिसोड टेलीकास्ट होता था। वह बहुत चैलेंजिंग दौर था। हालांकि, हम खुश थे क्योंकि हमारे शोज सक्सेसफुल होते थे। हम दोनों के बीच भी मनमुटाव होते थे लेकिन दूसरे ही पल वह शांत भी हो जाती थी।’

बातों-ही-बातों में निवेदिता ने बताया कि एकता को उन पर बने मीम्स कभी पसंद नहीं आते थे। इस बारे में उन्होंने कहा, ‘एकता बहुत यंग थीं। उनके कई कॉमेडी मीम्स बन गए थे। TVF के एक्टर्स उन पर जोक्स बनाते थे। हम लोग काफी एंटरटेन होते थे। हालांकि, एकता के मिक्स रिएक्शन हुआ करते थे। शुरुआत में, इन बातों को मजाक में नहीं लेती थी। उन्हें गुस्सा आता था। फिर वह इसे नजरअंदाज करना सीख गईं। धीरे-धीरे वह भी उन जोक्स पर हंसने लग गई थीं।

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Bilaspur Crime Information: दो साल तक किया शोषण, शादी करने की बात पर युवती को छोड़ा

कोटा क्षेत्र में रहने वाली युवती ने बताया कि दोस्त की शादी में उसकी पहचान भौवाकापा में रहने वाले समीर खुंटे (21) से हुई थी। इसी दौरान दोनों ने एक दूसरे का मोबाइल नंबर ले लिया था।

By Yogeshwar Sharma

Publish Date: Thu, 04 Jul 2024 12:50:18 AM (IST)

Up to date Date: Thu, 04 Jul 2024 12:50:18 AM (IST)

शादी का झांसा देकर युवक ने दो साल तक शोषण किया।

नईदुनिया न्यूज, बिलासपुर। कोटा क्षेत्र में रहने वाली युवती को शादी का झांसा देकर युवक ने दो साल तक शोषण किया। इसके बाद वह शादी से इन्कार करने लगा। युवती ने पूरे मामले की शिकायत कोटा थाने में की है। इस पर पुलिस ने दुष्कर्म का मामला दर्ज कर आरोपित युवक को गिरफ्तार कर लिया है।

कोटा क्षेत्र में रहने वाली युवती ने बताया कि दोस्त की शादी में उसकी पहचान भौवाकापा में रहने वाले समीर खुंटे (21) से हुई थी। इसी दौरान दोनों ने एक दूसरे का मोबाइल नंबर ले लिया था। दोनों मोबाइल पर बातें करते थे। इसका फायदा उठाते हुए युवक ने युवती को मिलने के लिए बुलाया। उसने युवती को शादी का झांसा देकर शारीरिक संबंध बनाया। इसके बाद वह दो साल तक युवती का शोषण करते रहा, बाद में उसने शादी से इन्कार कर दिया। युवती ने उससे मोबाइल पर संपर्क करने की कोशिश की। युवक ने उसका नंबर भी ब्लाक कर दिया। युवती की शिकायत पर पुलिस ने दुष्कर्म का मामला दर्ज कर लिया है। आरोपित युवक को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया गया है।

Bilaspur Political Information: बीजेपी की सरकार में जंगल राज,छात्र तक सुरक्षित नहीं

बस्तर का आदिवासी अब रायपुर में भी सुरक्षित नहीं है। आदिवासी बच्चे को पीट-पीट कर मार डाला जा रहा है। बस्तर के लोहंडीगुड़ा में रहने वाला 21 साल के मंगल मुराया का कसूर क्या था? उसने पढ़ाई करने नया रायपुर के एक निजी कालेज में एडमिशन लिया था। उसका सिर्फ इतना ही कसूर था कि वह आदिवासी था।

By Yogeshwar Sharma

Publish Date: Thu, 04 Jul 2024 12:56:47 AM (IST)

Up to date Date: Thu, 04 Jul 2024 12:56:47 AM (IST)

Bilaspur Political News: बीजेपी की सरकार में जंगल राज,छात्र तक सुरक्षित नहीं
आदिवासी छात्र की मौत पर गृहमंत्री से मांगा इस्तीफा

नईदुनिया न्यूज, बिलासपुर। छत्तीसगढ़ एनएसयूआइ प्रदेश अध्यक्ष नीरज पांडेय के आह्वाहन पर सीएमडी चौक में एनएसयूआइ प्रदेश महासचिव अर्पित केशरवानी व प्रदेश सचिव रंजेश सिंह क्षत्रिय के नेतृत्व में प्रदेश में चल रहे जंगल राज के खिलाफ मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय व गृहमंत्री विजय शर्मा का पुतला दहन किया। उन्होंने कहा कि बेहद दुर्भाग्यजनक है कि आदिवासी मुख्यमंत्री के राज में आदिवासी सुरक्षित नहीं है।

बस्तर का आदिवासी अब रायपुर में भी सुरक्षित नहीं है। आदिवासी बच्चे को पीट-पीट कर मार डाला जा रहा है। बस्तर के लोहंडीगुड़ा में रहने वाला 21 साल के मंगल मुराया का कसूर क्या था? उसने पढ़ाई करने नया रायपुर के एक निजी कालेज में एडमिशन लिया था। उसका सिर्फ इतना ही कसूर था कि वह आदिवासी था। उसने लिफ्ट मांगा था कि सरेआम गाड़ी में बैठा कर ले जाया गया और पीट-पीट कर मार डाला गया। हत्यारों ने उसका एटीएम कार्ड छिन लिया और पिन नंबर मांग रहे थे। क्या यही है कानून का राज, जहां पर रास्ता पूछने पर एक कालेज के छात्र को मार डाला गया। प्रदेश महासचिव अर्पित केशरवानी ने कहा की 6 माह में छत्तीसगढ़ अपराध का गढ़ बन गया है। गुंडे, अपराधी, लूटेरे, चोर बेलगाम हो गये है, दुष्कर्म और हत्याएं आम हो गई है। इन घटनाओं को रोकने की दिशा में सरकार की तरफ से कोई ठोस कदम नहीं उठाया जा रहा। वहीं प्रदेश सचिव रंजेश सिंह क्षत्रिय ने कहा कि भाजपा के राज में आम आदमी और आदिवासी अपने को असहाय महसूस कर रहा है। कहने को तो प्रदेश का मुखिया आदिवासी है लेकिन वह आदिवासियों को ही सुरक्षित नहीं रख पा रहा। इस मौके पर प्रदेश उपाध्यक्ष लक्की मिश्रा, प्रदेश महासचिव विकास सिंह ठाकुर, प्रदेश सचिव आमीन श्रीवास्तव, प्रखर सिंह ठाकुर,बेलतरा विधानसभा अध्यक्ष विक्की यादव, जिला उपाध्यक्ष गौरव परिहार, पुष्पराज साहू ,रिहान रात्रे, प्रदीप सिंह,शान सिंह ठाकुर, करण यादव आदि मौजूद थे।