डीन द्वारा रिपोर्ट के आधार पर चार विभागों को चेतावनी दी गई है, जिसमें निश्चेतना, प्रसूति एवं स्त्री रोग, बाल्य एवं शिशु सर्जरी और नेत्र विभाग शामिल हैं। इसके अलावा इन विभागों के एचओडी को भी पत्र भेजा गया है। इस मामले को गंभीरता से लिया जा रहा है और विभाग स्तर पर विमर्श किया जा रहा है।
By mukesh vishwakarma
Publish Date: Tue, 02 Jul 2024 10:06:16 PM (IST)
Up to date Date: Tue, 02 Jul 2024 10:06:16 PM (IST)
HighLights
- छह माह की रिपोर्ट के बाद हुआ खुलासा
- डीन ने एचओडी व प्रोफेसर को पत्र लिखा है
- चार विभागों को चेतावनी दी गई है
भोपाल। हमीदिया अस्ताल में आयुष्यमान भारत के मरीजों को इलाज मिलने में कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है। यह जानकारी छह माह की रिर्पोट के आधार पर हुआ है।
इसमें जीएमसी डीन द्वारा विभागों को एचओडी व प्रोफेसर को पत्र लिखा है। जिसमें लिखा है कि बीते छह माह में आपके विभाग का कार्य निम्न स्तर का रहा है। जिसके चलते एक ओर आयुष्यमान भारत के मरीजों को उपचार मिलने में परेशानी हो रही है। वहीं संस्थान को वित्त लाभ मिलने में कठिनाई भी हो रही है।
डीन द्वारा भेजे गए पत्र में छह माह की आयुष्यमान रिपोर्ट का भी जिक्र है। जिसके आधार पर यह पत्र विभागों को भेजा गया है। इसमें साफ किया गया है कि यह पहली चेतावनी है। ऐसे में आयुष्यमान से जुड़े कार्यों में तत्काल सुधार लाएं, जिससे मरीजों को इलाज और तय लक्ष्य को हासिल किया जा सके। इसके अलावा विभागों द्वारा उठाए गए कदम की सूचना भी डीन कार्यालय भेजें।