MP Tourism: बारिश में घूमने का प्लान है तो पहले पढ़ लें ये खबर, 1 जुलाई से बंद रहेंगे नेशनल पार्क, यहां ले सकेंगे टाइगर सफारी का आनंद

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MP Tourism: बारिश में घूमने का प्लान है तो पहले पढ़ लें ये खबर, 1 जुलाई से बंद रहेंगे नेशनल पार्क, यहां ले सकेंगे टाइगर सफारी का आनंद

30 जून से मप्र के सभी नेशनल पार्क बंद कर दिए गए। एक जुलाई से पर्यटक नेशनल पार्क में बाघों का दीदार नहीं कर पाएंगे। हालांकि बांधवगढ़ सहित प्रदेश के अन्य टाइगर रिजर्व के बफर में सफारी जारी रहेगी। बाघों का संसर्ग काल वर्षाकाल में बाघ-बाघिन साथ रहते हैं। उनके एकांत में पर्यटकों की वजह से खलल न पड़े इसलिए पार्क बंद कर दिया जाते हैं।

By Neeraj Pandey

Publish Date: Solar, 30 Jun 2024 07:54:16 PM (IST)

Up to date Date: Solar, 30 Jun 2024 07:54:16 PM (IST)

जंगल के अंदर कच्चे रास्ते भी पर्यटकों के लिए नहीं होते अनुकूल।

HighLights

  1. 1 जुलाई से बंद रहेंगे प्रदेश के सभी नेशनल पार्क
  2. बांधवगढ़ सहित अन्य टाइगर रिजर्व के बफर क्षेत्र में जारी रहेगी सफारी
  3. इस मौसम में बाघ और बाघिन हो जाते हैं ज्यादा खूंखार

नईदुनिया प्रतिनिधि, उमरिया : जून के आखिरी दिन रविवार शाम की सफारी के साथ ही प्रदेश के सभी टाइगर रिजर्व के गेट भी पर्यटकों के लिए बंद कर दिए गए। पार्क के कोर जोन में अब तीन महीने तक पर्यटकों की मौजूदगी दिखाई नहीं देखी। पार्क बंद होने से बाघों और वन्य प्राणियों को एकांतवास का आनंद मिल सकेगा।

इस दौरान बांधवगढ़ सहित प्रदेश के अन्य टाइगर रिजर्व के बफर में सफारी जारी रहेगी और बफर में घूमने वाले पर्यटक वर्षाकाल में भी सफारी कर सकेंगे।

बाघ और बाघिन हो जाते हैं ज्यादा खूंखार

बाघों का संसर्ग काल वर्षाकाल में बाघ-बाघिन साथ रहते हैं। इस दौरान बाघ और बाघिन ज्यादा खूंखार हो जाते हैं। यही कारण है कि उनके एकांत में पर्यटकों की वजह से खलल न पड़े इसलिए पार्क बंद कर दिया जाते हैं।

जंगल के अंदर कच्चे रास्तों पर पर्यटकों के वाहन चलते हैं। वर्षा के दौरान कच्चे रास्ते वाहनों के लिए अनुकूल नहीं रहते। जंगल के अंदर वाहनों के कच्चे रास्तों में फंसने से किसी तरह का कोई हादसा न हो जाए इसका भी भय बना रहता है। यह भी एक कारण है कि वर्षाकाल में जंगल के अंदर सफारी नहीं कराई जाती और पर्यटन को बंद कर दिया जाता है।

सात लाख से ज्यादा पर्यटकों ने किए बाघ के दीदार

प्रदेश के छह टाइगर रिजर्व में पिछले नौ महीने के अंदर सात लाख से ज्यादा पर्यटकों ने बाघों का दीदार किया। इसमें साढ़े चार लाख से ज्यादा पर्यटक बांधवगढ़, कान्हा और पेंच पहुंचे। सतपुड़ा, पन्ना और संजय धुबरी पहुंचने वाले पर्यटकों की संख्या साढ़े तीन लाख के आसपास रही। खास बात यह है कि इनमें विदेशी पर्यटकों की संख्या उन्नीस हजार के आसपास रही। अब सभी टाइगर रिजर्व एक अक्टूबर को पर्यटकों के लिए खोले जाएंगे। ———

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