Ambikapur crime Information : महिला पुलिस कर्मी की फटकार से बेहोश होकर गिरे ग्रामीण की मौत

Ambikapur crime Information : कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि नया कानून लागू होने के साथ ही महिला पुलिसकर्मी द्वारा ग्राम सुखरी कालापारा के गवंटिया और श्रीराम सुंदर राजवाड़े की हार्ट अटैक से मौत बेहद दुखद और अमानवीय है।आरोपित महिला प्रधान आरक्षक को तत्काल निलंबित कर पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने तक कांग्रेस पार्टी आंदोलन करेगी।

By Yogeshwar Sharma

Publish Date: Tue, 02 Jul 2024 12:20:27 AM (IST)

Up to date Date: Tue, 02 Jul 2024 12:20:27 AM (IST)

Ambikapur crime News :  महिला पुलिस कर्मी की फटकार से बेहोश होकर गिरे ग्रामीण की मौत

नईदुनिया न्यूज़,अंबिकापुर: कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि नया कानून लागू होने के साथ ही महिला पुलिसकर्मी द्वारा ग्राम सुखरी कालापारा के गवंटिया और श्रीराम सुंदर राजवाड़े की हार्ट अटैक से मौत बेहद दुखद और अमानवीय है।आरोपित महिला प्रधान आरक्षक को तत्काल निलंबित कर पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने तक कांग्रेस पार्टी आंदोलन करेगी।

कांग्रेस ने जारी बयान में कहा है कि ग्राम सुखरी के काला पारा के प्रतिष्टित किसान ,लेम्प्स सदस्य,शाला विकास समिति के अध्यक्ष श्रीराम राजवाड़े का परिवारिक जमीन विवाद चल रहा था। इसी मामले में गांधीनगर थाना की एक महिला प्रधान आरक्षक गई थीं। आरोप है कि उसने श्रीराम सुंदर राजवाड़े से कडे लहजे में बात कर अपशब्द कहे और जेल में सड़ा देने की धमकी दी। सार्वजनिक रूप से अपमान से व्यथित राजवाड़े वहीं पर गिर कर बेहोश गए।

अस्पताल पहुंचने तक उनकी मौत हो गई।परिवार वालों की सूचना पर जिला कांग्रेस अध्यक्ष राकेश गुप्ता, जिला पंचायत अध्यक्ष मधु सिंह,ग्रामीण ब्लॉक अध्यक्ष विनय शर्मा बंटी,जिला महामंत्री अरविंद सिंह गप्पू, नुरुल सिद्दकी,शसिलेंद्र सोनी आशीष वर्मा, रजनीश सिंह,नीतीश चौरसिया,आतिश शुक्ला सहित कांग्रेजन अस्पताल पहुंचे। जिला कंग्रेस अध्यक्ष राकेश गुप्ता ने घटना की जांच करा दोषी पुलिस कर्मी पर कार्रवाई करने की मांग की है।उन्होंने कहा संसद में विपक्ष के सांसदों को निलंबित कर नया कानून पास कराया गया,अब उसका दुष्परिणाम आना शुरू हो गया है।देश के कई राज्यो में इस कानून को निलंबित रखा है। उन्होंने पूछा क्या चिंतामणि महराज जो कि स्वयं आदिवासी समाज से आते हैं,क्या वे सामने आकर यह कह सकते है नया कानून आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र के लिए उपयोगी है..? उन्होंने दो दिन में जांच पूरी कर कार्रवाई नहीं होने कि स्थिति में स्वजनों के साथ आंदोलन की चेतावनी दी है।